Thursday, October 20, 2011

Gujrat Police: Ahemdabad: गुजरात निलंबित आईपीएस ऑफिसर संजीव भट्ट को आईपीएस असोसिएशन का समर्थन मिला

अहमदाबाद ।। गुजरात की मोदी सरकार से पंगा लेकर जेल में बंद निलंबित आईपीएस ऑफिसर संजीव भट्ट को आईपीएस असोसिएशन का समर्थन मिल गया है। शनिवार को हुई एक आकस्मिक बैठक में असोसिएशन ने भट्ट और उनके परिवार को समर्थन देने का फैसला किया। गौरतलब है कि गुजरात आईपीएस असोसिएशन करीब-करीब मृत संस्था का रूप ले चुका था। डीआईजी राहुल शर्मा और संजीव भट्ट के खिलाफ प्रदेश सरकार की ओर से आरोपपत्र दायर किए जाने पर भी इसने चुप्पी ही बनाए रखी थी। जब मौका आया इसने मोदी सरकार को खुश करने वाले फैसले ही किए। उदाहऱण के लिए जब असोसिएशन के अध्यक्ष और मोदी सरकार के खिलाफ स्टैंड लेने की हिम्मत रखने वाले आईपीएस एडीजीपी कुलदीप शर्मा को दरकिनार कर दिया गया तब भी असोसिएशन ने कुछ बोलने की जरूरत नहीं महसूस की। वह डीजीपी पद के हकदार माने जा रहे थे, मगर उन्हें यह पद नहीं दिया गया। ऐसे मामलों में चुप्पी रखने वाले असोसिएशन ने सोहराबुद्दीन फर्जी एनकाउंटर मामले में फंसे आईपीएस डीजी वंजारा, राजकुमार पांडियान और अभय चूड़ासमा जैसे आईपीएस ऑफिसरों का ही समर्थन किया था।
शनिवार को असोसिएशन के सदस्य दरअसल एडीजीपी के नित्यानंदन की बेटी की शादी में इकट्ठा हुए थे। राज्य भर के ऑफिसरों की मौजूदगी को देखते हुए असोसिएशन की बैठक करके भट्ट की गिरफ्तारी पर विचार करने का फैसला किया गया। कम से कम 35 अधिकारियों ने एडीजीपी दीपक स्वरूप को अध्यक्ष बनाने और भट्ट परिवार को समर्थन देने के प्रस्ताव के पक्ष में मत दिया। इस बैठक के बाद भट्ट के बैच मेट रह चुके तीन आईजी अतुल करवाल, वी.एम. पारगी और प्रवीण सिन्हा उनके घर गए। तीनों ऑफिसर कम से कम एक घंटे भट्ट परिवार के साथ रहे। संजीव भट्ट की पत्नी श्वेता ने बताया कि 'वे संजीव के साथ अपनी एकजुटता दिखाने आए थे।'

Gujrat Police: Ahemdabad: विदेशी प्रेमी जोड़े से परेशान गुजरात पुलिस, प्रेमी जेल में, प्रेमिका करती है विदेश से बार बार फोन..

अहमदाबाद। अंतरराष्ट्रीय वीजा घोटाले में गिरफ्तार नाईजीरियन के प्रांतीय राजकुमार इरापोमो इरादरी की क्राइम के साथ प्रेम कहानी भी हॉलीवुड फिल्मों के प्लॉट जैसी ही है। लगभग सभी यूरोपियन देशों में घूमते-फिरते रहने वाले इरापोमो की इन सभी देशों में गर्लफ्रैंड्स हैं। इसमें से एक मलेशियन सुंदरी जीन ने तो अहमदाबाद पुलिस तक को हिलाकर रख दिया है। दरअसल इन दिनों इरापोमो अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है और गर्लफ्रैंड जीन उससे मिलना चाहती है। इतना ही नहीं जीन जमानत पर इरापोमो को रिहा करवाकर उसके साथ अहमदाबाद में ही स्थायी हो जाने की बात भी कर रही हैं। जीन ने यह बात फोन पर अहमदाबाद पुलिस से कही है।
इरापोमो की हाल ही में क्राइम ब्रांच ने 90 लाख रुपए के वीजा घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया है। अत्यंत वैभवशाली जीवन जीने वाले इस 'प्रिंस के नखरे पुलिस भी उठा रही है। दरअसल ये रोज चार पैकेट क्लासिक माइल्ड सिगरेट और दो समय नॉनवेज खाने की मांग करते हैं। हालांकि क्राइम ब्रांच दो बार नॉनवेज की पूर्ति तो कर नहीं सकती लेकिन सिगरेट तो पिला ही देती है। सोमवार को रिमांड की कार्रवाई पूरी होने के बाद क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर परेश सोलंकी के मोबाइल पर मलेशिया से एक फोन आया। फोन करने वाली एक लड़की थी, जो अंग्रेजी में बात कर रही थी। इंस्पेक्टर ने लड़की को फोन पर बताया कि इरापोमो की रिमांड पूरी हो चुकी है और उसे अब जेल भेजा जा रहा है। यह बात सुनते ही जीन फोन पर ही रो पड़ी। रोते हुए उसने इंस्पेक्टर से कहा कि वह इरापोमो से मिलना चाहती है। लेकिन नाइजीरिया की इंडियन एंबेसी ने उसे वीजा देने से मना कर दिया है। जीन ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर अहमदाबाद आकर इरापोमो को रिहा कराना चाहती है। हालांकि जीन की इस समस्या का हल तो इंस्पेक्टर के पास था नहीं। जीन सोमवार को फिर से नाइजीरिया की इंडियन एम्बसी में इंडिया के वीजा के लिए निवेदन करने जाएंगी। वे अहमदाबाद आकर जीन को जमानत पर रिहा करवाना चाहती हैं। इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि अहमदाबाद आकर वे इरापोमो के साथ यहीं बस जाएंगी।

Maharastra Police: Anna: अन्ना के मना करने पर भी पुलिस नहीं मानी, दे दी जेड सेक्योरिटी..

पुणे। गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे की सुरक्षा में चार की जगह अब 11 सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है। उनके निवास पद्मावती मंदिर और कार्यालय के प्रवेश द्वार पर तीन मेटल डिटक्टर उपकरण लगाए गए हैं। अन्ना से मिलने आने वाले सभी आगंतुकों को अब इससे होकर गुजरना पड़ेगा। इन उपकरणों को बुधवार रात लगाया गया है। महाराष्ट्र सरकार पिछले दो महीनों से हजारे की सुरक्षा बढ़ाने की कोशिश कर रही थी लेकिन वह मना कर देते थे। उधर, अन्ना ने अपनी जान को खतरे की आशंका के मद्देनजर उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने के महाराष्ट्र प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। हजारे ने बुधवार रात उनके गांव रालेगण सिद्धि में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) सत्यपाल सिंह के साथ बैठक में इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। हजारे इस समय मौन व्रत कर रहे हैं इसलिए उन्होंने अपना निर्णय लिखकर बताया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने हजारे से मुलाकात करने से पहले रालेगण सिद्धि पहुंचकर अहमदाबाद पुलिस के साथ उच्च स्तरीय बैठक की और उनकी सुरक्षा पर चर्चा की लेकिन हजारे ने खुद को एक स्वतंत्रता सेनानी बताते हुए सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया। पुलिस ने बताया कि राज्य सरकार ने हजारे को एहतियातन सुरक्षा मुहैया कराने की सलाह दी थी और उनकी जान को खतरे संबंधी कोई भी खुफिया जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। अहमद नगर पुलिस ने भी हजारे को नई दिल्ली में 12 दिनों के अनशन के बाद अपने गांव लौटने पर गत सितंबर में ऎसा ही प्रस्ताव दिया था जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। उल्लेखनीय है कि किसी व्यक्ति की जान को खतरे की आशंका होने पर केंद्र और राज्य सरकारें जेड श्रेणी के तहत 22 सुरक्षा कर्मियों को उसकी सुरक्षा के लिए तैनात करती हैं। पिछले एक सप्ताह में हजारे की टीम के दो अहम सदस्यों पर हमले हुए हैं। पहले उनके सहयोगी प्रशांत भूषण पर 12 अक्टूबर को उच्चतम न्यायालय के उनके चैम्बर में दक्षिणपंथी गुट से जुडे कुछ युवकों ने हमला किया था और उसके कुछ ही दिन बाद उनके एक अन्य सहयोगी अरविन्द केजरीवाल पर एक युवक ने चप्पल फेंकी थी।

Maharastra Police: बिग बॉस के घर में पुलिस!, टीवी सीरियल के शूट में असली पुलिस का क्या काम है..

बिग बॉस का घर डिजाइन करने वाले श्याम भाटिया ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि पुलिस उनके द्वारा बनाए गए खूबसूरत घर में आएगी। कर्जत में स्थित इस घर में पुलिस जाने का प्लान बना रही है क्योंकि उन्हें अमर उपाध्याय को कोर्ट का समन देना है। उदयपुर कोर्ट में अमर की कंपनी के ऊपर चेक बाउंसिंग का एक मामला चल रहा है।
लोकप्रिय धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में अमर ने मिहिर वीरानी का किरदार निभाया था जो अपने समय में बेहद पॉपुलर हुआ। इसी नाम से प्रेरित होकर अमर ने मिहिर वीरानी मल्टीट्रेड प्रा.लि. नामक एक कंपनी दो पार्टनर के साथ मिलकर खोली जो फाइनेंस चेन-मेम्बरशिप सिस्टम के मुताबिक काम करती है। उदयपुर के रहने वाले हरिनारायण सोनी ने इस कंपनी में पैसा निवेश किया और उनके मुताबिक सन 2001 में उन्हें 7 लाख रुपये का फायदा हुआ। उन्हें यह भुगतान आठ वर्ष बाद अमर की कंपनी की ओर से किया गया, लेकिन यह चेक बाउंस हो गया। सोनी ने इसकी शिकायत पुलिस में की और मामला कोर्ट तक जा पहुंचा। इस मामले में अमर के पब्लिसिस्ट और प्रवक्ता डेल भगवागर का कहना है ‘जहां तक मुझे पता है, अमर ने इस कंपनी को दिसम्बर 2003 में छोड़ दिया था। उसके बाद से वे इसका हिस्सा कभी नहीं रहे। जिस चेक की बात की जा रही है वो अमर के कंपनी छोड़ने के बाद जारी किया गया है। अमर को संभवत: इस बारे में कुछ भी पता नहीं है। अमर लोकप्रिय हैं, बिग बॉस के शो में हैं, इसलिए प्रचार पाने के लिए किसी ने ऐसी हरकत की है।‘

North East Police: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक जवान को गैरकानूनी हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार..

गुवाहाटी।। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक जवान को गैरकानूनी हथियार रखने के आरोप में यहां रेलवे स्टेशन से शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। ऐर्णाकुलम एक्सप्रेस में सवार अमृत कुमार राणा को सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि उसके पास से नौ एमएम की एक पिस्तौल, दो मैग्जीन और कारतूस बरामद हुए हैं। हथियार और कारतूस उसे जारी नहीं किए गए थे बल्कि सेना से संबंधित हैं।

Bihar Police: Patna: बिहार के डीजीपी अभ्यानंद का बयान, भ्रष्ट्राचार को आर्थिक अपराध के दायरे में लाया जाएगा..

पटना।। बिहार के डीजीपी अभ्यानंद ने बुधवार कहा कि प्रदेश में आर्थिक अपराध के दायरे में भ्रष्टाचार को भी लाया जाएगा और इसके लिए आर्थिक अपराध कोषांग को और भी सशक्त बनाया जाएगा। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पूरे प्रदेश के प्रमंडलीय स्तर और जिलास्तर के प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों की आज से शुरू मीटिंग के पहले सेशन के बाद बातचीत करते हुए अभ्यानंद ने कहा कि प्रदेश में आर्थिक अपराध के दायरे में भ्रष्टाचार को भी लाया जाएगा और इसके लिए आर्थिक अपराध शाखा को और भी सशक्त बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों के लिए प्रदेश में पहले से निगरानी विभाग है, लेकिन उसकी तुलना में पुलिस विभाग बड़ा विभाग है। कानूनी रूप से भ्रष्टाचार के मामले को पुलिस विभाग भी दर्ज कर सकता है, लेकिन परंपरा के अनुसार उनका विभाग ऐसे मामलों को दर्ज नहीं करता था।

WB Police: Kolkata: वर्द्धमान जिले में दो सशस्त्र गुटों के बीच आपसी संघर्ष में छह पुलिसकर्मी घायल..

कोलकाता।। पश्चिम बंगाल के वर्द्धमान जिले में दो सशस्त्र गुटों के बीच आपसी संघर्ष में एक युवक की मौत हो गई, जबकि छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। जिले के एक अधिकारी ने बताया कि मास्तरपारा इलाके के हातन रोड पर एक धार्मिक जुलूस को लेकर दो प्रतिद्वंद्वी गुटों में संघर्ष हो गया। आपसी संघर्ष को सुलझाने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस के वहां पहुंचने पर भीड़ के एक हिस्से ने पुलिस पर ही हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिसकर्मियों को हवा में गोलीबारी करनी पड़ी।
अधिकारी ने बताया कि भीड़ के हमले में आसनसोल उत्तर के पुलिस स्टेशन प्रभारी विकास दत्ता समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। आपसी संघर्ष में सुजीत वर्मा नाम के एक युवक की मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही युवक की मौत का कारण पता चल पाएगा। हिंसा प्रभावित क्षेत्र में अब भी पुलिस बल डेरा डाले हुए हैं। कस्बे के बाकी हिस्सों में स्थिति सामान्य है।