रोहतक. रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर बुलाई गई एक दिन की राज्य व्यापी हड़ताल का रोहतक में मिला-जुला असर रहा।
रोडवेज कर्मचारियों द्वारा सुबह बसों को रूट पर जाने से रोकने का प्रयास किया गया, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया। इसके बाद करीब दो दर्जन बसें विभिन्न रूटों पर चलीं। दिन के समय बसों का आवागमन प्रभावित रहा। इस दौरान पुलिस और कर्मचारियों के बीच झड़प भी हुई। कई बसों को पुलिस की पायलट गाड़ी के साथ रूट पर भेजा गया।
2699 रूटों पर निजी ऑपरेटरों को परमिट देने के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों की दो प्रमुख यूनियनों द्वारा हड़ताल बुलाई गई थी। हड़ताल को लेकर मंगलवार शाम से ही कर्मचारी नेताओं ने डेरा डाल लिया था। सुबह साढ़े 4 बजे रोहतक से चंडीगढ़ जाने वाली बस सामान्य दिनों की तरह डिपो से निकली।
इसके बाद 5 बजे चंडीगढ़ जाने वाली बस को कर्मचारियों ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया। नौ बजे के करीब एक दर्जन कर्मचारी बस अड्डे से बाहर इनेलो आफिस के पीछे एकत्रित हो गए, जिसकी भनक पुलिस को लग गई। पुलिस ने वहीं पहुंच कर कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया। कर्मचारियों ने विरोध किया, जिसके चलते पुलिस व कर्मचारियों के बीच झड़प भी हुई।
बस स्टैंड की किलाबंदी
हड़ताल के आह्वान के मद्देनजर प्रशासन किसी प्रकार का रिस्क नहीं उठाना चाहता था। इसको लेकर बस स्टैंड को किले में तबदील किया गया था। एसडीएम जगदीश शर्मा ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर मौजूद थे। वहीं, एडिशनल एसपी विकास धनखड़ पुलिस कर्मियों का नेतृत्व कर रहे थे। बीच-बीच में एसपी बी. सतीश बालन ने भी बस स्टैंड पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण बस स्टैंड के कार्यालय में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा।
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