ऊधमपुर। शेर-ए-कश्मीर पुलिस एकेडमी में हुई गाड़ीगड़ निवासी प्रोबेशनरी सब इंस्पेक्टर परनीत कोर पुत्री स्व. प्रवीण सिंह की मौत के मामले की जांच तेज करने एवं धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज करने की मांग को लेकर मृतक के परिजन पुलिस अधिकारियों से मिले। उनका आरोप था कि परनीत की हत्या की गई है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच नहीं कर रही है।
वीरवार को परनीत की मां, उसके भाई एवं मामा मामले की जांच कर रहे एएसपी राजेंद्र गुप्ता से मिले। परनीत की मां कुलवंत कौर ने बताया कि 20 अगस्त को रात साढ़ नौ बजे परनीत ने उनसे बात की थी और 21 अगस्त की सुबह वह दिल्ली आ रही अपनी भाभी से मिलने के लिए जम्मू आने वाली थी।
रात को उसने भाभी से भी बात की थी। लेकिन 21 अगस्त की सुबह एकेडमी से उसकी मौत की खबर दी गई। कुलवंत का आरोप था कि जब सुबह परनीत का भाई और मामा एकेडमी पहुंचे तो परनीत के कमरे का दरवाजा तोड़ा हुआ था। जब इस बारे में पुलिस से पूछा गया तो उनका कहना था कि अन्य ट्रेनीज ने दरवाजा तोड़ा है।
उन्होंने कहा कि परनीत को किसी तरह की परेशानी नहीं थी वह काफी निडर और मेहनती लड़की थी। इसलिए वह आत्महत्या नहीं एकदम नहीं की होगी। उसकी हत्या की गई है। इसलिए मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए और धारा 174 के बजाए हत्या का मामला दर्ज किया जाए।
उसके बाद परनीत के परिजन एकेडमी के डीआईजी अशोक कुमार से भी मिले। इससे पहले परनीत की मांग विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया से भी मुलाकात की । वहीं मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग लेकर नेशनल फेडरेशन आफ इंडियन वूमन एवं आल इंडिया जेएंडके पब्लिक सोशल फेलफयर एसोसिएशन के पदाधिकारी भी परिजनों के साथ आए थे।
वूमन फेडरेशन की सचिव तसलीम कौसर ने बताया कि जब एकेडमी के डीआईजी से इस मामले से जुड़े सवाल पूछे गए तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। कौसर का आरोप था कि महिला काफी उम्मीदों के साथ पुलिस में भर्ती होती है।
एकेडमी के लिए यह बड़ी शर्मनाक बात है कि एकेडमी में समाज की बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। उनके साथ सहसचिव सुनिता शर्मा, कोषाध्यक्ष वीणा ठाकुर भी मौजूद थीं।
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