बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय को गैंगस्टर रवि पुजारी ने फोन पर धमकी देकर दो करोड़ रुपए की मांग की है। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता निसार तंबोली ने बुधवार को बताया कि विवेक ने धमकी की शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि शिकायत स्थानीय थाने में दर्ज कराई गई हो। मुंबई पुलिस के इस कथन के विपरीत सूत्रों का कहना है कि ओबेरॉय को आई इंटरनेशनल कॉल में धमकी देने वाले ने खुद का नाम रवि पुजारी बताया।
पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने खुलासा किया है कि विवेक और गैंगस्टर के बीच बिल्कुल फिल्मी अंदाज में बात हुई। उन्होंने बताया कि पुजारी व विवेक के बीच कुछ इस तरह बात हुई, साले बहुत डॉन बना है ना तू फिल्म में, नॉउ लिस्टेन टू मी, खोखा दे या तू खल्लास। आज कल बहुत छाप रहा है तू।
यह डायलॉग विवेक ने फिल्म कंपनी में दिया था जो कि छोटा राजन से मिलता-जुलता कैरेक्टर था। वहीं विवेक और उनके पिता सुरेश ओबोरॉय ने जूहु पुलिस स्टेशन में इस कॉल के बारे में रिपोर्ट लिखवा दी है।
एक पुलिस ऑफिसर ने बताया, "पुजारी आमतौर पर धमकी और जबरन वसूली के लिए सेटेलाइट और वीओआइपी नंबर से कॉल करता है जो 41000, 910000 या 3747 सीरिज से शुरू होते हैं। इसलिए इंटरनेशनल कॉल की पहचान करना आसान है। कुछ सेलिब्रेटीज तो नियमित अंतराल पर अपने नंबर बदलते हैं।"
गौरतलब है कि अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन से अलग होकर अपना गैंग चलाने वाला रवि पुजारी इसके पहले फिल्म निदेशक महेश भट्ट और मुंबई के कई नामचीन बिल्डरों को धमकी दे चुका है।
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Thursday, September 22, 2011
Delhi Police: उप-राज्यपाल ने ली पासिंग आउट परेड पर सलामी, दिल्ली पुलिस का संख्या बल हुआ 83700...
नई दिल्ली। दिल्ली में बढ़ते अपराध और आंतकवाद की घटनाओं को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बुधवार को 4,568 सिपाहियों की नियुक्ति की जिसमें 460 महिला पुलिस भी शामिल हैं। इसके चार दिन पहले 2,022 सुरक्षा जवानों की भर्ती की गई थी। दिल्ली में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़कर 83,700 हो गई है।
नवनियुक्त सिपाहियों के पासिंग आउट परेड के दौरान उप राज्यपाल तजेंद्र खन्ना ने "अपराध और आतंकवाद से निपटने के लिए खुफिया तंत्र को मजबूत करने" पर बल दिया।
खन्ना ने कहा, "इन घटनाओं से निपटने के लिए हमें पूरे देश में एक मील का पत्थर स्थापित करने की जरुरत है और इसके लिए लोगों को पुलिस को महत्वपूर्ण सूचनाओं को मुहैया कराना पड़ेगा।"
उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए कानून व्यवस्था को बनाए रखना अनिवार्य है।
इस अवसर पर दिल्ली पुलिस आयुक्त बी. के. गुप्ता ने कहा कि वर्तमान समय में देश के सामने आतंकवाद सबसे बड़ी चुनौती है।
उन्होंने कहा, "हमें स्थानीय स्तर पर खुफिया तंत्र को बढ़ाने की आवश्यकता है।"
गुप्ता ने कहा कि नवनियुक्त सिपाहियों में से 25 महिला जवान सहित 685 जवानों को महाराष्ट्र के नांदेड़ में स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल प्रशिक्षण केंद्र में कमांडो प्रशिक्षण दिया जाएगा।
भर्ती किए गए सभी सिपाहियों को प्रारम्भिक कमांडो प्रशिक्षण से गुजरना पड़ेगा। इसके अलावा उनको निहत्थे लड़ाई करना, फोरेंसिक विज्ञान, कम्प्यूटर की मूलभूत जानकारी, बचाव कार्य, आतंकवाद की जवाबी कार्रवाई करने और साइबर अपराध के विषय में प्रशिक्षित किया जाएगा।
पहली बार महिला पुलिस को निहत्थे लड़ाई करने का खास प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा मोटरसाइकिल चलाने, साहसिक और बचाव कार्य का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके पहले दिल्ली पुलिस ने पिछले वर्ष 31 अगस्त को 351 महिला सिपाही सहित 5,697 सिपाहियों की नियुक्ति की गई थी।
नवनियुक्त सिपाहियों के पासिंग आउट परेड के दौरान उप राज्यपाल तजेंद्र खन्ना ने "अपराध और आतंकवाद से निपटने के लिए खुफिया तंत्र को मजबूत करने" पर बल दिया।
खन्ना ने कहा, "इन घटनाओं से निपटने के लिए हमें पूरे देश में एक मील का पत्थर स्थापित करने की जरुरत है और इसके लिए लोगों को पुलिस को महत्वपूर्ण सूचनाओं को मुहैया कराना पड़ेगा।"
उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए कानून व्यवस्था को बनाए रखना अनिवार्य है।
इस अवसर पर दिल्ली पुलिस आयुक्त बी. के. गुप्ता ने कहा कि वर्तमान समय में देश के सामने आतंकवाद सबसे बड़ी चुनौती है।
उन्होंने कहा, "हमें स्थानीय स्तर पर खुफिया तंत्र को बढ़ाने की आवश्यकता है।"
गुप्ता ने कहा कि नवनियुक्त सिपाहियों में से 25 महिला जवान सहित 685 जवानों को महाराष्ट्र के नांदेड़ में स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल प्रशिक्षण केंद्र में कमांडो प्रशिक्षण दिया जाएगा।
भर्ती किए गए सभी सिपाहियों को प्रारम्भिक कमांडो प्रशिक्षण से गुजरना पड़ेगा। इसके अलावा उनको निहत्थे लड़ाई करना, फोरेंसिक विज्ञान, कम्प्यूटर की मूलभूत जानकारी, बचाव कार्य, आतंकवाद की जवाबी कार्रवाई करने और साइबर अपराध के विषय में प्रशिक्षित किया जाएगा।
पहली बार महिला पुलिस को निहत्थे लड़ाई करने का खास प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा मोटरसाइकिल चलाने, साहसिक और बचाव कार्य का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके पहले दिल्ली पुलिस ने पिछले वर्ष 31 अगस्त को 351 महिला सिपाही सहित 5,697 सिपाहियों की नियुक्ति की गई थी।
MP Police: हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस के जाल में फंसा सरकारी कर्मचारी...
इंदौर।। करीब नौ लाख रुपये की चोरी की रकम का बड़ा हिस्सा हड़पते हुए हाथ आए चोर को छोड़ने के आरोप में एक सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया। पुलिसकर्मी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देसावातु ने बताया, 'इस मामले में सब इंस्पेक्टर बिहारीलाल मेहर को सस्पेंड कर दिया गया है। जरूरी सबूत जुटाने के लिए मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।'
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मेहर ने विजय नगर क्षेत्र की एक बहुमंजिला इमारत में कुछ दिनों पहले हुई चोरी के आरोप में मिलन नामक व्यक्ति को पकड़ा था। सब इंस्पेक्टर ने उसके कब्जे से चोरी के करीब नौ लाख रुपये बरामद किए थे।
सूत्रों ने बताया कि मेहर ने चोरी की रकम में से साढे़ छह लाख रुपये खुद रख लिए और बचे हुए ढाई लाख रुपये आरोपी को थमाते हुए मामले को रफा-दफा कर दिया। सूत्रों के मुताबिक जब मिलन एक अन्य मामले में तुकोगंज पुलिस के हत्थे चढ़ा तो उससे पूछताछ के दौरान सब इंस्पेक्टर की करतूत उजागर हो गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देसावातु ने बताया, 'इस मामले में सब इंस्पेक्टर बिहारीलाल मेहर को सस्पेंड कर दिया गया है। जरूरी सबूत जुटाने के लिए मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।'
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मेहर ने विजय नगर क्षेत्र की एक बहुमंजिला इमारत में कुछ दिनों पहले हुई चोरी के आरोप में मिलन नामक व्यक्ति को पकड़ा था। सब इंस्पेक्टर ने उसके कब्जे से चोरी के करीब नौ लाख रुपये बरामद किए थे।
सूत्रों ने बताया कि मेहर ने चोरी की रकम में से साढे़ छह लाख रुपये खुद रख लिए और बचे हुए ढाई लाख रुपये आरोपी को थमाते हुए मामले को रफा-दफा कर दिया। सूत्रों के मुताबिक जब मिलन एक अन्य मामले में तुकोगंज पुलिस के हत्थे चढ़ा तो उससे पूछताछ के दौरान सब इंस्पेक्टर की करतूत उजागर हो गई।
UP Police: Kanpur : दो दिन पहले हुई लूट और हत्या के मामले में सर्राफा पुलिस चौकी का इंचार्ज लाइन हाजिर...
कानपुर।। चकेरी इलाके में एक सर्राफ के घर दो दिन पहले हुई लूट और हत्या के मामले में इलाके की पुलिस चौकी के इंचार्ज को गुरुवार को लाइन हाजिर कर दिया गया। मामले में करीब आधा दर्जन लोगों से पूछताछ की जा रही है। इस बीच घटना में मारी गई 13 साल की बच्ची पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके साथ मारपीट के साथ रेप की बात सामने आई है।
गौरतलब है कि 20 सितंबर को तड़के चकेरी के सनिगंवा इलाके में विनोद कुमार सर्राफ के घर सुबह करीब चार बजे तीन लुटेरे घुस आए और विनोद से सोने-चांदी के बारे में पूछा, आनाकानी करने पर लुटेरों ने परिवार के लोगों को लोहे की रॉड और फावड़े से बेरहमी से पीटा जिससे विनोद कुमार, उनकी पत्नी रत्ना और पुत्री मानसी (18) और दूसरी पुत्री मान्या (13) बुरी तरह से घायल हो गए। लुटेरे घर से सोने-चांदी का सामान और नकदी लेकर फरार हो गए थे। बाद में मान्या की मौत हो गई जबकि अन्य लोग अभी अस्पताल में हैं।
कानपुर पुलिस के डीआईजी राजेश राय ने बताया कि सनिगंवा इलाके के पुलिस चौकी इंचार्ज विनोद कुमार मिश्र को लाइन हाजिर कर पुलिस लाइन भेज दिया गया है। घटना की तहकीकात के लिए एक एसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में तीन विशेष टीमें बनाई गई हैं जिसमें एसओजी को भी शामिल किया गया है।
डीआईजी के मुताबिक इस मामले में करीब आधा दर्जन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है लेकिन अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नही किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, इस कांड में मरी मान्या की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके साथ रेप की पुष्टि हुई है।
गौरतलब है कि 20 सितंबर को तड़के चकेरी के सनिगंवा इलाके में विनोद कुमार सर्राफ के घर सुबह करीब चार बजे तीन लुटेरे घुस आए और विनोद से सोने-चांदी के बारे में पूछा, आनाकानी करने पर लुटेरों ने परिवार के लोगों को लोहे की रॉड और फावड़े से बेरहमी से पीटा जिससे विनोद कुमार, उनकी पत्नी रत्ना और पुत्री मानसी (18) और दूसरी पुत्री मान्या (13) बुरी तरह से घायल हो गए। लुटेरे घर से सोने-चांदी का सामान और नकदी लेकर फरार हो गए थे। बाद में मान्या की मौत हो गई जबकि अन्य लोग अभी अस्पताल में हैं।
कानपुर पुलिस के डीआईजी राजेश राय ने बताया कि सनिगंवा इलाके के पुलिस चौकी इंचार्ज विनोद कुमार मिश्र को लाइन हाजिर कर पुलिस लाइन भेज दिया गया है। घटना की तहकीकात के लिए एक एसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में तीन विशेष टीमें बनाई गई हैं जिसमें एसओजी को भी शामिल किया गया है।
डीआईजी के मुताबिक इस मामले में करीब आधा दर्जन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है लेकिन अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नही किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, इस कांड में मरी मान्या की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके साथ रेप की पुष्टि हुई है।
Wednesday, September 21, 2011
Mumbai Police: रिश्वत लेते भाईंदर के PSI को DCP साहब ने किया गिरफ्तार, बिल्डर को धमका रहा था..
भाईंदर में शिवशंकर मोरे नामक पुलिस सब इंस्पेक्टर को पुलिस थाने में ही 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते नवी मुंबई के डीवाईएसपी राजेन्द्र जाधव ने बुधवार की दोपहर रंगे हाथों पकड़ा।
भाईंदर वेस्ट में 150 फुट रोड पर राधास्वामी परिसर के पास कंपनी की साइट है। कुछ अज्ञात लोगों ने वहां वाचमैन की चौकी को तोड़ दिया। बताते हैं कुछ दिन बाद पुलिस वाले उलटे कंस्ट्रक्शन कंपनी नसीम एंटरप्राइजेज के पार्टनर महाडिक को ही धमकाने लगे। मामला 1 लाख 25 हजार में तय हुआ।
भाईंदर वेस्ट में 150 फुट रोड पर राधास्वामी परिसर के पास कंपनी की साइट है। कुछ अज्ञात लोगों ने वहां वाचमैन की चौकी को तोड़ दिया। बताते हैं कुछ दिन बाद पुलिस वाले उलटे कंस्ट्रक्शन कंपनी नसीम एंटरप्राइजेज के पार्टनर महाडिक को ही धमकाने लगे। मामला 1 लाख 25 हजार में तय हुआ।
Delhi Police: Delhi Traffic Police: देखिए नई तकनीक का कमाल, दिल्ली दिखाई देगा मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल...
दिल्ली की सड़कों पर आपको ट्रैफिक सिग्नल दौड़ता हुआ दिखाई दे तो चौंकिएगा नहीं, यह सच है। जिस सिग्नल को आप अपने साथ दौड़ता हुए देखेंगे, हो सकता है कि आगे किसी चौराहे पर वही ट्रैफिक सिग्नल आपकी दिशा तय करे। हैवी ट्रैफिक, मगर लालबत्ती नहीं, ऐसे इलाकों में अब मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल काम करेगा। यह सिग्नल ट्रैफिक जाम से भी थोड़ी-बहुत राहत प्रदान करेगा। इसके अलावा किसी स्थान पर स्थायी लालबत्ती लगानी है तो उससे पहले मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल के जरिए ट्रायल होगा। बुधवार से केजी मार्ग पर मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल बतौर ट्रायल काम करेगा।
ज्वाइंट सीपी (ट्रैफिक) सतेंद्र गर्ग ने बताया कि फिलहाल जाकिर हुसैन मार्ग पर मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल का ट्रायल पूरा कर लिया गया है। दो सप्ताह तक लगाए गए मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल की मदद से पता चला है कि इस मार्ग पर कहीं किसी भी तरह से ट्रैफिक बाधित नहीं हुआ। पैदल चलने वाले लोगों को भी कोई परेशानी नहीं हुई। ट्रैफिक सिग्नल का स्थान और लाल व हरी बत्ती का कितना समय रखा जाए, यह भी तय कर लिया गया है। मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल का सबसे बड़ा फायदा यही रहता है कि स्थायी सिग्नल लगाने से पहले उसका सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव बखूबी रूप से पता चल जाता है। उस इलाके में सिग्नल की जरूरत है या नहीं, इसका अंदाजा भी पहले ही लगा लिया जाता है। गर्ग का कहना था, किसी इलाके में जब यह पहले ही पता हो, कि वहां पर फलां दिन हैवी ट्रैफिक रहेगा या लोगों की भारी भीड़ जुटेगी तो मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल का इस्तेमाल कर जाम से थोड़ी राहत प्रदान की जा सकती है।
ज्वाइंट सीपी (ट्रैफिक) सतेंद्र गर्ग ने बताया कि फिलहाल जाकिर हुसैन मार्ग पर मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल का ट्रायल पूरा कर लिया गया है। दो सप्ताह तक लगाए गए मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल की मदद से पता चला है कि इस मार्ग पर कहीं किसी भी तरह से ट्रैफिक बाधित नहीं हुआ। पैदल चलने वाले लोगों को भी कोई परेशानी नहीं हुई। ट्रैफिक सिग्नल का स्थान और लाल व हरी बत्ती का कितना समय रखा जाए, यह भी तय कर लिया गया है। मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल का सबसे बड़ा फायदा यही रहता है कि स्थायी सिग्नल लगाने से पहले उसका सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव बखूबी रूप से पता चल जाता है। उस इलाके में सिग्नल की जरूरत है या नहीं, इसका अंदाजा भी पहले ही लगा लिया जाता है। गर्ग का कहना था, किसी इलाके में जब यह पहले ही पता हो, कि वहां पर फलां दिन हैवी ट्रैफिक रहेगा या लोगों की भारी भीड़ जुटेगी तो मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल का इस्तेमाल कर जाम से थोड़ी राहत प्रदान की जा सकती है।
Police Property: दिल्ली में मकान लेने के लिए हो जाए तैयार, डीडीए बनाएगा 67 हजार फ्लैट्स......
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) अगले कुछ सालों में शहर के विभिन्न हिस्सों में 67,000 फ्लैट बनाएगा। डीडीए की एक बैठक में तीन श्रेणियों के फ्लैट बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। सूत्रों ने बताया कि ये फ्लैट रोहिणी और नरेला जैसे इलाकों में बनाए जाएंगे और डीडीए इन्हें बनाने में नई तकनीक का इस्तेमाल करेगा।
उन्होंने बताया कि इनमें से 20,000 फ्लैट कम आय वाले वर्ग के लिए, 19,000 आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) और 4,000 निम्न वर्ग के लिए बनाए जाएंगे । सूत्रों के मुताबिक, डीडीए ने बहुप्रतीक्षित फार्महाउस नीति को मंजूरी नहीं दी । इस नीति का उददेश्य शहर के 2,000 से भी ज्यादा फार्महाउस को नियमित करना है।
उन्होंने बताया कि इनमें से 20,000 फ्लैट कम आय वाले वर्ग के लिए, 19,000 आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) और 4,000 निम्न वर्ग के लिए बनाए जाएंगे । सूत्रों के मुताबिक, डीडीए ने बहुप्रतीक्षित फार्महाउस नीति को मंजूरी नहीं दी । इस नीति का उददेश्य शहर के 2,000 से भी ज्यादा फार्महाउस को नियमित करना है।
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