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Wednesday, September 28, 2011
Maharastra Police: Mumbai: IPS Had famously told a female junior: ‘Aap aaye, bahaar aayi’, Now State Human Rights Commission ordered him to pay a Rs 50,000 fine....
In a landmark order the State Human Rights Commission has asked a senior IPS officer to pay a Rs 50,000 fine to his junior female colleague for sexual harassment.
The case which had created a stir in Mumbai police circles when it was first reported in 2002, involves IPS officer Jawahar Singh, at present under suspension for another matter, and Assistant Police Inspector Neelam Bhagat who is now with the state CID (Criminal Investigations Department) in Kolhapur.
In March 2002, Bhagat was posted as sub-inspector in the anti-narcotics wing of the Mumbai police where Singh was the Deputy Police of Commissioner.
According to her complaint, filed on March 1, 2002, Singh had called Neelam Bhagat into his room over consecutive days and passed deeply offensive remarks about her clothing, at first calling it flimsy, and then on another day berating her for covering herself up.
Singh allegedly said: “Why do you have to cover yourself with a dupatta so tightly that nothing can be seen? You could have worn it higher.”
On a third occasion, he called her into his office and famously remarked: 'Aap aaye, bahaar aayi.'
A distressed Bhagat had burst into tears and rushed out, but later she filed an official complaint against Jawahar Singh.
Initially, the complaint was not taken seriously and Bhagat was offered a transfer from the department, which she refused. But after the matter was reported in the media, Jawahar Singh was transferred.
An inquiry conducted by then Additional Chief Secretary (Home) was inconclusive after which Bhagat took up the matter with the State Human Rights Commission.
Finally, nine years after her ordeal, the complaint redressal committee ruled in her favour and ordered the compensation which will be recovered from Singh, confirmed a senior home department officer, adding that an order to this effect had been issued on September 23.
Singh, who remains a controversial officer-he was suspended as Inspector General (Jails) after conducting a sting operation against another woman colleague, Aurangabag jail superintendent Swati Sathe, ostensibly to show her in poor light - refused to comment on the SHRC compensation saying they had not called him for a hearing.
Neelam Bhagat, too, refused to comment on the matter.
Rajasthan Police: अब मंत्री के बयान पर बवाल, पुलिस से कहा-पिटकर नहीं,पीटकर आओ!
जयपुर.गृह मंत्री शांति धारीवाल की ओर से रविवार को आरपीए में दिए गए विवादास्पद बयान के बाद बवाल हो गया है।
धारीवाल ने पुलिसकर्मियों को सलाह दी थी कि किसी गांव में पिटने की स्थिति में दुबारा ट्रक भरकर जाकर सबक सिखाएं। मंगलवार को इस बयान पर धारीवाल ने कहा कि उनकी जुबान फिसल गई थी, उनका अभिप्राय पुलिस का इकबाल बनाए रखने और अपराधियों को सबक सिखाने से था।
बेकसूरों को पीटने की सलाह देने का नहीं था। इस पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने कहा कि मैंने बयान सुना या पढ़ा नहीं है, लेकिन मेरा कहना है कि जो लोग सार्वजनिक जीवन में हैं उनको मर्यादित भाषा का उपयोग करना चाहिए। भाजपा ने भी गृह मंत्री के बयान की आलोचना की है।
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान :
> 17 जुलाई को कोटा में रेंज मीटिंग में भी कहा था, पुलिस कहीं पिट जाए तो और ज्यादा तादाद में लौटकर वहां जाओ और पीटने वालों घेरकर पीटो और अच्छी तरह सबक सिखाओ।
>जयपुर में अगस्त में शूटिंग रेंज के उद्घाटन के समय कहा, नगर निगम नरक निगम बन गया है।
>जयपुर में मेट्रो के काम से सड़कों की स्थिति पर कहा, मेट्रो का सुख लेना है तो गड्ढे तो झेलने ही पड़ेंगे।
यह कहा था धारीवाल ने
बेकसूर पिट जाएं तो भी कोई बात नहीं पिट के मत आओ। अगर तीन मुल्जिमों को पकड़ने के लिए आपने दो कांस्टेबल गांव में भेज दिए, और वो पिट गए तो वापस गांव में जाओ। ट्रक भर के जाओ और गांव को घेरो, चाहे तो दो-चार बेकसूर पिट जाएं, कोई बात नहीं। लेकिन पिटकर मत आओ।
Delhi Police: Anna Hazare: दिल्ली पुलिस के खिलाफ टीम अन्ना खोलेगी मोर्चा, शुरुआत संसद मार्ग थाने
नई दिल्ली. रिश्वत की परंपरा को जड़ से मिटाने के संकल्प के साथ टीम अन्ना बुधवार को अभियान शुरू करेगी। इस अभियान की शुरुआत राजधानी के पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने से होगी जहां पुलिसवालों से यह संकल्प लेने के लिए कहा जाएगा कि वो कभी रिश्वत नहीं लेंगे। अभियान से जुड़े लोग पुलिसवालों से इस बारे में लिखित आश्वासन देने को भी कहेंगे।
शहीद भगत सिंह की जयंती के मौके पर शुरू किया जा रहा यह अभियान देश की राजधानी में इस तरह का दूसरा अभियान है। इससे पहले बीते 21 सितंबर को वॉलंटियर एमसीडी के डिप्टी कमिश्नर दफ्तर गए थे।
टीम अन्ना के एक सदस्य ने बताया, ‘अपने अभियान के तहत हम पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन जाएंगे।’ इस पुलिस स्टेशन को अभियान की शुरुआत के लिए चुने जाने के बारे में उन्होंने कहा कि भगत सिंह को गिरफ्तार करने के बाद इसी थाने में लाया गया था।
Rajasthan Police: पुलिस को गृहमंत्री की सलाह, पिट कर नहीं पीट कर आओ...
जयपुर।। राजस्थान के गृहमंत्री शांति धारीवाल ने पुलिस से कहा है कि कहीं से भी पिट कर मत आओ, बल्कि पीट कर आओ। शांति धारीवाल ने पुलिसवालों को यह सलाह एक कार्यक्रम में दी।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर 3 लोगों को पकड़ने के लिए 2 कॉन्स्टेबल गांव में जाएं और वे 2 पिट जाएं तो फिर गांव में ट्रक भरकर जाओ और पूरे गांव को घेरो। चाहे कुछ लोग बेकसूर पिट जाएं। कोई बात नहीं। धारीवाल ने पुलिस का दबदबा बरकरार रखने के लिए इसे जरूरी बताया।
मंत्री के भाषण का असर भी पुलिस पर तुरंत दिखा। धारीवाल की सलाह के कुछ ही घंटों के भीतर अजमेर में पुलिस ने स्कूली बच्चों पर लाठी चार्ज किया। राइट टु एजुकेशन वाले इस देश में ये बच्चे केवल अपने स्कूल का ताला खुलवाने की मांग कर रहे थे।
अभी हाल ही में जमीन के एक टुकड़े के लिए भरतपुर के दंगे में 10 लोगों की मौत हुई थी। इनमें से 2 की मौत पुलिस की गोली से हुई थी।
Sunday, September 25, 2011
Mumbai Police: कत्ल करवाने के बाद बनाता रहा पुलिस की हजामत..
मुंबई।। कत्ल के बाद आमतौर पर आरोपी पुलिस से भागते फिरते हैं, पर महाबलेश्वर में भरत साठे नामक शख्स के कत्ल में कातिलों को सुपारी देने वाला पुलिस वालों की मर्डर के कई दिन बाद तक हजामत बनाता रहा। इस शख्स का नाम है नारायण शंकर उलालकर उर्फ अंकुश। अंकुश महाबलेश्वर में नाई की दुकान में काम करता था। उसकी पत्नी महाबलेश्वर में ही सिद्घि विडियो गेम्स पार्लर में काम करती थी। इस पार्लर के मालिक भरत साठे का दादर में एक बड़ा एजुकेशन इंस्टिट्यूट है। अंकुश की पत्नी का इस भरत के साथ लंबे समय से अफेयर चल रहा था। उसका बेटा भी भरत के साथ ही रहता था। एक बार जब बेटा पिता अंकुश के पास गया और उसे पापा कहकर बुलाया, तो इस बात को लेकर बेटे को भरत और उसकी प्रेमिका (अंकुश की पत्नी) ने उसे(बेटे को) काफी हड़काया गया। अंकुश को इस पर बहुत बुरा लगा। उसका अपनी पत्नी के साथ कोर्ट में तलाक का केस पहले से ही चल रहा था, जिसमें उसे हर महीने मेनटिनेंस देना पड़ता था। इस मेनटिनेंस की वजह से वह आर्थिक रूप से कंगाल होता जा रहा था, दूसरी ओर उसकी पत्नी को ऐश करने के भरत से लगातार पैसे मिल रहे थे। ये सब बातें अंकुश को इतनी चुभ रही थीं कि उसने भरत साठे का कत्ल करवाने का मन बना लिया और यह बात अपने ड्राइवर दोस्त सीताराम चौरत को बता दी।
संयोग से कुछ महीने पहले मुंबई में महालक्ष्मी इलाके का रहनेवाला क्रिमिनल अनुज चौगुले घूमने के बहाने महाबलेश्वर गया और वहां वह सीतारात चौरत की गाड़ी में बैठा। उसी में सीताराम ने अनुज के पास एक हथियार देख लिया। वह समझ गया कि अनुज क्रिमिनल है और उसके दोस्त अंकुश के काम का आदमी है। सीताराम ने फौरन अनुज को अपने दोस्त अंकुश से मिलवाया। अंकुश ने उसे अपनी पत्नी के आशिक भरत साठे के कत्ल करने का कहा, लेकिन मामला सुपारी की रकम को लेकर लटक गया। अंकुश चूंकि गरीब था, इसलिए कत्ल के लिए वह महज कुछ हजार रुपये देना चाहता था, जबकि अनुज की कई लाख रुपये की डिमांड थी। जब मामला नहीं पटा, तो अनुज वापस मुंबई लौट आया और फिर उसने 1 जून को अपने कई साथियों के साथ मुलुंड में महालक्ष्मी जूलर के यहां 17 लाख रुपये के आभूषण लूट लिए ।
उस केस में जब सीनियर इंस्पेक्टर प्रफुल्ल भोंसले, सुहास चौधरी, अशोक खोत, राजाराम वनमाने और विवेक भोंसले की टीम ने इकबाल कासम पठान व तीन अन्य आरोपियों को पकड़ा, तो अनुज, रॉयल सिक्वेरा व रोहित शर्मा मुंबई से गोवा के लिए भाग लिए। चूंकि गोवा के रास्ते में महाबलेश्वर भी आता है, इसलिए अनुज का मन यहां थोड़ा बदल गया। उसने सोचा कि चलो एक बार अंकुश से मिल लेते हैं और यदि उसकी पत्नी का आशिक भरत साठे जिंदा होगा, तो अंकुश से कुछ हजार की ही सही, सुपारी लेकर भरत का कत्ल कर देते हैं। अंकुश तो इस साजिश के लिए पहले से तैयार था, उसने अनुज के मांगने पर रुपये फौरन दे दिए। बदले में अनुज, रॉयल सिक्वेरा व रोहित 20 जून को महाबलेश्वर के सिद्घि विडियो गेम्स पार्लर में घुसे। उन्होंने वहां भरत साठे व उसकी प्रेमिका (अंकुश की पत्नी) को कुर्सी से बांधा और फिर भरत को गोली मार दी। बाद में उन्होंने विडियो पार्लर में रखा कैश इस अंदाज में उठा लिया, कि लगे भरत साठे का कत्ल लूट के मकसद से किया गया। महाबलेश्वर पुलिस ऐसा समझी भी, उसे अंकुश पर जरा भी शक नहीं हुआ। विडियो पार्लर और अंकुश की सलून की दुकान के पास पुलिस चौकी होने के चलते वहां के पुलिसवाले हजामत बनाने के लिए नियमित रूप से अंकुश की दुकान पर आते रहे, लेकिन कभी भी उन्होंने अंकुश से भरत साठे कत्ल में कोई सवाल नहीं पूछा। बल्कि अंकुश ही हजामत के दौरान पुलिस वालों से पूछता रहता था कि भरत के कत्ल में आपको क्या लगता है? हत्यारा कौन हो सकता है?
इस हत्याकांड का राज पिछले पखवाड़े तब खुला , जब ऐंटि रॉबरी स्क्वॉड को इस बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिला। इसके बाद अंकुश पुलिस या जेल वालों की छोडि़ए , खुद अपनी हजामत ही कायदे से और नियमित नहीं बना पा रहा है।
UP Police: Gaziabad Traffic Police: इसमें ट्रैफिक पुलिस की उपलब्धियों की तस्वीर होगी,यूपी पुलिस की तर्ज पर अब यूपी ट्रैफिक पुलिस भी अपनी वेबसाइट तैयार..
गाजियाबाद : यूपी पुलिस की तर्ज पर अब यूपी ट्रैफिक पुलिस भी अपनी वेबसाइट तैयार कर रही है। इसमें ट्रैफिक पुलिस की उपलब्धियों की तस्वीर होगी। इसमंंे गाजियाबाद पुलिस की उपलब्धियों को भी दर्शाया जाएगा। यह वेबसाइट 1 महीने के अंदर शुरू होने की उम्मीद है। एसपी ट्रैफिक अजय सहदेव ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एडीजी ( ट्रैफिक ) सूर्यप्रकाश शुक्ल ने वेबसाइट में फीड करने के लिए गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस के संबंध में जानकारियां मांगी हैं।
यूपी पुलिस ने क्राइम और क्रिमनल्स के संबंध में पुलिस की उपलब्धियों की जानकारी देने के लिए वेबसाइट तैयार की हुई है। अभी तक ट्रैफिक पुलिस की अलग से साइट नहीं थी। इसके कारण ट्रैफिक पुलिस की उपलब्धियों की जानकारी आम लोगों को नहीं मिल पाती थी। इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने अलग से साइट तैयार करने का फैसला लिया है। वैसे गाजियाबाद पुलिस भी आम लोगों को अपनी उपलब्धियों की जानकारी देने के लिए अलग से साइट तैयार कर रही है।
UP Police: Bhatta Parsol Case: कोर्ट ने पुलिस की पुर्नविचार याचिका स्वीकारी, गैंग रेप के आरोप में पीएसी के कंपनी कमांडर समेत 17 जवानों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का मामला...
गैंग रेप के आरोप में पीएसी के कंपनी कमांडर समेत 17 जवानों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के मामले में कोर्ट ने पुलिस की पुर्नविचार याचिका स्वीकार कर ली है। इस संबंध में शुक्रवार को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई अभी जारी रहेगी।
भट्टा - पारसौल में 7 मई को किसानों और पुलिस - पीएसी के बीच हिंसक संघर्ष हुआ था। इसमें दो किसान व दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी , जबकि दोनों पक्षों से सैकड़ों लोग घायल हुए थे। गांव की एक महिला ने अब आरोप लगाया है कि 7 मई की रात पीएसी के 49 वीं कंपनी के कमांडर समेत 17 जवानों ने उसके साथ गैंग रेप किया था। महिला ने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सभी आरोपियों के खिलाफ गैंग रेप के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई कराने की अपील की। कोर्ट ने दनकौर पुलिस को सभी आरोपियों के खिलाफ गैंग रेप की रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश जारी किया है।
पुलिस की तरफ से गुरुवार को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में रिविजन फाइल किया गया। कोर्ट ने पुलिस की याचिका स्वीकार कर ली है। एसपी देहात राकेश कुमार जौली ने बताया कि शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान कोई फैसला नहीं हो सका है। पुलिस ने कोर्ट से अपनी अपील में पीएसी के कंपनी कमांडर व जवानों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश के बारे में फिर से विचार करने का अनुरोध किया है। पुलिस का कहना है कि गैंग रेप का आरोप लगाने वाली महिला भट्टा - पारसौल प्रकरण में 10 हजार रुपये के इनामी किरण पाल की पत्नी है। किरण पाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और फिलहाल वह जेल में है। गैंग रेप का आरोप भी घटना के चार महीने बाद लगाया गया है।
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