नई दिल्ली। आखिरकार दिल्ली पुलिस की तलाश पूरी हुई और क्रिकेट को बदनाम करने वाले कबूतरबाज जैकब मार्टिन को गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस उसे लंबे समय से खोज रहा था। आपको बता दें कि पुलिस ने जैकब मार्टिन की सूचना पर देने वाले को पच्चीस हजार रूपए का ईनाम देने की घोषणा की थी। गौरतलब है कि मार्टिन के खिलाफ 2004 में मानव तस्करी का केस दर्ज किया गया था। भारत के लिए दस एकदिवसीय मैच खेलने वाले मार्टिन पर 2003 में 17 खिलाडियों को फर्जी तौर पर ब्रिटेन ले जाने का आरोप है। उनमें से 16 खिलाड़ी ही देश वापस आए थे।
पुलिस ने जो बताया उस के मुताबिक निमेष कुमार नामक एक शख्स के पास फर्जी पासपोर्ट पाया गया था। जिसने बताया था ये पासपोर्ट जैकब ने उसेक लिए बनवाया था। जिसके लिए उसने मार्टिन को सात लाख रूपये दिये थे। आईजीआई एयरपोर्ट के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस आर. ए. संजीव के मुताबिक जैकब ने अजवा स्पोर्टस क्लब, वड़ोदरा, गुजरात के नाम से एक फर्जी क्रिकेट टीम बनाई थी। वह भी उसी टीम का सदस्य था।
आपको बता दें कि जैकब मार्टिन का जन्म 11 मई 1972 में बड़ौदा में हुआ था। जैकब राईट हैंड बैंटसमैन हैं, इन्होंने भारतीय टीम की ओर से दस बार इंटरनेशनल वन डे खेला है लेकिन एक भी टेस्ट उन्होंने भारत की ओर से नहीं खेला है। मार्टिन के बारे में कहा जाता रहा है कि वो एक अच्छे बैटसमैन के साथ-साथ गेंदबाजी में भी कमाल कर सकते हैं। और कई बार उन्होंने प्रथम श्रेणी के मैचों में अपना कमाल दिखाया भी है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने मार्टिन की अग्रीम जमानत की अर्जी को खारिज करते हुए कहा था कि मार्टिन को सजा जरूर मिलनी चाहिए क्योंकि उन्होंने करोड़ो लोगों के धर्म बन चुके क्रिकेट को बदनाम किया है
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