Thursday, October 20, 2011

WB Police: IRB Jawans Revolt: अनुशासनहीनता के चलते आईआरबी के 300 जवानों का ट्रांसफर

कोलकाता।। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के माओवाद प्रभावित जंगलमहल के दौरे से घंटों पहले अधिकारियों ने अनुशासनहीनता के चलते इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के 300 जवानों का ट्रांसफर कर दिया। राज्य सशस्त्र पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पिछले महीने 21 सितंबर को जंगलमहल के शिविरों में आंदोलन करने वाले आईआरबी के पहले बटालियन के 300 जवानों का बैरकपोर राज्य सशस्त्र पुलिस बैरक में ट्रांसफर कर दिया गया है।
माओवाद विरोधी अभियान से जुड़े आईआरबी के सात जवानों को जोखिम भरे क्षेत्रों में भेजे जाने और अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उदासीन रवैया रखने के खिलाफ आंदोलन करने के कारण शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हमने सात जवानों को अनुशासनहीनता करने के चलते सस्पेंड कर दिया और अभी कुछ और लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।' जब उनसे पूछा गया कि क्या जवानों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर कोई सुनवाई होगी तो उन्होंने कहा कि वह अभी इस पर कुछ कह नहीं सकते। 21 सितंबर को जंगलमहल में माओवादियों के खिलाफ अभियान में लगे आईआरबी के जवानों ने अपने शिविरों में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया था। यह आंदोलन उन्होंने अधिकारियों की उनके प्रति उदासीनता और जोखिम भरे जगहों पर नियुक्ति करने के खिलाफ किया था। सशस्त्र पुलिस के पूर्व महानिदेशक गौतम मोहन चक्रवर्ती के दखल देने के बाद दो दिन बाद यह आंदोलन खत्म कर दिया गया था। उन्होंने जवानों को भरोसा दिलाया था कि अधिकारी उनकी मांगों पर ध्यान देंगे। मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद से ममता बनर्जी दूसरी बार नक्सल प्रभावित जंगलमहल क्षेत्र का दौरा करेंगी।

MP Police: Indore: अपहरण की फर्जी कहानियों से इंदौर पुलिस की नाक दम,

इंदौर।। अपहरण की फर्जी कहानियों ने इन दिनों इंदौर पुलिस की नाक में दम कर रखा है, जिनके चलते उसे काल्पनिक किडनैपर्स की तलाश में बेमतलब खाक छाननी पड़ रही है। हफ्ते भर में पुलिस ने ऐसी चार कहानियों का खुलासा किया है। इनमें सबसे ताजा मामला 25 वर्षीय विवाहित शिक्षिका का है, जिसने कम उम्र के प्रेमी के साथ भागकर दूसरी शादी करने के बाद अपने ही किडनैप की कहानी गढ़ दी। एसपी सिटी शैलेंद्र सिंह चौहान ने मंगलवार को बताया कि शहर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र से नीलम व्यास (25) दो सितंबर को अचानक लापता हो गई थी। पुलिस थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।
उन्होंने बताया कि एक निजी स्कूल में पढ़ाने वाली नीलम ने 16 अक्तूबर को अपने परिजन को फोन किया और बताया कि एक गिरोह उसे अगवा करके भोपाल ले गया है, जहां उसे एक मकान में बंधक बनाकर रखा गया है। उसने फोन पर कथित रूप से यह भी बताया कि नशे के इंजेक्शन दिए जाने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया जा रहा है। नीलम के फोन कॉल से घबराए परिजनों ने पुलिस को इस बात की सूचना दी। चौहान ने बताया कि पुलिस ने लापता शिक्षिका को मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर भोपाल के अयोध्या बायपास क्षेत्र में सोमवार देर रात ढूंढ निकाला। उसके साथ उसके प्रेमी राजकुमार उर्फ राजू (23) को भी पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि नीलम की तीन साल पहले ही शादी हो चुकी है। लेकिन बस में सफर के दौरान उसे राजू से प्यार हो गया। उसने भागकर अपने प्रेमी के साथ दूसरी शादी कर ली और अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ दी।
चौहान ने नीलम से हुई पूछताछ के हवाले से बताया, ' उनको लगता था कि अपने अपहरण की फर्जी कहानी गढ़ने के बाद वह प्रेमी के साथ आराम से रह सकेगी।' पुलिस ने नीलम और राजकुमार के खिलाफ संबद्ध धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। बहरहाल, जैसा कि एसपी सिटी चौहान बताते हैं कि शहर में हफ्ते भर के दौरान ऐसे ही तीन अन्य मामलों का भंडाफोड़ किया गया है। इन मामलों में 12 वर्षीर्य छात्र, 13 वर्षीय छात्रा आर 30 वर्षीय शख्स ने अपने अपहरण की झूठी कहानियों से पुलिस की मुसीबतें बढ़ा दी थीं। उन्होंने बताया, 'पुलिस को झूठी जानकारी देना कानूनन अपराध है। खुद के अपहरण के किस्से गढ़ने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा रही है, ताकि इस प्रवृत्ति पर रोक लग सके।'

Mumbai Police: बांबे हाईकोर्ट का पुलिस को निष्पक्ष और गैर भेदभावपूर्ण रुख अपनाने का आदेश, डिस्कोथेक नियमों का उल्लंघन करने वाले सभी होटलों के खिलाफ समान कार्रवाई करें..

मुंबई॥ पुलिस को निष्पक्ष और गैर भेदभावपूर्ण रुख अपनाने का आदेश देते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने बांद्रा और जुहू के डीसीपी से कहा है कि वे डिस्कोथेक के लिए निर्धारित नियमों का उल्लंघन करने वाले सभी होटलों के खिलाफ कार्रवाई करें।
जस्टिस पी.बी. मजूमदार और जस्टिर्स आर.एम. सावंत की खंडपीठ ने होटल सी प्रिंसेज की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया। डीसीपी ने इस होटल को उसके परिसर में डिस्कोथेक चलाने की अनुमति नहीं दी थी, जिसे होटल ने कोर्ट में चुनाती दी थी। पुलिस को 21 नवंबर को अपनी रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है।

UP Police: बीएसपी विधायक के सरकारी गनर राम प्रकाश मिश्र की मौत, सजेती थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव के पास उनके काफिले में शामिल टाटा सफारी कार अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई थी..

कानपुर।। डेरापुर से बहुजन समाज पार्टी के विधायक के काफिले की एक कार अचानक पलट गई जिससे उसमें सवार सरकारी गनर की मौत हो गई। घटना में विधायक के भाई समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए लेकिन दूसरी कार में सवार विधायक सुरक्षित हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि डेरापुर से बीएसपी विधायक महेश त्रिवेदी मंगलवार देर रात किसी रिश्तेदार के यहां आयोजित निजी कार्यक्रम से लौट रहे थे। सजेती थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव के पास उनके काफिले में शामिल टाटा सफारी कार अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। अंधेरा होने के कारण वहां अफरातफरी फैल गई।
घटना के तुरंत बाद विधायक ने पुलिस को सूचित किया जिसके बाद कार में फंसे लोगो को बाहर निकाला गया। दुर्घटना में विधायक के सरकारी गनर राम प्रकाश मिश्र (50) बुरी तरह से घायल हो गए । उन्होंने अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया। इसमें विधायक के भाई संजय त्रिवेदी, ड्राइवर रईस अहमद, नीरज पांडे और बबलू समेत सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी ही हालत चिंताजनक बताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Mumbai Police: Bollywood: 'गंगाजल' 'अपहरण' जैसी पुलिस केंद्रिंत फिल्मों के निर्माता-निर्देश प्रकाश झा को धमकी..

मुंबई।। बॉलिवुड के मशहूर डायरेक्टर-प्रड्यूसर प्रकाश झा ने शिकायत दर्ज कराई है कि वसूली के लिए उन्हें धमकी भरे फोन और ईमेल आ रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, प्रकाश झा ने कहा है कि न्यू यॉर्क के दो निर्माता उनसे 2-3 करोड़ रुपये वसूलना चाहते हैं। एफआईआर के मुताबिक, एनआरआई प्रमोद भांति और देवेंद्र सिंह ने एक फिल्म को लेकर विवाद के मामले में प्रकाश झा से फोन और ईमेल के जरिए 2-3 करोड़ रुपये की मांग की है। पुलिस ने आईपीसी की धारा-384 और 120 बी के तहत दोनों एनआरआई के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है।
प्रकाश झा ने प्रमोद और देवेंद्र के साथ 2004 में एक फिल्म बनाने की योजना बनाई थी। उन्होंने इसके लिए कहानी भी लिख ली थी, लेकिन बाद में बात नहीं बनी। झा ने बताया कि उन्हें इसके लिए मिले 50 हजार डॉलर बाद में लौटा दिए थे। एफआईआर में कहा गया है कि पिछले 2-3 महीने से प्रकाश झा को धमकी भरे ईमेल और कॉल्स आ रहे हैं। 2-3 करोड़ रुपये न देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने बताया कि दोनों एनआरआई ने प्रकाश झा के एक दोस्त को भी न्यू यॉर्क में धमकी दी है।

Delhi Police: Traffic Challan: शराब पीकर ड्राइविंग करने वाले युवक को जामा मस्जिद में जाकर कम्यूनिटी सर्विस करने के निर्देश..

(दिल्ली)।। अदालत ने शराब पीकर ड्राइविंग करने वाले युवक को जामा मस्जिद में जाकर कम्यूनिटी सर्विस करने के निर्देश दिए है। युवक को ट्रायल कोर्ट ने शराब पीकर ड्राइविंग करने के मामले में 10 दिन की सजा सुनाई थी। अडिशनल सेशन जज वीरेंद्र भट्ट की अदालत ने ट्रायल कोर्ट द्वारा सुनाई गई सजा पर रोक लगाने के बाद यह आदेश दिया।
अदालत ने अपने फैसले में धर्मग्रंथों का हवाला देते हुए कहा कि क्षमा सर्वश्रेष्ठ सजा है। इसलिए इस तरह के छोटे-मोटे मामलों में धर्मग्रंथों में वर्णित इस सिद्धांत को लागू किया जाना चाहिए। अदालत यह टिप्पणी मैजिस्ट्रेट द्वारा पुरानी दिल्ली में रहने वाले सलमान नामक युवक को सुनाई गई 10 दिन की सजा निरस्त करते हुए की। युवक को व्यक्तिगत बॉन्ड और एक जमानती पेश करने पर एक साल के प्रोबेशन पर रिहा करने के निर्देश दिए। अदालत ने युवक को दो महीने तक हर शुक्रवार दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक जामा मस्जिद में सेवा करने के निर्देश दिए है। युवक को दो महीने बाद जामा मस्जिद के शाही इमाम द्वारा जारी किया गया सर्टिफिकेट अदालत में पेश करना होगा।

Delhi Police: Traffic Checking Drive: एक भी महिला नहीं मिली दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को ड्रंकन ड्राइविंग में..बताए क्यों ?

दिल्ली की महिलाओं ने एक और उदाहरण पेश किया है। ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक इस साल ड्रंकन ड्राइविंग की चेकिंग के दौरान एक भी महिला ड्राइवर शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए नहीं पाई गई। इस दौरान कुछ सड़क हादसे जरूर ऐसे हुए हैं , जिनमें महिलाएं शराब पीकर गाड़ी चलाती हुई पाई गई थीं , लेकिन उन मामलों में कार्रवाई करने का जिम्मा ट्रैफिक पुलिस के बजाय लोकल पुलिस का था। जॉइंट कमिश्नर ( ट्रैफिक ) सत्येंद्र गर्ग के मुताबिक महिलाएं न केवल सेफ ड्राइवर होती हैं , बल्कि ड्रंकन ड्राइविंग से भी परहेज करती हैं। इस साल टै्रफिक पुलिस लगातार ड्रंकन ड्राइविंग की चेकिंग करती आई है , लेकिन अभी तक चेकिंग में एक भी महिला ड्रंकन ड्राइविंग करती हुई नहीं पाई गई।
दिल्ली में ड्राइविंग करने वालों में महिलाएं की तादाद महज 7 फीसदी ही है। आमतौर पर महिलाएं देर रात को भी ड्राइविंग कम ही करती हैं। चूंकि महिलाएं ड्राइविंग करते वक्त अपनी व दूसरों की सुरक्षा को लेकर काफी सजग रहती हैं , ऐसे में वे ड्रंकन ड्राइविंग से भी परहेज करती हैं। चेकिंग में शामिल रहने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के मुताबिक इक्का दुक्का मामलों को छोड़कर न तो महिला ड्राइवरों को चेकिंग के लिए रोका जाता है और न एलकोमीटर से उनकी चेकिंग की जाती है। इसकी दो वजहें हंै। एक तो यह धारणा है कि आमतौर पर महिलाएं ड्रंकन ड्राइविंग नहीं करती है , इसलिए उनकी चेकिंग भी कम ही होती है। दूसरी बड़ी वजह ट्रैफिक पुलिस में महिला स्टाफ की कमी है।
ट्रैफिक पुलिस में इस वक्त तकरीबन 500 ही महिला पुलिसकर्मी हैं। इनमें एक एसीपी , 4 इंस्पेक्टर , 15 एसआई और एएसआई के अलावा 450 से ज्यादा हवलदार और सिपाही रैंक की महिला पुलिसकर्मी हैं। इनमें से ज्यादातर महिलाओं की ड्यूटी दिन के वक्त ही लगती है। चूंकि ड्रंकन ड्राइविंग की चेकिंग रात 8-9 बजे के आसपास से शुरू होती है और देर रात 12-1 बजे तक चलती रहती है , ऐसे में आमतौर पर या तो महिला ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को चेकिंग ड्यूटी में नहीं लगाया जाता है या फिर उन्हें थोड़ी देर के लिए ही ड्यूटी पर बुलाया जाता है। ऐसे में महिलाओं की चेकिंग कम ही हो पाती है। जॉइंट कमिश्नर का कहना है कि जिन जगहों पर महिलाओं द्वारा ड्रंकन ड्राइविंग करने की संभावना रहती है , उन इलाकों में चेकिंग के दौरान महिला स्टाफ को भी तैनात किया जाता है और वे ड्राइविंग कर रही महिलाओं की चेकिंग भी करती हैं।