Tuesday, February 14, 2012

MP Police: Bhopal: दिल्ली के मध्यप्रदेश भवन में जवानों की हालात पर पसीजे शिवराज, जवानों के लिए सारे इंतजाम करने के दिए इंतजाम..

भोपाल। पिछले दिनों नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में स्थित एमपी भवन के प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का वहां तैनात पुलिस जवानों की दयनीय स्थिति देखकर दिल पसीज गया। उन्होंने आनन-फानन में निर्देश दिये कि इन पुलिस जवानों के ठहरने के स्थान में उपयुक्त व्यवस्थायें तुरन्त की जायें। दरअसल मप्र भवन एवं अन्य वीवीआईपीगणों की सुरक्षा हेतु प्रदेश के विशेष सशस्त्र बल की एक कम्पनी तैनात है जिसमें करीब 84 पुलिस जवान पदस्थ हैं। इनके ठहरने की व्यवस्था मप्र भवन के पीछे बैरकों में है। मप्र भवन में तैनात पुलिस महानिरीक्षक प्रज्ञा रिचा श्रीवास्तव के अनुसार, सीएम ने बैरकों की नई दिल्ली की भयंकर ठण्ड एवं गर्मी के हिसाब से स्थिति उपयुक्त न होने के कारण इनमें सुधार के निर्देश दिये हैं लेकिन यह कार्य सामान्य प्रशासन विभाग को करना है, सीधे इसमें उनका कोई दखल नहीं है। आईजी के अनुसार, बैरकों में पुलिस जवान अकेले रहते हैं क्योंकि परिवार सहित रहने की उसमें स्थान नहीं रहता है। इन बैरकों में शौचालय की भी साफ-सुथरी व्यवस्था नहीं है। शीत एवं ग्रीष्म से बचने के लिये बैरकों की सही बनावट भी नहीं है। आईजी श्रीवास्तव के अनुसार, तात्कालिक व्यवस्था के तहत बैरकों में शौचालय और ठण्ड एवं गर्मी से बचने के उपाय किये जा सकते हैं तथा इस रुका शासकीय फण्ड रिलीज हो सकता है परन्तु बैरकों में नये आवास बनाने के लिये लम्बी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा जिसमें डीपीआर एवं बजट प्रावधान की जरुरत पड़ेगी।इधर सीएम के लिखित निर्देश जीएडी को पहुंचे हैं कि मप्र भवन के जवानों के उपयुक्त आवास एवं स्थान एवं अन्य सुविधाओं की तत्काल व्यवस्था की जाये। ज्ञातव्य है कि सीएम चौहान ने भोपाल एवं अन्य जिलों में भी इससे पहले छोटे स्तर के पुलिसकर्मियों के आवासों का निरीक्षण कर चुके हैं और उन्होंने इनकी दयनीय अवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दे रखे हैं। गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता इस सम्बन्ध में विभाग एवं पुलिस के आला अफसरों के साथ बैठक कर आवश्यक कार्यवाही की हिदायतें भी दे चुके हैं।

Saturday, February 11, 2012

Bihar Police: Gaya: मगध पुलिस रेंज के छह पुलिसकर्मी बर्खास्त..

GAYA: No less than six police officers have been dismissed in the Magadh Police Range during the last four days as Magadh took the lead in the execution of DGP Abhayanand's drive against incidents of bribery and moral turpitude among Bihar police personnel. Whereas five police officers including three sub-inspectors (SIs) were dismissed from service on bribery charge on Thursday evening, one ASI met a similar fate a couple of days back. Magadh Range DIG Naiyyer Hasnain Khan passed the dismissal order. Almost similar fate awaits two more police personnel and the final decision is to be taken by Gaya SSP Vinay Kumar as they belong to the constabulary and the SSP is the competent authority to take the final call in respect of the constabulary. The police personnel who lost their jobs following the completion of department-related proceedings holding them guilty of bribery charge are __ SI Naurangi Baitha, SI Ajay Kumar Sinha, SI Shiv Kumar Prasad Sinha, ASI Nagindra Pratap Singh, ASI Bindeshwari Pande and ASI Ram Narain Singh.

Jharkhand Police: Ranchi: निशानेबाजी में रांची के सीनियर एसपी साकेत कुमार सिंह शत प्रतिशत अंक लाकर पहले स्थान पर...

रांची: हाथों में थामे थे एके 47 रायफल और सामने था टारगेट। हर कोई निशाना साध रहे थे टारगेट पर, कोई पास तो कोई हो रहे थे फेल। निशानेबाजी में रांची के सीनियर एसपी साकेत कुमार सिंह शत प्रतिशत अंक लाकर पहले स्थान पर रहे। सिटी एसपी रंजीत कुमार प्रसाद दस में से नौ अंक लाकर दूसरे स्थान पर रहे। जगन्नाथपुर के थानेदार चितरंजन मिश्रा तो फेल कर गए। उनका हर निशाना चूक गया। दस में से एक भी अंक थानेदार को नहीं मिला। थानेदार की इस निशानेबाजी की पुलिस महकमे में खासा चर्चा है। जैप टू ग्राउंड में निशानेबाजी का आयोजन किया गया था। इस निशानेबाजी में सभी थानेदार, डीएसपी, इंस्पेक्टर, सिटी एसपी व सीनियर एसपी शामिल हुए। निशानेबाजी के लिए एके 47 व पिस्टल दी गई थी। सीनियर एसपी ने पिस्टल व एके 47 रायफल से निशानेबाजी की, उन्हें दस में दस अंक मिले। सीनियर एसपी ने बोतल के ऊपर लगे ढक्कन को भी एक ही गोली में उड़ा दिया। वहीं सिटी एसपी रंजीत कुमार प्रसाद दस में से नौ अंक लाकर दूसरे स्थान पर रहे। खलारी के डीएसपी विजय कुजूर दस में से आठ अंक हासिल किए। सिल्ली के डीएसपी आनंद जोसेफ तिग्गा ने दस में से दस अंक लाकर अव्वल रहे। सदर के थानेदार निरंजन कुमार सिंह निशानेबाजी में अव्वल रहे। उन्होंने भी दस में दस लाया। मेसरा ओपी इंचार्ज सुमित कुमार दस में से छह अंक लाए। इंस्पेक्टर दिलीप कुमार वर्मा दस में से पांच अंक लाए। लालपुर के थानेदार वेकेंटेस प्रसाद पिस्टल से सात व एके 47 से छह निशाना साधे। लालपुर सर्किल इंस्पेक्टर हरिशचंद्र सिंह सात पिस्टल से व छह एके 47 रायफल से निशाना साधे। इसी माह जनवरी में पूरे जिले के थानेदारों की निशानेबाजी होगी। इसकी तारीख बाद में तय की जायेगी। निशानेबाजी में हर किसी थानेदार को मौका दिया जायेगा। साकेत कुमार सिंह सीनियर एसपी, रांची

Jharkhand Police: Ranchi: राज्य पुलिस सेवा के 11 अधिकारियों को आईपीएस संवर्ग देने के लिए केंद्र ने आदेश जारी..

रांची। राज्य पुलिस सेवा के 11 अधिकारियों को आईपीएस संवर्ग देने के लिए केंद्र ने आदेश जारी कर दिया है। अब राज्य सरकार को अधिसूचना जारी करनी है। केंद्र का निर्देश मिलते ही राज्य के गृह विभाग द्वारा इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी। जिन अधिकारियों को आईपीएस संवर्ग दिया जा रहा है, उनमें मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे एसपी सुरक्षा मनोज कुमार सिंह भी शामिल हैं। इनके अलावा निर्मल कुमार मिश्र, नागेंद्र चौधरी, अमरजीत बलिहार, पीके कर्ण, अमरनाथ मिश्र, विपुल शुक्ला, अवध बिहारी राम, निरंजन प्रसाद, मदन मोहन लाल, चंद्रशेखर प्रसाद को भी आईपीएस संवर्ग दिया गया है।

Punjab Police: Ludhiana: डीसीपी गिल हत्याकांड में नहीं मिल रहा हत्यारा, साथ मृत मिली महिला के परिजनों को पूछताछ के लिए उठाया...

लुधियाना. डीएसपी हत्याकांड में पुलिस ने महिला मोनिका कपिला के पति, भाई तथा नजदीकी को राउंड अप किया है। हालांकि देर शाम उसके भाई को छोड़ दिया गया। मगर अन्य दोनों लोगों से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी खुद पूछताछ कर रहे हैं। उनके मिली अहम जानकारी के बाद पुलिस की तीन टीमों को शहर से बाहर रवाना किया गया है। मोनिका के भाई के जिस दोस्त को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, वो गांव जवद्दी का रहने वाला बताया जा रहा है। दोहरे हत्याकांड के बाद गोल्फ लिंक इलाके से सटे गांवों की खाक छान रही एसआईटी ने कुछ सूचियां तैयार की हैं। इनमें उन संदिग्ध लोगों के नाम शामिल किए गए हैं, जो वारदात वाले दिन या फिर उसके बाद से अपने घरों से गायब हैं। अब पुलिस का फोक्स उन लोगों की तरफ है, जो वारदात वाले दिन व समय घटना स्थल या फिर उसके आस पास मौजूद थे। मोबाइल टावरों द्वारा उस लोकेशन में जितने भी लोगों की मौजूदगी पाई गई है। पुलिस उनके नंबरों के आधार पर तलाश कर रही है। पुलिस की सीआईए टीम ने नूर पूर बेट, बारणहारा, तलवाड़ा और प्रताप सिंह वाला से दस लोगों को हिरासत में लिया है। उधर पुलिस घटनास्थल से मिले खून के सैंपल को उन संदिग्ध लोगों के खून से मैच कराएगी, जिनको चोट लगी हुई हैं।

MP Police: Shivpuri: मध्य प्रदेश पुलिस का शानदार काम, डकैत इंदर को मार गिराया..

शिवपुरी। डकैत इंदर आदिवासी को शुक्रवार की सुबह पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। सतनबाड़ा थाना क्षेत्र के रायपुरा के जंगल में हुई मुठभेड़ के दौरान इंदर के दो अन्य साथी भागने में सफल हो गए। डकैत के पास से पुलिस ने दो रायफल, 49 जिंदा कारतूस और सोलर प्लेट बरामद की है। पुलिस को सूचना मिली थी कि डकैतों का गिरोह पचपेड़िया गांव में डकैती डालने वाला है। डकैत इंदर ने छह महीने पहले कुख्यात डकैत पप्पू गुर्जर से अलग होकर अपना गिरोह बना लिया था। इंदर के खिलाफ पुलिस से हथियार लूटने, पुलिसकर्मी की हत्या और अपहरण समेत करीब एक दर्जन से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। डकैतों के मूवमेंट की खबर मिलने पर पुलिस पूरी रात रायपुरा के जंगल में रास्ते के किनारे डेरा डाले रही, लेकिन डकैत नहीं आए। सुबह लगभग 6.30 बजे इंदर आदिवासी अपने दो अन्य साथियों के साथ आता दिखा, रोकने पर डकैतों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें इंदर मौके पर ही ढेर हो गया, जबकि उसके दो अन्य साथी भागने में सफल हो गए। डकैत इंदर का परिचय नाम: इंदर आदिवासी पिता: भद्दू आदिवासी उम्र: 26 साल निवासी: डोंगर सहरयाना सतनबाड़ा

MP Police: Indore: नर्मदा में साल 2005 में बहे 70 लोगों की मौत पर उठा सवाल, हाईकोर्ट ने पूछा जांच पूरी क्यों नहीं हुई..

इंदौर। हाई कोर्ट इंदौर ने पुलिस से सवाल किया कि धाराजी हादसे (जिसमें 70 लोगों की मौत हुई थी) की जांच छह साल बाद भी पूरी क्यों नहीं हुई? कोर्ट ने जांच जल्द पूरी कर 13 मार्च तक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को जस्टिस एम.सी. गर्ग की एकल पीठ में सुनवाई हुई। अदालत के आदेश पर देवास के प्रभारी एसपी तिलक सिंह एवं एसडीओपी के.के. शर्मा कोर्ट में हाजिर हुए। राज्य के अतिरिक्त महाधिवक्ता मनोज द्विवेदी ने अदालत को बताया कि उस समय ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के लिए उन्हें मेमो दिया गया है। जांच अंतिम चरण में है और जल्द ही चालान पेश किया जाएगा। पुलिस ने सफाई दी कि नर्मदा हाईड्रोलिक कॉपरेरेशन लिमिटेड को 20 से अधिक बार पत्र लिखे किंतु उसने जानकारी देने में आनाकानी की कि नदी में बांध का पानी अचानक क्यों छोड़ा था? इस पर कोर्ट ने लताड़ लगाई कि पुलिस के पास समुचित अधिकार होते हुए भी उसका उपयोग क्यों नहीं किया जबकि निचली अदालत जांच में दस्तावेज प्राप्त करने के आदेश दे चुकी थी। स्टे समाप्त किया कॉपरेरेशन ने घटना के तीन साल बाद हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी कि अब तक जांच पूरी नहीं हुई है। अत: प्रकरण समाप्त किया जाए। इस पर कोर्ट ने स्टे दिया था। गुरुवार को हाई कोर्ट ने स्टे समाप्त करते हुए कॉपरेरेशन को निर्देश भी दिया कि वह पुलिस को जांच में सहयोग करते हुए हर जानकारी दे। यह है मामला देवास जिले की बागली तहसील में वर्ष 2005 में धाराजी तीर्थस्थल पर मेले के अवसर पर हजारों तीर्थ यात्री जमा थे। तभी अचानक नदी में पानी छोड़ने से 70 लोगों की बह जाने से मौत हो गई और 10 लोग लापता हो गए। हादसे के बाद पुलिस ने कॉपरेरेशन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की किंतु जांच ठंडे बस्ते में डाल दी। हालांकि कॉपरेरेशन को जानकारी देने के लिए पत्र लिखे कि पानी छोड़ने के लिए दोषी कौन है? कॉपरेरेशन ने भी यह जानकारी नहीं दी। पुलिस ने देवास की निचली अदालत में इस्तगासा लगाया, जिस पर निचली अदालत ने कॉपरेरेशन को जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे।