Tuesday, February 21, 2012

A & N Police: आदिवासी महिलाओं का विदेशियों के लिए वीडियो बनाने वाला पुलिसवाला पहचाना गया...

ANDAMAN & NICOBAR: Andaman and Nicobar Island Police have identified one of its personnel who was allegedly involved in the controversial 'human safari' episode, where members of Jarawa tribe were made to dance, in return for food by foreign tourists. Strict action will be taken the cop, sources said here. The cop was recently identified after a through examination of the video footage and the sound sample as he had briefly appeared in one of the video footages, they added. The video was shot in September 2008 and the inquiry is on to identify another man who had appeared in it in military overalls.Though the name of the accused has not yet been divulged by the cops, sources said the Andaman and Nicobar administration has informed the Tribal Affairs Ministry and National Commission for Scheduled Tribes (NCST) on the development. Initially, Andaman police had denied the involvement of its personnel in the episode.

WB Police: Kolkata: पार्क स्ट्रीट महिला दुष्कर्म कांड में पुलिस लगी बदनामी धोने में, JCP (Crime) दमयंती सेन ने कहा कि यह कांड में मेरा व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है...

कोलकाता : पार्क स्ट्रीट महिला दुष्कर्म कांड में पुलिस व सरकार की हो रही बदनामी को धोने के लिए सोमवार को राज्य सचिवालय राइटर्स में कोलकाता पुलिस के दो बड़े अधिकारियों ने सफाई देते हुए कहा कि कोलकाता पुलिस में गुटबाजी नहीं है, बल्कि टीम के तहत जांच कार्य किया जा रहा है। इसके पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन दोनों अधिकारियों संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) जावेद शमीम और संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) दमयंती सेन के साथ करीब दो घंटे तक बैठक कीं। शाम को राइटर्स से निकलते समय मुख्यमंत्री ने इस बैठक को रूटीन बैठक की संज्ञा दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों के साथ उन्होंने अपने कार्यालय में रूटीन बैठक की हैं। जबकि इसके पहले दोपहर में ही बैठक से निकलने के बाद इन दोनों अधिकारियों ने कहा कि कोलकाता पुलिस में कोई गुटबंदी नहीं है और वे पुलिस आयुक्त आरके पचनंदा के अधीन अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं। प्रेस कांफ्रेंस में श्री पचनंदा नहीं आये। हालांकि उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तलब किया था। समझा जाता है कि गलत जानकारी देने के लिए उन्हें फटकार भी सुननी पड़ी होगी। मुख्यमंत्री के साथ बैठक करने के बाद जब वे सीढि़यों से नीचे उतर ही रहे थे कि मुख्यमंत्री ने उन्हें दोबारा तलब किया और वे तेजी से उनके कार्यालय में गये। घंटे भर बातचीत के बाद जब लौटे तो उन्होंने पत्रकारों का सामना नहीं किया। प्रेस के घेरने पर भी वे तेज गति से राइटर्स से बाहर चले गये। हालांकि इस कांड के शुरुआती दौर में ही उन्होंने कहा था कि सरकार व पुलिस की बदनामी करने के लिए इस कांड को गढ़ा जा रहा है। इससे शुरुआती दौर में लगा था कि महिला ही झूठा आरोप लगा रही है लेकिन जब कोलकाता पुलिस ने तीन लोगों को दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर लिया, तो इसका श्रेय मीडिया ने पार्क स्ट्रीट महिला के साथ दुष्कर्म कांड में अभी तक बड़े अधिकारी को बलि का बकरा नहीं बनाया गया है लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप की वजह से पुलिस महकमा सकते में आ गया है। सकते में ही नहीं बल्कि दो गुटों में बंटता नजर आ रहा है। एक गुट वह है जो सच्चाई से परदा उठाना चाहता है और दूसरा गुट सच्चाई को दबा कर सरकारी चहेता बनाना चाहता है। इन्हीं दो कारणों से राइटर्स में दमयंती सेन ने कहा कि यह कांड में मेरा व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है। मैने इस सिलसिले में अच्छा या भला कोई कार्य नहीं किया है। पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में टीम काम करती है। जांच चल रही है। इस सिलसिले में लिखने से जांच में बाधा पहुंचती है। मैं जीवन में प्रोफेशनल हूं। मैं व्यक्तिगत काम नहीं कर रही हूं। पूरा फोर्स एक साथ काम कर रहा है। इसका श्रेय मुझे देने या मेरे बारे में लिखने से डिस्टर्ब हूं। मैने इस कांड में व्यक्तिगत कोई कार्य नहीं किया है। श्री शमीम ने भी राइटर्स में उनके साथ मीडिया को बताया कि इस कांड में काफी कुछ लिखा जा रहा है लेकिन पुलिस आयुक्त कोई हस्तक्षेप नहीं करते हैं। जबकि उनकी अगुवाई में कार्य किया जाता है। पुलिस महकमा में कोई गुटबाजी नहीं है। कोई छोटा-बड़ा नहीं है। कोलकाता पुलिस एकजुट होकर कार्य करते हैं। बहरहाल किसी भी आपराधिक मामले में अमूमन संयुक्त आयुक्त (अपराध) और संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) ही प्रेस को किसी तरह की जानकारी देते हैं लेकिन जब कोई बड़ा मसला रहता है, तो पुलिस आयुक्त मीडिया से रूबरू होते हैं लेकिन इस कांड में पुलिस आयुक्त ने जल्दबाजी में पुलिस महकमा को साफ-पाक करने के लिए बयान देकर अपने ही जाल में फंस गये हैं लेकिन अब देखना यह है कि सुश्री बनर्जी उन्हें पद से स्थानांतरित करती हैं या फिर उन्हें पद पर रहने देती हैं। मालूम हो कि पार्क स्ट्रीट में एक महिला के साथ चार लोगों ने पांच-छह फरवरी की रात दुष्कर्म किया था जिसे पुलिस ने दबा दिया था और एक सप्ताह बाद जब मीडिया ने उछाला तो पुलिस ने दुष्कर्म की घटना से ही नकार दिया था।

Tuesday, February 14, 2012

WB Police: Jalpaiguri: पश्चिम बंगाल पुलिस होगी हाईटेक, जिले के प्रत्येक थाने के पुलिसकर्मियों को इंटरनेट समेत कंप्यूटर का बेसिक प्रशिक्षण मिलेगा..

जलपाईगुड़ी, जागरण संवाददाता : जिले में आपराधिक घटनाओं की रोकथाम को लेकर जिला पुलिस डेटा बैंक तैयार करने में जुटी है। हाल के दिनों में जलपाईगुड़ी जिले में चोरी, राहजनी और बैंक डकैती की वारदातों की वृद्धि के बाद यह निर्णय लिया गया है। जो लोग आपराधिक घटनाओं में संलिप्त हैं उनका डेटा बैंक तैयार किया जा रहा है। जलपाईगुड़ी जिले के 17 थानों के पुलिस कर्मियों को कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले के प्रत्येक थाने के पुलिस कर्मियों इंटरनेट समेत कंप्यूटर का बेसिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले के एएसपी संतोष पांडेय ने बताया कि हर थाने में प्रारंभिक तौर पर दो एसआइ, तीन एएसआइ और 16 कांस्टेबल को यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन में 10-11 की पुलिस कर्मियों के बैच में प्रशिक्षण दिया रहा है। इस बीच 150 कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षक के बतौर खुद एएसपी संतोष पांडेय के अलावा कई और प्रशिक्षक हैं। एएसपी ने बताया कि कंप्यूटर प्रशिक्षण हासिल करने से आपराधिक रिकार्ड रखने के साथ ही आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण रखना सुविधाजनक होगा। हम लोग प्रत्येक रोज की रिकार्ड जमा कर रहे हैं। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों का विस्तृत विवरण रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि दरअसल यह केंद्र सरकार की सीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल्स ट्रेकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम)प्रोजेक्ट के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। देश के अन्य राज्यों में भी यह परियोजना चल रही है। एएसपी संतोष पांडेय ने कहा कि प्रत्येक थाने से मुख्यालय का लिंक बैठाया जा रहा है। ई-मेल के जरिए फाइलें मुख्यालय को भेजी जा सकेंगी। साथ ही साइबर क्राइम की रोकथाम में भी इससे सहायता मिलेगी। जानकारों ने जिला पुलिस विभाग के इस कदम की सराहना की है। इनका मानना है कि यदि कंप्यूटर का सदुपयोग किया जाए तो इससे आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।

MP Police: Bhopal: दिल्ली के मध्यप्रदेश भवन में जवानों की हालात पर पसीजे शिवराज, जवानों के लिए सारे इंतजाम करने के दिए इंतजाम..

भोपाल। पिछले दिनों नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में स्थित एमपी भवन के प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का वहां तैनात पुलिस जवानों की दयनीय स्थिति देखकर दिल पसीज गया। उन्होंने आनन-फानन में निर्देश दिये कि इन पुलिस जवानों के ठहरने के स्थान में उपयुक्त व्यवस्थायें तुरन्त की जायें। दरअसल मप्र भवन एवं अन्य वीवीआईपीगणों की सुरक्षा हेतु प्रदेश के विशेष सशस्त्र बल की एक कम्पनी तैनात है जिसमें करीब 84 पुलिस जवान पदस्थ हैं। इनके ठहरने की व्यवस्था मप्र भवन के पीछे बैरकों में है। मप्र भवन में तैनात पुलिस महानिरीक्षक प्रज्ञा रिचा श्रीवास्तव के अनुसार, सीएम ने बैरकों की नई दिल्ली की भयंकर ठण्ड एवं गर्मी के हिसाब से स्थिति उपयुक्त न होने के कारण इनमें सुधार के निर्देश दिये हैं लेकिन यह कार्य सामान्य प्रशासन विभाग को करना है, सीधे इसमें उनका कोई दखल नहीं है। आईजी के अनुसार, बैरकों में पुलिस जवान अकेले रहते हैं क्योंकि परिवार सहित रहने की उसमें स्थान नहीं रहता है। इन बैरकों में शौचालय की भी साफ-सुथरी व्यवस्था नहीं है। शीत एवं ग्रीष्म से बचने के लिये बैरकों की सही बनावट भी नहीं है। आईजी श्रीवास्तव के अनुसार, तात्कालिक व्यवस्था के तहत बैरकों में शौचालय और ठण्ड एवं गर्मी से बचने के उपाय किये जा सकते हैं तथा इस रुका शासकीय फण्ड रिलीज हो सकता है परन्तु बैरकों में नये आवास बनाने के लिये लम्बी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा जिसमें डीपीआर एवं बजट प्रावधान की जरुरत पड़ेगी।इधर सीएम के लिखित निर्देश जीएडी को पहुंचे हैं कि मप्र भवन के जवानों के उपयुक्त आवास एवं स्थान एवं अन्य सुविधाओं की तत्काल व्यवस्था की जाये। ज्ञातव्य है कि सीएम चौहान ने भोपाल एवं अन्य जिलों में भी इससे पहले छोटे स्तर के पुलिसकर्मियों के आवासों का निरीक्षण कर चुके हैं और उन्होंने इनकी दयनीय अवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दे रखे हैं। गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता इस सम्बन्ध में विभाग एवं पुलिस के आला अफसरों के साथ बैठक कर आवश्यक कार्यवाही की हिदायतें भी दे चुके हैं।

Saturday, February 11, 2012

Bihar Police: Gaya: मगध पुलिस रेंज के छह पुलिसकर्मी बर्खास्त..

GAYA: No less than six police officers have been dismissed in the Magadh Police Range during the last four days as Magadh took the lead in the execution of DGP Abhayanand's drive against incidents of bribery and moral turpitude among Bihar police personnel. Whereas five police officers including three sub-inspectors (SIs) were dismissed from service on bribery charge on Thursday evening, one ASI met a similar fate a couple of days back. Magadh Range DIG Naiyyer Hasnain Khan passed the dismissal order. Almost similar fate awaits two more police personnel and the final decision is to be taken by Gaya SSP Vinay Kumar as they belong to the constabulary and the SSP is the competent authority to take the final call in respect of the constabulary. The police personnel who lost their jobs following the completion of department-related proceedings holding them guilty of bribery charge are __ SI Naurangi Baitha, SI Ajay Kumar Sinha, SI Shiv Kumar Prasad Sinha, ASI Nagindra Pratap Singh, ASI Bindeshwari Pande and ASI Ram Narain Singh.

Jharkhand Police: Ranchi: निशानेबाजी में रांची के सीनियर एसपी साकेत कुमार सिंह शत प्रतिशत अंक लाकर पहले स्थान पर...

रांची: हाथों में थामे थे एके 47 रायफल और सामने था टारगेट। हर कोई निशाना साध रहे थे टारगेट पर, कोई पास तो कोई हो रहे थे फेल। निशानेबाजी में रांची के सीनियर एसपी साकेत कुमार सिंह शत प्रतिशत अंक लाकर पहले स्थान पर रहे। सिटी एसपी रंजीत कुमार प्रसाद दस में से नौ अंक लाकर दूसरे स्थान पर रहे। जगन्नाथपुर के थानेदार चितरंजन मिश्रा तो फेल कर गए। उनका हर निशाना चूक गया। दस में से एक भी अंक थानेदार को नहीं मिला। थानेदार की इस निशानेबाजी की पुलिस महकमे में खासा चर्चा है। जैप टू ग्राउंड में निशानेबाजी का आयोजन किया गया था। इस निशानेबाजी में सभी थानेदार, डीएसपी, इंस्पेक्टर, सिटी एसपी व सीनियर एसपी शामिल हुए। निशानेबाजी के लिए एके 47 व पिस्टल दी गई थी। सीनियर एसपी ने पिस्टल व एके 47 रायफल से निशानेबाजी की, उन्हें दस में दस अंक मिले। सीनियर एसपी ने बोतल के ऊपर लगे ढक्कन को भी एक ही गोली में उड़ा दिया। वहीं सिटी एसपी रंजीत कुमार प्रसाद दस में से नौ अंक लाकर दूसरे स्थान पर रहे। खलारी के डीएसपी विजय कुजूर दस में से आठ अंक हासिल किए। सिल्ली के डीएसपी आनंद जोसेफ तिग्गा ने दस में से दस अंक लाकर अव्वल रहे। सदर के थानेदार निरंजन कुमार सिंह निशानेबाजी में अव्वल रहे। उन्होंने भी दस में दस लाया। मेसरा ओपी इंचार्ज सुमित कुमार दस में से छह अंक लाए। इंस्पेक्टर दिलीप कुमार वर्मा दस में से पांच अंक लाए। लालपुर के थानेदार वेकेंटेस प्रसाद पिस्टल से सात व एके 47 से छह निशाना साधे। लालपुर सर्किल इंस्पेक्टर हरिशचंद्र सिंह सात पिस्टल से व छह एके 47 रायफल से निशाना साधे। इसी माह जनवरी में पूरे जिले के थानेदारों की निशानेबाजी होगी। इसकी तारीख बाद में तय की जायेगी। निशानेबाजी में हर किसी थानेदार को मौका दिया जायेगा। साकेत कुमार सिंह सीनियर एसपी, रांची

Jharkhand Police: Ranchi: राज्य पुलिस सेवा के 11 अधिकारियों को आईपीएस संवर्ग देने के लिए केंद्र ने आदेश जारी..

रांची। राज्य पुलिस सेवा के 11 अधिकारियों को आईपीएस संवर्ग देने के लिए केंद्र ने आदेश जारी कर दिया है। अब राज्य सरकार को अधिसूचना जारी करनी है। केंद्र का निर्देश मिलते ही राज्य के गृह विभाग द्वारा इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी। जिन अधिकारियों को आईपीएस संवर्ग दिया जा रहा है, उनमें मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे एसपी सुरक्षा मनोज कुमार सिंह भी शामिल हैं। इनके अलावा निर्मल कुमार मिश्र, नागेंद्र चौधरी, अमरजीत बलिहार, पीके कर्ण, अमरनाथ मिश्र, विपुल शुक्ला, अवध बिहारी राम, निरंजन प्रसाद, मदन मोहन लाल, चंद्रशेखर प्रसाद को भी आईपीएस संवर्ग दिया गया है।