Monday, March 28, 2011

Punjab Police : साइकिल से चले चालान काटने पुलिसवालें

जालंधर छावनी। यह न कभी अपने देखा होगा और न ही सुना होगा, लेकिन अब यह हकीकत है। नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों का चालान काटने और उन पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस मुलाजिम साइकिल से गश्त करेंगे। पर्यावरण को प्रदूषण रहित बनाने और पुलिस मुलाजिमों की सेहत सुधारने की यह अनूठी कवायद शुरू हुई है कैंट क्षेत्र में।

शुक्रवार को सदर बाजार समेत अन्य बाजारों में ट्रैफिक समस्या सुधारने के लिए बैठक करने के बाद एसीपी जगजीत सिंह ने पुलिस मुलाजिम ज्ञान चंद को साइकिल देकर गश्त के लिए रवाना किया। पहले दिन 11 चालान काटे गए।

साइकिल में चालान बुक और स्टीकर चालान भी
पुलिस कर्मचारी की इस साइकिल में चालान बुक और स्टीकर चालान भी मौजूद होगा। साथ ही साइकिल पर एक माइक भी लगाया गया है। यह मुलाजिम कैंट के सभी बाजारों में गश्त करेगा और अवैध तरीके से खड़े वाहन चालकों के चालान काटेगा। इसके अलावा यह दुकानदारों को सामान बाहर न रखने की चेतावनी भी देगा।

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Election Commission & Police : डीएम व एसपी नियुक्त कर सकता है निर्वाचन आयोग

चेन्नई। तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक [डीजीपी] बदलने को लेकर जारी विवाद के बीच निर्वाचन आयोग ने सोमवार को कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए उसके पास पर्याप्त शक्तियां हैं। आयोग की ओर से मद्रास हाईकोर्ट में बताया गया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो, इसके लिए राज्य में वह किसी भी पुलिस अफसर को डीजीपी बना सकता है। इतना ही नहीं कौन जिला निर्वाचन अधिकारी हो, इस बारे में भी उसे पर्याप्त संवैधानिक अधिकार हैं। आयोग के अनुसार, निर्विवाद चुनाव कराने के लिए वह डीएम और एसपी भी बदल सकता है और उनकी जगह बेदाग छवि वाले अफसर को नियुक्त कर सकता है।
अदालत में दाखिल हलफनामे में आयोग ने ये तर्क दिए हैं। आयोग ने कहा कि तमिलनाडु में 13 अप्रैल को होने वाले विधान सभा चुनावों में धन बल के इस्तेमाल को रोकने के लिए छापेमारी और वाहनों को जब्त करने का आदेश देने का भी उसे अधिकार है। आयोग ने अदालत से कहा कि उसके इन निर्णयों को दुर्भावनापूर्ण नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना उसकी संवैधानिक जिम्मेदारी है।
आयोग ने लतिका सरन को हटा कर भोला नाथ को राज्य का पुलिस महानिदेशक नियुक्त कर दिया था। उसके इस निर्णय पर मुख्यमंत्री एम करुणानिधि ने एक रैली में नाराजगी जाहिर की थी। इस संबंध में प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए न्यायमूर्ति एलिप धर्मा राव और न्यायमूर्ति एम वेणुगोपाल की पीठ ने पिछले हफ्ते चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया था। जिसका आयोग ने सोमवार को जवाब दिया। अदालत ने आयोग से पूछा था कि राज्य सरकार से बगैर सलाह किए क्या वह अधिकारियों के तबादले का आदेश दे सकता है।
सोमवार को मुख्य न्यायाधीश एम वाई इकबाल और न्यायमूर्ति टीएस सिवांगनाम की समक्ष आयोग ने अपना जवाब दाखिल किया। जिसमें आयोग ने स्पष्ट किया कि निर्विवाद चुनाव कराने के लिए वह किसी भी पुलिस अफसर को डीजीपी बना सकता है। उसके इस निर्णय पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है। उसे संविधान, अपराध प्रक्रिया संहिता और आयकर अधिनियम के तहत छापेमारी और वाहनों को जब्त करने का भी अधिकार है।
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TN Police : आयोग ने तमिलनाडु के डीजीपी का किया तबादला

नई दिल्ली। तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव से पहले शनिवार को चुनाव आयोग ने लतिका सरन के स्थान पर शीर्ष सतर्कता अधिकारी भोला नाथ को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया और चार जिलाधिकारियों एवं कई आई पी एस अधिकारियों का तबादला कर दिया।
चुनाव आयोग ने कहा कि विधानसभा चुनाव के संचालन के लिए भोला नाथ तमिलनाडु के नए पुलिस महानिदेशक होंगे। नाथ फिलहाल सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय के प्रमुख हैं।
चुनाव आयोग का आदेश ऐसे समय में आया है जब मुख्य विपक्षी दल अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम [अन्नाद्रमुक] चुनाव के संचालन के लिए सरन के तबादले की माग कर रहा है।
अपने आदेश में आयोग में चुनाव आयोग ने मदुरै, वेल्लूर, थेणी, इरोड के जिलाधिकारियों का तबादला कर दिया और उनके स्थान पर क्रमश: संगयम, पल्लनी कुमार, कार्तिक और सी कामराज को नियुक्त किया है। चेन्नई उपनगर के पुलिस आयुक्त और मदुरै के पुलिस प्रभारी समेत छह आईपीएस अधिकारियों को तबादला कर दिया गया है।
आयोग ने कहा कि एम एन मंजूनाथ पुलिस महानिरीक्षक [दक्षिण] होंगे तथा करण सिंह चेन्नई उपनगर के पुलिस आयुक्त होंगे। पी कन्नप्पन मदुरै के लिए पुलिस प्रमुख तथा संजय माथुर डिंडिगुल के पुलिस उपमहानिरीक्षक बनाए गए हैं।
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UP Police : तबादले को तैयार नहीं पुलिसकर्मी


मुजफ्फरनगर। शासन के आदेश पर तबादले की जद में आए पुलिसकर्मी हां-ना के फेर में उलझ गए हैं। एक पूर्व डीजीपी के माध्यम से पुलिसकर्मियों ने सुप्रीम कोर्ट के रिट स्वीकार करने का हवाला देते हुए रवानगी रोकने को कहा है। जबकि पुलिस अफसर नियत समय पर पुलिसकर्मियों की रवानगी पर अड़े हैं।
शासन के आदेश के चलते सूबे के लगभग 30 हजार पुलिसकर्मी तबादले की जद में हैं। पहले चरण में 12 हजार पुलिसकर्मियों को स्थानांतरित किया गया है। शासनादेश के अनुसार गृह जनपद के पड़ोसी जिलों में तैनात, 15 वर्षो से एक ही स्थान पर तैनात व दो बार एक ही जिले में पोस्टिंग पाने वाले पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है। इसमें जिले के तकरीबन आठ सौ पुलिसकर्मी तबादले की जद में है।
उधर, सीओ जानसठ, सीओ सिटी व रिट सेल में तैनात तीन सिपाहियों ने पुलिसकर्मियों की सहमति पर पूर्व डीजीपी प्रकाश कुमार के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर की है। प्रकाश कुमार वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं। पुलिसकर्मियों की ओर से डाली गयी रिट पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए चार अपै्रल निर्धारित की है। शनिवार को पुलिसकर्मियों की ओर से अधिवक्ता व पूर्व डीजीपी ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार को फैक्स भेजकर पुलिसकर्मियों की रवानगी पर रोक लगाने की मांग की है।
दो-दो हजार रुपये का हुआ चंदा!
सूत्रों की माने तो सुप्रीम कोर्ट में गए पुलिसकर्मियों के सहयोग के लिए तबादले की जद में आए अन्य पुलिस वालों ने दो-दो हजार रुपये का चंदा इकट्ठा किया है। इस चंदे से सुप्रीम कोर्ट के खर्च वहन किया जाएगा।
नियत समय पर होगी रवानगी
पुलिसकर्मियों की रवानगी के बारे में एसपी क्राइम शरद सचान का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा आवंटित गनर व तीस सितम्बर 2011 में रिटायर हो रहे पुलिसकर्मियों को छोड़कर सभी पुलिसकर्मियों की रवानगी रविवार को होगी। इस संबंध में एसएसपी से बात करने का प्रयास किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हुआ।

Jharkhand Police : पुलिस में 75 प्रतिशत सीधी नियुक्ति का विरोध

रांची : डीएसपी रैंक में प्रोन्नति के लिए बन रही नयी प्रोन्नति नियम से कनीय अफसरों में उबाल है. कनीय पुलिस अफसरों  के एसोसिएशन झारखंड पुलिस एसोसिएशन ने शनिवार को बैठक कर सरकार से इसे वापस लेने का आग्रह किया है. वापस नहीं होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है. अभी झारखंड में दारोगा व डीएसपी का पद 50 प्रतिशत प्रोन्नति से और 50 प्रतिशत सीधी नियुक्ति से भरा जाना है. नये नियम में सीधी नियुक्ति से 75 प्रतिशत पद भरने की बात कही गयी है.

शनिवार हुई बैठक में एसोसिएशन की सभी शाखाओं के पदाधिकारी शामिल हुए. एसोसिएशन के महामंत्री चंद्रगुप्त सिंह ने प्रेस बयान जारी कर बताया है कि यदि सरकार की यह नीति लागू हो जाती है
, तो सिपाही से लेकर डीएसपी तक की प्रोन्नति रूक जायेगी.

इस प्रभाव पुलिसकर्मियों के काम व मनोबल पर पड़ेगा. इधर
,  एसोसिएशन कीरांची शाखा के अध्यक्ष कमल किशोर ने बताया कि सरकार नियुक्ति नियमावली व पुलिस मैनुअल का उल्लंघन कर रही है. पुलिस पदाधिकारी चुप नहीं बैठेंगे. उन्होंने अन्य राज्यों में लागू प्रोन्नति नियमावली का तुलनात्मक विवरणी का हवाला देते हुए कहा कि नयी नियमावली के कारण सिपाही से लेकर दारोगा तक बिना प्रोन्नति पाये ही रिटायर हो जायेंगे.
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HR Police: एएसआई का हत्यारोपी बदमाश साथी समेत ढेर

फरीदाबाद, जागरण संवाद केंद्र
एएसआई ओमप्रकाश की हत्या कर बच्चू डकैत को छुड़ाने के मुख्य आरोपी नितिन व उसके एक साथी को पुलिस की अपराध शाखा, पलवल ने मुठभेड़ में मार गिराया। इस दौरान एक अन्य बदमाश मौका पाकर खेतों की तरफ भाग गया। उसकी तलाश में पलवल और होडल पुलिस के करीब सौ जवान कांबिंग कर रहे हैं। यह मुठभेड़ रविवार रात करीब आठ बजे के आसपास उस समय हुई जब पलवल सीआईए के इंचार्ज हंसराज दहिया होडल सीआईए के साथ उझीना ड्रेन पर सामूहिक गश्त कर रहे थे।
बताते हैं कि इस दौरान पुलिस को उझीना ड्रेन की तरफ दो अलग-अलग मोटरसाइकिलों पर तीन लोग आते नजर आए। पुलिस जिप्सी को देखकर तीनों ने मोटरसाइकिल वापस मोड़ते हुए तेज रफ्तार से भगानी शुरू कर दी। जब पुलिस की जिप्सी ने पीछा किया तो मोटरसाइकिल पर पीछे बैठे एक व्यक्ति ने फायर करना शुरू कर दिया। इस पर उन्होंने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ में सीआईए पलवल इंचार्ज हंसराज दहिया और होडल सीआईए में तैनात हवलदार तेजबीर बदमाशों की गोलीबारी में बाल-बाल बच गए। वहीं, पुलिस की तरफ से गोलीबारी होता देख बदमाशों ने भी उझीना ड्रेन के पास ही मोर्चा संभाल लिया। पुलिस फायरिंग में दो बदमाश ढेर हो गए जबकि एक बदमाश मौका पाकर खेतों की तरफ भाग गया। इस घटना की सूचना मिलते ही पलवल के जिला पुलिस अधीक्षक अनिल धवन, डीएसपी नरेंद्र कादियान समेत तमाम अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। बदमाशों के पास दो देशी तमंचे बरामद हुए हैं। फरार हुए तीसरे बदमाश की तलाश में पूरे क्षेत्र में कांबिंग चल रही है। जगह-जगह नाकेबंदी की जा चुकी है।
पुलिस अधीक्षक अनिल धवन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों का नाम नितिन पंडित निवासी गांव बहीन और जगनी निवासी गांव हथाना, कोसी है। नितिन और जगनी दोनों वही बदमाश हैं, जो 21 फरवरी को डबचिक पर्यटन स्थल के निकट एएसआई ओमप्रकाश की गोली मारकर हत्या करने के बादमथुरा के खर्रोट गांव निवासी बच्चू डकैत को पुलिस हिरासत से छुड़ा ले गए थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिसकर्मियों के अनुसार फरार हुआ तीसरा बदमाश बच्चू डकैत का भाई रणधीर है। हालांकि, इस बात की पुष्टि तभी हो सकेगी जब वह पुलिस के हत्थे चढ़ेगा। उन्होंने बताया कि नितिन और जगनी ने पलवल के सर्राफा व्यवसायी महेश मंगला से पिछले दिनों रंगदारी मांगी थी। दोनों ने दो बार उस पर जानलेवा हमला भी किया था। तीनों रविवार को रंगदारी वसूलने के लिए ही पलवल आ रहे थे।
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WC Cricket Police : Chandigarh Police: मोहाली में स्टेडियम के बाहर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

मोहाली।। पंजाब क्रिकेट असोसिएशन (पीसीए) स्टेडियम में बुधवार को होने वाले भारत-पाक सेमीफाइनल मुकाबले के लिए की गई सुरक्षा व्यवस्था उस समय धरी की धरी रह गई जब प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तथा आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इस दौरान पाकिस्तानी टीम स्टेडियम के अंदर ही मौजूद थी।
पंजाब के विभिन्न भागों से आए संविदा पर नियुक्त फार्मासिस्ट नौकरियों को नियमित करने की मांग कर रहे थे। इस बीच नारेबाजी कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और स्टेडियम के नजदीक खड़ी पुलिस की गाड़ियों और निजी गाड़ियों को तोड़ा-फोड़ा।
मोहाली के पुलिस अधीक्षक (शहर) हरप्रीत सिंह ने बताया, 'फार्मासिस्ट कर्मचारी पीसीए स्टेडियम के बाहर इकट्ठे होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। जब हमने उनसे शांत रहने की अपील की तो उन्होंने पुलिसवालों के साथ दुर्व्यवहार किया। उन्हें नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।'
उन्होंने कहा, 'स्थिति पर नजर रखने के लिए मैं खुद घटनास्थल पर मौजूद हूं। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।'
उधर, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर मनमानी करने का आरोप लगाया। पंजाब फार्मासिस्ट असोसिएशन के महासचिव अमनदीप सिंह ने बताया, 'हमारा प्रदर्शन बिल्कुल शांतिपूर्ण था और कानून व्यवस्था तोड़ने की हमारी मंशा नहीं थी। हमने स्टेडियम के बाहर सड़क को पार करने की योजना बनाई थी लेकिन पुलिस ने बिना वजह पीटना शुरू कर दिया। वे इस तरह की कार्रवाई कर हमें नहीं रोक सकते हैं और हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।' 

courtesy- nbt