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Wednesday, January 18, 2012
Rajasthan Police: Jodhpur: राजस्थान डीजीपी मीणा ने थपथपाई पूरी पुलिस टीम की पीठ, कहा भंवरी में शानदार काम किया, तीन लाख रुपये के ईनाम दिए...
भंवरी प्रकरण में राजस्थान पुलिस की भूमिका की सराहना करते हुए मीणा ने पूरी टीम की पीठ थपथपाई। इस मौके पर उन्होंने सीबीआई से मिली चार लाख रुपए की राशि में से एक लाख रुपए भंवरी के बेटे साहिल को सौंपे, जबकि तीन लाख रुपए भंवरी प्रकरण में सहयोग करने वाले जोधपुर कमिश्नरेट, जोधपुर ग्रामीण, पाली, बाड़मेर, जैसलमेर और पाली पुलिस के अधिकारियों व जवानों में बांट दिए।
इस दौरान उन्होंने एडीजी (क्राइम) प्रदीप व्यास के निर्देशन में बेहतर प्रदर्शन करने वाली टीम की सराहना की। इस दौरान एडीजी (ट्रेनिंग) सुधीर प्रताप सिंह, पुलिस कमिश्नर भूपेंद्र कुमार दक, आईजी रेंज उमेश मिश्रा, डीआईजी (एसीबी) संजीब कुमार नार्जारी, डीआईजी गिर्राज मीणा, सीबीआई एसपी राकेश राठी, डीसीपी दीपक कुमार सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
HR Police: Palwal: पुलिसकर्मी और उनके परिजनों को मिलेगी सभी मूलभूत सुविधाएं, जल्द ही ६५ एकड़ भूमि पर ४० करोड़ की लागत से होगा पुलिस लाइन का निर्माण....
पलवल। जिले के पुलिसकर्मियों को घरबार की दिक्कत से जल्द छुटकारा मिल जाएगा। जल्द ही ६५ एकड़ भूमि पर ४० करोड़ की लागत से पुलिस लाइन का निर्माण शुरू किया जाएगा। जिसमें पुलिसकर्मी और उनके परिजनों को सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा सकेंगी। पुलिस लाइन के निर्माण की समय सीमा मार्च २०१३ रखी गई है। हाईवे स्थित कुसलीपुर के निकट पुलिस लाइन का निर्माण किया जाएगा। फिलहाल स्थिति यह है कि जिले के पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों को अपने स्तर पर रहने की व्यवस्था करनी पड़ती है।
पलवल में पुलिस लाइन नहीं होने की वजह से जिले में तैनात पुलिसकर्मियों के सामने घर बाहर की सुविधाएं नहीं मिल रही है। इसके चलते सरकारी खर्च पर न तो पुलिसकर्मी अपनी आजीविका को सुचारु रुप से चला पाते है। चूंकि पलवल को जिला बने तीन वर्ष से ज्यादा हो चुका है, लेकिन अभी तक पुलिस लाइन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया था लेकिन अब निर्माण की सरगर्मी बढ़ गई है और इसके लिए बजट भी तैयार कर लिया गया है।
पुलिस हाउसिंग को-आपरेशन के उपमंडल अभियंता इंद्रपाल ने बताया कि हाईवे स्थित कुसलीपुर के निकट ६५ एकड़ भूमि पर ४० करोड़ की लागत से पुलिस लाइन का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा। विभाग की ओर से निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिए। टेंडर पास होते ही पुलिस लाइन बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
ये होंगी सुविधाएं
पुलिसकर्मियों के लिए आवास, एडमिनिस्टे्रटिव ब्लॉक, खेलकूद का मैदान, मेस, शॉपिंग काम्प्लेक्स, व्हीकल वर्कशाप, बैरक व हथियार रखने के लिए सभी सुविधाओं से युक्त कमरे होंगे। पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को हुडा के स्कूल, सामुदायिक भवन व अन्य जगह पर रहने से छुटकारा मिल जाएगा।
MP Police: Indore: शोक में डूबा इंदौर पुलिस महकमा, सड़क हादसे में घायल पुलिस सिपाही की मौत ...
इंदौर। किशनगंज थाना क्षेत्र में पिछले दिनों हुए हादसे में घायल तुकोगंज थाने के सिपाही की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार रात मौत हो गई।
तुकोगंज पुलिस के मुताबिक कैलाशचंद्र पिता सिद्धनाथ गोलाने निवासी गौरीनगर की गोकुलदास हॉस्पिटल में मंगलवार रात 2 बजे मौत हो गई। वे पिछले पांच सालों से थाने में पदस्थ थे और थाना की मोबाइल वैन चलाते थे। दिसंबर में वे छुट्टी लेकर परिवार के साथ शिर्डी दर्शन के लिए गए थे। वापसी में 27 दिसंबर को उनकी गाड़ी किशनगंज थाना क्षेत्र में पलट गई। इसमें कैलाश को गंभीर चोट आई थी। उन्हें गोकुलदास हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। मौत की खबर मिलते ही एसएसपी ए. सांई मनोहर, एसपी डी. श्रीनिवास वर्मा, एएसपी मनोज राय, राकेशसिंह व अन्य अफसरों ने कैलाश के परिजन से मुलाकात कर ढांढस बंधाई। शव को पीएम के लिए बुधवार सुबह 11 बजे एमवाय अस्पताल ले जाया गया।
MP Police: Bhopal: मध्य प्रदेश में पुलिस के हर अधिकारी, जवान की जानकारी मिलेगी एक क्लिक पर, अगले छह महीने में होगा सारा सर्विस रिकार्ड ऑनलाइन..
भोपाल। पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों का सर्विस रिकार्ड कंप्यूटरीकृत होगा। विभाग के लगभग 85 हजार अधिकारियों-कर्मचारियों के रिकार्ड को कंप्यूटरीकृत करने में 6 माह का समय लगेगा।
गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने आज मंत्रालय में इस कार्य की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि पुराने अभिलेखों को कंप्यूटरीकृत करने के लिए आउट सोर्सिंग करें। नए रिकार्ड का संधारण विभाग में उपलब्ध स्टॉफ द्वारा ही करवाया जाए। आवश्यकतानुसार संबंधित स्टॉफ को प्रशिक्षित भी किया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में सेवानिवृत्त आर.आई. कैडर के अधिकारियों की भी सेवाएं ली जा सकती हैं।
बैठक में राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल के गठन पर भी चर्चा हुई। गुप्ता ने कहा कि वित्त विभाग से स्वीकृति मिल चुकी है। राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल का नोडल अधिकारी, पुलिस महानिरीक्षक विशेष सशस्त्र बल को बनाया जाएगा। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह अशोक दास, पुलिस महानिदेशक एसके राउत और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
Police Recruitment: Bihar Police: Patna: बिहार पुलिस में बंपर भर्ती, 45,000 सिपाहियों की बहाली में आये अवरोध को दूर करते हुए पुलिस मैनुअल में संशोधन...
पटना : सरकार की घोषणा के अनुप 45,000 सिपाहियों की बहाली में आये अवरोध को दूर करते हुए पुलिस मैनुअल में संशोधन किया गया है. मंत्रिमंडल ने पुलिस मैनुअल, 1978 के नियम 663 के अंतर्गत परिशिष्ट 103 में संशोधन किया है.
कैबिनेट के प्रधान सचिव रविकांत ने बताया कि सिपाही बहाली में अब होनेवाली लिखित परीक्षा में मैट्रिक स्तर के पाठयक्रम के सवाल पूछे जायेंगे. लिखित परीक्षा 300 अंकों की होगी. दो घंटे के एक प्रश्नपत्र में 100 प्रश्न होंगे. प्रत्येक सही उत्तर के लिए तीन अंक दिये जायेंगे.
यानी शारीरिक जांच परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों को कम-से-कम 30 अंक लाना होगा. इसमें निगेटिव मार्किंग को समाप्त कर दिया गया गया है. जिला एवं सैन्य पुलिस के सिपाही के पद पर नियुक्ति के लिए चयन मेधा सूची लिखित परीक्षा के परिणाम के आधार पर तैयार होगी.
लिखित परीक्षा में दो या अधिक अभ्यर्थियों को समान अंक आने की दशा में मेधा सूची में उनके स्थान का निर्धारण उनकी जन्मतिथि के आधार पर और समान अंक व समान जन्मतिथि होने की स्थिति में शैक्षणिक योग्यता के आधार पर होगा यानी उच्चतर शैक्षणिक अर्हतावाले अभ्यर्थी को प्राथमिकता मिलेगी. इसके अतिरि खाली पदों से पांच गुना अधिक सफल अभ्यर्थियों को शारीरिक जांच परीक्षा के लिए बुलाया जायेगा.
Jharkhand Police: Bokaro: डीआईजी साहब का फरमान, इलाके में कोयला, लोहा का अवैध कारोबार हुआ तो होगी डिपार्टमेंटल इंक्वॉरी..
बोकारो : धनबाद व बोकारो में अवैध लोहा व कोयला कारोबार किसी कीमत पर बरदाश्त नहीं किया जायेगा. जहां भी अवैध कारोबार पकड़े जायेंगे, संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ विभागीय कार्रवाई होगी.
उक्त बातें डीआइजी लक्ष्मण प्रसाद सिंह ने सेक्टर चार स्थित कार्यालय में पुलिस अधिकारियों से कही. उन्होंने कहा कि दोनों जिले में अवैध कारोबार न के बराबर है. बावजूद इसके पुलिस को शून्य की स्थिति लानी है. पुलिस, प्रेस व पब्लिक के आपसी रिश्ते में सुधार होने पर स्वत अपराध पर काबू पाया जा सकता है.
धनबाद व बोकारो के आये अधिकारी : बैठक में धनबाद के एसपी रविकांत धान व बोकारो के एसपी कुलदीप द्विवेदी के साथ दोनों जिलों के डीएसपी व इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी मौजूद थे.
शहरी क्षेत्र में टाइगर मोबाइल की सक्रियता जरूरी : टाइगर मोबाइल पुलिस को अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाये तो शहर में घटना को अंजाम देने वाले अपराधी बच नहीं सकेंगे. इसलिए टाइगर मोबाइल को और अधिक सक्रिय करने की जरूरत है. आम जनता से जुड़ी पासपोर्ट जांच व अन्य कागजी जांच के मामलों का एक सप्ताह के भीतर निपटारा करने का निर्देश डीआइजी ने दिया. कोयला व लोहा चोरी के मामले में डीआइजी ने पुलिस अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा की दोनों जिले में पूरी तरह से इस आर्थिक अपराध को खत्म करना है. किसी भी थाना क्षेत्र में अगर कोयला या लोहा तस्करी से संबंधित अपराध होने की सूचना मिली तो वहां के थानेदार पर कठोर कार्यवाही की जायेगी.
आम लोगों की सूचना पर हो त्वरित कार्रवाई : पुराने लंबित पड़े मामलों का निष्पादन भी एक माह के भीतर करने का निर्देश बैठक में दिया गया. आगामी एक माह में अगर लंबित मामलों का निपटारा नहीं किया गया तो संबंधित अधिकारी पर भी कार्यवाही की जायेगी. डीआइजी ने पुलिस अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि आम लोगों के फोन कॉल व सूचना पर त्वरित कार्यवाही करें. आम लोगों की सूचना को गंभीरता से नहीं लेने पर संबंधित पुलिस अधिकारी पर कार्यवाही तय है.
Bihar Police: Bhagalpur: पुलिस का शीतलहर ने जीना मुहाल, जवान फटे-चिटे पन्नी टांग कर रहते हैं...
भागलपुर : बरारी थाने की पुलिस का शीतलहर ने जीना मुहाल कर रखा है. वे किसी तरह शीतलहर से बचने के लिए खुद की सुरक्षा में लगे हुए हैं. उनकी रात थाने के बरामदे पर फटे-चिटे प्लास्टिक टांग के नीचे कटती है.
बदहाली में जी रहे इन सुरक्षाकर्मियों से उनकी समस्या जानना चाहा, तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. समस्या बताने में हो सकता है उन्हें वरीय अधिकारियों का डर सता रहा हो. लेकिन इस ठंड में उनकी स्थिति समझी जा सकती है. टूटी छत, रिसती हैं ओस की बूंदेंएस्बेस्टस की छत जगह-जगह से टूटी है. इससे सर्द भरी हवा व ओस की बूंदे नीचे टपकती रहती हैं. बचने के लिए जवानों ने बिस्तर के ऊपर प्लास्टिक टांग लिया है. बरामदा भी घिरा नहीं है. जवान फटे-चिटे पन्नी टांग कर रहते हैं.
कीचन के भी लालेथाने में किचन भी नहीं है. इस कारण से खुले में खाना बनाना मजबूरी है. बरामदे पर किचन का सारा सामान रखने की मजबूरी है. उस पर चूहों का आतंक. कपड़े व वरदी सुखाने के लिए भी जगह नहीं हैं.कोई ठोस व्यवस्था नहीं है.
शौचालय की भी व्यवस्था बदतर है. सिर्फ सप्लाई पानी की व्यवस्था है. जो सीमित समय में आती है. पानी की भी घोर समस्या है. जगह नहीं होने के कारण जहां-तहां दस्तावेज रखे हुए हैं. चहारदीवारी न होने के कारण मवेशी अंदर घुस आते हैं.
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