Friday, October 21, 2011

MP Police: Indore: सूर्यदेव नगर के पटवारी लवदास बैरागी की हत्या मामले में जावरा, रतलाम से खाली हाथ लौटा इंदौर पुलिस का दल..

इंदौर के सूर्यदेव नगर के पटवारी लवदास बैरागी की हत्या के मुख्य षड्यंत्रकारी अवधूतश्री भास्करानंद उर्फ भानुप्रताप सिंह की तलाश में बुधवार को इंदौर पुलिस का दल जावरा एवं रतलाम पहुंचा।
पुलिस को जानकारी मिली थी कि भास्करानंद का जावरा में आश्रम है। वहीं बिलपांक क्षेत्र के ग्राम उमरथाना में भी वह साधु के रूप में रहा था, लेकिन पुलिस को इन स्थानों से उसका कोई सुराग नहीं मिला। गौरतलब है कि सूर्यदेवनगर के पटवारी बैरागी का शव उज्जैन के समीप गंभीर नदी में मिला था। हत्या के कुछ आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं, जबकि षड्यंत्रकारी अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा।

Mumbai Police: मुंबई पुलिस कमिश्नर का फरमान, जूनियर लेगा रिश्वत तो सीनियर की गोपनीय रिपोर्ट होगी खराब...

मुंबई।
। कमिश्नर अरूप पटनायक ने पुलिस को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों के अनुसार, 'अगर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने किसी को भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ा तो उसके वरिष्ठ अधिकारियों की एसीआर में विपरीत टिप्पणी दर्ज की जाएगी। वरिष्ठ अधिकारियों में उस क्षेत्र के प्रभारी अधिकारी से लेकर डिप्टी कमिश्नर और असिस्टेंट कमिश्नर तक शामिल होंगे। Ó यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस साल जनवरी से अब तक करीब 20 अधिकारी रिश्वत लेते हुए पकड़े जा चुके हैं। इस तथ्य के मद्देनजर कमिश्नर इस तरह का निर्देश जारी करने को बाध्य हुए हैं। इस अधिकारी के मुताबिक, 'इस निर्देश के बाद भ्रष्ट पुलिस वालों की संख्या में निश्चित कमी आएगी। कोई भी अपनी एसीआर में प्रतिकूल टिप्पणी दर्ज नहीं करवाना चाहेगा।Ó शुरुआत में इस व्यवस्था के तहत पुलिस फोर्स में भ्रष्टाचार के मामलों के लिए डीसीपी और एसीसी रैंक के अधिकारियों को जिम्मेदार माना जाएगा। इसके अलावा संबंधित पुलिस स्टेशन के प्रभारी का तुरंत तबादला कर दिया जाएगा। संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को किसी तरह सफाई देने का मौका भी नहीं मिलेगा।

MP Police: Gwaliar: जीआरपी के हवलदार को 2500 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा, थाना प्रभारी भी हवलदार की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार..

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के हवलदार को 2500 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। लोकायुक्त पुलिस ने थाना प्रभारी को भी हवलदार की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक रेलवे बेंडर राजभान ने लोकायुक्त से शिकायत की थी कि जीआरपी थाना प्रभारी प्रकाश पटैरिया ने बेंडरों के साथ हुई मारपीट मामले की रिपोर्ट दर्ज करने के एवज में 30 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। रिश्वत किश्तों में देना तय हुआ था। लोकायुक्त के निर्देश पर राजभान सोमवार रात ढाई हजार रुपये लेकर जीआरपी थाने पहुंचा। उसने पैसा थाना प्रभारी को ही देने की कोशिश की लेकिन उन्होंने वह राशि हवलदार रमाकांत कौशिक को देने की बात कही। जैसे ही राजभान ने रकम कौशिक को दी तभी लेकायुक्त पुलिस ने कौशिक को दबोच लिया। लोकायुक्त के पास पीड़ित व थाना प्रभारी के बीच हुई बातचीत का रिकार्ड है। इसी के आधार पर कौशिक के साथ थाना प्रभारी को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। बाद में दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया।

Bihar Police: Patna: बिहार डीजीपी का आदेश, सभी जिलों के एसपी इंदिरा आवास के कम से कम पांच बिचौलियों को सजा दिलवाएं..

पुलिस महानिदेशक अभायनंद ने बताया कि जो काम पहले निगरानी विभाग करता था अब यह जिम्मा पुलिस संभालेगी। पुलिस महकमे को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए भी कई योजनाएं बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस पहले से ही काम के बोझ से परेशान है इसलिए उस पर अतरिक्त बोझ नहीं लादा जाएगा।
आर्थिक अपराध पर नियंत्रण के लिए ग्रुप ऑफ ऑफिसर बनाये जाएंगे जिनका काम होगा जिले के स्तर पर यह पता लगाना की किन लोगों के पास काली कमाई है। सभी जिलों को इसके लिए अतिरिक्त लिगल ऑफिसर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इंदिरा आवास और नरेगा जैसी योजनाओं में हो रही घपलेबाजी के खिलाफ भी तेजी से कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि सभी एसपी अपने-अपने जिले में इंदिरा आवास के कम से कम पांच बिचौलियों को सजा दिलवाएं। डीजीपी ने बताया कि इंदिरा आवास और नरेगा के बिचौलियों पर नकेल कसने के लिए सीआरपीसी की धारा ११० के इस्तेमाल का भी निर्देश मिला है । इसके तहत पक़ड़े गए बिचौलियों को सार्वजनिक रूप से उससे संबंधित इलाके में दंडाधिकारी की मौजूदगी में बांड लिखवाया जाएगा और जिस पंचायत में ऐसे मामले आएंगे उसकी सुनवाई वहीं होगी। पुलिस वहीं जाएगी और गवाही सार्वजनिक रूप से ली जाएगी।

JK Police: Srinagar: जम्मू-कश्मीर के पुलिस ट्रेनिंग संस्थान होंगे अपग्रेड, मिलेगी बिना हथियार एवं लाठी चलाए हिंसक भीड़ को काबू करने की ट्रेनिंग..

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख डीजीपी कुलदीप खुड्डा ने राज्य स्थित पुलिस ट्रेनिंग कालेजों की अपग्रेडेशन कर ट्रेनिंग करने वाले जवानों को अत्याधुनिक तकनीकी एवं सुविधाएं मुहैया करवाए जाने पर जोर दिया। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जेवन स्थित पुलिस ट्रेनिंग कालेज में आयोजित परेड समारोह का निरीक्षण करने बाद जवानों को संबोधित करेंगे।
डीजीपी कुलदीप खुड्डा ने मनीगाम पुलिस ट्रेनिंग कालेज में माडल पुलिस स्टेशन का निरीक्षण करते हुए संबंधी ट्रेनिंग कालेजों में सिखाए जाने वाले विभिन्न विषयों एवं शारीरिक कोर्सों को और बेहतर ढंग से करवाए जाने के निर्देश दिए। पुलिस प्रमुख गांदरबल मनीगाम स्थित पुलिस ट्रेनिंग कालेज में 838 ट्रेंड जवानाें द्वारा की गई परेड का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संबंधी ट्रेनिंग कालेजों में ट्रेनिंग हासिल करने वाले जवानों को विभिन्न तरह के आपराधिक वारदातों एवं चुनौतियों से निपटने के हुनर ट्रेनिंग के दौरान सिखाए जा रहे हैं। खासकर हिंसक भीड़ पर बिना गोली, लाठीचार्ज के काबू किए जाने संबंधी हुनर सिखाए जा रहे हैं। इसके अलावा साइबर क्राइम, फेक करेंसी संबंधी अन्य गैरकानूनी कारनामों में संलिप्त गिरोह सदस्य से निपटने की ट्रेनिंग दी जा रही है। डीजीपी का कहना था कि वर्तमान हालात के मुताबिक ट्रेनिंग ले रहे पुलिस जवानों को बिना हथियार एवं लाठी चलाए हिंसक भीड़ को काबू करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। वहीं डीजीपी कुलदीप खुड्डा ने राज्य स्थित पुलिस ट्रेनिंग कालेजों में जवानों को दी जा रही ट्रेनिंग पर संतोष व्यक्त करते हुए संबंधी स्टाफ एवं कालेज प्रिंसिपलों के प्रयासों की सराहना की। खुड्डा ने कहा कि बेहतर आधुनिक तकनीक से ट्रेनिंग एवं स्थानीयवासियों के सहयोग से जम्मू-कश्मीर पुलिस राष्ट्र की सबसे ईमानदार एवं सतर्क पुलिस का दर्जा बनाए हुए है। इस अवसर पर अतिरिक्त डीजीपी एएस बाली, अतिरिक्त डीजीपी एसपी वेद के अलावा आईजीपी एनडी वानी मौजूद थे।

Bihar Police: Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एसपी सहित पुलिस के आलाधिकारियों के पेच कसे, ढीले पुलिस अफसरों को ३ माह का अल्टीमेटम...

पटना । विधि व्यवस्था और विकास योजनाओं को लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की दूसरे दिन भी चली मैराथन बैठक में गुヒवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभिन्न जिलों के एसपी सहित पुलिस के तमाम आलाधिकारियों के पेच कसे। मुख्यमंत्री ने विधि व्यवस्था दुヒस्त करने की सलाह के साथ-साथ ढीले पदाधिकारियों को तीन महीने का अल्टीमेटम दिया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने आर्थिक अपराध को गंभीरता से लेते हुए पुलिस पदाधिकारियों को नई जिम्मेदारी भी सौंपी। अब पुलिस काली कमाई से बनी चल-अचल संपत्ति भी जब्त करेगी। आर्थिक अपराध को नियंत्रित करने के लिए पुलिस मुख्यालय से लेकर जिलों तक में "गु्रप ऑफ आफिसर्स" का नया ढांचा तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगर जरूरत होगी तो इसके लिए अलग से अतिरिक्त मानव संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।

Rajasthan Police: Udaipur: अजमेर के ख्वाजा साहब का चमत्कार, आत्महत्या के लिए निकला पुलिस ड्राइवर घर वापस लौटा..

उदयपुर। अपने अधिकारी, पुलिसकर्मियों तथा कैदियों को खेरवाड़ा में ढाबे पर छोड़कर फरार हुआ गुजरात के बड़ोदा जिले की छाणी पुलिस स्टेशन का गाड़ी चालक दर असल आत्महत्या की नीयत से फरार हुआ था लेकिन अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह में जियारत करने के बाद उसने अपना इरादा त्याग दिया तथा बुधवार रात्रि को बड़ोदा स्थित अपने घर पहुंच गया। जिसके पहुंचने की जानकारी मिलते ही गुजरात की क्राइम ब्रांच की टीम में उससे पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि बड़ोदा जिले के छाणी पुलिस थाने की एक टीम ने मादक पदार्थों की तस्करी करने के मामले में १३ अक्टूबर को नरेन्द्र पुत्र वगतराम पाटीदार निवासी मगराना मल्हारगढ़ मंदसौर मध्यप्रदेश को पकड़ा था। पूछताछ करने पर उसने यह गाड़ी मंदसौर के ही श्यामलाल पाटीदार की होना बताया था। जिसे गिरफ्तार करने के लिए छाणी पुलिस थाने की टीम मध्यप्रदेश के लिए रवाना हुई। इस टीम में एक सब इंस्पेक्टर आर.एस. खराड़ी, एक एएसआई भरत सिंह, दो कांस्टेबल किरणभाई, संतोष बिहारी, दो चालक जयसिंह तथा दिनेश भाई थे। श्यामलाल को पकड़कर पुलिस पूछताछ के लिए पुन: गुजरात की ओर जा रहे थे कि इसी दौरान रास्ते में चालक दिनेश भाई वोरा एक होटल पर सभी को उतार कर गाड़ी लेकर फरार हो गया था।
गाड़ी में रखी राईफल को उसने उदयपुर के हिरणमगरी क्षेत्र में जड़ाव नर्सरी के पास रेल्वे क्रासिंग के पास छोड़ दिया था। जिसके बाद गाड़ी को सेक्टर ३ में छोड़कर फरार हो गया था। मामले की जानकारी मिलने पर गुजरात से पुलिस की टीम भी उदयपुर आई थी। इस टीम ने उदयपुर में सभी स्थानों पर घटनास्थलों को देखा था। अभी गुजरात तथा राजस्थान पुलिस चालक की तलाश कर ही रही थी कि इसी दौरान गुजरात की बड़ोदा पुलिस को जानकारी मिली कि चालक दिनेश भाई स्वयं ही अपने घर पर आ गया है। जिस पर पुलिस की एक टीम ने उससे जाकर पूछताछ की। छाणी थानाधिकारी आर.एल. सांगली ने बताया कि चालक दिनेश भाई वोरा काफी समय से पारिवारिक परेशानियों से दु:खी था। जिस कारण से उसकी मानसिक स्थिति सही नहीं थी। सांगली ने बताया कि पुन: गुजरात की ओर जाते समय खेरवाड़ा में चालक दिनेश को कुछ नहीं सूझा तथा वह गाड़ी लेकर फरार हो गया। वोरा गाड़ी लेकर निकला ही आत्महत्या करने के इरादे से था । उसने पहले तो आत्महत्या करने का प्रयास किया था परन्तु बाद में राईफल फैंक दी थी। थानाधिकारी ने बताया कि वोरा गाड़ी को हिरणमगरी क्षेत्र में छोड़कर पैदल ही निकल गया था तथा जो भी बस मिली उसमें बैठ गया। जिससे वह सीधा बांसवाड़ा पहुंच गया। बांसवाड़ा में कुछ देर रूकने के बाद वह सीधा अजमेर चला गया।
हालांकि इस दौरान वोरा के आत्महत्या करने का पूरा इरादा था। अजमेर वह विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा साहब की दरगाह में गया। जहां उसे मानसिक सुकून मिला तथा उसने आत्महत्या करने का इरादा ही छोड़ दिया तथा वहीं से अपनी पत्नी को करीब ५ बार फोन किया। उसकी पत्नी ने भी उसे घर आने के लिए कहा तथा कोई भी गलत कदम उठाने से मना किया तो वोरा ने स्वयं भी आत्महत्या करने से इंकार कर दिया तथा अपनी पत्नी को घर आने की जानकारी दी। वोरा बुधवार शाम को उसके घर पर पहुंच गया। इस बारे में पुलिस अधिकारियों को जानकारी मिलने पर पुलिस उसके घर पहुंची थी। बच्चे नहीं होने से परेशान था :- छाणी थानाधिकारी सांगली ने बताया कि वोरा की शादी हुए काफी समय बीत चुका था तथा उसके कोई संतान नहीं थी। इस कारण वह काफी डिप्रेशन में था। वह थाने में भी स्टाफ से काफी अलग रहता था। इस बारे में थाने के पूरे स्टाफ को पता था। अपनी पत्नी तथा स्वयं का अकेलापन दूर करने के लिए उसने करीब २ वर्ष पूर्व अपने साले की पुत्री को गोद लिया था। परन्तु फिर भी उसे अपनी एक संतान की बेहद चाह थी।