Underlining that constabulary remains the backbone of police, Prime Minister Manmohan Singh on Friday said they should be better trained and inculcated with the right attitude towards the public.
“The constabulary is the mainstay of our police forces, constituting 87 per cent of the total strength. Improving the image of the contabulary is, therefore, critical to building public trust in the police,” Dr. Singh said in his speech at the three-day Directors General and Inspectors General conference organised by the Intelligence Bureau.
He said a constable’s job is arduous and hazardous besides the force is overstretched and performs multifarious duties without getting basic facilities.
“Many of them find it difficult to get a suitable accommodation and are even forced to live in slum areas. All our police stations do not provide basic facilities for women constables. It is not realistic to expect high levels of efficiency unless proper attention is paid to the living and working conditions of our men and women,” the Prime Minister said.
Dr. Singh said police personnel must also be “adequately trained to upgrade their professional skills and inculcate the right attitude towards public. Promotions could be linked with training as is done in the Army.”
Highlighting their role in the present security scenario, the Prime Minister said human intelligence capabilities need to be improved.
“The grassroots information and intelligence collection systems that have traditionally been a part of policing have languished or failed into disuse in some places.
“The role of a vigilant and effective beat constable can be vital in checking the activities of networks, which otherwise operate under radar. Some reorientation in the functioning at these cutting edge levels is necessary and the role of community policing should be emphasised,” he said.
Keywords: Prime Minister Manmohan Singh, policing duties, top police brass meet
पुलिस की खबरें, सिर्फ पुलिस के लिए ...... An International Police Blog for police personnels and their family, their works, their succes, promotion and transfer, work related issues, their emotions,their social and family activities, their issues and all which related to our police personnels.
Friday, September 16, 2011
Mumbai Police: Terrorist Attack: मुंबई-गुजरात के बीच चल रही लक्ज़री बसों पर आतंकी साया, IB के इनपुट के बाद चौकस हुई पुलिस..
नगर प्रतिनिधि ॥ मुंबई
महाराष्ट्र पुलिस को इंटेलिजेंस ब्यूरो ( आईबी ) से मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली लग्जरी बसों पर आतंकवादी हमलों की आशंका की जानकारी मिली है। इस तरह के किसी हमले को नाकाम बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के अनुसार , ' राज्य में संभावित आतंकवादी हमलों के बारे में विभिन्न खुफिया जानकारियां हैं। उनमें से एक यह है कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली लग्जरी बसों को निशाना बनाया जा सकता है। हमने बस मालिकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा है। ' पुलिस सूत्रों ने कहा कि यात्रियों की शिनाख्त की जा रही है और उनके सामान की यथासंभव पूरी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मार्ग पर चलने वाली सामान्य बसों की भी जांच की जा रही है।
हाल ही में आईबी से यह सूचना मिली थी कि छत्रपति शिवाजी इंटरनैशनल एयरपोर्ट को निशाना बनाने के लिए आतंकवादी किसी छोटे विमान का उपयोग कर सकते हैं।
बस मालिकों को हिदायत
- हर यात्री के पहचान पत्र की जांच की जाए
- यात्रियों के सामान की गहनता से जांच की जाए
- किसी भी तरह का पार्सल लाने - ले जाने पर रोक
- संदिग्ध व्यक्ति जानकारी तुरंत पुलिस को दी जाए
महाराष्ट्र पुलिस को इंटेलिजेंस ब्यूरो ( आईबी ) से मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली लग्जरी बसों पर आतंकवादी हमलों की आशंका की जानकारी मिली है। इस तरह के किसी हमले को नाकाम बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के अनुसार , ' राज्य में संभावित आतंकवादी हमलों के बारे में विभिन्न खुफिया जानकारियां हैं। उनमें से एक यह है कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली लग्जरी बसों को निशाना बनाया जा सकता है। हमने बस मालिकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा है। ' पुलिस सूत्रों ने कहा कि यात्रियों की शिनाख्त की जा रही है और उनके सामान की यथासंभव पूरी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मार्ग पर चलने वाली सामान्य बसों की भी जांच की जा रही है।
हाल ही में आईबी से यह सूचना मिली थी कि छत्रपति शिवाजी इंटरनैशनल एयरपोर्ट को निशाना बनाने के लिए आतंकवादी किसी छोटे विमान का उपयोग कर सकते हैं।
बस मालिकों को हिदायत
- हर यात्री के पहचान पत्र की जांच की जाए
- यात्रियों के सामान की गहनता से जांच की जाए
- किसी भी तरह का पार्सल लाने - ले जाने पर रोक
- संदिग्ध व्यक्ति जानकारी तुरंत पुलिस को दी जाए
MP Police: Facebook: फेसबुक पर टिप्पणी पड़ी भारी, आरोपी गिरफ्तार...
रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के जावरा कस्बे में फेसबुक पर एक समुदाय विशेष के खिलाफ टिप्पणी कर लोगों की भावनाएं भड़काने वाले आरोपी को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया तथा फेसबुक से उसके द्वारा की गई टिप्पणी को हटा दिया गया।
पुलिस ने बताया कि जावरा में रहने वाले सुशील जैन ने एक समुदाय विशेष के धर्मग्रंथ के बार में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण संबंधित समुदाय के लोग कल बेहद आक्रोशित हो गये थे।
इस समुदाय के लोगों ने कल देर रात को जावरा पुलिस थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शित किया था। दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद आक्रोशित लोगों ने घेराव बंद कर दिया था।
पुलिस ने प्रकरण दर्ज करने के बाद तड़के आरोपी सुशील जैन को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बाद में फेसबुक पर डाली गई आपाजिनक टिप्पणी को भी हटा दिया है।
पुलिस ने बताया कि जावरा में रहने वाले सुशील जैन ने एक समुदाय विशेष के धर्मग्रंथ के बार में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण संबंधित समुदाय के लोग कल बेहद आक्रोशित हो गये थे।
इस समुदाय के लोगों ने कल देर रात को जावरा पुलिस थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शित किया था। दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद आक्रोशित लोगों ने घेराव बंद कर दिया था।
पुलिस ने प्रकरण दर्ज करने के बाद तड़के आरोपी सुशील जैन को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बाद में फेसबुक पर डाली गई आपाजिनक टिप्पणी को भी हटा दिया है।
Rajasthan Police: Jodhpur: ANM Bhavri devi: बहुचर्चित एएनएम भंवरी देवी अपहरण कांड शहाबुद्दीन पर शक की सुई, पता बताने वाले को ईनाम...
जोधपुर।बहुचर्चित एएनएम भंवरी देवी अपहरण कांड की मुख्य कड़ी पीपाड़ का शहाबुद्दीन है। वही अपनी बोलेरो में भंवरी का अपहरण कर ले गया और उसी ने भंवरी को उत्तर प्रदेश की गैंग को सौंपा था। शहाबुद्दीन ने किसके इशारे पर भंवरी का अपहरण किया, यह खुलासा उसकी गिरफ्तारी के बाद ही हो पाएगा। पुलिस ने शहाबुद्दीन की सूचना देने वाले को इनाम देने घोषणा की है। पुलिस ने गुरुवार को उसके घर की तलाशी ली।
इस बीच पुलिस सीकर में पकड़े गए अशोक माली को झांसी से जोधपुर ले आई है। उससे गहन पूछताछ की जा रही है। अशोक ने अपने दो साथियों के नाम भी पुलिस को बताए हैं। पुलिस की इस मशक्कत के बावजूद भंवरी का अब तक सुराग नहीं लगा है। इस मामले में गिरफ्तार ठेकेदार सोहनलाल को गुरुवार को दुबारा कोर्ट में पेश कर 19 सितंबर तक पुन: रिमांड पर लिया गया है।
तीन दिन बाद फरार हुआ शहाबुद्दीन
भंवरी की गुमशुदगी दर्ज होने पर पुलिस ने पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल को हिरासत में लिया था। भंवरी सोहनलाल से कार के पैसे लेने का कह कर घर से निकली थी। सोहनलाल के कहने पर ही भंवरी बिलाड़ा आई थी, वहां से शहाबुद्दीन उसे अपनी बोलेरो में बैठा कर ले गया और यूपी की गैंग के हवाले कर दिया। शहाबुद्दीन तीन दिन तक पीपाड़ में रहा, वह 4 सितंबर को फरार हुआ और 5 सितंबर को अपहरण का मुकदमा दर्ज हो गया। तब से वह पुलिस के हाथ नहीं लगा।
अशोक ने पुलिस को गुमराह किया
पुलिस ने अपहरण कांड में सोहनलाल, शहाबुद्दीन और यूपी की गैंग के रूप में कड़ियां जोड़ी हैं। शहाबुद्दीन ने सोहनलाल का उपयोग किया और अशोक ने पुलिस को गुमराह कर दिया। पुलिस अशोक को सीधे झांसी और ओराई ले गई और वहां उसके कहे अनुसार जमीन की खुदाई की, मगर भंवरी का शव नहीं मिला। फिर वह अपने बयान से पलट गया। अशोक ने अब गहन पूछताछ के बाद अपने दो साथियों के नाम भी पुलिस को बताए हैं।
अशोक ने फंसाया परमानंद को
यूपी का अशोक माली अपने पिता के साथ पहले चूरू में रहता था। कुछ समय पहले वह आर्म्स एक्ट के मुकदमे में गिरफ्तार हुआ था। उसे शक था कि परमानंद भोजक की मुखबिरी से पुलिस ने उसे पकड़ा है। इसलिए अशोक ने पुलिस को अपने साथी के रूप में परमानंद का नाम बता दिया। पुलिस ने तीन दिन उससे पूछताछ की, गुरुवार को उसे छोड़ दिया।
इस बीच पुलिस सीकर में पकड़े गए अशोक माली को झांसी से जोधपुर ले आई है। उससे गहन पूछताछ की जा रही है। अशोक ने अपने दो साथियों के नाम भी पुलिस को बताए हैं। पुलिस की इस मशक्कत के बावजूद भंवरी का अब तक सुराग नहीं लगा है। इस मामले में गिरफ्तार ठेकेदार सोहनलाल को गुरुवार को दुबारा कोर्ट में पेश कर 19 सितंबर तक पुन: रिमांड पर लिया गया है।
तीन दिन बाद फरार हुआ शहाबुद्दीन
भंवरी की गुमशुदगी दर्ज होने पर पुलिस ने पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल को हिरासत में लिया था। भंवरी सोहनलाल से कार के पैसे लेने का कह कर घर से निकली थी। सोहनलाल के कहने पर ही भंवरी बिलाड़ा आई थी, वहां से शहाबुद्दीन उसे अपनी बोलेरो में बैठा कर ले गया और यूपी की गैंग के हवाले कर दिया। शहाबुद्दीन तीन दिन तक पीपाड़ में रहा, वह 4 सितंबर को फरार हुआ और 5 सितंबर को अपहरण का मुकदमा दर्ज हो गया। तब से वह पुलिस के हाथ नहीं लगा।
अशोक ने पुलिस को गुमराह किया
पुलिस ने अपहरण कांड में सोहनलाल, शहाबुद्दीन और यूपी की गैंग के रूप में कड़ियां जोड़ी हैं। शहाबुद्दीन ने सोहनलाल का उपयोग किया और अशोक ने पुलिस को गुमराह कर दिया। पुलिस अशोक को सीधे झांसी और ओराई ले गई और वहां उसके कहे अनुसार जमीन की खुदाई की, मगर भंवरी का शव नहीं मिला। फिर वह अपने बयान से पलट गया। अशोक ने अब गहन पूछताछ के बाद अपने दो साथियों के नाम भी पुलिस को बताए हैं।
अशोक ने फंसाया परमानंद को
यूपी का अशोक माली अपने पिता के साथ पहले चूरू में रहता था। कुछ समय पहले वह आर्म्स एक्ट के मुकदमे में गिरफ्तार हुआ था। उसे शक था कि परमानंद भोजक की मुखबिरी से पुलिस ने उसे पकड़ा है। इसलिए अशोक ने पुलिस को अपने साथी के रूप में परमानंद का नाम बता दिया। पुलिस ने तीन दिन उससे पूछताछ की, गुरुवार को उसे छोड़ दिया।
Bihar Police: Patna: नालंदा लाठीचार्ज मामले में थानाध्यक्ष सहित 41 पुलिसकर्मी लाइनहाजिर...
बिहार के नालंदा जिले में नूरसराय थाना परिसर में बुधवार को महिलाओं सहित पुरुषों पर बर्बर लाठीचार्ज के मामले में पुलिस मुख्यालय ने थानाध्यक्ष सहित 41 पुलिसकर्मियों को शुक्रवार को हटा दिया।
पटना से मामले की जांच करने पहुंचे पुलिस मुख्यालय के अपर महानिदेशक राजवर्धन शर्मा ने 14 सितंबर को नूरसराय थाना परिसर में चंडासी गांव की महिलाओं सहित ग्रामीणों पर बर्बर लाठीचार्ज के मामले में थानाध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह सहित 41 पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया।
शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि इस घटना के आरोप में थाना अध्यक्ष, छह पुलिस अधिकारियों, 20 सिपाही, 10 होमगार्ड और चार हवलदारों को लाइनहाजिर कर दिया गया। उन्हें दूसरे स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि चंडासी गांव की महिला रीना कुमारी उर्फ सुषमा की कथित हत्या के मामले की जांच की प्रगति की जानकारी लेने के लिए गांव के लोग बुधवार को थाना परिसर में डीआईजी विनीत विनायक और पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा के पास पहुंचे थे। यहां स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें करीब एक दर्जन महिलाएं घायल हो गयी थी।
शर्मा ने कहा कि इस मामले के जांच अधिकारी पुलिस उपाधीक्षक दिलीप कुमार झा को जांच कार्य से अलग कर दिया गया है। नालंदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला है और मीडिया में लाठीचार्ज की घटनाओं के प्रसारण के बाद यह मुद्दा सुर्खियों में आ गया था।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को इस मामले की जांच अपर पुलिस महानिदेशक (पुलिस मुख्यालय) को करने के निर्देश दिये थे। इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी पुलिस महानिदेशक को दो सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
चंडासी गांव निवासी रामबालक कुमार ने अपनी पत्नी रीना उर्फ सुषमा कुमारी की हत्या करने का आरोप थाने के सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) अशोक कुमार पर लगाया है। पुलिस पर उसे बचाने का आरोप लगाया है। महिला चंडासी पंचायत की ग्राम कचहरी सचिव थी।
लाठीचार्ज की घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने इस मामले में एएसआई अशोक कुमार, पुलिसकर्मी नागेश्वर और होमगार्ड जवान विभूति झा को पहले ही निलंबित कर दिया है।
वहीं राज्य महिला आयोग की दो सदस्यों सविता नटराजन और रेणु सिन्हा ने अस्पताल में भर्ती घायल महिलाओं का हालचाल पूछा और सारे मामले की जानकारी ली। उन्होंने घटना को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि जांच के बाद वे अपनी रिपोर्ट महिला आयोग की अध्यक्ष को देंगी
पटना से मामले की जांच करने पहुंचे पुलिस मुख्यालय के अपर महानिदेशक राजवर्धन शर्मा ने 14 सितंबर को नूरसराय थाना परिसर में चंडासी गांव की महिलाओं सहित ग्रामीणों पर बर्बर लाठीचार्ज के मामले में थानाध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह सहित 41 पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया।
शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि इस घटना के आरोप में थाना अध्यक्ष, छह पुलिस अधिकारियों, 20 सिपाही, 10 होमगार्ड और चार हवलदारों को लाइनहाजिर कर दिया गया। उन्हें दूसरे स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि चंडासी गांव की महिला रीना कुमारी उर्फ सुषमा की कथित हत्या के मामले की जांच की प्रगति की जानकारी लेने के लिए गांव के लोग बुधवार को थाना परिसर में डीआईजी विनीत विनायक और पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा के पास पहुंचे थे। यहां स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें करीब एक दर्जन महिलाएं घायल हो गयी थी।
शर्मा ने कहा कि इस मामले के जांच अधिकारी पुलिस उपाधीक्षक दिलीप कुमार झा को जांच कार्य से अलग कर दिया गया है। नालंदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला है और मीडिया में लाठीचार्ज की घटनाओं के प्रसारण के बाद यह मुद्दा सुर्खियों में आ गया था।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को इस मामले की जांच अपर पुलिस महानिदेशक (पुलिस मुख्यालय) को करने के निर्देश दिये थे। इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी पुलिस महानिदेशक को दो सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
चंडासी गांव निवासी रामबालक कुमार ने अपनी पत्नी रीना उर्फ सुषमा कुमारी की हत्या करने का आरोप थाने के सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) अशोक कुमार पर लगाया है। पुलिस पर उसे बचाने का आरोप लगाया है। महिला चंडासी पंचायत की ग्राम कचहरी सचिव थी।
लाठीचार्ज की घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने इस मामले में एएसआई अशोक कुमार, पुलिसकर्मी नागेश्वर और होमगार्ड जवान विभूति झा को पहले ही निलंबित कर दिया है।
वहीं राज्य महिला आयोग की दो सदस्यों सविता नटराजन और रेणु सिन्हा ने अस्पताल में भर्ती घायल महिलाओं का हालचाल पूछा और सारे मामले की जानकारी ली। उन्होंने घटना को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि जांच के बाद वे अपनी रिपोर्ट महिला आयोग की अध्यक्ष को देंगी
Bihar Police: Patna: सीवान में हिरासत में मौत का मामला गरमाया, लोगों का सदर अस्पताल में हंगामा...
सीवान। बिहार के सीवान जिले के नगर थाने में चोरी के एक मामले में बंद आरोपी की हिरासत में ही मौत हो गई है। घटना से आक्रोशित लोगों ने सदर अस्पताल में हंगामा किया और सड़क मार्ग अवरुद्ध किया। पुलिस के अनुसार चोरी के एक मामले में गोविंद राजभार को गिरफ्तार किया गया था। गुरुवार की रात इसने शौचालय में ही गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दौरान उसे अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इधर, मुतकों के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से गोविंद की हालत खराब हो गई थी और अंत में पुलिस ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। सीवान के पुलिस उपाधीक्षक सत्यनाराण कुमार ने शुक्रवार को बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
इधर, पोस्टमार्टम के लिए शव को अस्पताल लाए जाने के बाद लोगों ने जमकर हंगामा मचाया और बाहर सड़क मार्ग अवरुद्ध कर दिया।
इधर, मुतकों के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से गोविंद की हालत खराब हो गई थी और अंत में पुलिस ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। सीवान के पुलिस उपाधीक्षक सत्यनाराण कुमार ने शुक्रवार को बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
इधर, पोस्टमार्टम के लिए शव को अस्पताल लाए जाने के बाद लोगों ने जमकर हंगामा मचाया और बाहर सड़क मार्ग अवरुद्ध कर दिया।
Bihar Police: Patna: नालंदा लाठीचार्ज मामले में मानवाधिकार आयोग का नोटिस मिला, दो पुलिस वाले निलंबित...
नालंदा/पटना।। बिहार में नालंदा जिले के नूरसराय थाने के आसपास बुधवार शाम पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के मामले में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) को मामले की जांच करने का आदेश दिया है।
नालंदा के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने गुरुवार को बताया कि प्रथम दृष्टया मामले में दोषी पाए गए दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है, जिसमें सिपाही विभूति झा और होमगार्ड का जवान नागेश्वर शामिल है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार नूरसराय थाना के चंडासी गांव निवासी रामबालक कुमार की पत्नी सुषमा उर्फ रीना पिछले 25 अगस्त से लापता है। ग्रामीणों का कहना है कि रीना की हत्या कर शव को गायब कर दिया गया है। पीड़ित परिवार पुलिस के असहयोगात्मक रवैये के बाद पिछले दिनों मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाकर गुहार लगाई थी।
मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की जांच पटना के क्षेत्रीय पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) विनीत विनायक को करने का निर्देश दिया था। बुधवार शाम को विनायक नूरसराय थाने पहुंचकर लोगों से बात ही कर रहे थे कि कुछ लोगों ने थाने में पत्थरबाजी शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार इस पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद पुलिस को पथराव कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने महिलाओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। लाठीचार्ज में एक दर्जन लोग बुरी तरह घायल हो गए। मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की जांच अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) राज्यर्वद्घन शर्मा को सौंप दिया है।
नालंदा के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने गुरुवार को बताया कि प्रथम दृष्टया मामले में दोषी पाए गए दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है, जिसमें सिपाही विभूति झा और होमगार्ड का जवान नागेश्वर शामिल है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार नूरसराय थाना के चंडासी गांव निवासी रामबालक कुमार की पत्नी सुषमा उर्फ रीना पिछले 25 अगस्त से लापता है। ग्रामीणों का कहना है कि रीना की हत्या कर शव को गायब कर दिया गया है। पीड़ित परिवार पुलिस के असहयोगात्मक रवैये के बाद पिछले दिनों मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाकर गुहार लगाई थी।
मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की जांच पटना के क्षेत्रीय पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) विनीत विनायक को करने का निर्देश दिया था। बुधवार शाम को विनायक नूरसराय थाने पहुंचकर लोगों से बात ही कर रहे थे कि कुछ लोगों ने थाने में पत्थरबाजी शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार इस पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद पुलिस को पथराव कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने महिलाओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। लाठीचार्ज में एक दर्जन लोग बुरी तरह घायल हो गए। मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की जांच अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) राज्यर्वद्घन शर्मा को सौंप दिया है।
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