Friday, August 26, 2011

Delhi Police: Police -Parliament: 'सब पुलिस करेगी, तो सरकार क्या करेगी' - अरुण जेटली ने सवाल किया

नई दिल्ली।। एक अरसे से बिखरा हुआ विपक्ष बुधवार को एकजुट होता दिखा। विपक्ष ने सरकार से सवाल पूछा कि अगर अन्ना की मांग अलोकतांत्रिक है, तो सरकार ने लोकपाल बिल के लिए संयुक्त मसौदा समिति का गठन क्यों किया?

विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार से निपटने के लिए दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाने की बजाय सत्ता का अहंकार दिखाने में व्यस्त है। लोकसभा में तो पीएम के बयान के दौरान जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी नेता हुकुम सिंह इतने गुस्से में थे कि उन्होंने पीएम के बयान की प्रति फाड़कर वेल में फेंक दी। बाद में उन्हें बीजेपी नेताओं ने रोका।

जेटली ने साधा निशाना
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने सवाल किया कि अगर ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर भी सब कुछ पुलिस ही कर रही है, तो सरकार क्या कर रही है? जेटली ने कहा कि पीएम अन्ना की मांग को अलोकतांत्रिक करार देते हैं। उनका तर्क सही है, तो सरकार ने लोकपाल बिल के लिए संयुक्त मसौदा समिति का गठन क्यों किया? समिति में विपक्ष के किसी भी प्रतिनिधि को शामिल क्यों नहीं किया?


लेफ्ट भी हमलावर
सीपीएम की वृंदा करात ने कहा कि सरकार को नागरिकों के सड़कों पर उतरने पर आपत्ति है, पर वह इसका जवाब नहीं देना चाहती कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है? उनका कहना था कि अन्ना और उनके साथियों को गिरफ्तार करके सरकार ने जनता के जले पर नमक छिड़का है। उन्होंने कहा कि लोकपाल बिल का मसौदा तैयार करते समय सभी पार्टियों से संजीदगी से चर्चा की जानी चाहिए थी। इसके बजाय सरकार ने प्रश्नावली भेज दी, जिसका जवाब हां या ना में देना था। इससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है?

सरकार की सफाई
कानून मंत्री सलमान खुर्शीद का कहना था कि अन्ना और उनकी टीम को यह सोचकर आमंत्रित किया गया था कि इससे लोकपाल बिल का एक सामूहिक मसौदा सामने आएगा, लेकिन वह संभव नहीं हुआ, क्योंकि दोनों पक्षों के विचारों में काफी अंतर था।

लोकसभा में भी हंगामा
प्रधानमंत्री अपना बयान देने के फौरन बाद ही लोकसभा से उठकर जाने लगे तो विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि जिनके बयान पर वह प्रतिक्रिया देने जा रही हैं, वही सदन में नहीं होंगे तो क्या फायदा। संसदीय कार्यमंत्री पवन बंसल ने कहा कि पीएम को राज्यसभा में भी बयान देना है।

इस पर बीजेपी नेता ने कहा कि सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया जाए, जिसका पवन बंसल ने विरोध किया। इस पर हंगामा शुरू हो गया। स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। कार्यवाही शुरू होने पर सुषमा स्वराज ने कहा कि पीएम का बयान सचाई कम जाहिर करता है, उसे दबाता ज्यादा है। इस बीच, संजय निरूपम समेत कई कांग्रेस सदस्यों ने टोकाटाकी की। जब निरूपम ने बोलना शुरू किया तो बीजेपी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।

जेडी(यू) नेता शरद यादव ने कपिल सिब्बल पर निशाना साधा और उन्हें 'महाप्रवक्ता' करार दिया। एसपी के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हजारे की गिरफ्तारी असंवैधानिक है। उन्होंने सरकार को 1975 से सबक लेने को कहा। सीपीआई के गुरुदास दासगुप्ता का कहना था कि इस मामले में दिल्ली के पुलिस आयुक्त को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।

Punjab Police: पुलिस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाला शख्स खुद गंभीर आरोपों में घिरा है

पुलिस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाला शख्स खुद गंभीर आरोपों में घिरा है। उस पर जहां एक युवती के अपहरण का आरोप है, वहीं मादक पदार्थ की तस्करी, चोरी और हथियारों से हमला करने के मामले भी दर्ज हैं। इसका खुलासा सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से हुआ है।
शहर के कंट्रोल रूम में 23 अगस्त 2009 को एकता ने शिकायत दी थी कि अजीत सिंह उसे डरा धमका रहा है। इसके अलावा उससे अवैध धंधा करवाता है। मामला शहर के मॉडल टाउन चौकी में चला गया, जहां दोनों में समझौता हो गया। इसके बाद अजीत सिंह ने दो पुलिसकर्मियों सहित एक ज्वेलर पर रिश्वत का आरोप लगा दिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज किया गया जिसमें जांच जारी है।
आरोपों में घिरे पुलिसकर्मियों ने जब उनके खिलाफ मुंह खोलने वाले का डाटा खंगाला तो खुलासा हुआ कि वे खुद मुलजिम हैं। इसके बाद पुलिस कर्मियों को पता चला कि शिकायतकर्ता अजीत पर पहले कई मुकदमे चल रहे हैं। रमेश ने आरटीआइ के तहत अजीत सिंह का रिकॉर्ड करनाल पुलिस से प्राप्त किया, जिससे खुलासा हुआ कि उसके खिलाफ अपहरण सहित कई मामले दर्ज हैं।


करनाल पुलिस द्वारा दी गई सूचना से रमेश को पता चला कि अजीत का झगड़ा एक महिला एकता से हुआ था। एकता के पिता पानीपत के निंबरी निवासी मामन सिंह ने पुलिस को शिकायत दी कि उसकी लड़की एकता पंजाब के राजपुरा क्षेत्र में कढ़ाई-सिलाईका काम सीखने के लिए गई थी। जहां उसकी मुलाकात अजीत के साथ हुई। अजीत ने उसकी लड़की को शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। इसके अलावा उसे डरा धमकाकर अवैध धंधा भी करवाता रहा। पीड़ित पिता ने बताया कि उसकी बेटी ने अजीत के खिलाफ शहर के मॉडल टाउन में शिकायत दी थी, परंतु आरोपी ने उसे धमका कर राजी नामा कर लिया। उसके कुछ दिन बाद ही एकता ने तरावड़ी स्थित एक होटल मालिक पर दुष्कर्म का आरोप लगा दिया। इसी आरोप के बाद होटल मालिक से मोटी रकम ऐंठ ली और बाद में मामला खारिज करवा दिया। अजीत सिंह पर नशा तस्करी, हथियार द्वारा जान से मारने की धमकी, वाहन चोरी व धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। आरोपी ने एक युवक का जाली खाता खुलवाकर एक रिटायर्ड कर्नल के खाते से करीबन छह लाख रुपये की ठगी की थी।

MP Police: Police Transfer: तीन पुलिस अधिकारी बदले, तेरह अधिकारी पदोन्नत

तीन पुलिस अधिकारी भी बदले

राज्य सरकार ने राज्य पुलिस सेवा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के तीन अधिकारियों के स्थानांतरण किए हैं। इनमें के.एस. ठाकुर को उप सेनानी 15वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल, इन्दौर से उप सेनानी 23वीं वाहिनी विसबल भोपाल, योगीराज सिंह को समनि (सुरक्षा), विशेष शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल से उप सेनानी 15वीं वाहिनी विसबल इन्दौर और जे.एस. राजपूत को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भिंड से सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल पदस्थ किया गया है।

दो डीएसपी के तबादले

राज्य शासन ने राज्य पुलिस सेवा के उप पुलिस अधीक्षक स्तर के दो अधिकारियों के तबादले भी किए हैं। इनमें उप पुलिस अधीक्षक अजाक जबलपुर जेडी भोंसले को एसडीओपी बीना, सागर एवं उप पुलिस अधीक्षक, मुख्यालय भिंड अशोक भारद्वाज को उप पुलिस अधीक्षक, पुलिस मुख्यालय भोपाल पदस्थ किया है।


एफएसएल में तेरह अधिकारी पदोन्नत

राज्य शासन ने गुरूवार को एफएसएल के चार वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारियों को पदोन्नत कर संयुक्त निदेशक एवं नौ वैज्ञानिक अधिकारियों को वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी पदस्थ किया। संयुक्त निदेशक पद पर पदोन्नति : आरएफएसएल ग्वालियर के डॉ. आजाद श्रीवास्तव को ग्वालियर, एफएसएल सागर के आरके दुबे को इंदौर, इंदौर के पीसी दुबे को भोपाल एवं सागर की रेखा मिश्रा को सागर में संयुक्त निदेशक पद पर पदस्थ किया गया है।

वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी पर पदोन्नति: जिला सीन ऑफ क्राइम यूनिट रीवा डॉ.आरपी शुक्ला को वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी जिला सीन ऑफ क्राइम यूनिट रीवा, जिला सीन ऑफ क्राइम यूनिट भोपाल ओपी दीक्षित को वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी जिला सीन ऑफ क्राइम यूनिट भोपाल पदस्थ किया गया है।


एफएसएल सागर में पदस्थ वैज्ञानिक अधिकारी एमके सौंधिया, डॉ. आरएल तिवारी, केपी पटेल, आरपी गौतम एवं डॉ. दीप्ति वर्मा को वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी के पद पर एफएसएल सागर में ही पदोन्नत किया गया है। जिला सीन ऑफ क्राइम यूनिट बैतूल गजेंद्र नरवरिया को वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी जिला सीन ऑफ क्राइम यूनिट बैतूल पदस्थ किया गया है। वहीं आरएफएसएल इंदौर में पदस्थ डॉ. बाबूलाल मंडलोई को वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी आरएफएसएल इंदौर बनाया गया है।

Delhi Police: एसीपी के आपरेटर ने की खुदकुशी

बाहरी दिल्ली, जासं : अलीपुर एसीपी के आपरेटर ने बृहस्पतिवार को दोपहर पंखे में रस्सी का फंदा लगा कर खुदकुशी कर ली। पुलिस को उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मौत के कारणों का भी पता नहीं चला है। अलीपुर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।


सिपाही अनिल खत्री (40) अलीपुर इलाके के टीकरी गांव में रहता था। वह अलीपुर एसीपी हरपाल सिंह का आपरेटर था। उसके दो बच्चे हैं। बृहस्पतिवार को दोपहर पंखे में रस्सी का फंदा लगा कर उसने खुदकुशी कर ली। परिवार वालों ने सूचना पुलिस को दी। अलीपुर थाना पुलिस शव को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए बाबू जगजीवन राम अस्पताल भेज दिया।
बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त बीएस जयसवाल का कहना है कि उसकी मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। जांच की जा रही है।

Uttarakhand Police: Anna & MPs: सांसदों के आवास पर सुरक्षा को पुलिस अलर्ट

भ्रष्टाचार के खिलाफ और जन लोकपाल बिल को लेकर अन्ना हजारे की मुहिम के समर्थन में प्रदेश में शांतिपूर्ण प्रदर्शन को सरकार कानून व्यवस्था के लिए फिलहाल किसी भी तरह की परेशानी के तौर पर नहीं देख रही। अलबत्ता, सांसदों के आवासों पर जरूरत पड़ने पर सुरक्षा बंदोबस्त दुरुस्त रखने को पुलिस अलर्ट है।
भ्रष्टाचार के विरोध में नई दिल्ली में अनशनरत अन्ना के समर्थन में राजधानी दून समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में धरना-प्रदर्शन, अनशन, जुलूस और कैंडल मार्च का सिलसिला जारी है।

हर जिले में बड़ी तादाद में लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए आगे आ रहे हैं, लेकिन इससे फिलहाल कानून व्यवस्था पर आंच नहीं आई है। केंद्र सरकार के खिलाफ जनता के आंदोलन को लेकर प्रदेश सरकार फिलहाल स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित मान रही है। हालांकि, सुरक्षा में चूक और शांतिपूर्ण आंदोलन में जन भावनाएं आहत न हो, इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। गृह मंत्रालय स्थिति पर नजर रखे है। जनांदोलन पटरी से न उतरे, इसे लेकर एहतियात बरती जा रही है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एसके भगत के मुताबिक लोगों का आंदोलन शांतिपूर्ण है। फिर भी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एहतियात बरत रही है।
उधर, अन्ना हजारे के जन लोकपाल बिल के लिए सांसदों पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत उनके आवासों पर प्रदर्शन के आह्वान के मद्देनजर वहां सुरक्षा बंदोबस्त किए जाएंगे। दून में दो सांसदों के आवासों की सुरक्षा को एसएसपी जीएस मर्तोलिया ने पुलिस को अलर्ट किया है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो सुरक्षा बंदोबस्त बढ़ाए जा सकते हैं।

Maharastra Police: Pune CP: पुणे पुलिस प्रमुख को एनएचआरसी का नोटिस

किसानों की रैली पर गोलीबारी के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पुणे के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किया है. इस गोलीबारी में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई थी.

आयोग ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि में शिकायत मिली है, जिसमें आरोप है कि पुणे में पुलिस की गोलीबारी में चार किसानों की मौत हो गई. नौ अगस्त को किसान पाइपलाइन बिछाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान उनके और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी.


आयोग ने पुणे के पुलिस आयुक्त को जारी नोटिस में चार हफ्ते के भीतर इस मामले पर रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है.

ज्ञात हो कि मंगलवार को पुणे जिले के बाहुरी गांव में प्रदर्शन कर रहे हजारों किसानों पर पुलिस ने गोलीबारी की थी जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई थी. किसान पावना बांध से पुणे के बाहरी इलाके तक पेयजल की पाइपलाइन बिछान के लिए किए जा रहे भूमि अधिग्रहण के विरोध में राजमार्ग पर प्रदर्शन कर रहे थे. रैली पर गोलीबारी के सिलसिले में गुरुवार को छह पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया गया था.

CRPF Exam: केंद्रीय पुलिस बल (असिस्टेंट कमांडेंट) परीक्षा

केंद्रीय पुलिस बल (असिस्टेंट कमांडेंट) परीक्षा उन छात्रों के लिए एक उम्मीद की किरण हैं, जो देश सेवा में अपना करियर बनाना चाहते हैं। यह परीक्षा कई स्तरीय होती है, इसलिए यह जानना जरूरी है कि इसमें सफलता के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए।

परीक्षा की तिथि- 09 अक्तूबर, 2011
भारत में कानून व्यवस्था को कायम रखने एवं विद्रोहों को शांत करने के लिए केन्द्रीय पुलिस बल की स्थापना की गई है। इसकी स्थापना और गठन, दोनों ही अखिल भारतीय स्तर पर होता है। इसके अंतर्गत बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी एवं सहायक कमांडेंट को शामिल किया जाता है। अभी हाल ही में केन्द्रीय पुलिस बल ने सहायक कमांडेंट के 497 पदों के लिए रिक्तियां घोषित की थी, जिसकी परीक्षा यूपीएससी द्वारा 09 अक्तूबर 2011 को आयोजित की जाएगी।
चयन चार चरणों में
सहायक कमांडेंट बनने के लिए उम्मीदवार को चार चरण की परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है-
लिखित परीक्षा
फिजिकल स्टैंडर्ड/फिजिकल एफिसिएंसी टेस्ट
मेडिकल स्टैंडर्ड टेस्ट
पर्सनेलिटी टेस्ट/इंटरव्यू
दो पेपरों पर टिका दारोमदार
लिखित परीक्षा दो पेपरों के रूप में होती है। पहला पेपर 250 अंकों का होता है तथा इसमें पूछे जाने वाले प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं। इसके अंतर्गत जनरल एबिलिटी एंड इंटेलीजेंस के प्रश्न आते हैं तथा प्रश्नों का माध्यम हिन्दी व इंग्लिश, दोनों होते हैं। दूसरा पेपर जनरल स्टडी, एस्से व कॉम्प्रिहेंशन का होता है। इसके लिए 200 अंक निर्धारित होते हैं। प्रश्नों का स्वरूप डिस्क्रिप्टिव होता है। एस्से राइटिंग सेक्शन के प्रश्न हिन्दी व इंग्लिश में तथा कॉम्प्रिहेंशन व प्रेसिस राइटिंग का उत्तर इंग्लिश में देना है।


निगेटिव मार्किंग से सावधान
इस परीक्षा में गलत उत्तर दिए जाने पर निगेटिव मार्किंग का प्रावधान है। इसलिए उत्तर देते समय सावधानी बरतें। कहने का तात्पर्य यह है कि जिन प्रश्नों को लेकर आपको भ्रम है, उन्हें छोड़ कर आगे बढ़ जाएं। हो सकता है, जब आप दोबारा उन प्रश्नों को देखें तो उनका उत्तर आपको याद आ जाए।
प्रजेंस ऑफ माइंड से बनेगी बात
जनरल मेंटल एबिलिटी सेक्शन के कुछ प्रश्न लॉजिकल रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीटय़ूड, न्यूमेरिकल एबिलिटी एवं डाटा इंटरप्रिटेशन से पूछे जाते हैं। इसके लिए प्रजेंस ऑफ माइंड की दरकार होती है और यह तभी संभव हो पाता है, जब आप उन प्रश्नों की रेगुलर प्रैक्टिस करें।
करेंट अफेयर्स मजबूत रखें
कुछ प्रश्न जनरल साइंस (साइंटिफिक टेम्पर, आईटी, बायोटेक्नोलॉजी, एनवायरमेंटल साइंस) एवं करेंट अफेयर्स से होते हैं। इसके लिए प्रतिदिन न्यूज पेपर-मैगजीन, रिसर्च रिपोर्ट, खोज, समसामयिक घटनाओं से अवगत होते रहें। जो भी चीज जरूरी लगे, उसे एक जगह नोट करते जाएं। बारहवीं लेवल की साइंस की किताबों भी पढ़ें।
एनसीईआरटी की किताबों का सहारा लें
देश की पॉलिसी, अर्थव्यवस्था, राजनीति, इतिहास, देश व विदेश के भूगोल के प्रश्नों को हल करने के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें पढ़ें। इस क्रम में स्वतंत्रता संग्राम, भारतीय संविधान, मानव अधिकार, आर्थिक विकास, सुरक्षा व्यवस्था आदि प्रश्नों को गहराई से देख लें। ज्यादातर प्रश्न इन्हीं भागों से पूछे जाते हैं।
एस्से लिखने का अभ्यास करें
दूसरे पेपर के लगभग 80 अंक के सवाल केवल एस्से राइटिंग से आते हैं, इसलिए प्रतिदिन एस्से लिखने का अभ्यास करें। इस संदर्भ में कुछ महत्त्वपूर्ण विषय जैसे आधुनिक भारत का इतिहास, पॉलिसी एवं इकोनॉमी, सिक्योरिटी एवं मानव अधिकार का ज्ञान, स्वतंत्रता संग्राम, भूगोल आदि सुझाए जा सकते हैं। वैसे एस्से के प्रश्न कहीं से भी पूछे जा सकते हैं।
कम्युनिकेशन/लेंग्वेज स्किल्स मजबूत बनाएं
यह सेक्शन पूरी तरह से इंग्लिश में होता है। इसमें उम्मीदवार की लेंग्वेज स्किल्स परखने से लेकर कॉम्प्रिहेंशन, प्रेसिस राइटिंग, काउंटर आर्गुमेंट, ग्रामर आदि से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसमें कुल 120 अंक निर्धारित हैं। कॉम्प्रिहेंशन में दिए गए पैसेज पर प्रश्न पूछे जाते हैं। ग्रामर मजबूत होने से कम्युनिकेशन व लेंग्वेज स्किल्स भी मजबूत हो सकती है।


महिलाओं व पुरुषों का फिजिकल टेस्ट
लिखित परीक्षा में सफल होने के पश्चात नंबर आता है फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट या फिजिकल एबिलिटी टेस्ट का। इसके अंतर्गत 100 एवं 800 मीटर की दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, गोला फेंकना आदि परीक्षण संबंधी कार्य कराए जाते हैं। इनकी समय-सीमा महिलाओं तथा पुरुषों में अलग-अलग होती है। इसके पश्चात उन्हें मेडिकल टेस्ट के लिए भेजा जाता है। रिटन टेस्ट की तैयारी के साथ-साथ उम्मीदवार को बिना प्रवेश पत्र का इंतजार किए फिजिकल टेस्ट की तैयारी भी शुरू कर देनी चाहिए।
इंटरव्यू एवं अंतिम सूची
मेडिकल टेस्ट में सफल होने के पश्चात उम्मीदवार को इंटरव्यू अथवा पर्सनेलिटी टेस्ट के लिए बुलाया जाता है। यह पर्सनेलिटी टेस्ट 200 अंकों का होता है तथा इस दौरान उम्मीदवार से उसकी पर्सनेलिटी, एकेडमिक, हॉबी आदि पर प्रश्न पूछे जा सकते हैं। बाद में उनकी योग्यता सूची जारी की जाती है, जो कि लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट तथा इंटरव्यू आदि में प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर बनाई जाती है। इसी के आधार पर अभ्यर्थी की समस्त भूमिका एवं उनकी उपस्थिति सुनिश्चित की जाती है तथा उन्हें सूचना दी जाती है। परीक्षा के पैटर्न एवं अन्य जानकारी के लिए यूपीएससी की वेबसाइट www.upsc.gov.in पर विजिट करें।
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