पुलिस की खबरें, सिर्फ पुलिस के लिए ...... An International Police Blog for police personnels and their family, their works, their succes, promotion and transfer, work related issues, their emotions,their social and family activities, their issues and all which related to our police personnels.
Saturday, March 31, 2012
BREAKING NEWS: RECORD BREAK: बधाई,बधाई,बधाई....40 हजार हिट्स के पार पहुंचा POLICE NEWS, और आगे बढ़ेगें हम..आप सब जो साथ हैं...
POLICE NEWS
40002 pageviews - 1149 posts, last published on Mar 27, 2012
दोस्तो, हमने आज अपनी POLICE NEWS ने एक और मुकाम हासिल कर लिया है। आज हम 40K Hits club में शामिल हो गए हैं। ये बताता है हमारे पुलिस दोस्तों का हमसे प्यार, अपनापन और भरोसा...
जल्दी ही हम और बेहतर ढंग से आपके सामने आएंगे।
बधाई।बधाई। बधाई।
POLICE NEWS.
Tuesday, March 27, 2012
MP Police: Neemuch Police: कांस्टेबल कन्हैयालाल राठौर ने पाया एसपी मेडम से पुरस्कार, मप्र में सबसे ज्यादा वारंट तामील करने का बनाया रिकार्ड
मनासा थाना जिला नीमच पदस्थ कांस्टेबल कन्हैया लाल राठौर ने वर्ष-2011 में 67 स्थायी वारंट और फरारी वारंट तामील किया. यह एक आरक्षक द्वारा तामील किये वारंटों में प्रदेश स्तर पर सर्वाधिक होगा. उसके इस शानदार काम के लिए अमोंगला अय्यर पुलिस अधीक्षक नीमच महोदय ने नगद ईनाम के साथ प्रशंसा करते हुए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया.
प्रस्तुत फोटो- एक गौरवमयी समारोह में कांस्टेबल कन्हैया लाल को प्रशस्ति पत्र सौंपते हुए समीर यादव[Sameer Yadav] एस.डी.ओ.पी. मनासा एवं रविन्द्र बोयट[Ravindara Boyat] टी.आई. मनासा.
यह उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 में भी अब तक आरक्षक कन्हैया लाल ने 51 स्थायी वारंट/फरारी वारंट तामील कर लिए हैं.
NOIDA Police: नोयडा पुलिस नहीं कर सकेगी बोलेरो की सवारी, राज बदला तो कांट्रेक्ट भी बदल सकता है...
पुलिस की 40 पीसीआर गाड़ियां अप्रैल से गायब हो सकती हैं। नोएडा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 40 बोलेरो किराये पर लेकर पुलिस को सुरक्षा के लिए दे रखा है। सुरक्षा के लिहाज से उम्मीदों पर खरा नहीं उतरने पर प्राधिकरण पुलिस से पीसीआर वापस लेकर उनका अनुबंध समाप्त करने पर विचार कर रहा है। 31 मार्च को यह अनुबंध समाप्त हो रहा है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद प्राधिकरण नया अनुबंध करने के मूड में नहीं है। पीसीआर में लगी सारी गाड़ियां बसपा के एक विधायक की है। जिस ट्रांसपोर्ट कंपनी से बोलेरो किराया पर लिया गया है, वह ट्रांसपोर्ट बसपा विधायक के भाई के नाम पर है।
सितंबर, 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने नोएडा में मेट्रो रेल का उद्घाटन करने के दौरान सुरक्षा के लिए पुलिस पीसीआर वाहन उपलब्ध कराने की घोषणा की थी। नोएडा व ग्रेटर नोएडा को पीसीआर वाहन का खर्च उठाने का निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर नोएडा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक ट्रांसपोर्ट कंपनी से 40 बोलेरो किराये पर ली थी। इसमें 20 बोलेरो नोएडा व 20 ग्रेटर नोएडा पुलिस को दिसंबर 2009 में सौंपा दी थी। इस दौरान प्राधिकरण ने एक बोलेरो 80 हजार रुपये प्रति माह किराये पर ली थी।
इसके तहत ट्रांसपोर्ट कंपनी से एक साल का अनुबंध हुआ था। पुलिस ने सुरक्षा के लिए बोलेरो को पीसीआर के रूप में इस्तेमाल किया। पीसीआर पर पुलिस का चालक न होकर ट्रांसपोर्ट कंपनी का चालक लगाया गया। पुलिस के पीसीआर पर निजी चालक होने पर महत्वपूर्ण सूचनाओं को लीक होने का आरोप उस दौरान लगा था। शहर में जगह-जगह पर पीसीआर तैनात होने के बाद भी आपराधिक घटनाओं में कमी नहीं आई। पीसीआर पुलिस पर लगातार अवैध वसूली करने का आरोप लगता रहा। बसपा विधायक के भाई की ट्रांसपोर्ट कंपनी की बोलेरो होने के कारण प्राधिकरण ने इन्हें हटाने के बजाय हर साल अनुबंध बढ़ा दिया। पिछले साल प्राधिकरण ने ट्रांसपोर्ट कंपनी से बोलेरो खरीदने का निर्णय भी लिया था, जिसे बाद में वापस ले लिया गया। ट्रांसपोर्ट कंपनी से प्राधिकरण का अनुबंध 31 मार्च को समाप्त हो रहा है। ऐसे में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद प्राधिकरण आरोप-प्रत्यारोप से बचने के लिए ट्रांसपोर्ट कंपनी से अनुबंध समाप्त करने पर विचार कर रहा है। वर्तमान में पुलिस के पास कुल 72 पीसीआर है, जिसमें 40 पीसीआर निजी हैं। अनुबंध समाप्त होने के बाद पुलिस के पास पीसीआर गाड़ी का भी टोटा हो जाएगा।
AP Police: police promotions: आंध्र प्रदेश पुलिस में जूनियर आईपीएस ऑफीसर्स है परेशान, नहीं हो रही डीपीसी, चार सीनियर को मिलेगा डीजीपी ओहदा..
HYDERABAD: Four IPS officers of the 1979 batch were empanelled on Monday to become director generals of police (DGP). This includes Tarini Das, Aruna Bahuguna, B Prasada Rao and Anwar Huda. The empanelment followed the meeting of the departmental promotion committee (DPC) earlier in the day. Of the four, Das would be immediately promoted as DGP with a clear vacancy available against the retirement of M Ratan. The others would be elevated in the next few months as some officers holding the rank of DGPs would retire.
However, IPS officers of the 1987 batch, due for promotion to the level of additional DGP, 1994 batch, due for elevation to the level of inspector general of police and 1998 batch, due for promotion to the level of deputy inspector generals of police will have to wait. This is because the DPC for their promotion was not held.
Assam police: असम पुलिस में पुलिसवालों का टोटा, पांच हजार पद खाली, 92 आईपीएस चाहिए..
Over 5,000 posts in various ranks are lying vacant in the Assam police, the government said today. In a written reply Environment and Forest Minister Rockybul Hussain said in the assembly that against a sanctioned strength of 47,131 personnel, the police force in Assam currently has 42,069 personnel.
Hussain was giving the reply on behalf of Chief Minister Tarun Gogoi, who also holds the Home portfolio. The existing vacancies are in various ranks including constable, driver, dispatch rider and women constable. The minister said that the process for filling up 2,596 vacancies is currently on.
Assam Police has, in addition, 92 Indian Police Service (IPS) officials and 342 officers of the Assam Police Service ranks.
UP Police: Police Transfer: ताश के पत्तों की तरह फेंट दिया पुलिस कप्तानों को, यूपी में एक रात में हुए 112 पुलिस आधिकारियों के तबादले..
लखनऊ।। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति सुधारने के लिए सूबे के मुख्यमंत्रियों अखिलेश यादव ने पुलिस के आला अधिकारियों को ताश के पत्ते की तरह फेंट दिया है। कुल 112 ऑफिसरों को नई तैनाती दी गई है, जिनमें से 102 आईपीएस ऑफिसर हैं। सोमवार देर रात भारी पैमाने पर किए गए फेरबदल के तहत डीजी स्तर के चार, एडीजी स्तर के आठ, आईजी स्तर के 16, डीआईजी स्तर के 19, एसपी स्तर के 60 और एएसपी स्तर के पांच ऑफिसरों का तबादला किया गया। गोरखपुर, इलाहाबाद, बरेली, आगरा, कानपुर और वाराणसी में नए आईजी तैनात किए गए हैं। मिर्जापुर, अलीगढ़, बरेली, इलाहाबाद, गोरखपुर, फैजाबाद, झांसी, आगरा, वाराणसी, देवीपाटन, बस्ती और आजमगढ़ रीजन के डीआईजी और 57 जिलों के पुलिस कप्तान बदले गए हैं। कमल सक्सेना को गृह सचिव बनाया गया है।
आईजी पीएसी मध्य जोन मोहम्मद जावेद अख्तर को आईजी गोरखपुर जोन, आईजी सर्तकता अधिष्ठान मुख्यालय, लखनऊ गोपाल लाल मीना को आईजी इलाहाबाद जोन के पद पर भेजा गया है। आइजी एसटीएफ देवेंद्र सिंह चौहान को आईजी बरेली जोन, डीजीपी हेडक्वार्टर में तैनात आईजी लोक शिकायत तनुजा श्रीवास्तव को आईजी आगरा जोन, मुरादाबाद के आईजी पीयूष आनंद को कानपुर जोन, आइजी पीएसी पश्चिमी जोन, मुरादाबाद बृज भूषण को वाराणसी जोन के आईजी पद पर स्थानांतरित किया गया है। आगरा के आईजी प्रमोद कुमार तिवारी, कानपुर के आईजी चंद्र प्रकाश, आईजी गोरखपुर विजय कुमार, आईजी इलाहाबाद बीपी जोगदंड, आईजी बरेली राजेश प्रताप सिंह और आईजी वाराणसी परिक्षेत्र राजेंद्र पाल सिंह और आईजी अभिसूचना डीएल रत्नम को डीजीपी मुख्यालय से अटैच किया गया है। आईजी पुलिस भर्ती और प्रमोशन बोर्ड कमल सक्सेना को गृह सचिव बनाया गया है।
Punjab police: execution of Balwant Singh Rajoana: एक फांसी से परेशान हुई पंजाब पुलिस, पूरे राज्य में लगी बंदोबस्त ड्यूटी..
CHANDIGARH: Punjab police and paramilitary forces today conducted a flag march in various places apprehending violence in the wake of possible execution of Balwant Singh Rajoana, a convict in the assassination of former chief minister Beant Singh.
Security forces have been conducting repeated flag march at various places in the state including Moga, Jalandhar and Ludhiana, to instill a sense of confidence among residents.
Punjab's DGP Sumedh Singh Saini has directed the district police chiefs to take all preventive and necessary steps to maintain peace in the state.
Meanwhile, police patrolling has also been intensified in the urban and rural areas as a precautionary measure. Extra forces have been deployed around sensitive installations.
A few companies of paramilitary forces had been rushed from the Centre as a precautionary measure and have been deployed at Amritsar, Patiala, Jalandhar, Ludhiana and other places.
Security around the Central Jail at Patiala, where Rajoana is lodged, has been beefed up by erecting additional security check points and restricting the entry.
Rajoana, as per a court order, will be hanged on March 31 at Central Jail, Patiala.
Assam Police: Human Right Violation: असम पुलिस पर लगे दाग, मंत्रीजी ने माना राज्य में पुलिस के खिलाफ मानवाधिकार हनन के सबसे ज्यादा मामले...
GUWAHATI: Assam Police are the biggest violators of human rights in the state. According to a written reply by forest and environment minister Rockybul Hussain on behalf of home minister and chief minister Tarun Gogoi in the house on Monday, of the 94 cases in which the state human rights commission has issued orders, 46 are against the Assam Police.
The minister stated in his reply that 6,734 complaints of human rights violation have been settled so far and another 713 cases are pending. "To expedite the settlement of the remaining cases of rights violation, the commission is has been issuing summons from time to time," the minister stated.
Thursday, March 22, 2012
TN Police: COIMBATORE: policeman suicide: 10वी क्लॉस से करता था प्यार, उसकी शादी के छह साल बाद कर ली जिंदगी खत्म..
COIMBATORE: A 30-year-old police constable committed suicide by jumping in front of a Chennai bound moving train at Nanjundapuram in the city on Wednesday morning. The deceased has been identified as S Ramachandran, a second grade police constable attached with the Protection of Civil Rights (PCV) unit in the city police. Son of railway employee R Shanmughan, he was a resident of Railway Colony in Podanur.
Victim of a failed love triangle, Ramachandran was undergoing treatment at Coimbatore Medical College Hospital (CMCH) and was discharged just two days ago, after being stabbed by his friend turned foe on March 10. The altercation was caused by a love triangle where the constable and his friend D Shankar were in love with the same girl Surya, since class 10.
Six years ago, Surya had got married and moved to another locality. Since then, Ramachandran has been very distraught and moody. He believed that Shankar, who is also married, had encouraged Surya to get married. His anger against Shankar led to a physical fight on March 10 during which the constable was stabbed. D Shankar, 39, an interior decorator from Ramanathapuram, was arrested and he is now in jail. Shankar had stabbed Ramachandran on his left rib and back.
After leaving hospital, Ramachandran was extremely upset and confined himself to the house. On Tuesday evening, he met with his teachers at the Nanjundapuram School and expressed that he lost interest in life. He went to the nearby electric crematorium and pleaded with the staff to burn him live. When the staff tried to pacify him, Ramachandran said he would return as a dead body on Wednesday.
At around 7.50 am, he jumped in front of the Mangalore-Chennai West Coast Express near Nanjundapuram railway gate. He died on the spot after sustaining severe head injuries. His body was taken to CMCH to conduct an autopsy and handed over to relatives later.
Meghalaya Police: हाल बेहाल है मेघालय पुलिस के, सात किलोमीटर पर एक पुलिस जवान, एक लाख लोगों पर बस 110 पुलिसवाले...
Shillong, Mar 22 Meghalaya government today said the rising militant activities and a low police-population-area ratio posed a 'big challenge'. "We recognise that there is a need to improve our police-population ratio and to stengthen the police network so that the problem (militancy) can be nipped at the initial stage," Home Minister H D R Lyngdoh said in reply to a cut motion moved by opposition NCP MLA J M Marak in the assembly. "Since January 2010, the Garo National Liberation Army (GNLA) had killed 25 civilians and 10 police personnel besides injuring three civilians," Lyngdoh said. During the same period, 31 militants were killed, 156 militants arrested, 65 surrendered and 93 arms recovered, he said. The Home Minister, however, said the law and order situation in the state has remained "stable" inspite of multiple challenges posed. "The 433-km international border with Bangladesh poses serious problems such as influx and existence of bases of some of NE militant organisation in Bangladesh," Lyngdoh said, adding his government is "committed to complete fencing along the border at a past pace." On influx, the Home Minister said, 2800 foreign nationals were detected in 2011, of which 156 were prosecuted and 2644 were pushed back directly. The Home Minister said the Centre accorded sanction of Rs 50 crore from the 13th Finance Commission for the setting up of a Meghalaya Police Academy, aimed at developing it as a centre of excellence for police training. Meghalaya has 13,394 police personnel...which works out to 110 policemen for a lakh population and one police covering an area of 6.83 square kilometer, Lyngdoh said.
Delhi Police: Isreal Car Blast: इजराइली दूतावास के बाहर हुए धमाके में अदालत का आदेश, केवल दिल्ली पुलिस करे संदिग्ध से पूछताछ..
NEW DELHI: No other investigating agency other than the Delhi Police will interrogate journalist Syed Mohammed Ahmad Kazmi, arrested for his alleged role in the February 13 bombing of an Israeli diplomat car, a trial court said on Wednesday.
"This is expected that the Special Cell will not permit other investigating agencies to make the applicant (Kazmi) an experimental block," chief metropolitan magistrate Vinod Yadav said while deciding the plea of Kazmi in which he had alleged that he was being "interrogated by officials of other investigating agencies, like Mossad of Israel, RAW, IB and others" .
In its order, the court, however , told the police that it was not barred from sharing information with other investigating agencies. "I do not see any bar on the investigating agency (Delhi Police) sharing information of the interrogation of the applicant (Kazmi) with the investigating agencies of other countries, particularly of Israel and Iran, as India is a signatory to the UN Convention of Prevention and Suppression of Terrorism (Implementation of Security Council Resolution), 2007," the judge said.
Wednesday, March 21, 2012
MP Police: Bhopal: भोपाल की गर्मी से नहीं परेशान होंगे ट्रैफिक पुलिसकर्मी, सबकों मिलेंगे शानदार छातें..
BHOPAL: The traffic cops in the city would soon get the cover of umbrella, a hands free umbrella to be precise, to protect them from blazing sun while they man the Bhopal city traffic. The traffic cops are exposed to the sun during the long working hours in summers in absence of a canopy at almost all the traffic junctions.
The government has already placed and order for 100 such umbrellas. White in colour, the specially designed umbrella for the traffic cops would weigh around a kilogram and will cost Rs 1500 per piece. They are expected to be delivered by the month end, sources informed.
Such umbrellas are already being used successfully by traffic constables in Kolkata.
MP Police: Bhopal: भोपाल पुलिस को नहीं पता क्यों की पूर्व आईपीएस अधिकारी के बेटी ने आत्महत्या..
BHOPAL: The city police remained clueless over the reasons that forced the daughter of a former IPS officer to attempt suicide her residence at Vaishali Nagar here on Monday evening. The police have not registered a case.
Apurva Singh, 32 daughter of late Sukhpal Singh, a retired IPS officer, was living alone here. Her two sisters are married and in settled in Dubai and New Delhi. The fact that she attempted suicide was known when she was taken to hospital after getting unwell. The doctors reportedly told the police that she had consumed poison.
However, one of her sisters- who resides in Delhi - took Apurva with her this morning, the police said, adding that they have no idea about her condition and what goaded her to attempt suicide. The concerned Kamla Nagar police have denied registering any case in this regard.
"The woman was living alone and in depression. She hardly interacted with anyone," an official said.
The fact that Apurva Singh attempted suicide was known when she was taken to hospital after getting unwell. The doctors reportedly told the police that she had consumed poison.
TN Police: Manglore: मंगलौर पुलिस को मिलेंगे दो नए खोजी कुत्ते..
MANGALORE: Mangalore City Police has got its first pair of sniffer dogs that are trained exclusively to sniff out narcotics and drugs. Fifteen-month-old labradors Karna and Arjuna, who had undergone training for 11 months and passed all the tests at the Dog Squad Training Centre in Bangalore, joined city police on Tuesday. Raviraj, one of the two handlers of the dogs said, "Basic obedience, useful obedience, marching and parade are the primary trainings given to all sniffer dogs."
"Karna and Arjuna are specially trained to detect drugs like charas, ganja, opium, brown sugar and cocaine. They can carry out search operations in locations like buildings and vehicles. They can sniff more drugs if they are trained further," he added. Only an officer of the rank of deputy commissioner of police can conduct tests for sniffer dogs.
UP Police: Meerut: मेरठ में सिपाही की लाश मिली दीवान में, पुलिस को अवैध संबंध के चलते हत्या का शक..
मेरठ : कत्ल-ओ-गारत के लिए बदनाम मेरठ के माथे पर मंगलवार को एक और दाग लग गया। एक सिपाही की पुलिस लाइन में ही उसके सरकारी आवास में हत्या कर दी गई। कई दिनों पहले की गई इस सनसनीखेज हत्या की जानकारी उस वक्त पुलिस को मिली, जब शव की बदबू ने मोहल्लेवालों का जीना मुहाल कर दिया। पुलिस शव की तलाश करते हुए सिपाही के मकान पर पहुंची तो दीवान बेड के अंदर लाश बरामद हुई। लाश इतनी सड़ चुकी थी कि उसकी पहचान मुश्किल थी। परिजनों ने कपड़ों से शव की शिनाख्त की। वारदात के बाद डीआइजी हरिराम शर्मा समेत तमाम आला अधिकारियों ने मौका-ए-वारदात का दौरा किया।
पुलिस लाइन के गेट नंबर 5 में एसओजी कार्यालय से चंद कदम दूरी पर एस ब्लॉक की तीन मंजिला सरकारी बिल्डिंग है। यहां रहने वाले लोग पिछले दो दिनों से मांस के सड़ने जैसी दुर्गध महसूस कर रहे थे। तलाश शुरू हुई तो पता चला कि बदबू ब्लॉक की दूसरी मंजिल पर स्थित मकान नंबर 63 से आ रही है। मकान के दरवाजे पर बाहर से कुंडी लगी हुई थी। मुख्य दरवाजा खोलकर जब लोग अंदर घुसे तो वहां बदबू ही बदबू थी। तत्काल आरआइ पीपी कर्णवाल को जानकारी दी गई। आरआइ सिविल लाइन पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। थोड़ी देर की तलाशी के बाद बेड के दीवान में छिपाकर रखा गया शव सड़ी-गली हालत में बरामद हुआ। शव की हालत से शिनाख्त करना मुश्किल था। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सूचना मिलने पर दोपहर बाद परिजन अनिल व नीरज पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। कपड़े व कमर में बंधी तगड़ी देखकर उन्होंने शव की शिनाख्त अपने भाई प्रदीप के रूप में ही की।
आरआइ पीपी कर्णवाल ने बताया कि मकान नंबर 63 में सिपाही शीशपाल अपने परिवार के साथ रहता था। शीशपाल गाजियाबाद जिले के कविनगर थाना क्षेत्र के सदरपुर में रहता था। वर्ष 2010 में एक दुर्घटना में उसकी मौत हो गई थी, जिसके बाद उसके सबसे छोटे बेटे प्रदीप को मृतक आश्रित कोटे में नौकरी मिल गई थी। सरकारी आवास उसकी मां रमा के नाम हो गया था, जिसमें प्रदीप अपनी पत्नी पिंकी, बड़ी बेटी खुशी व बेटे आयुष के साथ रहता था। प्रदीप का बार्डर स्कीम के तहत पिछले दिनों बदायूं तबादला हो गया था, मगर उसका परिवार यही रहता था। दो महीने पहले पिंकी ने तीसरे बच्चे को जन्म दिया था, जिसकी वजह से वह बच्चों के साथ तीन महीने से सुसराल में ही रह रही थी। मकान पर ताला लगा था और कभी-कभी प्रदीप ही यहां आता था।
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मृतक सिपाही शराब पीने और हुड़दंगी स्वभाव का होने के चलते कई बार सस्पेंड हो चुका था। प्रथम दृष्टया घटना अवैध संबंधों से जोड़कर देखी जा रही है।
हरिराम शर्मा, डीआइजी
UP Police: Locknow: जारी है यूपी में पुलिस अधिकारियों के तबादलों का दौर..
यूपी सरकार ने पुलिस प्रशासन में एक और फेरबदल करते हुए सोमवार देर रात 10 सीनियर पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया। इसमें आगरा के डीआईजी भी शामिल हैं। गृह विभाग के अनुसार सहकारिता सेल में तैनात पुलिस महानिदेशक ओ. पी. दीक्षित को सतर्कता अधिष्ठान लखनऊ में निदेशक पद पर भेजा गया है, जबकि अपर पुलिस महानिदेशक रिजवान अहमद को दूरसंचार विभाग में इसी पद पर नई तैनाती दी गई है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था सुबेश कुमार सिंह को प्रशिक्षण मुख्यालय लखनऊ भेजा गया है, जबकि उनकी जगह पर पीटीसी मुरादाबाद के अपर पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव को तैनात किया गया है।
सिंह के पास एसटीएफ और एटीएस का अतिरिक्त प्रभार था। डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध अपर पुलिस महानिदेशक ए. पी. महेश्वरी को मानवाधिकार विभाग में इसी पद पर ट्रांसफर किया गया है और पुलिस महानिदेशक ईओडब्ल्यू जवाहर लाल त्रिपाठी को मेरठ क्षेत्र का पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है, जबकि यहां तैनात राजीव कृष्ण को डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। महानिदेशक कार्मिक के पद पर तैनात अभय प्रसाद इसी पद पर पीएसी मुख्यालय लखनऊ भेजा गया, जबकि अधिसूचना मुख्यालय में तैनात पुलिस अधीक्षक सुनील चंद बाजपेयी को आगरा का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। यहां तैनात असीम कुमार अरुण को डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
Delhi Police: Parliament Questions: CCTV Issue: दिल्ली पुलिस के 36 सीसीटीवी कैमरे पड़े है खराब, संसद में हुआ खुलासा..
दिल्ली पुलिस की परिवहन ईकाई द्वारा विभिन्न स्थानों पर लगाए गए 36 सीसीटीवी काम नहीं कर रहे हैं. गृह राज्य मंत्री मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने लोकसभा में अनुराग सिंह ठाकुर, जगदीश शर्मा, वीरेन्द्र कश्यप और डा. बलिराम के सवालों के लिखित जवाब में यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि दिल्ली में दिल्ली पुलिस की यातायात ईकाई द्वारा लगाए गए 36 कलोज्ड सर्किट कैमरों को छोड़कर बाकी सभी सुचारू रूप से काम कर रहे हैं. ये कैमरे उस कंपनी के हैं जिसने कैमरों की आपूर्ति की थी और उन्हें लागू एवं चालू था, उसके साथ वार्षिक रखरखाव ठेके में विवाद होने की वजह से ठीक कार्य नहीं कर रहे हैं.
हालांकि उन्होंने बताया कि दिल्ली में सीसीटीवी की मदद से वर्ष 2010 में 250 में से तीन, वर्ष 2011 में 442 में से 17 तथा वर्ष 2012 में 67 में से दो मामले सुलझाए गए.
उन्होंने बताया कि दिल्ली यातायात पुलिस द्वारा शहर के नौ महत्वपूर्ण स्थानों में 36 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
रामचंद्रन ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने भी मुंबई शहर को कवर करने के लिए सीसीटीवी लगाने के कदम उठाने की कार्रवाई शुरू की है.
UP Police: Locknow: अंबरीश शर्मा बने यूपी के नए पुलिस महानिदेशक..
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी अंबरीश चंद्र शर्मा ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद का कार्यभार 19 मार्च 2012 को ग्रहण किया. इन्होंने अतुल कुमार का स्थान लिया.
मूल रूप से मथुरा जिले के निवासी अंबरीश चंद्र शर्मा 1977 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के पद का कार्यभार ग्रहण करने के पूर्व वह मुरादाबाद स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी में महानिदेशक के पद पर कार्यरत थे. अंबरीश चन्द्र शर्मा 35 वर्ष से पुलिस सेवा में कार्यरत हैं। उन्हें राष्ट्रपति से दो मैडल मिले हुए हैं। डीजीपी अंबरीश शर्मा भौतिक विज्ञान में परास्नातक हैं और 1977 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं।
अंबरीश ने हैदराबाद में 24 वर्ष की आयु में बतौर अपर पुलिस अधीक्षक अपनी नौकरी की शुरुआत की थी। डीजीपी ए.सी शर्मा ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अपनी सेवाएं दी हैं। जिनमें कानपुर नगर, बरेली, मऊ, शाहजहांपुर शामिल हैं। इन जिलों में शर्मा एसपी तथा एसएसपी के पद पर तैनात रहे।
इसके अलावा वह डीआइजी रेंज लखनऊ, डीआइजी रेंज झांसी तथा डीआइजी रेंज सहारनपुर और आइजी जोन बरेली, इलाहाबाद, वाराणसी के पद भर भी रहे। शर्मा ने एडीजी क्राइम व कानून व्यवस्था का दायित्व भी संभाला। पांच वर्षों से वह मुरादाबाद में डा.भीमराव अम्बेडकर अकादमी में तैनात थे।
उत्तर प्रदेश में नए डीजीपी के रूप में कार्यभार संभालने वाले अंबरीश चंद्र शर्मा ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यूपी पुलिस किसी के दबाव में आकर कार्य नहीं करेगी, हमारा पूरा फोकस कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने पर होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में पुलिस का इकबाल बुलंद करने के साथ कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाएंगे और अपराधियों को जेल भेजकर प्रदेश छोड़ने पर मजबूर करेंगे। डीजीपी अंबरीश चंद्र शर्मा ने बताया कि राज्य का डीजीपी होने के कारण हमारी तीन प्राथमिकताएं हैं। पहली अपराध पर लगाम लगाना, दूसरा लंबित पड़े मामलों का जल्द से जल्द वर्कआउट करना और तीसरा कानून व्यवस्था को बेहतर बनाना।
उन्होंने अपने मातहत कर्मचारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश पुलिस हर व्यक्ति के साथ शालीन व्यवहार करे और जनता द्वारा आने वाली शिकायतों पर फास्ट एक्शन ले। डीजीपी ने कहा कि वह जनपदों में तैनात पुलिस कप्तानों को निर्देश देंगे कि थाने में आने वाले हर पीड़ित की समस्या सुनकर उसे निर्धारित समय सीमा के भीतर निस्तारित किया जाए। यदि किसी पुलिसकर्मी की लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ मिलने वाली शिकायत पर भी गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश पुलिस जनता की सेवा करे और लोगों को पुलिस की बदली छवि का अहसास हो, वो इसका प्रयास भी करेंगे। डीजीपी ने पुलिसकर्मियों की समस्याओं को दूर करने का वादा भी किया। चुनावों के दौरान बस्ती प्रकरण पर आइएएस एवं आइपीएस के बीच हुए विवाद पर उन्होंने कहा कि यह मामला सुलझ गया है। अब कोई विवाद नहीं है। कमेटी की रिपोर्ट आ चुकी है और उस पर कार्रवाई हो रही है।
Sunday, March 18, 2012
CG Police: CBI: Raipur: सीबीआई भी डरती है छत्तीसगढ़ पुलिस से...
रायपुर।छत्तीसगढ़ के विशेष पुलिस अधिकारियों से सीबीआई भी डरी हुई है। छत्तीसगढ़ में कुछ मामलों की जांच कर रहे सीबीआई के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें स्थानीय पुलिस अधिकारियों से जान का खतरा है।
सीबीआई के अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई है कि उन्हें छत्तीसगढ़ में विशेष पुलिस अधिकारियों से बचाया जाए। सीबीआई के अधिकारी पिछले साल मार्च में दंतेवाड़ा के ताड़मेटला और पोलमपल्ली में आदिवासियों के 300 घरों में हुई आगज़नी और को सामजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले की जांच कर रहे हैं।
एजेंसी की तरफ से इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर कहा गया है कि ब्यूरो के चंद अधिकारियों पर विशेष पुलिस अधिकारियों ने इस साल की नौ फरवरी को हमला किया था। हलफनामे में कहा गया है कि उस दिन सीबीआई का एक जांच दल सुकमा गया हुआ था जब पता चला कि सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीएस मरावी पर माओवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में एक एसपीओ यानी विशेष पुलिस अधिकारी कर्तम सूर्या के मारे जाने की बात कही जा रही है जबकि मरावी गंभीर रूप से घायल हुए थे।
सीबीआई के अनुसार ये कहा जा रहा था कि मरावी और उनके साथ शामिल विशेष पुलिस अधिकारी जांच के काम से गए हुए थे. मगर एजेंसी का कहना है कि इन लोगों का जांच से कोई संबंध नहीं था और ना ही इन्हें दोरनापाल बुलाया ही गया था। कोर्ट में दिए गए हलफनामे में सीबीआई ने कहा है कि कर्तम सूर्या का शव देख कर वहां मौजूद विशेष पुलिस अधिकारी उत्तेजित हो गए थे और उन्होंने अनुसंधान के लिए गयी ब्यूरो की टीम पर हमला कर दिया।
हालांकि सीबीआई के सभी सदस्य अपने कमरों में जा छुपे थे मगर उत्तेजित विशेष पुलिस अधिकारियों ने उनके दरवाजों को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया था। हलफनामे में कहा गया है कि यह सभी विशेष पुलिस अधिकारी हथियार बंद थे और उनके पास हथगोले भी थे। छत्तीसगढ़ में माओवादियों का सामना करने के लिए विशेष पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति की गई थी। हलफनामे में यह भी कहा गया है कि सीबीआई की टीम को विशेष पुलिस अधिकारियों ने तीन से चार घंटों तक बंधक बनाकर रखा।
बाद में दोरनापाल में तैनात केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के जवानों द्वारा सीबीआई के सदस्यों को वहां से निकाला गया। इस दौरान जमकर गोलीबारी किये जाने की भी बात हलफनामे में कही गयी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद छत्तीसगढ़ की सरकार ने दावा किया है कि उसने विशेष पुलिस अधिकारियों का पद समाप्त कर दिया है। उसके बदले में सहायक पुलिस बल का गठन किया गया है। कहा जा रहा है कि सारे विशेष पुलिस अधिकारीयों का समायोजन सहायक पुलिस बल में कर दिया गया है।
विशेष पुलिस अधिकारियों और कोया कमांडो पर आरोप है कि उन्होंने पिछले साल ताड़मेटला और पोलमपल्ली के इलाकों में आदिवासियों के घरों को जलाया था। बाद में राहत लेकर जा रहे प्रशासनिक अमले पर भी विशेष पुलिस अधिकारियों नें हमला किया था। जिन अधिकारियों पर हमला किया गया था उनमे बस्तर संभाग के कमिश्नर, दंतेवाड़ा जिले के तत्कालीन कलक्टर और सुकमा के अनुमंडल अधिकारी शामिल थे। इसी दौरान राहत लेकर जा रहे सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के काफिले पर भी विशेष पुलिस अधिकारियों नें हमला किया था।
UP Police: Locknow: navneet sikera: लो वापस आ गया यूपी का दबंग..यूपी का दयानायक..नवनीत सिकेरा..जिसके है अब तक 56 एनकाउंटर..
लखनऊ। जाबांज़, दबंग, ईमानदार और एकदम चौकन्ना रहने वाला यूपी पुलिस का वरिष्ठ अधिकारी नवनीत सिकेरा पांच साल के वनवास के बाद वापसी कर चुका है। 36 वर्षीय नवनीत सिकेरा उत्तर प्रदेश के ‘दया नायक’ के रूप में जाना जाता है। हमेशा सुर्खियों में रहने वाले सिकेरा का अंदाज़ भी बिल्कुल ही निराला है।
मुलायम सरकार से उनकी नज़दीकियों के कारण सिकेरा को मायावती सरकार में शंटींग में डाल दिया गया था। अब समाजवादी पार्टी सरकार की वापसी के साथ ही सिकेरा को एक बार फिर नया दम मिला है।
कौन है सिकेरा
नवनीत सिकेरा एक ऐसा नाम है जिसे उन ज़िलों का कार्यभार सौंपा गया था जहां अपराध का बोलबाला था। सिकेरा के नाम भर से अपराधी ज़िला छोड़ कर दुम दमा कर भाग निकलते थे। सिकेरा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी कप्तानी के दौरान यह साबित किया है कि उनके रहते अपराध सिर उठा कर नहीं बोल सकता।
अपराध का गढ़ माना जाने वाला प. उ.प्र. सिकेरा के नाम भर से थर-थर कांपता था। एकदम फिल्मी अंदाज़ में एक साल में 56 एनकाउंटर कर सिकेरा ने साबित कर दिया था कि पुलिसिया पलड़ा हमेशा ही गुनाह के पलड़े से भारी होता है।
हर वक्त चौकन्ना रहने वाले सिकेरा को वाराणसी में हार का मुहं देखना पड़ा। उनकी कप्तानी के दौरान वर्ष 2006 में गंगा के पावन घाट पर हुए बम धमाकों ने प्रशासन को झकझोर कर रख दिया। वहां से तुरंत तबादले के बाद सिकेरा को मेरठ भेज दिया गया। मेरठ में भी सिकेरा का खौफ जारी रहा।
Orissa Police: Bhubneshwar Police: भुवनेश्वर के बाहर लगा तमानडो पुलिस स्टेशन होगा हाई-फाई, उड़िसा का सबसे शानदार और चकाचक..
BHUBANESWAR: The proposed Tamando police station is all set to go on stream early next month, leading to expectations of better crime control in the fast-growing suburb in Bhubaneswar.
The police station stands out owing to a host of amenities for police, public and the accused on its premises.
The police station boasts of separate cubicles for the accused, close circuit television cameras (CCTV), conference hall, police barrack and other facilities usually not found at other police stations.
Situated on NH-5 (from Khandagiri towards Khurda), the police station is being constructed by Odisha State Police Housing and Welfare Corporation Limited at an estimated cost of Rs 1.5 crore.
The much-vaunted three-storey police station is likely to be inaugurated in the first week of April, sources said.
"Tamando police station will be the biggest police station building in Odisha. Unlike crammed lockups, the accused will be kept in spacious and modern cubicles fitted with CCTVs. There will be toilet facility at each cubicle so that the accused need not be taken out of the lockups," said twin city commissioner of police B K Sharma.
"There will be an exclusive cell where accused will be interrogated," he added. "It will be an ultra-modern police station as well as a training centre for newly recruited cops. The police station was necessary in view of the fast growth in the area," Sharma said.
Currently, the Tamando area, consisting of six mouzas, falls under the jurisdiction of the Khandagiri police. Once the Tamando police station starts functioning, at least 15 villages (7-8 km radius) would be transferred from Khandagiri police limit to the former.
Tamando residents are hopeful the proposed police station will help prevent crimes and boost security. "Thefts, burglary and highway robbery are rife in the area. We were dependent on Khandagiri police station all this while, which was very far from our place. We hope Tamando police station will bring us some relief," said local sarpanch Sukanti Behera.
Notably, Indian Institute of Technology, Kharagpur, had prepared a micro-level planning to improve public utility facilities and quality of life in Tamando region. The zonal development plan has been conceived and prepared within the framework of comprehensive development plan (CDP) of Bhubaneswar.
Tamando is among the 14 zones of Bhubaneswar plan area, identified for overall development in line with the CDP.
The area has been earmarked for extensive development zones, relating to housing projects and construction of new roads for easy accessibility.
UP Police: Locknow: अखिलेश भैय्या से उलझने वाले मायावती के खास पुलिस अधिकारी निपटे, दोनों को चुनार पुलिस प्रशिक्षण सेंटर भेज दिया..
लखनऊ। मायावती सरकार में दो पुलिस अफसर सपा के प्रति अपनी कार्यशैली को लेकर खासे चर्चित हुए थे। इनमें से एक थे बीपी अशोक और दूसरे डीके ठाकुर। नौ मार्च 2011 को लखनऊ के एएसपी रहते बीपी अशोक ने सपा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ अमौसी एयरपोर्ट पर बदसुलूकी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसी दिन लखनऊ के डीआईजी डीके ठाकुर ने लोहिया वाहिनी के अध्यक्ष आनंद भदौरिया को सड़क पर गिराकर उसके मुंह को जूते से कुचला था।
शनिवार को इन दोनों अधिकारियों को 'प्राइम पोस्टिंग' से हटाते हुए चुनार भेज दिया गया। चुनार में पुलिस रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग सेंटर है जहां की तैनाती को बतौर सजा मना जाता है। डीके ठाकुर अभी तक लखनऊ में ही डीआइजी के पद पर तैनात थे जबकि बीपी अशोक मेरठ के एएसपी के पद पर तैनात थे। आशुतोष पांडे को लखनऊ का नया डीजी बनाया गया है। मेरठ में बीपी अशोक की जगह किसी की तैनाती नहीं हुई है।
डीके ठाकुर और बीपी अशोक के इस कृत्य पर बतौर सपा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उस समय कहा था बसपा के कार्यकर्ता की मानिंद काम करने वाले इन अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा। सपा की सरकार आने पर इन्हें सजा मिलेगी। शनिवार को उन्होंने डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को दोनों अफसरों को पद से हटाये जाने का निर्देश दे दिया।
AP Police: Hyderabad Police: वाह ! अब हैदराबाद पुलिस करेगी शहर के पानी के स्त्रोंतों की निगरानी, उस्मानसागर-हिम्मतसागर पर बनेगी पुलिस चौकी..
HYDERABAD: Police outposts have been proposed at the Osmansagar and Himayatsagar lakes on the lines of the one already in place at Hussainsagar to prevent illegal activities.
The Hyderabad Metropolitan Water Supply and Sewerage Board (HMWS&SB) has come up with this solution to check pollution of water bodies following a National Environment Engineering Research Institute (Neeri) report calling for an increased vigil at the city's two main water sources.
"Neeri states in its report that, in view of uncontrolled activities, the water quality in Osmansagar and Himayatsagar lakes has deteriorated substantially. We have held meetings with the Rangareddy district administration and the Panchayat Raj department to discuss the measures to be taken to protect the water sources from pollution," a senior HMWSS&B official told STOI.
The official added that the water board has already sent a proposal to the Rangareddy district administration in this regard. Although the water board has its own vigilance team, made up of a few police personnel, it visits the reservoirs only upon specific complaints of 'illegal' activities reaching them through locals.
For instance, although there is a ban on fishing, bathing and washing clothes in these water bodies, local fishermen and others fish in these reservoirs. "Although we have booked several offenders, these activities continue," the official added.
"We need round-the-clock patrolling of the shores of Osmansagar and Himayatsagar lakes. Police can then crack down against locals for polluting these man-made lakes with fertilizers and other chemicals," he said.
On weekends, moreover, there is a huge turnout of picnickers who fish and bathe in the reservoir waters. "Water board police cannot control these picknickers. So, we came up with the idea of a permanent police outpost. If all goes well, the police outpost will be in place by March-end," the official replied.
UT Police: Chandigarh Police: women Policing: चंडीगढ़ पुलिस का ऑल महिला पीसीआर का फंडा हुआ फेल, नहीं मिल रही महिला वाहन चालक..
महिलाओं की फरियाद सुनवाई के लिए पुलिस विभाग द्वारा शुरू की जाने वाली महिला पीसीआर पुलिस योजना दम तोड़ चुकी है। इसके तहत पीसीआर की एक गाड़ी में चालक से लेकर इंचार्ज तक महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाना था।
महिलाओं की फरियाद सुनने के लिए विभागीय अधिकारियों ने महिला पीसीआर पुलिस बनाने का फैसला लिया था। एक अलग सोच के साथ विभाग ने योजना का ऐलान तो कर दिया, लेकिन उस समय मुसीबत खड़ी हो गई जब ढूंढने पर भी विभाग को कोई महिला चालक पुलिसकर्मी नहीं मिली। यूटी पुलिस फोर्स में एक भी महिला पुलिसकर्मी गाड़ी चलाने को तैयार नहीं है जिस कारण महिलाओं को राहत देने के लिए शुरू की जाने वाली इस योजना ने फाइलों में ही दम तोड़ दिया।
पीसीआर यूनिट ने योजना को वास्तविक रूप देने के लिए यूटी पुलिस की तमाम महिला पुलिसकर्मियों से योजना को कारगर साबित करने के लिए आगे आने की अपील की थी लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात रहा। भले ही पुलिस विभाग द्वारा शुरू की गई कम्यूनिटी पुलिसिंग की बात हो, पब्लिक फ्रैंडली होने की बात हो, युवाओं को नशे की चपेट से दूर रखने की बात हो सभी योजनाएं एक के बाद एक औंधे मुंह गिरती रही। नतीजा शहरियों को वी केयर फॉर यू का भरोसा देने वाली हाईटेक पुलिस फेल साबित हुई और अपराधी लगातार वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को लकीर पीटने पर मजबूर करने में कामयाब रहे। जमीनी स्तर पर पुलिस की नाकामी उस समय सामने आई जब अपराधियों ने पिछले वर्ष हत्या की 24 वारदातों को अंजाम दे डाला।
Police Games: Punjab Police: 26वें फेडेरेशन कप बॉस्केटबॉल चैंपियनशिप में पंजाब पुलिस का कारनामा, इंडियन ओवरसीज़ बैंक की टीम को धूल चटा फाइनल में पहुंची..
A sparkling display by Amritpal Singh and Indian captain Jagdeep Singh helped Punjab Police edge out last year's runner-up Indian Overseas Bank (IOB), Chennai, 69-65 and enter the men's final of the 26th Federation Cup basketball championship at the Rajiv Gandhi Indoor Stadium, here on Saturday.
Solid defence
The game was close all through, but it was Punjab Police's solid defence, especially in the last quarter, that won the day for them.
With a strong zone defence, Punjab Police did not allow the IOB players much space to move under the basket.
The Chennai players appeared uncomfortable and when they did move in, they were off target often.
Amritpal Singh, the Punjab Police centre, was a tower of strength in the defence, plucking rebounds and rushing to score at the other end even before IOB could settle down.
Backing him up nicely were Jagdeep and point guard Amanjot Singh. The scores were level at 25 and 33 and IOB went ahead 40-37 when the seasoned Mihir Pandey scored a beauty with a turnaround jumper in the third quarter.
Around this time, there were some lovely passes between Vineeth Ravi Mathew and Aravind and the left-hander Rikin Prathani which ended in baskets.
The teams were tied at 59-59 with about two-and-half minutes to go, but IOB committed a series of fouls under pressure.
With Amritpal and Jagdeep converting them coolly, the Chennai men became desperate and let the game slip away.
Later, ONGC (Dehradun) defeated Central Excise (Kochi) 47-44 to enter the final. ONGC, which included internationals Vishesh Bhriguvanshi and Yadwinder Singh, was trailing 20-24 at half-time.
MP Police: Indore Police: इंदौर में पुलिस कांस्टेबल की रिपोर्ट से सांसत में पड़े जज साहब, पासपोर्ट जब्त होने तक की नौबत आ गई थी..
इंदौर। जज साहब सामने थे। पुलिस जवान उनसे मिला। पासपोर्ट संबंधी सारी पड़ताल की और संतुष्ट होकर लौट गया। लेकिन पता नहीं पुलिस वाले ने इस ‘मुलाकात’ की आगे क्या रिपोर्ट भेजी, जज साहब न केवल मुश्किल में पड़ गए, बल्कि इस जवान की कलम के खिलाफ उन्हें आला अफसरों तक पहुंचना पड़ा।
यह है मामला
हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस पी.डी. मूल्ये ने अपने पुराने पासपोर्ट को फिर से बनवाने के लिए आवेदन दिया था। कुछ दिन पहले विजय नगर थाने का जवान उनके घर पहुंचा और उनसे सारी जानकारी ले ली। वह संतुष्ट होकर लौट गया। उसके बाद पूर्व जस्टिस को पासपोर्ट दफ्तर से तीन बिंदुओं का पत्र मिला।
इसमें लिखा है-आपने जांच में सहयोग नहीं किया। आप फोटो सत्यापन हेतु उपस्थित नहीं हुए। पुलिस सत्यापन के समय आप उपस्थित नहीं थे। पत्र में हिदायत दी गई है कि 15 दिन में इस बाबद अपना लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें अन्यथा आपका पासपोर्ट जत कर लिया जाएगा।
इस सख्त चिट्ठी से भौंचक और आहत श्री मूल्ये ने अब आईजी अनुराधा शंकर, एसएसपी ए. साईं मनोहर और पासपोर्ट ऑफिसर एल.के. वाघेला को चिट्ठी लिखकर कहा है कि - पुलिस जवान मेरे घर आया। मुझसे मिला। सारी जानकारी ली और संतुष्ट होकर गया।
उसके बाद मुझे पासपोर्ट ऑफिस से चिट्ठी मिली कि मैंने जांच में सहयोग नहीं किया है। मेरे घर आकर सारी जानकारी लेने के बावजूद पुलिस जवान ने जो गलत रिपोर्ट दी है उससे मैं आहत हुआ हूं। यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है। पुलिस जवान ने मेरी सत्यापन रिपोर्ट को तोड़-मरोड़कर पेश कर दिया। पत्र में पूर्व जस्टिस ने पुलिस अफसरों से कहा है कि वे इस पूरे मामले की जांच कर दोषी पर कार्रवाई करें।
Orissa Police: Bhubneshwar: ओडिसा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का एलान, पुलिस फोर्स का मोरल बढ़ाने के लिए होगी पुलिस बल की रि-स्ट्रक्चरिंग..
BHUBANESWAR: Chief Minister Naveen Patnaik on Saturday said a comprehensive restructuring of State Police service is strongly being contemplated keeping career advancement in view.
�After inspecting the Dikshant Parade of the trainee officers at the Biju Patnaik State Police Academy (BPSPA), Naveen said the Government is keen on boosting the morale and motivation of the subordinate police officers. This is why the Government is mulling a complete restructuring of both civil and armed wings of the State Police.
The move is aimed at facilitating career advancement of young officers, he said.
�The Chief Minister also took note of� sacrifices of cops in fighting Left-wing extremism and said those serving in the Maoist-hit areas will get their due in career opportunities.
�Naveen said his Government had taken a slew of measures over the years resulting in a quantum jump in creation of new posts. Six India Reserve Battalions, five Special Security Battalions and other wings have been created while a separate industrial security force will soon be in place.
�Since there is a growing demand to recruit and train new personnel, the Government continues to emphasise the training needs as part of the human resources development initiative. Three new training institutes are going to be established and made functional soon to enhance the training capacity of both civil and armed police. Necessary budgetary provision has been made in this regard, he said.
�The parade saw passing out of first batch of cadet sergeant, second batch of deputy subedar cadets and fifth batch of sub-inspector of police. Manmohan Praharaj, DGP, and Director, BPSPA, Arun Kumar Sarangi spoke. Bhubaneswar MP Prasanna Patsani was present along with senior police officers.
CG Police: Bilaspur SP Suicide: छत्तीसगढ़ में बिलासपुर एसपी राहुल कुमार की आत्महत्या मामले में नया खुलासा, एसपी के कॉलेज दोस्त का दावा- चुनाव फंड जुटाने का दबाव था एसपी राहुल कुमार पर..
बिलासपुर के एसपी राहुल शर्मा की खुदकुशी मामले में नया मोड़ आ गया है। खुद को गोली से उड़ाने वाले आईपीएस अफसर पर चुनाव के लिए ‘फंड’ जुटाने का दबाव था। राहुल के एक करीबी दोस्त ने यह दावा किया है। उनका कहना है कि उनकी राहुल से खुदकुशी से एक हफ्ते पहले बात हुई थी जिसमें आईपीएस ने अपनी लाचारी बयां की थी।
एसपी राहुल शर्मा और उनके दोस्त हरिमोहन थकुरिया जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में साथ में पढ़े थे। उनके साथ कॉलेज की पढ़ाई किए हैं। प़ढ़ाई के बाद वह जयपुर में कोचिंग संस्थान चलाते हैं। हरिमोहन के मुताबिक, सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर उन्होंने राहुल से पांच मार्च को बात की थी।
उस बातचीत में उन्होंने कहा था, ''यार, यहां बहुत बेगार करवाते हैं। कोई सेल्फ रिस्पेक्ट ही नहीं है। इलेक्शन के खर्चों का टारगेट अभी से दे दिया है। क्या इसलिए इतनी पढ़ाई करके आईपीएस बना था?''
उनके मुताबिक, राहुल उनदिनों काफी दुखी थे। उन्होंने बड़े दुख से कहा था कि, ये लोग वर्दी वालों से ही उगाही करवा रहे हैं। इसलिए वह नौकरी छोड़ना चाहते थे। उनके लिए जयपुर में नौकरी खोज भी ली गई थी। उनको 12 मार्च को ही नई नौकरी के बारे में जानकारी दी जानी थी, इससे पहले ही उनके खुदकुशी की खबर मिल गई।
गौरतलब है कि बिलासपुर के एसपी शर्मा ने बिगत 12 मार्च को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। वह पुलिस आफिसर्स मेस के बाथरूम में मृत पाए गए थे। पुलिस के अनुसार उन्होंने अपनी सर्विस पिस्टल से माथे पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी।
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