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Wednesday, February 8, 2012
Delhi Police: Delhi: मोती- सी है सब- इंस्पेक्टर श्यामलन की लिखावट, कैलीग्राफी में बना दिया वर्ल्ड रिकार्ड...
नई दिल्ली, जासं : दिल्ली पुलिस मुख्यालय में कार्यरत दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर श्यामलन ने कैलीग्राफी में नया रिकार्ड बनाया है। श्यामलन ने 2009 में बनाए अपने ही रिकार्ड को तोड़कर यह रिकार्ड बनाया। उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाएगा। इससे पहले वर्ष 2011 में कैलीग्राफी के लिए ही उनका नाम इस रिकार्ड बुक में दर्ज हुआ था। श्यामलन ने तीन फरवरी को पुलिस मुख्यालय में लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड के प्रतिनिधियों के सामने एक घंटे में कैलीग्राफी शैली में कार्ड पर 261 बार बेस्ट ऑफ लक लिखकर नया रिकार्ड बनाया।
मालूम हो कि श्यामलन को खास लिखावट शैली (कैलीग्राफी) के लिए अब तक कई पुरस्कार मिल चुके हैं। पुलिस अधिकारी भी उसकी इस कला के मुरीद हैं। श्यामलन ड्यूटी के बाद काफी समय कैलीग्राफी के अभ्यास पर देते हैं। इसी के चलते उन्हें हाथ से सुंदर मुद्रा में लिखे जाने वाली कला 'कैलीग्राफी' में महारथ हासिल है।
Punjab Police: Barnala: पुलिस अधिकारियों की हत्या से दहला पंजाब, डीएसपी के बाद अब एक ASI का मर्डर..
बरनाला.मोगा में अभी डीएसपी की मौत का मामला सुलझा भी नहीं था कि शनिवार रात को पंजाब पुलिस के एक एएसआई का मर्डर कर दिया गया।
भगौड़े अपराधियों की तलाश में गश्त पर गए थाना शैहणा के एएसआई और पटियाला (रूरल) के डीएसपी के सगे भाई हरभजन सिंह की तेजधार हथियारों से हत्या कर दी गई। एएसआई के सिर पर गहरे घाव के निशान मिले हैं। एएसआई के बेटे के बयान पर पुलिस ने अज्ञात लोगों पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। एएसआई हरभजन सिंह की लाश रविवार सुबह गांव छापा से कुतबा लिंक रोड पर मिली। लाश से करीब एक किमी. दूर एएसआई की कार बरामद हुई।
हत्या करने वाले एएसआई की वर्दी उतारकर लाश सड़क पर ही फेंककर चले गए। साथ ही उनके हाथ से सोने की अंगूठी, मोबाइल फोन और पर्स भी ले गए। रविवार सुबह गांव छापा के दो लोगों ने खून से लथपथ लाश देखकर तुरंत ग्राम पंचायत ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
MP Police: Bhopal: पुलिस हेडक्वार्टर में इतने हो गए ADG , कि अब Asst IG के कमरे में बैठना पड़ रहा है..
भोपाल। पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि अब बैठने को ही जगह नहीं मिल रही है। स्थानाभाव के कारण अफसर अपने बैठने के लिए अब नए स्थान की तलाश करने लगे हैं।
वर्ष 2008 में खटलापुरा मंदिर रोड पर मुख्यालय के नए भवन की नींव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रखी थी यह भवन दो साल में पूरा होना था लेकिन भवन में लगने वाली सामग्री महंगी हो जाने से उसका काम अटका और वह भवन तीन साल पूरा होने के बाद भी आज भी अधूरा ही है, पता चला है कि भवन को बनाने वाला ठेके दार ही गायब हो गया है, इस भवन को बनने में अभी कम से कम एक से डेढ़ साल का आकलन अधिकारी भी कर रहे हैं, अधिकारियों का मानना है कि भवन को बनाने के लिए रि-टेण्डरिंग की जाना है।
इधर स्थानाभाव के कारण कई अधिकारी अपने अन्य अधिकारी के अवकाश पर अथवा कहीं और जाने का इंतजार करता है तब कही जाकर उसे सीट मुहैया हो पाती है। उक्त अधिकारी के आने के बाद वह फिर अपने स्थान की तलाश में लग जाता है। स्थानाभाव के कारण भी अधिकारी इस समय फुटïोव्वल की स्थिति में आ गए हैं। एक वरिष्ठï पुलिस अधिकारी को स्थानाभाव के चलते तीन स्थानों पर जाकर अपनी आमद देना पड़ी है।
मुख्यालय में आलम यह हो गया है कि अधिकारी अपने तबादले से डरने लगा है कि किसी अन्यत्र स्थान पर तबादला हो गया और वहां बैठने की जगह नहीं मिली तो आखिर उसका क्या होगा। इस समस्या का खामियाजा संबंधित शाखा में काम करने वाले कर्मचारियों को भी भुगतना पड़ता है स्थिति साफ है कि फाइल पर हस्ताक्षर आदि के स्टाफ कर्मियों को वरिष्ठï अधिकारी के बैठने वाले स्थान पर जाना पड़ता है। बैठक का इस स्थान का समाधान नए भवन के बाद ही सुलझना संभव है, सभी अधिकारी मुख्यालय के नए भवन की ओर टकटकी लगाए बैठे है कि यह कब पूरा होगा और बैठने की समस्या सुलझेगी।
85-86 के बैच से बढ़ी परेशानी
मुख्यालय में स्थानाभाव का संकट इसलिए भी बढ़ गया क्योंकि पुलिस महानिरीक्षक से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर पदोन्नति पाने वाला बैच 85-86 की संख्या बढ़ी हुई थी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी बढ़ जाने से उनके बैठने का संकट सामने आ गया। जहां पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नहीं थे उस शाखा में भी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को पदस्थ कर दिया गया, जैसे सायबर, एसटीएफ, पीटीआरआई एवं योजना एवं प्रबंध में एक एडीजी की जगह उनकी संख्या दो कर दी गई। उनमें से एक एडीजी को एआईजी का रुम आवंटित किया गया क्योंकि वह अवकाश पर थी। बताया जाता है कि यह संख्या आगे भी बढऩा है क्योंकि अभी पदोन्नति की कतार में 87 बैंच के अलावा तीन और अधिकारियों के पदस्थापना आदेश जारी होना है।
Police Policy: WB Police: Kolkata: पश्चिम बंगाल पुलिस एसोसिएशन, नॉन गेजेटेड पुलिस कर्मचारी समिति की मान्यता रद्द करने हाईकोर्ट पहुंचे बंगाल पुलिस के जवान, यूनिफार्म फोर्स में युनियन बनाने का मामला तो नहीं है???
कोलकाता: पुलिस के दो संगठनों की स्वीकृति रद करने के राज्य सरकार के फरमान के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर किया गया है। इस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने राज्य सरकार से इन संगठनों की स्वीकृति से संबंधित कागजात तलब किए हैं। साथ ही गुरुवार तक किसी भी पुलिस के संगठन को हटाए जाने पर रोक लगा दी है। ज्ञात हो कि राज्य सरकार के गृह मंत्रालय ने 10 जनवरी को पुलिस के दो संगठन पश्चिम बंगाल पुलिस एसोसिएशन व नान गेजेटेड पुलिस कर्मचारी समिति की स्वीकृति रद करने की नोटिस जारी की थी। इन संगठनों के बदले पुलिस वेलफेयर बोर्ड गठित करने की बात कही गई थी। अपने निर्देश में सरकार ने दोनों संस्थाओं को रद करने के साथ उनके कब्जे वाले घरों को खाली करने को कहा था। इस निर्देश को चुनौती देते हुए संगठनों के सदस्यों ने हाईकोर्ट में मामला दायर किया। आवेदनकारियों के पक्ष में वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व मेयर विकास रंजन भंट्टाचार्य, अरूणाभ घोष व मलय घोष ने अदालत से अंतरिम आदेश देने का आवेदन किया, जिससे राज्य सरकार का गृह विभाग नोटिस के आधार पर इन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई न कर सके, क्योंकि ये संगठन 1923 से पंजीकृत हैं। 1969 में दोनों ही संगठनों को तत्कालीन राज्यपाल ने स्वीकृति दी थी। ऐसे में इन्हें रद कैसे किया जा सकता है? गृह विभाग ने संविधान के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करके नोटिस जारी की है। इस पर न्यायाधीश जयंत विश्वास की अदालत ने निर्देश दिया कि अगले गुरुवार तक किसी भी पुलिस संगठन को हटाया नहीं जा सकेगा। मामले की अगली सुनवाई गुरुवार को होगी।
Haryana Police: चरखी दादरी: जेबीटी टीचर्स से भी कम वेतन सुविधाएं पाते है पुलिसकर्मी, दूसरे संगठनों ने पुलिस के पक्ष में उठाई आवाज..
प्रदेश में कार्यरत पुलिस कर्मियों के वेतनमानों, उनके सेवा नियमों, ड्यूटी इत्यादि में कथित तौर पर बरती जा रही नाइंसाफी को लेकर यहां के विभिन्न संगठनों, पंचायतों से जुडे़ लोगों ने आवाज उठाई है।
सर्व कर्मचारी संघ के पूर्व जिला महासचिव मास्टर ओमप्रकाश शर्मा, गांव कासनी के पूर्व सरपंच रणबीर सिंह उर्फ लालू, गांव ऊण के पूर्व सरपंच दयाकिशन, गांव रानीला के पूर्व सरपंच बलवंत सिंह, सहकारी मंच हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मिर्च, श्री बालानाथ योगाश्रम के संचालक आचार्य देवी सिंह इत्यादि ने आज यहां जारी अपने संयुक्त बयान में कहा है कि पुलिस कर्मचारी सभी नेताओं, अफसरों की रक्षा करते हैं तथा कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखते हैं। प्रदेश में अगर किसी कर्मचारी की 24 घंटों डयूटी है तो वह पुलिस कर्मचारी की है। इसके बावजूद वेतनमानों व अन्य सुविधाओं के मामले में वे काफी पिछड़े हुए हैं। इनके मुकाबले में जेबीटी टीचर जिसकी डयूटी मात्र 6, 7 घंटे है। पुलिस कर्मियों का वेतन 40 फीसदी वेतन कम है। हरियाणा के पुलिस कर्मी कानून से बंधे हैं। वे यूनियन नहीं बना सकते। अन्य सभी कर्मचारी सरकार पर आंदोलन के जरिए अथवा अन्य तरीकों से दबाव डालकर अपनी मांगें मनवा लेते हैं लेकिन पुलिस कर्मी ऐसा नहीं करते। अभी हाल में ही पंजाब सरकार ने पुलिस कर्मियों के वेतनमान जेबीटी टीचर्स के समान कर दिया है। हरियाणा सरकार को भी कम से कम पुलिस कर्मियों को जेबीटी टीचर्स के समान तो वेतनमान देने ही चाहिए। चाहे टीचर्स हो या या कोई ओर जरूरत के अनुसार महंगाई को देखते हुए उनके वेतनमान बढ़ावा भी जरूरी है लेकिन पुलिस कर्मियों के साथ किए जा रहे भेदभाव को समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने विभिन्न कर्मचारी संगठनों से आग्रह किया है कि वे भी पुलिस कर्मियों की जायज मांगों को अपने मंचों से उठाए। बयान में कहा गया है कि इस बारे में समाज के सभी वर्गो को पुलिस कर्मियों को न्याय दिलाने के लिए आगे आना चाहिए।
AP Police: Hyderabad : साइबर क्राइम को रोकने के लिए हाईटेक हुई AP Police, दो साइबर लैब खुलेंगे जल्दी ही..
हैदराबाद : साइबर अपराध से निपटने में अपनी दक्षता में और सुधार करने के लिए आंध्र प्रदेश पुलिस ने गृह मंत्रालय से हैदराबाद तथा साइबराबाद कमिश्नरेट में दो और साइबर लैब स्थापित करने का आग्रह किया है।
पुलिस अधीक्षक (साइबर अपराध) यू. राममोहन ने बताया कि वर्तमान में यहां एक साइबर प्रयोगशाला सीआईडी केंद्र में संचालित की जा रही है। अब हैदराबाद और साइबराबाद कमिश्नरेट में दो और प्रयोगशालाएं स्थापित करने के लिए प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं।
राममोहन ने कहा , ‘प्रस्तावित साइबर प्रयोगशालाएं हैदराबाद और साइबराबाद मौजूद पुलिस थानों में स्थापित की जाएंगी। महाराष्ट्र गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं और हम स्वीकृति का इंतजार कर रहे हैं जिसके जल्द मिल जाने की संभावना है।’ सीआईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बढ़ते साइबर अपराधों से निपटने के लिए राज्य में चार अतिरिक्त साइबर अपराध पुलिस थाने खोले जाने की योजना है। अधिकारी ने बताया कि ये थाने विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा, वारंगल और तिरुपति में साल के अंत तक खोले जाएंगें।
Rajasthan Police: Bikaner: बच गए बीकानेर आईजी गुईटे साहब, ट्रक वाला दीवार तोड़ घुस गया था घर में..
बीकानेर। जिप्सम लदा एक ट्रोला सोमवार रात म्युजियम सर्किल के पास पहले डिवाइडर से टकराया और फिर असंतुलित होकर दीवार तोड़कर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक की कोठी में बीस फीट अंदर तक घुस गया। इससे कोठी में खलबली मच गई। टोला चालक व खलासी के चोट लगी और ट्रोले के अगले टायर खराब हो गए। एक्सल भी टूट गया लेकिन बड़ा हादसा टल गया।
आईजी टी गुईटे सोमवार को बीकानेर में नहीं थे। सूचना मिलने के बाद सदर थाने से पुलिस उप निरीक्षक संदीप बिश्नोई मौके पर पहुंचे और चालक व खलासी को उपचार के लिए पीबीएम अस्पताल भेजा। कोठी संतरी पहरे पर तैनात सिपाही पवन की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और ट्रोले को जब्त कर थाने ले जाया गया। यह ट्रोला हनुमानगढ़ का है और उसके मालिक को बुलाया गया है। ट्रोले ने बल्लर से जिप्सम लादी थी और मेड़ता में सीमेंट फैक्ट्री ले जा रहा था।
अनुज्ञापन प्राघिकारी एवं सहायक औषघि नियंत्रक ने लाइसेंस की शर्ताें का उल्लंघन करने पर दवाइयों की दो दुकानों का अनुज्ञापन पत्र निरस्त किया है। अनुज्ञापन प्राघिकारी एवं सहायक औषघि नियंत्रक हीरा लाल बंसल ने बताया कि जय भवानी मेडिकल स्टोर, भादला (नोखा), किसान मेडिकोज (मोमासर) का लाइसेंस निरस्त किया है।
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