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Saturday, October 8, 2011
Orissa Police: पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़..किसी के हताहत होने की खबर नहीं ..
ओडिशा के सम्भलपुर जिले में शनिवार को पुलिस व नक्सलियों के बीच एक मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में अब तक किसी के मारे जाने की खबर नहीं है।
यहां से 450 किलोमीटर दूर जुजुमुरा के वन क्षेत्र में पुलिस टीम ने नक्सलियों के एक शिविर पर छापेमारी की। जब नक्सलियों ने पुलिस पर गोलीबारी की तो पुलिसकर्मियों को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। पुलिस महानिरीक (ऑपरेशन) वाई.वी. खुरैनिया ने बताया कि अब तक दोनों पक्षों की ओर से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने नक्सली शिविर को नष्ट कर दिया है और घटनास्थल पर अभी मुठभेड़ जारी है। राज्य के 30 में से आधे से ज्यादा जिलों में नक्सली सक्रिय हैं। जुजुमुरा इलाके को नक्सलियों का मजबूत गढ़ माना जाता है।
MP Police: मंदसौर में पांच वर्ष पहले सलीम लाला मुठभेड़ में पुलिस उपनिरीक्षक सहित 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का आदेश...
मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में पांच वर्ष पहले की सलीम लाला मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए न्यायालय ने एक पुलिस उपनिरीक्षक सहित 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का आदेश दिया है तथा मामले के सभी आरोपियों को 24 अक्टूबर तक न्यायालय में उपस्थित होने के आदेश दिए हैं।
राजस्थान के सलीम लाला 18 मई 2006 को भावगढ़ थाने के पुलिसकर्मियों के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया था। पुलिस रिकार्ड में सलीम को तस्कर बताया गया था। सलीम के परिजनों का कहना है किवह राजस्थान से लसूडिया जा रहा था तभी पुलिस ने फर्जी मुठभेड में उसे मार गिराया । उसके परिजनों ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए न्यायालय की शरण ली थी।
सलीम के परिवार के एक सदस्य मांगी लाल वर्मा ने बताया कि तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार जैन ने गुरुवार को पुनरीक्षण याचिका स्वीकार कर उप निरीक्षक अजय मिश्रा सहित 11 पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया साथ ही सभी आरोपियों को जमानती वारंट जारी कर 24 अक्टूबर तक न्यायालय में हाजिर होने के आदेश दिए हैं।
Uttarakhand Police: अवैध वसूली के लिए श्यामपुर थाने के चार पुलिस कर्मियों ने एक ट्रक चालक को पीट-पीट कर अधमरा किया, चारों लाइन हाजिर..
हरिद्वार। अवैध वसूली के लिए श्यामपुर थाने के चार पुलिस कर्मियों ने एक ट्रक चालक को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। इसके बाद थाने पर जब चालक की कोई सुनवाई नहीं हुई, तो उसने सीधे पुलिस कप्तान को अपनी पीड़ा सुनाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने चारों आरोपी पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
घटना बुधवार की रात करीब 11 बजे की है। बिजनौर की तरफ से आ रहे एक ट्रक को श्यामपुर थाने के पुलिस कर्मियों ने चंडी घाट पुल से पहले रोक लिया और चेकिंग के नाम पर उससे पहले तो कागजात मांगे गए। आरोप है पुलिस कर्मियों ने उससे अवैध वसूली करने का भी प्रयास किया। विरोध करने पर ट्रक चालक को बुरी तरह पीटा गया। पीड़ित ने मामले की शिकायत पहले थाना श्यामपुर पर की, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई।
इस पर पीड़ित ने रोशनाबाद पहुंचकर एसएसपी पुष्कर सिंह सैलाल को आपबीती सुनाई। एसएसपी ने अपने कार्यालय से दो दारोगा पीड़ित के साथ भेजे और आरोपियों की पहचान कराई। मारपीट करने और पैसे मांगने के आरोप में पीड़ित ने चार पुलिस कर्मियों शिव कुमार, महिपाल, ओमवीर सिंह, राजेश कुमार को पहचाना। इसके बाद कार्रवाई करते हुए एसएसपी ने चारों को लाइन हाजिर कर दिया। एसएसपी ने कहा पुलिस की गरिमा के विपरीत काम करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
Nagaland Police: CRPF Jawan Suicide: सीआरपीएफ के जवान ने कोहिमा के जुबजा बटालियन मुख्यालय में पंखे से लटककर आत्महत्या की...
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान ने शुक्रवार को नागालैंड में कोहिमा के जुबजा बटालियन मुख्यालय में कथित रूप से पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ के जवान का शव शुक्रवार सुबह यहां जुबजा शिविर के स्टोर रूप में पंखे से लटका पाया गया। शव को पोस्टमार्टम के बाद कोहिमा पुलिस को सौंप दिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान राधा कृष्णन (40) के रूप में की गई है जो उत्तराखंड का रहना वाला था। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
Meghalaya Police: मेघालय पुलिस ने मानव बलि के संदिग्ध मामले में सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों को हिरासत में लिया..
मेघालय पुलिस ने मानव बलि के संदिग्ध मामले में सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों को हिरासत में लिया।
पुलिस ने बताया कि हेड कांस्टेबल चंद्रवन और कांस्टेबल बाबू खान को सात वर्षीय लड़के कृष्ण सिंह की हत्या के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कृष्ण का शव कल पश्चिम गारो हिल्स जिले में तुरा स्थित बीएसएफ शिविर से बरामद किया।
मेघालय पुलिस महानिदेशक एन रामचंद्रन ने कहा कि लड़के की नृशंस हत्या की गई है। हमने इस मामले में पूछताछ के लिए बीएसएफ के दो जवानों को हिरासत में लिया है। अभी इस मामले की जांच जारी है लेकिन हमें संदेह है कि यह मानव बलि का मामला है।
Chhatisgarh Police: Raipur: Naxal Problem: देश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस थानों की कार्यशैली होगी और दुरुस्त, नए भवनों, रिहायशी परिसरों और बंकरों का निर्माण के लिए 400 थानों को 30 लाख -30 लाख रुपये की पहली किस्त मिली...
देश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस थानों की कार्यशैली को और दुरुस्त करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने 120 करोड़ रुपये स्वीकृत किये हैं। सरकारी सूत्रों ने इस संबंध में बताया कि स्वीकृत राशि में से देशभर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 400 थानों को 30 लाख रुपये की पहली किस्त से नए भवनों, रिहायशी परिसरों और बंकरों का निर्माण पुलिस बल के लिए हथियार तथा दूरसंचार के उपकरणों की खरीद की जायेगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के 83 नक्सल प्रभावित जिलों में 400 थानों को मजबूत करने का फैसला किया था और प्रत्येक थाने पर दो करोड़ रुपये खर्च किये जाने हैं। दो करोड़ रुपये की इस राशि में से केंद्र सरकार की तरफ से एक करोड़ 60 लाख रुपये और शेष 40 लाख रुपये की राशि राज्य सरकारों को मुहैया करानी है।
MP Police: यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे होशंगाबाद के एडीशनल एसपी अनिल कुमार मिश्रा, RI और Addl SP के बीच ठनी...
होशंगाबाद। यौन उत्पीड़न के एक मामले ने होशंगाबाद पुलिस का असली चेहरा उजागर कर दिया है। आरोपों से घिरे दागी अफसर एडीशनल एसपी अनिल कुमार मिश्रा के खिलाफ अब तक जांच तो आगे बढ़ी नहीं, अलबत्ता उत्पीड़न के मामले को उजागर करने वाले आरआई के खिलाफ गबन की एफआईआर जरूर दर्ज कर ली गई है। मामला साफ है आला अफसर किसी भी तरह दबाव बनाकर यौन उत्पीड़न के आरोपों को रफा-दफा करने में जुटे हुए हैं।
क्या है मामला
एक महिला नव आरक्षक ने जिले के एडीशनल एसपी मिश्रा के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि इस कृत्य के लिए सविता नामक एक महिला कांस्टेबल ने मध्यस्थता की और जबरिया एएसपी से नजदीकी बढ़ाने का दबाव बनाया। मामला आरआई देवेंद्र सिंह यादव के संज्ञान में आया तो एएसपी और आरआई में भिड़ंत हो गई। अब एएसपी ने लंबित पड़ी जांच का पिटारा खोला और आरआई यादव के खिलाफ गबन की एफआईआर दर्ज करवा दी।
जांच पर आंच
आला अफसर भी जानते हैं कि दागी अफसर के पद पर बने रहते हुए निष्पक्ष जांच संभव नहीं है, फिर भी विभाग ने एएसपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। यहां तक कि जांच तक उन्हें अवकाश पर भी भेजने की जहमत नहीं उठाई।
डीआईजी छुट्टी पर
होशंगाबाद पुलिस के इस गंभीर मामले के उजागर होने के साथ ही रेंज डीआईजी ए.के. गुप्ता अवकाश पर चले गए। बताया जाता है कि जिले में पुलिस के दो गुट बने हुए हैं। एक गुट में एएसपी है तो दूसरे गुट में आरआई। दोनों के गॉडफादर अपने-अपने मातहतों को बचाने में जुटे हैं।
बात से बचते रहे
इस मामले पर जब आईजी होशंगाबाद रेंज विजय कटारिया और एसपी रूचि वर्द्धन मिश्र से बात करनी चाही तो दोनों कन्नी काट गए। कटारिया ने फोन नहीं उठाया और रूचि ने फोन काट दिया। डीआईजी ने जरूर बात की, लेकिन उन्होंने छुट्टी पर होने का कहकर टाल-मटोल कर दी।
आदिवासी उत्पीड़न का भी मामला
यौन उत्पीड़न से पीडित नव आरक्षक आदिवासी है। इस लिहाज से पुलिस को एएसपी और मध्यस्थ आरक्षक के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम का मामला तो अब तक दर्ज कर लेना चाहिए था। लेकिन आला अफसर दागियों को बचाने के लिए टाल मटोल कर रहे हैं।
सरकार गंभीर
होशंगाबाद पुलिस के इस रूप पर प्रदेश सरकार सख्त नजर आ रही है। गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि वे जल्द ही इस मामले पर पूरी रिपोर्ट तलब करेंगे। दोषी कितना भी बड़ा अधिकारी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
...उधर कलेक्टर पर छींटे
छिंदवाड़ा . कलेक्टर पवन शर्मा पर वहां के निलंबित सीएमएचओ डॉ. एसआर चौहान ने चरित्र हनन के आरोप लगाए हैं। चौहान की मानें तो कलेक्टर हर रात उनसे अवांछित मांग करते थे। चौहान ने इस संबंध में कमिश्नर से मुख्यमंत्री व राष्ट्रपति तक शिकायत की। जबलपुर संभागायुक्त रवींद्र पस्तोर ने चौहान को निलंबित कर दिया। इस मामले पर जब पस्तोर से "पत्रिका" ने बात की तो उन्होंने कहा कि उनके पास शिकायत आई है। इसकी वे जांच कराएंगे। फिलहाल कुछ भी कहना उचित नहीं। पस्तोर ने यह जरूर कहा कि सीएमएचओ पर कुछ कर्मचारियों को स्थाई करने के मामले में धांधली के आरोप लगे थे, जिसकी जांच कलेक्टर ने की। इसके आधार पर ही उनका निलंबन हुआ है।
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