Friday, August 26, 2011

CRPF Exam: केंद्रीय पुलिस बल (असिस्टेंट कमांडेंट) परीक्षा

केंद्रीय पुलिस बल (असिस्टेंट कमांडेंट) परीक्षा उन छात्रों के लिए एक उम्मीद की किरण हैं, जो देश सेवा में अपना करियर बनाना चाहते हैं। यह परीक्षा कई स्तरीय होती है, इसलिए यह जानना जरूरी है कि इसमें सफलता के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए।

परीक्षा की तिथि- 09 अक्तूबर, 2011
भारत में कानून व्यवस्था को कायम रखने एवं विद्रोहों को शांत करने के लिए केन्द्रीय पुलिस बल की स्थापना की गई है। इसकी स्थापना और गठन, दोनों ही अखिल भारतीय स्तर पर होता है। इसके अंतर्गत बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी एवं सहायक कमांडेंट को शामिल किया जाता है। अभी हाल ही में केन्द्रीय पुलिस बल ने सहायक कमांडेंट के 497 पदों के लिए रिक्तियां घोषित की थी, जिसकी परीक्षा यूपीएससी द्वारा 09 अक्तूबर 2011 को आयोजित की जाएगी।
चयन चार चरणों में
सहायक कमांडेंट बनने के लिए उम्मीदवार को चार चरण की परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है-
लिखित परीक्षा
फिजिकल स्टैंडर्ड/फिजिकल एफिसिएंसी टेस्ट
मेडिकल स्टैंडर्ड टेस्ट
पर्सनेलिटी टेस्ट/इंटरव्यू
दो पेपरों पर टिका दारोमदार
लिखित परीक्षा दो पेपरों के रूप में होती है। पहला पेपर 250 अंकों का होता है तथा इसमें पूछे जाने वाले प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं। इसके अंतर्गत जनरल एबिलिटी एंड इंटेलीजेंस के प्रश्न आते हैं तथा प्रश्नों का माध्यम हिन्दी व इंग्लिश, दोनों होते हैं। दूसरा पेपर जनरल स्टडी, एस्से व कॉम्प्रिहेंशन का होता है। इसके लिए 200 अंक निर्धारित होते हैं। प्रश्नों का स्वरूप डिस्क्रिप्टिव होता है। एस्से राइटिंग सेक्शन के प्रश्न हिन्दी व इंग्लिश में तथा कॉम्प्रिहेंशन व प्रेसिस राइटिंग का उत्तर इंग्लिश में देना है।


निगेटिव मार्किंग से सावधान
इस परीक्षा में गलत उत्तर दिए जाने पर निगेटिव मार्किंग का प्रावधान है। इसलिए उत्तर देते समय सावधानी बरतें। कहने का तात्पर्य यह है कि जिन प्रश्नों को लेकर आपको भ्रम है, उन्हें छोड़ कर आगे बढ़ जाएं। हो सकता है, जब आप दोबारा उन प्रश्नों को देखें तो उनका उत्तर आपको याद आ जाए।
प्रजेंस ऑफ माइंड से बनेगी बात
जनरल मेंटल एबिलिटी सेक्शन के कुछ प्रश्न लॉजिकल रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीटय़ूड, न्यूमेरिकल एबिलिटी एवं डाटा इंटरप्रिटेशन से पूछे जाते हैं। इसके लिए प्रजेंस ऑफ माइंड की दरकार होती है और यह तभी संभव हो पाता है, जब आप उन प्रश्नों की रेगुलर प्रैक्टिस करें।
करेंट अफेयर्स मजबूत रखें
कुछ प्रश्न जनरल साइंस (साइंटिफिक टेम्पर, आईटी, बायोटेक्नोलॉजी, एनवायरमेंटल साइंस) एवं करेंट अफेयर्स से होते हैं। इसके लिए प्रतिदिन न्यूज पेपर-मैगजीन, रिसर्च रिपोर्ट, खोज, समसामयिक घटनाओं से अवगत होते रहें। जो भी चीज जरूरी लगे, उसे एक जगह नोट करते जाएं। बारहवीं लेवल की साइंस की किताबों भी पढ़ें।
एनसीईआरटी की किताबों का सहारा लें
देश की पॉलिसी, अर्थव्यवस्था, राजनीति, इतिहास, देश व विदेश के भूगोल के प्रश्नों को हल करने के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें पढ़ें। इस क्रम में स्वतंत्रता संग्राम, भारतीय संविधान, मानव अधिकार, आर्थिक विकास, सुरक्षा व्यवस्था आदि प्रश्नों को गहराई से देख लें। ज्यादातर प्रश्न इन्हीं भागों से पूछे जाते हैं।
एस्से लिखने का अभ्यास करें
दूसरे पेपर के लगभग 80 अंक के सवाल केवल एस्से राइटिंग से आते हैं, इसलिए प्रतिदिन एस्से लिखने का अभ्यास करें। इस संदर्भ में कुछ महत्त्वपूर्ण विषय जैसे आधुनिक भारत का इतिहास, पॉलिसी एवं इकोनॉमी, सिक्योरिटी एवं मानव अधिकार का ज्ञान, स्वतंत्रता संग्राम, भूगोल आदि सुझाए जा सकते हैं। वैसे एस्से के प्रश्न कहीं से भी पूछे जा सकते हैं।
कम्युनिकेशन/लेंग्वेज स्किल्स मजबूत बनाएं
यह सेक्शन पूरी तरह से इंग्लिश में होता है। इसमें उम्मीदवार की लेंग्वेज स्किल्स परखने से लेकर कॉम्प्रिहेंशन, प्रेसिस राइटिंग, काउंटर आर्गुमेंट, ग्रामर आदि से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसमें कुल 120 अंक निर्धारित हैं। कॉम्प्रिहेंशन में दिए गए पैसेज पर प्रश्न पूछे जाते हैं। ग्रामर मजबूत होने से कम्युनिकेशन व लेंग्वेज स्किल्स भी मजबूत हो सकती है।


महिलाओं व पुरुषों का फिजिकल टेस्ट
लिखित परीक्षा में सफल होने के पश्चात नंबर आता है फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट या फिजिकल एबिलिटी टेस्ट का। इसके अंतर्गत 100 एवं 800 मीटर की दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, गोला फेंकना आदि परीक्षण संबंधी कार्य कराए जाते हैं। इनकी समय-सीमा महिलाओं तथा पुरुषों में अलग-अलग होती है। इसके पश्चात उन्हें मेडिकल टेस्ट के लिए भेजा जाता है। रिटन टेस्ट की तैयारी के साथ-साथ उम्मीदवार को बिना प्रवेश पत्र का इंतजार किए फिजिकल टेस्ट की तैयारी भी शुरू कर देनी चाहिए।
इंटरव्यू एवं अंतिम सूची
मेडिकल टेस्ट में सफल होने के पश्चात उम्मीदवार को इंटरव्यू अथवा पर्सनेलिटी टेस्ट के लिए बुलाया जाता है। यह पर्सनेलिटी टेस्ट 200 अंकों का होता है तथा इस दौरान उम्मीदवार से उसकी पर्सनेलिटी, एकेडमिक, हॉबी आदि पर प्रश्न पूछे जा सकते हैं। बाद में उनकी योग्यता सूची जारी की जाती है, जो कि लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट तथा इंटरव्यू आदि में प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर बनाई जाती है। इसी के आधार पर अभ्यर्थी की समस्त भूमिका एवं उनकी उपस्थिति सुनिश्चित की जाती है तथा उन्हें सूचना दी जाती है। परीक्षा के पैटर्न एवं अन्य जानकारी के लिए यूपीएससी की वेबसाइट www.upsc.gov.in पर विजिट करें।
00

No comments:

Post a Comment