एफआईआर के बदले मिली पावती
खपरी निवासी विष्णु प्रसाद राजपूत के खेत में 5 एचपी का सबमर्सिबल पंप लगा था। 30 मई की रात चोरों ने खेत में लगा पंप चोरी कर लिया। पंप की कीमत करीब 35 हजार रुपए थी। अगले दिन सुबह चोरी का पता चलने पर वह हरि थाना पहुंचा।
उसने मामले में एफआईआर करने को कहा। पुलिस ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय उसे पावती थमा दी। इसके बाद दूसरे आवेदनों की तरह यह आवेदन भी रद्दी की टोकरी में चला गया। विष्णु राजपूत जब भी पुलिस से कार्रवाई के बारे में पूछता है तो यही कहा जाता है कि जांच चल रही है।
ट्रैक्टर चोरी, एफआईआर दूर पावती तक नहीं
हरि माइंस पर मेन रोड में ही झगर सिंह काठले का मकान है। 17 मार्च 2011 को उसने नया ट्रैक्टर और ट्राली खरीदी थी। तीन दिन बाद घर के सामने से रात में ट्रैक्टर-ट्राली चोरी हो गई।
अगली सुबह चोरी का पता चलते ही झगर सिंह थाने पहुंचा और घटना की जानकारी दी। पुलिस ने यह कहकर उसे लौटा दिया कि पहले वह आसपास ही तलाश करे, इसके बाद आकर जानकारी दे।
एक-दो दिन बाद फिर से थाना पहुंचा। पुलिस ने उससे आवदेन लिया लेकिन पावती नहीं दी। पिछले दो महीने से उसे तारीख देकर थाने बुलाकर वापस भेज दिया जाता है। झगर ने मामले को लेकर एसपी के पास जाने की बात कही थी। पुलिस वालों ने उसे ऐसा न करने की हिदायत दी और ट्रैक्टर खोज निकालने का दावा किया। झगर को अगली 10 तारीख को फिर से थाना बुलाया गया है।
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