Wednesday, February 8, 2012

Haryana Police: Faridabad: सुरजकुंड मेले पुलिस बंदोबस्त हुआ सख्त, पुलिस अधिकारियों की हुई मॉक ड्रिल..

फरीदाबाद, जागरण संवाद केंद्र : सूरजकुंड मेले में तैनात सुरक्षा कर्मियों की तत्परता को जाचने के लिए बुधवार को दिन में पुलिस अधिकारियों ने केरल गेट के साथ पार्किग में मॉक ड्रिल की। इस दौरान संदिग्ध कार में बम मिलने की सूचना पर कुछ ही पलों में बम निरोधक दस्ते, डॉग स्कवैड, स्वाट टीम, फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस मौके पर पहुंच गईं। सभी की टाइमिंग पर आला अधिकारियों ने संतुष्टि जताई। दिन में साढ़े बारह बजे मेला कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि केरल गेट के पास पार्किग में संदिग्ध कार खड़ी है, जिसमें बम हो सकता है। सूचना मिलते ही बम निरोधक दस्ता, स्वाट टीम, फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस मौके पर पहुंच गईं। दस्ते का नेतृत्व डीसीपी मुख्यालय नाजनीन भसीन व एसीपी सेंट्रल कुलदीप सिंह कर रहे थे। पार्किग में संबंधित कार के आसपास पुलिस ने रेत के बोरे लगा दिए और वहा से लोगों को दूर हटा दिया। बम निरोधक दस्ते ने नवीनतम उपकरणों की मदद से कुछ ही देर में कार को चेक करके बता दिया कि कार में ऐसी कोई संदिग्ध वस्तु नहीं है। मौके पर मौजूद डीसीपी मुख्यालय नाजनीन भसीन व एसीपी कुलदीप सिंह ने बताया कि कवायद सभी टीमों की तत्परता जाचने के लिए की गई थी। उन्होंने बताया कि सभी टीमों की टाइमिंग सही थी और कुछ ही देर में बम निरोधक दस्ते ने कार की जाच कर क्लीयरेस दे दी थी।

Delhi Police: ज्वाइंट कमिश्नर (क्राइम) करेंगे कांस्टेबल को रेंगने की सजा देने मामले की जांच, दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस घटना पर पुलिस आयुक्त बी के गुप्ता से मांगा जवाब...

दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) संदीप गोयल एक आईपीएस अधिकारी की एक कांस्टेबल को रेंगने की सजा देने मामले की जांच करेंगे. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत सिंह ने यहां बताया कि सयुंक्त आयुक्त अदालत के निर्देशानुसार जारी करेंगे. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) सेजू जी कुरूविला ने एक कांस्टेबल को ड्यूटी के दौरान फोन पर बतियाने पर कथित रूप से रेंगने के लिए मजबूर किया था. यह वाकया खूब सुर्खियों में रहा. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोयल घटना की जांच करेंगे और जरूरत महसूस होने पर वह संबंधित कांस्टेबल एवं कुरूविला के बयान भी लेंगे. इसी बीच दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी इस घटना पर पुलिस आयुक्त बी के गुप्ता एवं कुरूविला से जवाब मांगा है.

Delhi Police: सिपाही को कोर्ट परिसर में गुलाटी मारने का आदेश देने वाला आईपीएस फंसा..अदालत ने पूछा आपके खिलाफ मुकदमा क्यों ना दर्ज हो????

नई दिल्ली. दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही को लापरवाही बरतने पर एक आईपीएस अधिकारी ने परिसर में ही 'बंदर' बनाने के मामले में कोर्ट ने सख्त रुख अपना लिया है। पटियाला कोर्ट ने कथित लापरवाही बरतने वाले सिपाही को भरी अदालत में ही गुलाटियां मारने का आदेश देने वाले अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुजे पी. कुरूबिला को नोटिस भेजकर पूछा है कि उनके खिलाफ मुकदमा क्यों न दर्ज किया जाए? दरअसल, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी कुरूबिला सिविल ड्रेस में मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट में औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। सिपाही दिनेश को ड्यूटी पर लापरवाही बरतते हुए लंबे समय से फोन पर बात करता देख कुरूबिला आगबबूला हो गए। उन्होंने दिनेश को गुलाटी मारते हुए अदालत परिसर का चक्कर लगाने का तुगलकी फरमान सुना दिया। सिपाही ने भी मामले को यहीं निपटता देख सार्वजनिक बेइज्जती की परवाह नहीं की और भरी अदालत में ही करीब 250 मीटर तक बंदर की तरह गुलाटियां मारता रहा। चश्मदीदों के मुताबिक कुरूबिला मदारी की तरह पीछे-पीछे चलता रहा और बंदर बना सिपाही आगे-आगे गुलाटी मारता रहा। इस तमाशे को परिसर में मौजूद कुछ वकीलों ने अपने मोबाइल कैमरा से रिकार्ड कर लिया। मौके पर मौजूद वकीलों ने पीसीआर को फोन कर मामले की जानकारी पुलिस को दी थी।

Meghalaya Police: Meghalaya government has constituted a Police Accountability Commission (PAC) to improve policing, work culture and also ensuring strict maintenance of discipline within the force..

SHILLONG: In the backdrop of reports of rising cases of corruption, dereliction of duty and highhandedness in the state police force, the Meghalaya government has constituted a Police Accountability Commission (PAC) to improve policing, work culture and also ensuring strict maintenance of discipline within the force. "We have set up a police accountability commission in accordance with Section 74 of the Meghalaya Police Act (MPA)," home minister HDR Lyngdoh told reporters here. On the role and function of the commission, Lyngdoh said, "The function and powers of the commission will be similar to that of a civil court enforcing trials and suits against any complaints against the department or its personnel." Headed by the home minister, the commission will have the chief secretary, home secretary and DGP as members. Apart from government officials, the commission will also have non-official members. "The government has decided to have three non-official members, whose selection will be based on transparency," the home minister said. He added that non-official members of the commission would comprise retired government officers not below the rank of a principal secretary or inspector general of police (IGP) and a person having 10 years' experience in public administration. Last year, in compliance with the Meghalaya Police Act, the state government had set up the State Security Commission headed by the chief minister. Welcoming the development, a retired police officer, who did not want to be named, said, "The police force in Meghalaya needs total overhauling. Most criminal cases in this state lead to nowhere and there are very few cases which ultimately get resolved."

Sunday, January 29, 2012

Police Awards: HP Police: Shimla: हिमाचल पुलिस के पांच पुलिसकर्मी राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित..

शिमला : गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदेश के पांच पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। इस सूची में आइजी पुलिस होमगार्ड शिमला के आइपीएस अधिकारी शिव राम शर्मा को विशिष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। धर्मशाला में तैनात डीएसपी स्टेट सीआइडी परस राम, सीआइडी यूनिट चंबा के इंस्पेक्टर भुवनेश कुमार, स्टेट सीआइडी शिमला के इंस्पेक्टर राकेश कुमार पठानिया और पीएसबी नगर जिला किन्नौर के हेड कांस्टेबल टेकचंद को उत्कृष्ठ सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।

Police Awards: Maharastra Police: महाराष्ट्र पुलिस के राष्ट्रपति पुलिस पदक विजेताओं की सूची...

On the occasion of Republic Day, as many as nine policemen serving in various police establishments in Pune and one from Solapur have been nominated for the President’s Police Medal for distinguished service. Among them are additional director general of police and state CID chief Ashok Dhiware, deputy superintendent (DySP) Deepak Bhikoba Humbre, senior police inspectors Ganpat Vithoba Nikam, Manohar Joshi, inspectors Balraj Shivraj Lanjile, Dattatraya Dnyaoba Pawar, J S Pathan, sub-inspector Ramesh Vitthal Bhosale and assistant sub inspector Sitaram Babanrao Narke and DySP Milind Kalidas Patil from Solapur. Dhiware joined the Maharashtra Police Service as deputy superintendent in 1978. As inspector general (Nagpur range) he succeeded in collecting soft intelligence with the help of community policing Janjagran Abhiyan, which resulted in the arrest of 19 hardcore Naxalites, 116 associates and elimination of 26 Naxalites and surrendering of 40 Naxalties and 51 associates.
Humbre joined the state police as sub inspector in 1987. He is currently posted with the state CID, Pune. He has so far received 201 prizes and 29 certificates for crime detection and investigation skills. In his 25 years of service, he has also worked in Mumbai, Pune and Aurangabad and arrested notorious criminals like Jagdish Shankar Yadav, besides solving serious crimes. Nikam is currently attached to the special branch of Pune city police. He joined the police force in 1977 as a constable. He has so far received 258 prizes and 38 certificates for crime detection and investigation. Joshi is currently posted at Deccan Gymkhana police station of city police. He joined the police force in 1984 as sub inspector. He worked in different parts of the state and has so far received 305 rizes. Pune police commissioner Meeran Borwankar gave him a reward of Rs 2,500 for recording the conversation between Shiv Sena leaders Neelam Gorhe and Milind Narvekar, allegedly about causing violence in the city during the bandh called on December 28, 2010.

Police Awards: Andaman & Nicobar Police: Cop who probed Jarawa dancing case gets Prez Police medal

Port Blair, Jan 26 (PTI) Superintendent of Police, South Andaman, S B S Tyagi, who led the team probing the episode of dancing of semi-naked Jarawa tribal women before tourists, has been awarded the President's Police Medal for meritorious service. Tyagi who had joined Delhi Police as Assitant Commissioner of Police in 1984, joined the Andaman and Nicobar Police as Commandant of Indian Reserve Police since 2009. He has been Superintendent of Police in South Andaman since 2010. He also served as a Deputy Commissioner of Police in Rashtrapati Bhavan as incharge of President's security during the tenures of A P J Abdul Kalam and Pratibha Patil.
After the video featuring the dancing jarawa women was posted on the website of a British daily, he was tasked to find the people responsible for videographing semi-naked jarawa women who were asked to dance in front of tourists in exchange for food. Within a fortnight after detailed investigations, South Andaman Police led by Tyagi nabbed two persons responsible for shooting the video and providing it to a UK-based journalist in return for a hefty amount.