धमतरी/रायपुर.अपने ही विभाग की महिला आरक्षक के साथ छेड़छाड़ के मामले में एसपी अविनाश मोहंती ने जांच में दोषी पाए गए आरआई को निलंबित कर दिया है। आगे कार्रवाई के लिए फाइल आईजी आरके विज को भेजी जा रही है।
जिले में पदस्थ पुलिस उप-महानिरीक्षक के रहने के लिए अमलतासपुरम में किराए पर बंगला लिया गया है। इस बंगले की साफ सफाई की जिम्मेदारी आरआई इंदरलाल अहिरवार को सौंपी गई थी। 21 जून को इस काम पर कुछ महिला आरक्षकों को लगाया गया था।
काम का निरीक्षण करने दोपहर 2 बजे आरआई बंगले में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक महिला आरक्षक के साथ छेड़छाड़ की। वह घबराकर वहां से भाग निकली और तत्काल पुलिस लाइन पहुंचकर अपने साथियों को घटना की जानकारी दी। इससे आक्रोशित महिला आरक्षकों ने तत्काल एसपी अविनाश मोहंती के कार्यालय में पहुंचकर आरआई की शिकायत की।
एसपी ने मामले में जांच के आदेश दिए थे। जांच का जिम्मा पहले डीएसपी विजय कटरे को दिया गया था लेकिन बाद में कुरूद के एसडीओपी डीएस राठौर ने मामले की जांच की। आरआई को दोषी पाया गया। उनकी रिपोर्ट पर एसपी ने आरआई को सस्पेंड कर दिया।
दैनिक भास्कर को उन्होंने बताया कि आरोपी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार आईजी को है, अत: मामले की पूरी फाईल उन्हें भेजी जा रही है।
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Tuesday, June 28, 2011
Mumbai Police : Dey murder: मुम्बई पुलिस को 10 लाख रूपये का इनाम
मुम्बई। महाराष्ट्र सरकार ने पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या की गुत्थी सुलझाने वाली मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा की टीम को 10 लाख रूपये का इनाम देने की घोषणा की। राज्य के गृह मंत्री आर. आर. पाटील ने कहा कि 11 जून को डे की हत्या के बाद से ही पुलिस ने मामले को सुलझाने में काफी मेहनत की। पाटील ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, ""पुलिस ने डे के हत्यारों को पक़डने में कोई कसर नहीं छो़डी।
उनका काम सराहनीय रहा।"" पुलिस की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय मामले की गुत्थी सुलझाने वाले पुलिस कर्मियों को 10 लाख रूपये का इनाम देगा। गौरतलब है कि पुलिस रविवार रात ही मामले की तह तक पहुंच गई थी और उसने इस सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने हत्या के पीछे छोटा राजन समूह का हाथ बताया है। हत्या के कारण का खुलासा हालांकि अब तक नहीं हो पाया है।
उनका काम सराहनीय रहा।"" पुलिस की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय मामले की गुत्थी सुलझाने वाले पुलिस कर्मियों को 10 लाख रूपये का इनाम देगा। गौरतलब है कि पुलिस रविवार रात ही मामले की तह तक पहुंच गई थी और उसने इस सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने हत्या के पीछे छोटा राजन समूह का हाथ बताया है। हत्या के कारण का खुलासा हालांकि अब तक नहीं हो पाया है।
Rajasthan Police :पुलिस कांस्टेबल भर्ती परिणाम घोषित
डूंगरपुर । पुलिस कांस्टेबल भर्ती का अंतिम परिणाम सोमवार को घोषित कर दिया गया है।
जिला पुलिस अधीक्षक डोन के.जोस ने बताया कि जिले से कुल 57 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से सफल घोषित किया गया है । उन्होंने बताया कि इस अंतिम परिणाम म सफल हुए अभ्यर्थियों को मेडिकल व अन्य आवश्यक औपचारिकताओं के लिए पृथक से सूचित कर दिया जाएगा।
परीक्षा परिणाम प्रकाशन में यद्यपि पूरी सावधानी बरती गई है तथापि विभाग की सूचना को ही अधिकृत माना जावे। (परीक्षा परिणाम दो अलग-अलग जेपीजी ईमेज में संलग्न किया जा रहा है। )
जिला पुलिस अधीक्षक डोन के.जोस ने बताया कि जिले से कुल 57 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से सफल घोषित किया गया है । उन्होंने बताया कि इस अंतिम परिणाम म सफल हुए अभ्यर्थियों को मेडिकल व अन्य आवश्यक औपचारिकताओं के लिए पृथक से सूचित कर दिया जाएगा।
परीक्षा परिणाम प्रकाशन में यद्यपि पूरी सावधानी बरती गई है तथापि विभाग की सूचना को ही अधिकृत माना जावे। (परीक्षा परिणाम दो अलग-अलग जेपीजी ईमेज में संलग्न किया जा रहा है। )
UP Police : वारदात हुई तो रुक जाएगा पुलिस अधिकारियों का प्रमोशन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने ताबाड़तोड़ वारदातों पर अंकुश लगाने व कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिये सूबे को तीन जोन में बांटने का फैसला कर लिया है। माया इनकी कमान शासन के आला अधिकारियों के हाथ में सौंपेगीं।
उन्होंने महिलाओं के प्रति अपराध की बढ़ती घटनाओं की रोकथाम के लिए 1 जुलाई से विशेष अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है। साथ ही कहा है कि ऐसी घटनाओं में वृद्धि, एफआईआर में देरी और आरोपी का बचाव करने पर थानेदार निलंबित होंगे। यदि ऐसे अपराधों में पुलिसकर्मी शामिल पाए गए, तो उन्हें बर्खास्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को कानून व्यवस्था पर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक के बाद प्रदेश में एनसीआर की तरह ही मध्य और पूर्व जोन बनाने की घोषणा की। हर जोन में छह मंडल रखे गए हैं। पश्चिमी जोन में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री नेतराम और एडीजी केएल मीना की, पूर्वी जोन में विशेष पुलिस महानिदेशक फायर एके गुप्ता एवं प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री दुर्गाशंकर मिश्रा की तथा मध्य जोन में डीजी भ्रष्टाचार निवारण संगठन अतुल एवं प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आरपी सिंह की तैनाती की गई है। इन्हें महीने में छह दिन अनिवार्य रूप से जोन में रहना होगा।
यह अधिकारी अपनी समीक्षा से सरकार को अवगत कराएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, अगस्त में विधानमंडल का सत्र समाप्त होने के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था एवं विकास कार्यों का मौके पर जाकर वह खुद निरीक्षण करेंगी। बैठक के दौरान महिलाओं व बच्चियों पर होने वाले अपराधों को लेकर विशेष रूप से सख्त रहीं मायावती ने कहा, ऐसे अपराधों की लीपापोती में यदि कोई पुलिस अधिकारी या कर्मचारी शामिल मिलता है तो उसे तत्काल निलंबित किया जाए। पुलिसकर्मी के कृत्य की पुष्टि होने पर उसे बर्खास्त किया जाए। पेचीदा मामलों में भी दस दिन के अंदर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाए।
उन्होंने दो टूक कहा, जिस सर्किल में ऐसी घटनाएं बढ़ेंगी, वहां के सीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि देकर उसकी पदोन्नति रोकी जाएगी। डीएम-एसपी से भी ऐसा ही सुलूक किया जाएगा। मायावती ने महिला अपराध के दोषी को बचाने वाले डाक्टर के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। मुख्यमंत्री ने पहली जुलाई से थाना स्तर तक एक माह का विशेष अभियान चलाने को कहा है।
यह भी निर्देश है कि इसकी तैयारी के लिए सभी जिलाधिकारी 29 जून को पूर्वाह्न दस बजे बैठक बुलाएं। इसमें सभी पुलिस अधिकारी, एसडीएम, सीएमओ व थानेदार भी शामिल होंगे। विशेष अभियान के दौरान पुलिस अपराधी व संदिग्ध चाल-चलन वालों की सूची तैयार करेगी। सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय पांच लोगों को बुलाकर उनसे अलग से फीडबैक लिया जाएगा।
उन्होंने महिलाओं के प्रति अपराध की बढ़ती घटनाओं की रोकथाम के लिए 1 जुलाई से विशेष अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है। साथ ही कहा है कि ऐसी घटनाओं में वृद्धि, एफआईआर में देरी और आरोपी का बचाव करने पर थानेदार निलंबित होंगे। यदि ऐसे अपराधों में पुलिसकर्मी शामिल पाए गए, तो उन्हें बर्खास्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को कानून व्यवस्था पर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक के बाद प्रदेश में एनसीआर की तरह ही मध्य और पूर्व जोन बनाने की घोषणा की। हर जोन में छह मंडल रखे गए हैं। पश्चिमी जोन में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री नेतराम और एडीजी केएल मीना की, पूर्वी जोन में विशेष पुलिस महानिदेशक फायर एके गुप्ता एवं प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री दुर्गाशंकर मिश्रा की तथा मध्य जोन में डीजी भ्रष्टाचार निवारण संगठन अतुल एवं प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आरपी सिंह की तैनाती की गई है। इन्हें महीने में छह दिन अनिवार्य रूप से जोन में रहना होगा।
यह अधिकारी अपनी समीक्षा से सरकार को अवगत कराएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, अगस्त में विधानमंडल का सत्र समाप्त होने के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था एवं विकास कार्यों का मौके पर जाकर वह खुद निरीक्षण करेंगी। बैठक के दौरान महिलाओं व बच्चियों पर होने वाले अपराधों को लेकर विशेष रूप से सख्त रहीं मायावती ने कहा, ऐसे अपराधों की लीपापोती में यदि कोई पुलिस अधिकारी या कर्मचारी शामिल मिलता है तो उसे तत्काल निलंबित किया जाए। पुलिसकर्मी के कृत्य की पुष्टि होने पर उसे बर्खास्त किया जाए। पेचीदा मामलों में भी दस दिन के अंदर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाए।
उन्होंने दो टूक कहा, जिस सर्किल में ऐसी घटनाएं बढ़ेंगी, वहां के सीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि देकर उसकी पदोन्नति रोकी जाएगी। डीएम-एसपी से भी ऐसा ही सुलूक किया जाएगा। मायावती ने महिला अपराध के दोषी को बचाने वाले डाक्टर के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। मुख्यमंत्री ने पहली जुलाई से थाना स्तर तक एक माह का विशेष अभियान चलाने को कहा है।
यह भी निर्देश है कि इसकी तैयारी के लिए सभी जिलाधिकारी 29 जून को पूर्वाह्न दस बजे बैठक बुलाएं। इसमें सभी पुलिस अधिकारी, एसडीएम, सीएमओ व थानेदार भी शामिल होंगे। विशेष अभियान के दौरान पुलिस अपराधी व संदिग्ध चाल-चलन वालों की सूची तैयार करेगी। सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय पांच लोगों को बुलाकर उनसे अलग से फीडबैक लिया जाएगा।
Monday, June 27, 2011
UP Police: लखनऊ:पत्रकार पर हमला, सीओ-ASP सस्पेंड, केस दर्ज
लखनऊ। लखनऊ में आईबीएन7 संवाददाता शलभमणि त्रिपाठी और मनोज राजन त्रिपाठी पर हमला करने और जबरन गाड़ी में बिठाकर हजरतगंज थाने ले जाने, मारपीट करने और गालीगलौच करने वाले दो अधिकारियों लखनऊ वेस्ट के एएसपी बी.पी. अशोक और सीओ अनूप कुमार को पत्रकारों के दबाव में सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। दोनों पर केस दर्ज कर लिया गया है।
लखनऊ वेस्ट के एसीपी बी पी अशोक और हजरतगंज थाने के सीओ अनूप कुमार ने रविवार की रात संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला कर दिया। हजरतगंज थाने के कांस्टेबल ने बताया कि सीओ अनूप कुमार ने शलभ मणि त्रिपाठी को उनके दफ्तर के बाहर से उठा लिया।
वहीं, यूपी सरकार की माने तो रविवार की रात लखनऊ में पुलिसिया दमन का जो खेल चला, उसे सिर्फ इन्हीं दो अधिकारियों ने खेला। सीएम के सचिव नवनीत सहगल के मुताबिक इन दो अधिकारियों ने सच की आवाज दबाने की कोशिश की। ये आपसी रंजिश का मामला दिखता है। जिसके चलते रिपोर्टर शलभ मणि त्रिपाठी को दफ्तर से उठाया, उनके साथ मारपीट की, बदसलूकी और उनके खिलाफ झूठा केस बनाने की कोशिश की। इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। सरकार की ये मंशा नहीं थी।
मुख्यमंत्री के सचिव नवनीत सहगल के मुताबिक इस मामले में यूपी सरकार की कोई भूमिका नहीं है।जबकि लखनऊ के डीएम अनिल सागर ने माना था कि इस मामले में गलती अधिकारियों की है। यानी अधिकारियों ने बिना किसी वजह के अचानक आईबीएन7 के पत्रकारों पर हमला बोल दिया।
वहीं कांग्रेस की नेता रीता बहुगुणा ने इस हमले पर कहा है कि ये राजनीतिक फैसला है। किसी पुलिस अधिकारी का फैसला नहीं हो सकता। इस घटना के बाद कांग्रेस पूरी तरह से चिंतित है। वहीं समाजवादी पार्टी ने इस हमले पर यूपी सरकार को तानाशाह बताया है। वहीं बीजेपी ने इस हमले को लोकतंत्र पर हमला बताया है।
लखनऊ वेस्ट के एसीपी बी पी अशोक और हजरतगंज थाने के सीओ अनूप कुमार ने रविवार की रात संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला कर दिया। हजरतगंज थाने के कांस्टेबल ने बताया कि सीओ अनूप कुमार ने शलभ मणि त्रिपाठी को उनके दफ्तर के बाहर से उठा लिया।
वहीं, यूपी सरकार की माने तो रविवार की रात लखनऊ में पुलिसिया दमन का जो खेल चला, उसे सिर्फ इन्हीं दो अधिकारियों ने खेला। सीएम के सचिव नवनीत सहगल के मुताबिक इन दो अधिकारियों ने सच की आवाज दबाने की कोशिश की। ये आपसी रंजिश का मामला दिखता है। जिसके चलते रिपोर्टर शलभ मणि त्रिपाठी को दफ्तर से उठाया, उनके साथ मारपीट की, बदसलूकी और उनके खिलाफ झूठा केस बनाने की कोशिश की। इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। सरकार की ये मंशा नहीं थी।
मुख्यमंत्री के सचिव नवनीत सहगल के मुताबिक इस मामले में यूपी सरकार की कोई भूमिका नहीं है।जबकि लखनऊ के डीएम अनिल सागर ने माना था कि इस मामले में गलती अधिकारियों की है। यानी अधिकारियों ने बिना किसी वजह के अचानक आईबीएन7 के पत्रकारों पर हमला बोल दिया।
वहीं कांग्रेस की नेता रीता बहुगुणा ने इस हमले पर कहा है कि ये राजनीतिक फैसला है। किसी पुलिस अधिकारी का फैसला नहीं हो सकता। इस घटना के बाद कांग्रेस पूरी तरह से चिंतित है। वहीं समाजवादी पार्टी ने इस हमले पर यूपी सरकार को तानाशाह बताया है। वहीं बीजेपी ने इस हमले को लोकतंत्र पर हमला बताया है।
Mumbai Police: विनोद खन्ना का बेटा रेव पार्टी में!
मुंबई। मुंबई से सौ किलोमिटर दूर खालापुर के एक रिसोर्ट में चल रहे रेव पार्टी में प्रसिद्ध अभीनेता और राजनेता विनोद खन्ना के छोटे बेटे पकड़े गए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस रेव पार्टी पर मारे गए छापे में साक्षी खन्ना भी पकड़े गए है और इनके पार्टी में भाग लेने के संबंध में जांच चल रही है।
यह रेव पार्टी मॉट व्यू क्लव रिसोर्ट में चल रही थी, जहां पुलिस ने छापा मारकर 300 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें यहां ठहरे लोग भी शामिल हैं। अभिनेता के बेटे के पकड़े जाने पर पुलिस का कहना है कि वे यहां छुट्टियां मनाने आए थे, हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि उन्होंने रेव पार्टी में हिस्सा लिया है या नहीं।
इस घटना के बाद जब विनोद खन्ना और उनके बेटे से संपर्क करने की कोशिश की गई तो वे उपलब्ध नहीं हुए। रिसोर्ट में अभिनेता शक्ति कपूर के बेटे सिद्धार्थ भी मौजूद थे, परंतु रेव पार्टी में शामिल होने के सबूत न होने पर उन्हें छोड़ दिया गया। इस रेव पार्टी पर छापा मारकर पुलिस ने दो किलो गांजा, 57 ग्राम चरस और कुछ मात्रा में कोकीन, तम्बाकू और 308,000 रुपए बरामद की है।
यह रेव पार्टी मॉट व्यू क्लव रिसोर्ट में चल रही थी, जहां पुलिस ने छापा मारकर 300 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें यहां ठहरे लोग भी शामिल हैं। अभिनेता के बेटे के पकड़े जाने पर पुलिस का कहना है कि वे यहां छुट्टियां मनाने आए थे, हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि उन्होंने रेव पार्टी में हिस्सा लिया है या नहीं।
इस घटना के बाद जब विनोद खन्ना और उनके बेटे से संपर्क करने की कोशिश की गई तो वे उपलब्ध नहीं हुए। रिसोर्ट में अभिनेता शक्ति कपूर के बेटे सिद्धार्थ भी मौजूद थे, परंतु रेव पार्टी में शामिल होने के सबूत न होने पर उन्हें छोड़ दिया गया। इस रेव पार्टी पर छापा मारकर पुलिस ने दो किलो गांजा, 57 ग्राम चरस और कुछ मात्रा में कोकीन, तम्बाकू और 308,000 रुपए बरामद की है।
Mumbai Police: नशा लेकर रेव पार्टी करते 307 लड़के-लड़कियां गिरफ्तार
मुंबई। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में पुलिस ने एक रेव पार्टी के दौरान छापा मारकर 307 युवक व युवतियों को रविवार रात हिरासत में लिया। मुंबई पुलिस ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के मौके पर रविवार को रेव पार्टी पर छापा मारकर 307 युवक-युवतियों को हिरासत में लिया है। मौके से पुलिस ने भारी मात्रा में ड्रग्स और शराब भी बरामद की। पार्टी कजरत के एक रिसॉर्ट में चल रही थी।
सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए 307 लोगों में कई बड़े घरों के रईसजादे शामिल हैं। इतना ही नहीं इस पार्टी में नारकोटिक्स विभाग का एक इंस्पेक्टर भी शामिल है।
खालापुर पुलिस थाने के प्रमुख एस.पाटील ने बताया कि एक ऑपरेशन के दौरान इन युवक और युवतियों को हिरासत में लिया गया है। इस रेव पार्टी के दौरान बरामद किए गए नशीले पदार्थो का निरीक्षण किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए 307 लोगों में कई बड़े घरों के रईसजादे शामिल हैं। इतना ही नहीं इस पार्टी में नारकोटिक्स विभाग का एक इंस्पेक्टर भी शामिल है।
खालापुर पुलिस थाने के प्रमुख एस.पाटील ने बताया कि एक ऑपरेशन के दौरान इन युवक और युवतियों को हिरासत में लिया गया है। इस रेव पार्टी के दौरान बरामद किए गए नशीले पदार्थो का निरीक्षण किया जा रहा है।
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