होली पर अगर आपने शराब पीकर गाड़ी चलाई और दुर्भाग्य से उसी दौरान आप ट्रैफिक पुलिस के हत्थे चढ़ गए , तो हो सकता है आपको जेल की हवा खानी पड़े। चूंकि अब शराब पीकर वाहन चलाने वाले वाहन चालकों का 2 हजार रुपये का चालान काटने और उनकी गाड़ी जब्त करने के साथ साथ न केवल उनके ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किए रहे हैं , बल्कि अदालत से उन्हें सजा भी मिल रही है। ऐसे में होली पर शराब पीकर गाड़ी चलाने से कहीं रंग में भंग न पड़ जाए। ट्रैफिक पुलिस इसके लिए पहले से ही कमर कर चुकी है।
वैसे तो ट्रैफिक पुलिस ने बुधवार से ही चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है , लेकिन शुक्रवार की रात से सघन चेकिंग शुरू हो जाएगी। शनिवार की रात को भी जोरदार चेकिंग अभियान चलेगा , जबकि रविवार सुबह से लेकर रात तक राजधानी के तकरीबन सभी प्रमुख इलाकों में वाहन चालकों पर नजर रखी जाएगी और उनकी चेकिंग भी होगी। सीनियर अफसरों द्वारा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को पहले ही यह हिदायत दी जा चुकी है कि अगर कोई भी शख्स शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पाया जाता है , तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए , भले ही पकड़ा गया शख्स कितना भी रसूखदार क्यों न हो। न कोई सिफारिश मानी जाए और न कोई छूट दी जाए।
शायद इसी का असर था कि गुरुवार रात को ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने संसद भवन के पास रेड क्रॉस रोड पर शराब पीकर गाड़ी चला रहे भारत सरकार के एक अंडर सेक्रेटरी को भी नहीं बख्शा। चेकिंग में ड्रंकन ड्राइविंग की पुष्टि होने के बाद अफसर का न केवल चालान काटा गया , बल्कि उनकी गाड़ी भी जब्त कर ली गई , क्योंकि उनके पास गाड़ी की आरसी और ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था। आखिरकार शुक्रवार को अफसर को खुद कोर्ट में पेश होना पड़ा और 2100 रुपये का जुर्माना भरकर गाड़ी छुड़वानी पड़ी। खास बात यह कि अफसर को एक महिला ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने पकड़ा था। उस दौरान अफसर ने अपने पद का रसूख दिखाते हुए छोड़ दिए जाने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर दबाव भी बनाया था , लेकिन ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
जॉइंट कमिश्नर ( ट्रैफिक ) सत्येंद्र गर्ग ने कहा कि होली के अवसर पर भी इसी तरह की सख्ती बरती जाएगी। ट्रैफिक पुलिस की 400 टीमें दिल्ली की तमाम जगहों पर तैनात रहेंगी और ड्रंकन ड्राइविंग के अलावा अन्य ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी एक्शन लेगी। उन्होंने बताया कि इस साल 15 मार्च तक 3,388 लोगों को ड्रंकन ड्राइविंग करते हुए पकड़ा गया और उनके खिलाफ सख्त एक्शन भी लिया गया। इनमें से 560 वाहन चालकों को जेल की हवा खानी पड़ी , जबकि 603 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड हुए। ट्रैफिक पुलिस इस सख्ती को आगे भी कायम रखेगी। गौरतलब है कि पिछले साल भी ट्रैफिक पुलिस ने होली के दिन 5300 वाहन चालकों के चालान काटे थे। इनमें से 436 लोगों को ड्रंकन ड्राइविंग करते हुए पकड़ा गया था , जबकि सबसे ज्यादा 1594 लोगों को बिना हेलमेट पहने वाहन चलाते पकड़ा था। पिछले साल होली के दिन हुई 44 सड़क दुर्घटनाओं में 15 लोगों की मौत हुई थी और 54 लोग जख्मी हुए थे।
साभार: नभाटा
वैसे तो ट्रैफिक पुलिस ने बुधवार से ही चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है , लेकिन शुक्रवार की रात से सघन चेकिंग शुरू हो जाएगी। शनिवार की रात को भी जोरदार चेकिंग अभियान चलेगा , जबकि रविवार सुबह से लेकर रात तक राजधानी के तकरीबन सभी प्रमुख इलाकों में वाहन चालकों पर नजर रखी जाएगी और उनकी चेकिंग भी होगी। सीनियर अफसरों द्वारा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को पहले ही यह हिदायत दी जा चुकी है कि अगर कोई भी शख्स शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पाया जाता है , तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए , भले ही पकड़ा गया शख्स कितना भी रसूखदार क्यों न हो। न कोई सिफारिश मानी जाए और न कोई छूट दी जाए।
शायद इसी का असर था कि गुरुवार रात को ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने संसद भवन के पास रेड क्रॉस रोड पर शराब पीकर गाड़ी चला रहे भारत सरकार के एक अंडर सेक्रेटरी को भी नहीं बख्शा। चेकिंग में ड्रंकन ड्राइविंग की पुष्टि होने के बाद अफसर का न केवल चालान काटा गया , बल्कि उनकी गाड़ी भी जब्त कर ली गई , क्योंकि उनके पास गाड़ी की आरसी और ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था। आखिरकार शुक्रवार को अफसर को खुद कोर्ट में पेश होना पड़ा और 2100 रुपये का जुर्माना भरकर गाड़ी छुड़वानी पड़ी। खास बात यह कि अफसर को एक महिला ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने पकड़ा था। उस दौरान अफसर ने अपने पद का रसूख दिखाते हुए छोड़ दिए जाने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर दबाव भी बनाया था , लेकिन ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
जॉइंट कमिश्नर ( ट्रैफिक ) सत्येंद्र गर्ग ने कहा कि होली के अवसर पर भी इसी तरह की सख्ती बरती जाएगी। ट्रैफिक पुलिस की 400 टीमें दिल्ली की तमाम जगहों पर तैनात रहेंगी और ड्रंकन ड्राइविंग के अलावा अन्य ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी एक्शन लेगी। उन्होंने बताया कि इस साल 15 मार्च तक 3,388 लोगों को ड्रंकन ड्राइविंग करते हुए पकड़ा गया और उनके खिलाफ सख्त एक्शन भी लिया गया। इनमें से 560 वाहन चालकों को जेल की हवा खानी पड़ी , जबकि 603 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड हुए। ट्रैफिक पुलिस इस सख्ती को आगे भी कायम रखेगी। गौरतलब है कि पिछले साल भी ट्रैफिक पुलिस ने होली के दिन 5300 वाहन चालकों के चालान काटे थे। इनमें से 436 लोगों को ड्रंकन ड्राइविंग करते हुए पकड़ा गया था , जबकि सबसे ज्यादा 1594 लोगों को बिना हेलमेट पहने वाहन चलाते पकड़ा था। पिछले साल होली के दिन हुई 44 सड़क दुर्घटनाओं में 15 लोगों की मौत हुई थी और 54 लोग जख्मी हुए थे।
साभार: नभाटा
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