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Tuesday, December 25, 2012
Delhi Police: Delhi rape case: सीएम शीला दीक्षित, सांसद संदीप दीक्षित बोले हटाओ दिल्ली पुलिस कमिश्नर को। CM sheela dixit, MP sandeep dixit demand removal of CP.
नई दिल्ली। अब तक लोगों का गुस्सा शांत करने में नाकाम रही पुलिस का आरोप है कि इंडिया गेट पर चल रहे प्रदर्शन को हाईजैक कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक कुछ लोगों ने राजनीतिक हितों को साधने के लिए प्रदर्शन को उग्र बना दिया है। इन आरोपों के बीच दिल्ली पुलिस के कमिश्नर नीरज कुमार ही दिल्ली सरकार के निशाने पर आ गए हैं। आज शाम शीला दीक्षित ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद नीरज कुमार को हटाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। वहीं कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित ने भी नीरज कुमार को हटाने की मांग कर दी है।
दरअसल इंडिया गेट पर कल तक शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा प्रदर्शन अचानक उग्र हो गया। हजारों की संख्या में नाराज प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ डाले और 26 जनवरी की तैयारी के लिए लगाए गए लकड़ी के खंबों को उखाड़कर जला दिया। सरकारी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने कई बार लाठीचार्ज का सहारा लिया और आंसू गैस के गोले छोड़े। आम लोगों के साथ-साथ प्रदर्शन कवर कर रहे पत्रकारों को भी चोट आई। सरकार का दावा है कि कुछ राजनीतिक लोगों ने भीड़ को उकसाया जिसकी वजह से प्रदर्शन हिंसक हो गया।
दिल्ली पुलिस ने ऐलान किया कि रेप मामलों को जल्दी निपटाने के लिए दिल्ली में पांच फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर दिया गया है। इस बीच अपने समर्थकों के साथ इंडिया गेट बढ़ रहे बाबा रामदेव को भी पुलिस ने लाठीचार्ज कर रोक दिया। पुलिस का दावा है कि हिंसक प्रदर्शन को रोकने के लिए ही बल का प्रयोग किया गया है।
दिन भर जब दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांज रही थी, सरकार में सिर्फ बैठकों का दौर चलता रहा। लेकिन न तो किसी नेता और ना ही सरकार के किसी नुमाइंदे ने इंडिया गेट पर पहुंच कर प्रदर्शनकारियों से बात करने की हिम्मत दिखाई। शाम को दिल्ली सरकार ने कैबिनेट की बैठक बुलाकर कानून-व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद शीला दीक्षित गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से मुलाकात करने पहुंचीं। शिंदे से मुलाकात के बाद शीला दीक्षित ने दोषी आला पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। शीला ने गैंगरेप के दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग भी की। शीला ने कहा कि वीआईपी रास्तों से पुलिस हटाकर लोगों की सुरक्षा में लगाई जानी चाहिए।
शीला के इस बयान के बाद दिल्ली पुलिस के कमिश्नर नीजर कुमार को हटाने जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। उधर लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने शाम में ट्विट किया कि हिंसा से कोई हल निकलने वाला नहीं है, मैंने गृहमंत्री शिंदे से बात की है और इस मसले पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है।
दिल्ली में हुए गैंगरेप के बाद लगातार छठे दिन चल रहे प्रदर्शन ने सरकार की राजनीतिक और प्रशासनिक कुशलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या पुलिस की लाठी और विपक्ष पर आरोप लगाने से आम आदमी का गुस्सा शांत हो जाएगा। क्या सिर्फ कार्रवाई का भरोसा दिलाने से लोग घर वापिस चले जाएंगे। क्या राहुल गांधी और कांग्रेस के बड़े नेताओं को प्रदर्शनकारियों से सीधी बातचीत नहीं करनी चाहिए। आखिर कब तक देश के युवाओं और छात्रों को पुलिस की लाठी का सामना करने छोड़ दिया जाएगा।
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