नई दिल्ली। अमेरिका ने भारतीय पुलिस के लिए 3डी प्रौद्योगिकी और अन्य उपकरण प्रदान करने का वचन दिया है। इसके साथ ही अत्याधुनिक हथियारों के साथ पुलिस के आधुनिकीकरण की दीर्घकालिक भारतीय महत्वाकांक्षा को बल मिला है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि भारत अमेरिका से अत्याधुनिक 3डी इमेजरी प्रौद्योगिकी हासिल करने के प्रयास में है। इस प्रौद्योगिकी को हैदराबाद स्थित भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) प्रशिक्षण संस्थान, सरदार पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के युवा अधिकारियों को उपलब्ध कराई जाएगी।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पाने के बाद पुलिस अकादमी के पास उन प्रमुख ठिकानों की 3डी छवियों का एक संग्रह तैयार हो जाएगा, जो आतंकवादी हमले के सम्भावित शिकार हो सकते हैं। इससे विशेष पुलिस कमांडो को इमारतों को बंधक बनाए जाने की स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित करने में मदद मिलेगी।"
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि पिछले महीने केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम और अमेरिकी आंतरिक सुरक्षा मंत्री जेनेट नेपोलिटानो के बीच हुई सुरक्षा वार्ता ने भारत की पुलिस आधुनिकीकरण योजना को बढ़ावा दिया है।
भारत ने अपने 15 लाख से अधिक राज्य पुलिस बलों को और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) जैसे संगठनों के 750,000 से अधिक जवानों को बेहतर तरीके से सुसज्जित करने की योजना तैयार की है।
अधिकारी ने कहा कि जब आतंकवादियों ने नवम्बर 2008 में ताज होटल पर हमला किया था तो सुरक्षा बलों को इसलिए नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि उन्हें इमारत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और वे गलियारों में अनजान राही की तरह भटक रहे थे।
अधिकारी ने कहा, "यदि उनके पास इमारत की 3डी छवि होती तो इमारत की योजना के बारे में उन्हें जानकारी मिल गई होती और वे रणनीतिक रूप से इस बात की जानकारी कर होटल में प्रवेश करते कि आतंकवादी वास्तव में किस स्थान पर होंगे और उन्हें कहां से कैसे निशाना बनाया जा सकता है।"
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