छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने बारुदी सुरंग में विस्फोट कर एंटी लैंड माइन विकल को उड़ा दिया, जिससे उसमें सवार 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए तथा चार अन्य घायल हो गए। शहीदों में आठ विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) शामिल हैं।
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को को बताया कि जिले के कटकल्याण थाना क्षेत्र के अंतर्गत गाटम गांव के करीब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एंटी लैण्ड माइन वाहन विकल को उड़ा दिया तथा जबरदस्त गोलीबारी की। इस घटना में जिला पुलिस बल के दो आरक्षक एंटी लैण्ड माइन वाहन विकल के चालक किशन, आरक्षक उड़िया मुरा और आठ विशेष पुलिस अधिकारी गजेंद्र ठाकुर, इतवारी, योगेश्वर मिड़यामी, सुनील शर्मा, चमन लाल ओयाम, सुखनाथ गावड़े, रतिराम मौर्य और बुकसु राम कुंजाम शहीद हो गए तथा चार अन्य जवान घायल हो गए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीती देर रात दंतेवाड़ा पुलिस मुख्यालय से दो वाहनों में पुलिसकर्मी कटेकल्याण रवाना हुए थे। पुलिस दल जब गाटम गांव के करीब पहुंचा तब नक्सलियों ने एक नहर पर बने छोटे से पुल के करीब बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया।
इस घटना में पुलिस वाहन के पीछे चल रहा एंटी लैण्ड माइन वाहन विकल क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना के दौरान नक्सलियों ने पुलिसकर्मियों पर अंधाधुंध गोलीबारी भी शुरू कर दी। जिसका पुलिस दल ने भी जवाब दिया।
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रायपुर. छत्तीसगढ़ में देर रात नक्सलियों ने पुलिस दल पर जबर्दस्त हमला किया, जिसमें १० पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। घटना स्थल से करीब ८० किलो विस्फोटक बरामद किया गया है। ९ लाशें बरामद कर ली गई हैं। घायलों को जगदलपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना कटे कल्याण क्षेत्र की बताई गई है। इसके पहले नारायणपुर से 25 किमी दूर ओरछा रोड पर झारा घाटी में गुरुवार तड़के सीएएफ कैंप पर माओवादियों के हमले में प्रधान आरक्षक समेत पांच जवान शहीद हो गए। कुल दो घटनाओं में १४ लोगों की मौत हो गई है।
नक्सलियों ने गुरुवार की रात करीब 11.30 बजे नक्सली वारदात को अंजाम दिया। दंतेवाड़ा जिले से 30 किमी दूर कटे कल्याण के पास स्थित गाटम में उन्होंने जवानों की एंटी लैंड माइन व्हीकल को विस्फोट कर उड़ा दिया। घटना में नौ जवानों के शहीद होने की पुष्टि एसपी अंकित गर्ग ने रात करीब तीन बजे की। व्हीकल में १३ जवान सवार थे। चार गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें साढ़े तीन बजे जगदलपुर पहुंचाया गया। नक्सलियों के जनपितुरी पखवाड़े के कारण कटेकल्याण से दो गाडिय़ों में पुलिस पार्टी सर्चिंग के लिए निकली थी। आगे चल रही एक गाड़ी तो सुरक्षित थाने लौट आई, लेकिन पीछे वाली गाड़ी को नक्सलियों ने ब्रिज के पास बारूदी सुरंग विस्फोट कर उड़ा दिया।
नारायणपुर से 25 किमी दूर ओरछा रोड पर झारा घाटी में गुरुवार तड़के सीएएफ कैंप पर माओवादियों के हमले में प्रधान आरक्षक समेत पांच जवान शहीद हो गए।
झारा घाटी में सैकड़ों माओवादियों ने कैंप से बाहर निकले चार जवानों को निशाना बनाया। फिर मोर्चा नंबर 6 पर तैनात संतरी को भी गोली मार दी। इस दौरान उन्होंने कैंप पर हाई एक्सप्लोसिव बम भी फेंके। माओवादियों को पुलिस की मुस्तैदी और जवाबी कार्रवाई के बाद पीछे हटना पड़ा।
धौड़ाई थाना क्षेत्र के झारा घाटी में डेढ़ माह पहले सीएएफ ने कैंप स्थापित किया था। फोर्स की मौजूदगी से माओवादियों की गतिविधियां प्रभावित होने लगी थीं। झारा घाटी से गुजरने वाली सड़क से ही अबूझमाड़ तक वाहनों से सीधी पहुंच संभव है।
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