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Monday, January 28, 2013
Police Policy: Delhi: पुलिस सिस्टम पर क्या बोले दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर अजयराज शर्मा. former police commissioner of delhi on delhi police system.
मौजूदा समय में वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर दिल्ली पुलिस पर व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जितने सवाल उठे हैं। उससे काफी बदलाव की जरूरत है। बदलाव तभी आएगा जब दिल्ली पुलिस को सशक्त बनाया जाए।
पुलिस को संसाधन मुहैया कराने होंगे। अब तक अंग्रेजों के बनाए कानून का पालन हो रहा है। इसमें बदलाव किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार इसे क्यों नहीं बदलना चाह रही है? आजादी के बाद जब जनसंख्या बढ़ने लगी। देश का विकास होना शुरू हुआ। तब भारतीय पुलिस व्यवस्था में सुधार लाने के लिए भी भारतीय पुलिस आयोग बनाया गया। आयोग को जिम्मेदारी दी गई कि वे हर दस सालों पर अपनी रिपोर्ट सौंपे जिसमें वे अपने सुझाव पेश करें कि भारतीय पुलिस व्यवस्था में क्या-क्या सुधार की जरूरत है। 1981 में पहली बार आयोग ने भारतीय पुलिस व्यवस्था में सुधार संबंधी रिपोर्ट सरकार को सौंपी। दूसरी रिपोर्ट भी उसके दस साल बाद सौंपी गई। लेकिन आज तक एक भी कमीशन की रिपोर्ट को लागू नहीं किया गया। तब पुलिस के सिस्टम में कैसे सुधार की उम्मीद की जा सकती है? जहां तक दिल्ली पुलिस की बात है तो सन् 1978 में दिल्ली पुलिस एक्ट आया था। सभी को पता है कि पुलिस सरकार का फेस होती है। उसपर कितना भी आरोप लगाया जाए उसे विरोध करने का अधिकार नहीं है।
जब दिल्ली पुलिस एक्ट बनाया गया था तब दिल्ली पुलिस की संख्या 60 हजार के करीब थी। उस समय दिल्ली में यातायात की समस्या नहीं थी, जिससे यातायात में मुश्किल से एक हजार पुलिस कर्मी तैनात होंगे। आज दिल्ली की जनसंख्या करीब पौने दो करोड़ हो गई और दिल्ली पुलिस की संख्या 80 हजार है। जिसमें एक्टिव पुलिसिंग में मात्र 15 हजार पुलिस कर्मी तैनात है। ऐसे में किस तरह की सुरक्षा व्यवस्था की उम्मीद की जा सकती है। सरकार नहीं चाहती है कि सिस्टम बदले। अगर पुलिस सशक्त हो जाएगी तब नेताओं की नहीं चलेगी इसलिए कमीशन को भी लागू नहीं किया जा रहा है।
-अजयराज शर्मा, पूर्व पुलिस कमिश्नर
"समझ सकेगा कौन धमॆ की यह रीत निराली,
ReplyDeleteथूकैंगे हम पर अवश्य सन्ततियां आने वाली।"
P.S.SANGA,RTD.P.P.S.Rudrapur
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ReplyDeleteNTT Course