पुलिस विभाग ने अपने एक साथी एएसआई शंकरा सिंह के बेटे प्रदीप कुमार को एसआरओ 43 के तहत नौकरी प्रदान की है। उसे बतौर कांस्टेबल का नियुक्ति पत्र दिया गया है। सोमवार को मृतक के घर में दसवां दिन था। पुलिस इतिहास में यह पहला मामला पेश आया है जिसमें दस दिन में नौकरी दिलवा दी गई।
जानकारी के अनुसार आरएस पुरा सेक्टर की बार्डर पोस्ट पर तैनात एएसआई शंकरा सिंह की 11 फरवरी को ड्यूटी पर मौत हो गई थी। वह कई दिन से बीमार होने के बावजूद ड्यूटी कर रहा था। ड्यूटी पर तैनात रहते हुए ही उसकी मौत हो गई।
एएसआई की मौत के बाद एसपी मुख्यालय शैलेन्द्र सिंह ने तुरंत पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा। इसमें गुजारिश की गई कि मृतक एएसआई की ड्यूटी पर मौत हुई है। उसकी मौत के बाद उसके परिवार में और कोई कमाने वाला नहीं है। इसलिए उसके बेटे को एसआरओ 43 के तहत नौकरी दी जाए। पुलिस मुख्यालय ने इस अर्जी पर तुरंत काम किया।
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Wednesday, February 22, 2012
Bihar Police: Patna: पटना की 'लेडी दबंग' सिटी एसपी किम के थप्पड़ की गूंज, अब तो थप्पड़ पर सियासत शुरु हो गई है...
बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के थप्पड़ मारने के जवाब में एक महिला ने घुमाकर थप्पड़ जड़ दिया.
पुलिस अधीक्षक नगर मिस किम को सरेआम महिला को थप्पड़ मारना महंगा पड़ सकता है.
सोमवार शाम कंकड़बाग थाने में करंट लगने से दो लड़कों की मौत हो गई. घटना से गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. जाम हटाने पहुंची पुलिस पर लोगों ने पथराव शुरू कर दिया. हंगामा बढ़ने पर मौके पर पुलिस अधीक्षक नगर पहुंच गई.
पुलिस अधीक्षक नगर एक महिला को समझाना चाह रही थी पर महिला उन से उलझ गई. इस पर पुलिस अधीक्षक नगर ने महिला को थप्पड़ जड़ दिया. महिला ने भी पलट कर पुलिस अधीक्षक को थप्पड़ जड़कर जवाब दिया.
हालांकि इसके बाद तो महिला की जमकर पिटाई हुई. पुलिस ने भी जमकर लाठियां भांजीं.
इस घटना को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. विपक्षी दल राजद ने नीतीश सरकार में कानून-व्यवस्था बिगड़ने का आरोप लगाया है वहीं सत्ता पक्ष ने भरोसा दिया है कि मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
Tuesday, February 21, 2012
Orissa Police: Bhubneswar: ढेंकनॉल MLA के लोगों ने पुलिस पर किया हमला, कांस्टेबल हेमंत साहू, सुब्रत नायक घायल...
BHUBANESWAR: Dhenkanal MLA Nabin Nanda landed in trouble after some of his supporters on Monday hurled crude bombs at a police vehicle, injuring two constables. Police said they would register a case against Nanda and also seek the Assembly Speaker's permission to arrest him.
While repolling was being held in 69 wards, including two wards at Nihal Prasad in Dhenkanal, in 19 blocks of 11 districts, NCP legislator Nanda alleged that some of his political adversaries had attacked him, his son and his PSO. "Some men at the behest of BJD's zilla parishad candidate attacked us at Nihal Prasad, injuring my son and damaging my vehicle," he told a private news channel.
However, SP (Dhenkanal) Satish Gajbhiye had a different take. "Nanda came to the police station, but despite repeated requests did not file an FIR. He apparently wanted to buy time so that the polling could end. After voting was over, some of his acolytes, including Nanda Nayak, Ananda Nayak (both sons of a defeated zilla parishad candidate Kailash Nayak) blocked the road at Tingua Square between Nihal Prasad and Dhenkanal," Gajbhiye told TOI.
The SP said when the SDPO B N Dandapat rushed to Tingua Square, Nanda's supporters hurled petrol bombs at his vehicle from the rear side. "They possibly thought that the ballot boxes were in the vehicle and wanted to damage those so that elections could be countermanded. Two constables, Hemant Sahu and Subrat Nayak, who were sitting on the rear side of the vehicle were badly injured," Gajbhiye said. He added the injured have been shifted to SCB Medical College and Hospital, Cuttack.
UP Police: Aligarh: अलीगढ़ में भीड़ ने किया पुलिस दल पर हमला, दो कांस्टेबल ज़ख्मी...
Aligarh: Two constables were injured today when an irate mob pelted stones at a police party and torched two official vehicles following the accidental death of a teenaged boy in Delhi gate locality here. The protesters allegedly pelted stones at the police personnel following the death of 14-year-old Vikas at the Gonda crossing here after being hit by a truck. They agitators claimed that the truck was allowed to go scott-free by officials after the driver paid them money. The mob also set a police jeep and a motorcycle on fire, police said, adding that 12 people have been detained in this connection.
A & N Police: आदिवासी महिलाओं का विदेशियों के लिए वीडियो बनाने वाला पुलिसवाला पहचाना गया...
ANDAMAN & NICOBAR: Andaman and Nicobar Island Police have identified one of its personnel who was allegedly involved in the controversial 'human safari' episode, where members of Jarawa tribe were made to dance, in return for food by foreign tourists.
Strict action will be taken the cop, sources said here. The cop was recently identified after a through examination of the video footage and the sound sample as he had briefly appeared in one of the video footages, they added. The video was shot in September 2008 and the inquiry is on to identify another man who had appeared in it in military overalls.Though the name of the accused has not yet been divulged by the cops, sources said the Andaman and Nicobar administration has informed the Tribal Affairs Ministry and National Commission for Scheduled Tribes (NCST) on the development.
Initially, Andaman police had denied the involvement of its personnel in the episode.
WB Police: Kolkata: पार्क स्ट्रीट महिला दुष्कर्म कांड में पुलिस लगी बदनामी धोने में, JCP (Crime) दमयंती सेन ने कहा कि यह कांड में मेरा व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है...
कोलकाता : पार्क स्ट्रीट महिला दुष्कर्म कांड में पुलिस व सरकार की हो रही बदनामी को धोने के लिए सोमवार को राज्य सचिवालय राइटर्स में कोलकाता पुलिस के दो बड़े अधिकारियों ने सफाई देते हुए कहा कि कोलकाता पुलिस में गुटबाजी नहीं है, बल्कि टीम के तहत जांच कार्य किया जा रहा है। इसके पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन दोनों अधिकारियों संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) जावेद शमीम और संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) दमयंती सेन के साथ करीब दो घंटे तक बैठक कीं। शाम को राइटर्स से निकलते समय मुख्यमंत्री ने इस बैठक को रूटीन बैठक की संज्ञा दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों के साथ उन्होंने अपने कार्यालय में रूटीन बैठक की हैं। जबकि इसके पहले दोपहर में ही बैठक से निकलने के बाद इन दोनों अधिकारियों ने कहा कि कोलकाता पुलिस में कोई गुटबंदी नहीं है और वे पुलिस आयुक्त आरके पचनंदा के अधीन अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं। प्रेस कांफ्रेंस में श्री पचनंदा नहीं आये। हालांकि उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तलब किया था। समझा जाता है कि गलत जानकारी देने के लिए उन्हें फटकार भी सुननी पड़ी होगी। मुख्यमंत्री के साथ बैठक करने के बाद जब वे सीढि़यों से नीचे उतर ही रहे थे कि मुख्यमंत्री ने उन्हें दोबारा तलब किया और वे तेजी से उनके कार्यालय में गये। घंटे भर बातचीत के बाद जब लौटे तो उन्होंने पत्रकारों का सामना नहीं किया। प्रेस के घेरने पर भी वे तेज गति से राइटर्स से बाहर चले गये। हालांकि इस कांड के शुरुआती दौर में ही उन्होंने कहा था कि सरकार व पुलिस की बदनामी करने के लिए इस कांड को गढ़ा जा रहा है। इससे शुरुआती दौर में लगा था कि महिला ही झूठा आरोप लगा रही है लेकिन जब कोलकाता पुलिस ने तीन लोगों को दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर लिया, तो इसका श्रेय मीडिया ने पार्क स्ट्रीट महिला के साथ दुष्कर्म कांड में अभी तक बड़े अधिकारी को बलि का बकरा नहीं बनाया गया है लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप की वजह से पुलिस महकमा सकते में आ गया है। सकते में ही नहीं बल्कि दो गुटों में बंटता नजर आ रहा है। एक गुट वह है जो सच्चाई से परदा उठाना चाहता है और दूसरा गुट सच्चाई को दबा कर सरकारी चहेता बनाना चाहता है।
इन्हीं दो कारणों से राइटर्स में दमयंती सेन ने कहा कि यह कांड में मेरा व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है। मैने इस सिलसिले में अच्छा या भला कोई कार्य नहीं किया है। पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में टीम काम करती है। जांच चल रही है। इस सिलसिले में लिखने से जांच में बाधा पहुंचती है। मैं जीवन में प्रोफेशनल हूं। मैं व्यक्तिगत काम नहीं कर रही हूं। पूरा फोर्स एक साथ काम कर रहा है। इसका श्रेय मुझे देने या मेरे बारे में लिखने से डिस्टर्ब हूं। मैने इस कांड में व्यक्तिगत कोई कार्य नहीं किया है।
श्री शमीम ने भी राइटर्स में उनके साथ मीडिया को बताया कि इस कांड में काफी कुछ लिखा जा रहा है लेकिन पुलिस आयुक्त कोई हस्तक्षेप नहीं करते हैं। जबकि उनकी अगुवाई में कार्य किया जाता है। पुलिस महकमा में कोई गुटबाजी नहीं है। कोई छोटा-बड़ा नहीं है। कोलकाता पुलिस एकजुट होकर कार्य करते हैं। बहरहाल किसी भी आपराधिक मामले में अमूमन संयुक्त आयुक्त (अपराध) और संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) ही प्रेस को किसी तरह की जानकारी देते हैं लेकिन जब कोई बड़ा मसला रहता है, तो पुलिस आयुक्त मीडिया से रूबरू होते हैं लेकिन इस कांड में पुलिस आयुक्त ने जल्दबाजी में पुलिस महकमा को साफ-पाक करने के लिए बयान देकर अपने ही जाल में फंस गये हैं लेकिन अब देखना यह है कि सुश्री बनर्जी उन्हें पद से स्थानांतरित करती हैं या फिर उन्हें पद पर रहने देती हैं। मालूम हो कि पार्क स्ट्रीट में एक महिला के साथ चार लोगों ने पांच-छह फरवरी की रात दुष्कर्म किया था जिसे पुलिस ने दबा दिया था और एक सप्ताह बाद जब मीडिया ने उछाला तो पुलिस ने दुष्कर्म की घटना से ही नकार दिया था।
Tuesday, February 14, 2012
WB Police: Jalpaiguri: पश्चिम बंगाल पुलिस होगी हाईटेक, जिले के प्रत्येक थाने के पुलिसकर्मियों को इंटरनेट समेत कंप्यूटर का बेसिक प्रशिक्षण मिलेगा..
जलपाईगुड़ी, जागरण संवाददाता : जिले में आपराधिक घटनाओं की रोकथाम को लेकर जिला पुलिस डेटा बैंक तैयार करने में जुटी है। हाल के दिनों में जलपाईगुड़ी जिले में चोरी, राहजनी और बैंक डकैती की वारदातों की वृद्धि के बाद यह निर्णय लिया गया है। जो लोग आपराधिक घटनाओं में संलिप्त हैं उनका डेटा बैंक तैयार किया जा रहा है। जलपाईगुड़ी जिले के 17 थानों के पुलिस कर्मियों को कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले के प्रत्येक थाने के पुलिस कर्मियों इंटरनेट समेत कंप्यूटर का बेसिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले के एएसपी संतोष पांडेय ने बताया कि हर थाने में प्रारंभिक तौर पर दो एसआइ, तीन एएसआइ और 16 कांस्टेबल को यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन में 10-11 की पुलिस कर्मियों के बैच में प्रशिक्षण दिया रहा है। इस बीच 150 कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षक के बतौर खुद एएसपी संतोष पांडेय के अलावा कई और प्रशिक्षक हैं। एएसपी ने बताया कि कंप्यूटर प्रशिक्षण हासिल करने से आपराधिक रिकार्ड रखने के साथ ही आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण रखना सुविधाजनक होगा। हम लोग प्रत्येक रोज की रिकार्ड जमा कर रहे हैं। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों का विस्तृत विवरण रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि दरअसल यह केंद्र सरकार की सीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल्स ट्रेकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम)प्रोजेक्ट के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। देश के अन्य राज्यों में भी यह परियोजना चल रही है। एएसपी संतोष पांडेय ने कहा कि प्रत्येक थाने से मुख्यालय का लिंक बैठाया जा रहा है। ई-मेल के जरिए फाइलें मुख्यालय को भेजी जा सकेंगी। साथ ही साइबर क्राइम की रोकथाम में भी इससे सहायता मिलेगी। जानकारों ने जिला पुलिस विभाग के इस कदम की सराहना की है। इनका मानना है कि यदि कंप्यूटर का सदुपयोग किया जाए तो इससे आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
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