In a setback to what former home minister R R Patil has envisioned for Mira Road, local land mafia and illegal businesses are making a comeback with a vengeance, say police sources.
The suburb had been a cause of concern for Patil three years ago. Rampant land grabbing, indomitable land mafia and illegal businesses thrived as the police turned a blind eye.
That’s when Patil sought to combat the problem by posting only young IPS officers at Mira Road Police Subdivision. The post has traditionally been occupied by promotee officers who would work in the area all through their service terms and ultimately build relations with criminal elements. They would later exploit each other symbiotically, Patil had realised.
Patil’s plan worked well initially. After IPS officer Sharda Nikam was posted to the area three years ago, the region witnessed a considerable decrease in crime. IPS officer Maithili Jha, who was appointed after Nikam, had also managed to maintain a similar control over criminal elements.
But last week things underwent a sea change. Less than eight months after her posting, Maharashtra Home Department shunted Jha out and posted her to Javhar subdivision of Thane rural district. A promotee officer, who is on the verge of retirement, has taken her place.
‘Officers pay huge sums for Mira Road posting’
“The purpose of posting young IPS officers was to stop police from falling prey to the local mafia. By transferring Jha before she completed her term, the government is sending a signal that it has succumbed to the pressure from vested interests,” said an IPS official who did not wish to be named.
Though Mira Road falls under the jurisdiction of Thane rural police, it is situated far from the district headquarters where the chief is posted, making it difficult for the officer to keep a check on the area.
“Mira Road is a hub of flesh trade and other illegal businesses. None of them can flourish without the tacit support of police. Officers are therefore always ready to pay huge sums to get be posting there,” said a senior IPS officer who was once the district police chief there.
“Patil realised that it was essential to post someone who would not succumb to the bad elements easily. Hence, it was decided to post probationary IPS officers,” said another official. Sources said IPS officers are shunted out prematurely only if they land in a controversy. But in Jha’s case, her tenure was non-controversial, they added.
पुलिस की खबरें, सिर्फ पुलिस के लिए ...... An International Police Blog for police personnels and their family, their works, their succes, promotion and transfer, work related issues, their emotions,their social and family activities, their issues and all which related to our police personnels.
Friday, April 29, 2011
Thursday, April 28, 2011
Maharastra Police: police training sex scandle : पुलिस ट्रेनिंग स्कूल की 11 कांस्टेबल प्रेग्नेंट
कोल्हापुर। महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक शहर के एक पुलिस ट्रेनिंग स्कूल पर यौन शोषण का आरोप लगा है। स्कूल में 11 ट्रेनी कांस्टेबल प्रेग्नेंट हुई हैं जिनमें से अधिकतर कुंवारी हैं।
पुलिस ने ट्रेनिंग स्कूल के इंस्पेक्टर युवराज कांबले को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रेनिंग स्कूल के इंस्ट्रक्टर कांबले को मामले का मुख्य आरोपी माना जा रहा है। इस मामले में और लोगों के भी शामिल होने की संभावना है।
मंगलवार को हुए मेडिकल टेस्ट में इस बात का पता चला कि 11 महिला ट्रेनी कांस्टेबल जिनमें से कई कुंवारी हैं, गर्भवती हैं। महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर. आर. पाटिल ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
कोल्हापुर सेक्स स्कैंडल में शामिल हैं बड़े अधिकारी
मुंबई। कोल्हापुर महिला पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में सामने आए सेक्स स्कैंडल ने पूरे महाराष्ट्र में हड़कंप मचा रखा है। सियासत से लेकर अफसरशाही तक हिल गई है। पुलिस ट्रेंनिंग सेंटर मेलड़कियों के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है। इस मामले में एक ट्रेनर को गिरफ्तार किया गया है जबकि उसका आरोप है कि लड़कियों से बलात्कार की वारदात में कई आला अफसर भी शामिल हैं। अब पूरे मामले को दबाने की कोशिशें की जा रही है। जबकि गृहमंत्रालय ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं,नासिक की महिला आईपीएस अधिकारी इस मामले की जांच करेंगी।
कोल्हापुर में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल ही सेक्स स्कैंडल का खुलासा तब हुआ जब एक ट्रेनी महिला कांस्टेबल ने चिठ्ठी के ज़रिए अपनी आप बीती आला अफसरों को बताई। चिट्ठी में पीड़ित लड़की ने खुलासा किया है कि ट्रेनिंग देने के नाम पर कोल्हापुर पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में ट्रेनी महिला कांस्टेबलों के साथ बलात्कार किया जा रहा है। एक दो नहीं दर्जनों लड़कियां इसका शिकार बन चुकी हैं। पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में ये गोरखधंधा संगठित अपराध की तरह चल रहा है। और इस सेक्स स्कैंडल में ट्रेनिंग स्कूल के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं।
इस सनसनीखेज खुलासे के बाद सूबे की सरकार हरकत में आई और महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आर. पाटिल ने फौरन मामले की जांच के आदेश दे दिए। पाटिल ने कहा कि कोल्हापुर सेक्स सकैंडल मामलें में नासिक की महीला आईपीएस को इस मामले की जांच का आदेश दिया गया है। अब तक इस मामले में 3 लड़कियां आरोपों के साथ सामने आई हैं।
सूत्रों की मानें तो मेडिकल जांच में 8 और ट्रेनी कांस्टेबलों के साथ यौन शोषण की पुष्टि हो चुकी है। यानि अबतक 11 लड़कियों के साथ बलात्कार की बात साफ हो चुकी है। जबकि कई लड़कियों की मेडिकल रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। हिरासत में लिए गए ट्रेनर युवराज कांबले और उसका परिवार आला अधिकारियों पर संगीन आरोप लगा रहा है। ट्रेनर कांबले के मुताबिक सेक्स स्कैंडल के असल आरोपी ट्रेनिंग स्कूल के बड़े अधिकारी हैं। अधिकारी खुद को बचाने के लिए उसे बलि का बकरा बना रहे हैं। यही नहीं अधिकारियों के डर से ज्यादातर पीड़ित लड़कियां सामने नहीं आ रहीं हैं।
ट्रेनर की पत्नी अमृता ने बताया कि मेरे पति को फंसाने की साजिश की जा रही है। जो असली गुनहगार हैं उन्हें बचाया जा रहा है। वहीं,इस खुलासे से घबराई सरकार ने कई ट्रेनी लड़कियों को छुट्टी पर भेज दिया है। तो कई को आनन फानन में नागपुर शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि कोल्हापुर के सांसद सदाशिव ने इस मामले की सीआईडी जांच की मांग की है।
पुलिस ने ट्रेनिंग स्कूल के इंस्पेक्टर युवराज कांबले को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रेनिंग स्कूल के इंस्ट्रक्टर कांबले को मामले का मुख्य आरोपी माना जा रहा है। इस मामले में और लोगों के भी शामिल होने की संभावना है।
मंगलवार को हुए मेडिकल टेस्ट में इस बात का पता चला कि 11 महिला ट्रेनी कांस्टेबल जिनमें से कई कुंवारी हैं, गर्भवती हैं। महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर. आर. पाटिल ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
कोल्हापुर सेक्स स्कैंडल में शामिल हैं बड़े अधिकारी
मुंबई। कोल्हापुर महिला पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में सामने आए सेक्स स्कैंडल ने पूरे महाराष्ट्र में हड़कंप मचा रखा है। सियासत से लेकर अफसरशाही तक हिल गई है। पुलिस ट्रेंनिंग सेंटर मेलड़कियों के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है। इस मामले में एक ट्रेनर को गिरफ्तार किया गया है जबकि उसका आरोप है कि लड़कियों से बलात्कार की वारदात में कई आला अफसर भी शामिल हैं। अब पूरे मामले को दबाने की कोशिशें की जा रही है। जबकि गृहमंत्रालय ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं,नासिक की महिला आईपीएस अधिकारी इस मामले की जांच करेंगी।
कोल्हापुर में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल ही सेक्स स्कैंडल का खुलासा तब हुआ जब एक ट्रेनी महिला कांस्टेबल ने चिठ्ठी के ज़रिए अपनी आप बीती आला अफसरों को बताई। चिट्ठी में पीड़ित लड़की ने खुलासा किया है कि ट्रेनिंग देने के नाम पर कोल्हापुर पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में ट्रेनी महिला कांस्टेबलों के साथ बलात्कार किया जा रहा है। एक दो नहीं दर्जनों लड़कियां इसका शिकार बन चुकी हैं। पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में ये गोरखधंधा संगठित अपराध की तरह चल रहा है। और इस सेक्स स्कैंडल में ट्रेनिंग स्कूल के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं।
इस सनसनीखेज खुलासे के बाद सूबे की सरकार हरकत में आई और महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आर. पाटिल ने फौरन मामले की जांच के आदेश दे दिए। पाटिल ने कहा कि कोल्हापुर सेक्स सकैंडल मामलें में नासिक की महीला आईपीएस को इस मामले की जांच का आदेश दिया गया है। अब तक इस मामले में 3 लड़कियां आरोपों के साथ सामने आई हैं।
सूत्रों की मानें तो मेडिकल जांच में 8 और ट्रेनी कांस्टेबलों के साथ यौन शोषण की पुष्टि हो चुकी है। यानि अबतक 11 लड़कियों के साथ बलात्कार की बात साफ हो चुकी है। जबकि कई लड़कियों की मेडिकल रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। हिरासत में लिए गए ट्रेनर युवराज कांबले और उसका परिवार आला अधिकारियों पर संगीन आरोप लगा रहा है। ट्रेनर कांबले के मुताबिक सेक्स स्कैंडल के असल आरोपी ट्रेनिंग स्कूल के बड़े अधिकारी हैं। अधिकारी खुद को बचाने के लिए उसे बलि का बकरा बना रहे हैं। यही नहीं अधिकारियों के डर से ज्यादातर पीड़ित लड़कियां सामने नहीं आ रहीं हैं।
ट्रेनर की पत्नी अमृता ने बताया कि मेरे पति को फंसाने की साजिश की जा रही है। जो असली गुनहगार हैं उन्हें बचाया जा रहा है। वहीं,इस खुलासे से घबराई सरकार ने कई ट्रेनी लड़कियों को छुट्टी पर भेज दिया है। तो कई को आनन फानन में नागपुर शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि कोल्हापुर के सांसद सदाशिव ने इस मामले की सीआईडी जांच की मांग की है।
Maharastra Police: police training sex scandle : कोल्हापुर पुलिस ट्रेनिंग स्कूल: सेक्स स्कैंडल की सीआईडी जांच की मांग
मुंबई। निर्दलीय सांसद सदाशिवराव मंडलिक ने कोल्हापुर पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में सेक्स स्कैंडल की सीआईडी जांच की मांग की है। उन्होंने इस कांड में गिरफ्तार ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर युवराज कांबले का लाइ डिटेक्टर टेस्ट कराने की मांग भी की है।
मंडलिक ने आरोप लगाया कि ट्रेनी महिला कांस्टेबलों का कई वर्षों से यौन शोषण हो रहा था और इसमें पुलिस विभाग के आला अफसरों के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार कांस्टेबल कांबले ने शाहूपुरी पुलिस स्टेशन में जो बयान दिया है उसमें पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश्वर मुंडे और पुलिस उप-अधीक्षक विजय परकाले के भी सेक्स स्कैंडल में शामिल होने की बात कही है।
यही वजह है कि मंगलवार को पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में सेक्स स्कैंडल के खुलासे के फौरन बाद गृह मंत्री आरआर पाटिल ने जांच का आदेश देते हुए नासिक ग्रामीण की तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारी मैथिली झा को जांच अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। उधर, शिवसेना की महिला इकाई ने उप-जिलाधिकारी को एक ज्ञापन देकर जांच में समाजसेविकाओं को भी शामिल करने की मांग की है।
मंडलिक ने आरोप लगाया कि ट्रेनी महिला कांस्टेबलों का कई वर्षों से यौन शोषण हो रहा था और इसमें पुलिस विभाग के आला अफसरों के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार कांस्टेबल कांबले ने शाहूपुरी पुलिस स्टेशन में जो बयान दिया है उसमें पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश्वर मुंडे और पुलिस उप-अधीक्षक विजय परकाले के भी सेक्स स्कैंडल में शामिल होने की बात कही है।
यही वजह है कि मंगलवार को पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में सेक्स स्कैंडल के खुलासे के फौरन बाद गृह मंत्री आरआर पाटिल ने जांच का आदेश देते हुए नासिक ग्रामीण की तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारी मैथिली झा को जांच अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। उधर, शिवसेना की महिला इकाई ने उप-जिलाधिकारी को एक ज्ञापन देकर जांच में समाजसेविकाओं को भी शामिल करने की मांग की है।
Maharastra Police: पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में 3 साल से चल रहा था सेक्स का 'खेल'?
कोल्हापुर. महाराष्ट्र के कोल्हापुर में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में यौन शोषण का मामला गरमाने लगा है। महिला कांस्टेबल के यौन शोषण के आरोपी इंस्पेक्टर युवराज कांबले को गिरफ्तार किया गया है और उसके नारको टेस्ट की मांग की जा रही है। हालांकि कांबले का कहना है कि उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
इस स्कैंडल का खुलासा तब हुआ जब ट्रेनिंग स्कूल की 11 महिला कांस्टेबल के गर्भवती होने की खबरें सामने आईं। गत मार्च में इस स्कूल की 71 महिला कांस्टेबल का मेडिकल टेस्ट किया गया था। ऐसी खबर है कि उस वक्त सिर्फ दो महिला कांस्टेबल के गर्भवती होने की बात सामने आई हालांकि बाद एक को सामान्य करार दिया गया। अब इस स्कूल की 11 ट्रेनी कांस्टेबल के गर्भवती होने की बात कही जा रही है। इनमें से ज्यादातर कुंवारी हैं।
पीडित महिला कांस्टेबल की शिकायत है कि इंस्पेक्टर युवराज कांबले ने गत जनवरी में उसे टेस्ट पेपर देने के बहाने अपने कमरे पर बुलाया और उसकी मजबूरी का फायदा उठाया। आरोप है कि महिला कांस्टेबल की मेडिकल रिपोर्ट में भी हेर फेर की गई है।
स्थानीय सांसद सदाशिव राव का कहना है कि 11 कांस्टेबल गर्भवती हैं। उनके मुताबिक तीन साल से ट्रेनिंग स्कूल में यह खेल चल रहा था। अभी डर के मारे कई कांस्टेबल सामने नहीं आ रही हैं। उन्हें वरिष्ठ अफसरों के घर पर सेक्स के लिए भेजा जाता था।
मामला एक कांस्टेबल की शिकायत के बाद उजागर हुआ। बताया जा रहा है कि पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में यह गोरखधंधा किसी संगठित अपराध का हिस्सा हो सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि जांच के बाद इस मामले में कई रसूखदार लोग बेनकाब हो सकते हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आर पाटिल ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी नाशिक ग्रामीण की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मैथिली झा को दी गई है। महिला आयोग ने भी अपनी ओर से जांच के आदेश दिए हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि मेडिकल जांच में केवल एक महिला गर्भवती पाई गई है और वही शिकायतकर्ता भी है। लेकिन स्थानीय सांसद सदाशिव मंडलिक ने दावा किया कि पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में कुल 11 महिला कांस्टेबल गर्भवती हुई हैं और इनमें से एक कांस्टेबल ने गर्भपात भी कराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक यशस्वी यादव भी इस कांड में शामिल हैं, इसलिए निष्पक्ष जांच के लिए उनका तबादला किया जाना चाहिए।
घटना सामने के बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया है। आरोप इंस्पेक्टर के खिलाफ स्थानीय पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर उसे निलंबित भी कर दिया गया है।
इस स्कैंडल का खुलासा तब हुआ जब ट्रेनिंग स्कूल की 11 महिला कांस्टेबल के गर्भवती होने की खबरें सामने आईं। गत मार्च में इस स्कूल की 71 महिला कांस्टेबल का मेडिकल टेस्ट किया गया था। ऐसी खबर है कि उस वक्त सिर्फ दो महिला कांस्टेबल के गर्भवती होने की बात सामने आई हालांकि बाद एक को सामान्य करार दिया गया। अब इस स्कूल की 11 ट्रेनी कांस्टेबल के गर्भवती होने की बात कही जा रही है। इनमें से ज्यादातर कुंवारी हैं।
पीडित महिला कांस्टेबल की शिकायत है कि इंस्पेक्टर युवराज कांबले ने गत जनवरी में उसे टेस्ट पेपर देने के बहाने अपने कमरे पर बुलाया और उसकी मजबूरी का फायदा उठाया। आरोप है कि महिला कांस्टेबल की मेडिकल रिपोर्ट में भी हेर फेर की गई है।
स्थानीय सांसद सदाशिव राव का कहना है कि 11 कांस्टेबल गर्भवती हैं। उनके मुताबिक तीन साल से ट्रेनिंग स्कूल में यह खेल चल रहा था। अभी डर के मारे कई कांस्टेबल सामने नहीं आ रही हैं। उन्हें वरिष्ठ अफसरों के घर पर सेक्स के लिए भेजा जाता था।
मामला एक कांस्टेबल की शिकायत के बाद उजागर हुआ। बताया जा रहा है कि पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में यह गोरखधंधा किसी संगठित अपराध का हिस्सा हो सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि जांच के बाद इस मामले में कई रसूखदार लोग बेनकाब हो सकते हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आर पाटिल ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी नाशिक ग्रामीण की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मैथिली झा को दी गई है। महिला आयोग ने भी अपनी ओर से जांच के आदेश दिए हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि मेडिकल जांच में केवल एक महिला गर्भवती पाई गई है और वही शिकायतकर्ता भी है। लेकिन स्थानीय सांसद सदाशिव मंडलिक ने दावा किया कि पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में कुल 11 महिला कांस्टेबल गर्भवती हुई हैं और इनमें से एक कांस्टेबल ने गर्भपात भी कराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक यशस्वी यादव भी इस कांड में शामिल हैं, इसलिए निष्पक्ष जांच के लिए उनका तबादला किया जाना चाहिए।
घटना सामने के बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया है। आरोप इंस्पेक्टर के खिलाफ स्थानीय पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर उसे निलंबित भी कर दिया गया है।
Delhi Police: delhi child kidnap case: Recharge coupon led cops to kidnapped Delhi toddler Ishaan
New Delhi: A recharge coupon of a cellphone acted as the all important piece of evidence that led Delhi police to the kidnappers of one-and-a-half-year old Ishaan, who was abducted on April 24. The boy, who was allegedly kidnapped by his maid, was rescued within 72 hours of the incident from the Faridabad area, Police Commissioner BK Gupta said on Wednesday. Five people have been arrested, including the maid Seema.
The cops did not find anything expect a recharge coupon, at the victim's home, as clue. The coupon belonged to Seema. Police brought out Call Detail Records (CDR) of her cellphone number. In the records cops found the number of Pratima, the ex-maid of the family and one of the accused, who had gone to her native village in Orissa. A team was sent and police came to know that Pratima has a lover, Ashok Kiro, who lives in the Capital. Police detained Ashok from Khijrabad area in south Delhi and interrogated him. He broke down and gave up their whole plan to the cops. Police then traced down and arrested the other four accused.
Addressing the media Delhi Police Commissioner BK Gupta said that Ishaan was rescued from Faridabad area in Haryana. Those arrested have been identified as Seema alias Savita Karketa, the new maid of the house, Ashok, Pratima, the ex-maid, Krishan Dev and Shanti alias Anu Begam who ran a placement agency in southeast Delhi.
The Police Commissioner said that the accused had planned to call the family for a ransom of Rs. 2 crore after a month but were arrested yesterday. "They had planned that when the family would lose hope of finding the kid, they would contact them for ransom. Krishan Dev is the mastermind behind the kidnapping. 15 teams of senior police officials were formed and pressed into service to nab the culprits. On Tuesday night police arrested two men and two women in this connection and rescued the boy following a tip-off," said Gupta.
As per the plan of the culprits, Seema was waiting for a chance when to take the boy to the neighbourhood park alone. On April 24 she got this opportunity. She took the boy out on the pretext of playing with him. Krishan and Anu Begam arrived in a car. The trio then escaped with the boy.
For the first night, the accused kept the boy at their rented accommodation in A Block in Nangli Rajapur at Sarai Kale Khan. They had arranged this room on April 22 with the plan in mind. They vacated this room the next day to give the cops a slip. The infant was then taken to Faridabad. The second night they spent at another rented house in Tilpat village in Harkesh Nagar area of Faridabad from where the boy was rescued.
The accused had hired the room at Sarai Kale Khan for Rs. 4000. The rent was given in advance to the landlord. To mislead him the culprits told him and other neighbours that Ishaan was suffering from cancer in his leg and they had hired the room to keep him there after treatment. Krishan the mastermind behind the kidnapping was posing as Ishaan's father and Anu Ara Begam as his mother. Seema had become his maternal aunt.
The Faridabad house was hired for Rs. 1000.
A senior police official said that the miscreants had hired an Indica car from Maharani Bagh to take the boy to Sarai Kale Kahn. "Police will record the statement of the cab driver as it will be useful in the case. The driver will be a witness," said the official.
The official also said that though they had known that the kidnappers were first-timers, they were prepared for a gun-battle. "Police were ready to face them if the accused were to use firearms. Luckily they did not have any such weapons as they are not professional kidnappers," he said.
The cops did not find anything expect a recharge coupon, at the victim's home, as clue. The coupon belonged to Seema. Police brought out Call Detail Records (CDR) of her cellphone number. In the records cops found the number of Pratima, the ex-maid of the family and one of the accused, who had gone to her native village in Orissa. A team was sent and police came to know that Pratima has a lover, Ashok Kiro, who lives in the Capital. Police detained Ashok from Khijrabad area in south Delhi and interrogated him. He broke down and gave up their whole plan to the cops. Police then traced down and arrested the other four accused.
Addressing the media Delhi Police Commissioner BK Gupta said that Ishaan was rescued from Faridabad area in Haryana. Those arrested have been identified as Seema alias Savita Karketa, the new maid of the house, Ashok, Pratima, the ex-maid, Krishan Dev and Shanti alias Anu Begam who ran a placement agency in southeast Delhi.
The Police Commissioner said that the accused had planned to call the family for a ransom of Rs. 2 crore after a month but were arrested yesterday. "They had planned that when the family would lose hope of finding the kid, they would contact them for ransom. Krishan Dev is the mastermind behind the kidnapping. 15 teams of senior police officials were formed and pressed into service to nab the culprits. On Tuesday night police arrested two men and two women in this connection and rescued the boy following a tip-off," said Gupta.
As per the plan of the culprits, Seema was waiting for a chance when to take the boy to the neighbourhood park alone. On April 24 she got this opportunity. She took the boy out on the pretext of playing with him. Krishan and Anu Begam arrived in a car. The trio then escaped with the boy.
For the first night, the accused kept the boy at their rented accommodation in A Block in Nangli Rajapur at Sarai Kale Khan. They had arranged this room on April 22 with the plan in mind. They vacated this room the next day to give the cops a slip. The infant was then taken to Faridabad. The second night they spent at another rented house in Tilpat village in Harkesh Nagar area of Faridabad from where the boy was rescued.
The accused had hired the room at Sarai Kale Khan for Rs. 4000. The rent was given in advance to the landlord. To mislead him the culprits told him and other neighbours that Ishaan was suffering from cancer in his leg and they had hired the room to keep him there after treatment. Krishan the mastermind behind the kidnapping was posing as Ishaan's father and Anu Ara Begam as his mother. Seema had become his maternal aunt.
The Faridabad house was hired for Rs. 1000.
A senior police official said that the miscreants had hired an Indica car from Maharani Bagh to take the boy to Sarai Kale Kahn. "Police will record the statement of the cab driver as it will be useful in the case. The driver will be a witness," said the official.
The official also said that though they had known that the kidnappers were first-timers, they were prepared for a gun-battle. "Police were ready to face them if the accused were to use firearms. Luckily they did not have any such weapons as they are not professional kidnappers," he said.
Saturday, April 23, 2011
Hariyana Police : ट्रैकिंग नेटवर्क से अपराधियों पर शिकंजा कसेगी हरियाणा पुलिस
सिरसा। पुलिस अपराध और अपराधियों पर पूरी से तरह शिंकजा कसने जा रही है। इस कार्य को पूर्ण रूप से अंजाम देने के लिए क्राईम एण्ड क्रिमीनल ट्रेकिंग नेटवर्क व सिस्टम अब रेंज के सभी थानों में लगाया जाएगा। यह बात हिसार रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अन्नत कुमार ढुल ने आज सिरसा पुलिस लाईन में स्थित क्राईम एण्ड क्रिमीनल ट्रेकिंग नेटवर्क व सिस्टम लैब का उद्घाटन करने के पश्चात कही। उन्होंने बताया कि जिला की पुलिस लाईन में स्थित इस लैब से जिला के पुलिस कर्मियों को समय-समय पर ट्रेनिग देकर पूरी प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस क्राईम एण्ड क्रिमीनल ट्रेकिंग नेटवर्क व सिस्टम लैब को जिला के सभी थानों से जोड़कर अपराध व अपराधियों से संबंधित समूचा रिकार्ड रखा जाएगा और उसके बाद लैब के सिस्टम को पुलिस मुखालय पंचकूला से सीधा ओनलाईन जुडेगा। श्री ढुल ने कहा कि पुलिस द्वारा विभिन्न अपराधिक गतिविधियों में पकड़े जाने वाले अपराधियों के नाम, पता, तथा फोटों के साथ उनके हस्ताक्षर भी लिए जांएगे। जिसे क्राईम एण्ड क्रिमीनल ट्रेकिंग नेटवर्क व सिस्टम के तहत जरूरत पडऩे पर रिकार्ड दूसरे जिलों व राज्यों को भी भेजा जा सकेगा और मंगावाया भी जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि इस नेटवर्क की विशेषता यह है कि राज्य के सभी थाने एक दूसरे से तो सीधे जुड़ेगें ही तथा देश के अन्य थानों से जुड़े होने पर जरूरत अनुसार अपराधिक घटनाओं व अपराधियों से सम्बन्धित महत्तवपूर्ण जानकारी कुछ पलों मे ही आदान-प्रदान कर सकेगें। ये सिस्टम मूल रूप से भारत सरकार के ग्रह मन्त्रालय की स्कीम है तथा इसे पूरे देश मे लागू करने की योजना है। इस सिस्टम का उदैश्य देश के सभी थानों को आपस में जोड़कर अपराधिक घटनाओं पर अकुंश लगाना है।
इस क्राईम एण्ड क्रिमीनल ट्रेकिंग नेटवर्क व सिस्टम लैब को जिला के सभी थानों से जोड़कर अपराध व अपराधियों से संबंधित समूचा रिकार्ड रखा जाएगा और उसके बाद लैब के सिस्टम को पुलिस मुखालय पंचकूला से सीधा ओनलाईन जुडेगा। श्री ढुल ने कहा कि पुलिस द्वारा विभिन्न अपराधिक गतिविधियों में पकड़े जाने वाले अपराधियों के नाम, पता, तथा फोटों के साथ उनके हस्ताक्षर भी लिए जांएगे। जिसे क्राईम एण्ड क्रिमीनल ट्रेकिंग नेटवर्क व सिस्टम के तहत जरूरत पडऩे पर रिकार्ड दूसरे जिलों व राज्यों को भी भेजा जा सकेगा और मंगावाया भी जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि इस नेटवर्क की विशेषता यह है कि राज्य के सभी थाने एक दूसरे से तो सीधे जुड़ेगें ही तथा देश के अन्य थानों से जुड़े होने पर जरूरत अनुसार अपराधिक घटनाओं व अपराधियों से सम्बन्धित महत्तवपूर्ण जानकारी कुछ पलों मे ही आदान-प्रदान कर सकेगें। ये सिस्टम मूल रूप से भारत सरकार के ग्रह मन्त्रालय की स्कीम है तथा इसे पूरे देश मे लागू करने की योजना है। इस सिस्टम का उदैश्य देश के सभी थानों को आपस में जोड़कर अपराधिक घटनाओं पर अकुंश लगाना है।
Mumbai Police : प्रसिद्ध फिल्म निर्माता यश चोपड़ा को अंडरवर्ल्ड की धमकी
मुम्बई। काफी लम्बे समय बाद अंडरवर्ल्ड ने बॉलीबुड की तरफ अपना रुख किया है। एक समय था जब आये दिन फिल्मी हस्तियों को अंडरवर्ल्ड की धमकी मिलती थी और उनसे प्रोटेक्शन मनी के रूप में लाखों की रकम की पेशगी की जाती थी। मगर अब वह समय दुबार आ गया और इस बार मशहूर फिल्म निर्माता यश चोपड़ा को अंडर वर्ल्ड से धमकियां मिल गई। सूत्रों की मानें तो अंडरवर्ल्ड का सक्रिय माफिया और कुख्यात सरगना रवि पुजारी लगातार यश चोपड़ा को फोन कर धमका रहा हैं।
रवि पुजारी ओशिवारा स्थित यश राज फिल्म्स के दफ्तर में धमकी भरे कॉल कर रहा है। रवि पुजारी ने यश चोपड़ा से 50 लाख रूपए की फिरौती की मांग की है। हालांकि यश चोपड़ा के प्रवक्ता ने धमकी भरे कॉल से इनकार किया है। लेकिन बॉलीवुड से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यश चोपड़ा ने जोनल डीसीपी को धमकी के संबंध में शिकायत की है। उन्होंने अतिरिक्त सुरक्षा दिए जाने की भी मांग की है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस यश चोपड़ा के फोन टेप कर रही है। ऎसा पहली बार नहीं है जब रवि पुजारी और उसके गुर्गे किसी फिल्मी हस्ती को धमकी भरे कॉल कर रहे हैं। इससे पहले अभिनेत्री आयशा टकिया के पति फरहान आजमी को भी धमकी भरे फोन कॉल आ चुके हैं। फिल्म निर्देशक महेश भट्ट और रवि कपूर को भी माफिया सरगना फोन कर धमका चुके हैं।
रवि पुजारी ओशिवारा स्थित यश राज फिल्म्स के दफ्तर में धमकी भरे कॉल कर रहा है। रवि पुजारी ने यश चोपड़ा से 50 लाख रूपए की फिरौती की मांग की है। हालांकि यश चोपड़ा के प्रवक्ता ने धमकी भरे कॉल से इनकार किया है। लेकिन बॉलीवुड से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यश चोपड़ा ने जोनल डीसीपी को धमकी के संबंध में शिकायत की है। उन्होंने अतिरिक्त सुरक्षा दिए जाने की भी मांग की है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस यश चोपड़ा के फोन टेप कर रही है। ऎसा पहली बार नहीं है जब रवि पुजारी और उसके गुर्गे किसी फिल्मी हस्ती को धमकी भरे कॉल कर रहे हैं। इससे पहले अभिनेत्री आयशा टकिया के पति फरहान आजमी को भी धमकी भरे फोन कॉल आ चुके हैं। फिल्म निर्देशक महेश भट्ट और रवि कपूर को भी माफिया सरगना फोन कर धमका चुके हैं।
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