Sunday, August 21, 2011

Punjab Police: Police identify fake document mastermind

CHANDIGARH: The 6-day police investigation into the Healthyway Immigration scam has established that Kuldeep Singh arranged fake bank documents for the victims, cops said on Saturday.

Sources in police told TOI, ''Kuldeep was the right-hand man of the firm's owner Amit Kakkar. He used to deal with all the legal matters and other disputes involving Healthyway Immigration Consultants.''

Scrutiny of more than 35 previous complaints against Healthyway, in which plaintiffs refused to pursue the cases after receiving money, showed that Kuldeep handled those on part of the firm, a senior police officer said.

Cops have failed to arrest Kuldeep, who claims to be the son of a police inspector and resides in Milk Colony, Dhanas. They raided his house twice.

Detection of this scam has led to police strutinizing the documents of many other immigration firms. SSP Naunihal Singh said, ''Over two dozen more immigration firms of the city are under suspicion. We have unearthed a lot of information while investigating Healthyway Immigration Consultants.'' The SSP refused to divulge names of these firms and maintained they also had valid licences like Healthyway. ''We have received complaints against them,'' he added.

Seven FIRs have been registered against Kakkar and police have received more than 55 complaints of cheating from several youths of Punjab, Haryana and Himachal Pradesh.

Orissa Police: Rourkela police-magistrate brawl probe begins

Cuttack, Aug 21 (PTI) Justice A S Naidu Commission of enquiry probing into the police-magistrate row of Rourkela has decided to visit Rourkela on September 3 for an on the spot assessment of the situation that led to the unsavory incident of April 2 in which a local judicial magistrate was allegedly assaulted by a police inspector.���������Appearing before the Commission which held its first sitting yesterday, former Panposh Judicial Magistrate (First Class) Arun Kumar Patnaik made an application urging that he may be allowed to represent his case through his counsel.Senior advocate of Orissa High Court Jayant Das would conduct the case on behalf of the magistrate as his application was allowed by the Commission.��������Similarly, counsel of other parties in the case, including the counsel of Orissa Police Association and Rourkela Bar Association also registered their presence before the Commission on the day.��������It may be recalled here that�the magistrate�was allegedly assaulted by Uditnagar police inspector Sadananda Pujari on the night of April 2 which evoked statewide protest by lawyers, including that of the High Court here thereby paralysing judicial works in the State for over a week. � While two FIRs were filed in Uditnagar police station of Rourkela, each against the police inspector and the judicial magistrate and a PIL was filed in Orissa High Court, State government had announced a judicial commission of enquiry after suspending the erring police inspector and asking the then�Rourkela�SP Diptesh Patnaik to go on leave.Subsequently retired judge of Orissa High Court Justice Naidu was appointed to head the panel and the Commission was asked to submit its report within three months.The State government also made a proposal for sanction of an advance of Rs 20 lakh from Orissa contingency fund for the Commission to conduct its probe.

Chhatisgarh Police: Maoists kill 11 cops, 4 ultras dead in encounter in C'garh

Maoists gunned down at least 11 policemen in an ambush that set off an encounter which left four ultras dead in Chhattisgarh's Bijapur district on Friday.


A police team was ambushed by the Maoists in Metlaperu village forests under Bhadrakali police station area in the district on Friday evening.

Eleven policemen were reportedly killed in the attack, Additional Director General (Naxal operation) Ramnivas said.

Two teams of security personnel were sent for patrolling from Bhadrakali and Bhopalpatnam police stations.

One of them comprised CRPF and district police personnel, while the other team consisted of Chhattisgarh Armed Police members, Ramnivas said.

The Chhattisgarh Armed Police squad came under heavy fire from the Naxals in Metlaperu jungles.

Three jawans were also reportedly injured in the attack, the ADG said, adding that additional security force has been dispatched to the site.

Exact casualties will be known only when the additional policemen arrive at the ambush spot, Ramnivas said.

A helicopter has been requestioned to evacuate the injured, the senior official stated.

Chhatisgarh Police: भूख से जूझ रहें हैं नक्सलियों से लड़ने वाले हमारे जवान

छत्तीसगढ़ के सबसे संवेदनशील बीजापुर के बीहड़ों में तैनात सुरक्षा बलों के जवान भूख से जूझ रहे हैं.

इस बात का खुलासा शुक्रवार को हुआ जब भोपाल पटनम से भद्रकाली थाने के लिए रसद लेकर जा रहे पुलिसकर्मियों पर माओवादियों ने घात लगाकर हमला किया. इस हमले में दस जवान मारे गए थे जबकि चार गंभीर रूप से घायल हुए थे. कहा जा रहा है कि भद्रकाली थाने में तैनात जवानों का राशन ख़त्म हो चुका था और वह आधा पेट खाकर अपने मोर्चों पर तैनात थे.

बीजापुर ज़िला प्रशासन ने रसद भेजने के लिए सरकार से कई बार हेलिकॉप्टर भी माँगा था. मगर हेलिकॉप्टर उपलब्ध नहीं कराया गया था.

जब हेलिकॉप्टर नहीं मिला तो ज़िला पुलिस के सामने सड़क के रास्ते रसद भेजने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था. भोपाल पटनम से भद्रकाली थाने की दूरी 25 किलोमीटर है और यह रास्ता बहुत ही ख़तरनाक माना जाता है.

इसीलिए सड़क के रास्ते रसद भेजने के लिए एक बड़े दल का गठन किया गया.

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के बीहड़ों में तैनात सुरक्षा बलों के जवानों को इन्ही परिस्थितियों में रहना पड़ता है. हाल ही में दंतेवाड़ा के जगरगुंडा कैंप तक प्रशासन नें छह महीनों के बाद राशन भिजवाया.

रसद पहुंचाना तो था ही, और भी बहुत सारे काम थे जैसे कि छुट्टी पर जाने वाले जवानों को साथ लाना. इसीलिए एक बड़ी टीम का गठन किया गया था.
आरएन दास, बीजापूर के एसपी
मेडिकल सहायता
राशन तो भद्रकाली की घटना का एक पहलू है. ऐसी खबरें मिल रहीं हैं कि चार घायल जवान मेटलाबेरू गाँव के पास घटनास्थल पर रात भर तड़पते रहे.

उनके लिए राहत नहीं पहुँच पाई. हालाकि राज्य पुलिस के वरिष्ट अधिकारी इस प्रकरण पर कुछ नहीं कहना चाह रहें हैं.

विभाग के ही कुछ लोगों का कहना है कि घटना के बाद रात को ही दो डॉक्टर घटनास्थल भेजे गए मगर वह पहुँच नहीं पाए.

यही वजह है कि रात बीतने के बाद शनिवार की सुबह इन घायल जवानों में से दो ने दम तोड़ दिया जबकि सिर्फ दो अन्य घायल जवानों को बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर पहुंचाया जा सका.

यह सब कुछ बावजूद इसके है कि केंद्र और राज्य सरकारें नक्सल विरोधी अभियान और पुलिस बल के आधुनीकीकरण के मद में करोड़ों रूपए खर्च कर रहीं हैं.

संपर्क करने पर बीजापुर के एसपी आरएन दास का कहना था, "रसद पहुंचाना तो था ही, और भी बहुत सारे काम थे जैसे कि छुट्टी पर जाने वाले जवानों को साथ लाना. इसीलिए एक बड़ी टीम का गठन किया गया था."

हलाकि दास नें कुछ खुलकर नहीं कहना पसंद किया, मगर उन्होंने बीबीसी से बात चीत के क्रम में स्वीकार किया कि हेलिकॉप्टर उपलब्ध नहीं हो पाया था.

माओवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में जो आम नागरिक मारा गया है उसकी पहचान ट्रैक्टर के चालक के रूप में हुई है जिसपर खाद्य सामग्री लदी हुई थी. कहा जा रहा है कि माओवादी घटना को अंजाम देने के बाद रसद भी लूट कर ले गए. इस हमले में मरने वालों की संख्या 13 हो गई है जिसमे ट्रैक्टर का चालक और एक एस पी ओ यानी कि विशेष पुलिस अधिकारी भी शामिल है.

बीजापुर के पुलिस अधीक्षक यह नहीं बता पाए कि एस पी ओ के पास हथियार था या नहीं.

उन्होंने कहा,"पुलिस अभियान दल में कुछ के पास हथियार था और कुछ के पास नहीं." वैसे घटना को अंजाम देने के बाद माओवादियों नें मारे गए जवानों के पास से चार एस एल आर, एक एके-47 और एक लाईट मशीन गन लूट ली है.

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Rajasthan Police: पाठकों से रू-ब-रू हुए जोधपुर पुलिस कमिश्नर भूपेंद्र कुमार

पाठकों से रू-ब-रू हुए जोधपुर पुलिस कमिश्नर भूपेंद्र कुमार दक।

प्रश्न- पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज नहीं होती? -गजेंद्र पुरी, कीर्तिनगर भदवासिया

-फरियादी की एफआईआर तो दर्ज होनी ही चाहिए। किसी को लगता है कि उसकी सुनवाई थानों में नहीं हो रही है तो एसीपी और डीसीपी को समस्या बताएं।

प्रश्न- चिटफंड कंपनियां और फाइनेंस कंपनियां पैसे लेकर भाग जाती हैं? ज्यादातर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती? -डॉ. एसके सिंह, रातानाडा

-हमने सभी थानों से संबंधित फाइनेंस कंपनियों का सर्वे करने के लिए कहा है। उनके संचालकों से एड्रेस प्रूफ और कंपनी रजिस्ट्रार से भी जानकारी मांगी है। इससे कई फर्जी कंपनियों का खुलासा होगा।

प्रश्न- साइबर क्राइम बढ़ रहा है, इसे रोकने के लिए पुलिस क्या कर रही है? -केतन सिंह, चौहाबो

-यह गैरजमानती अपराध है। पुलिस ने मामले पकड़े भी हैं। इसके लिए अलग से सेल है।

प्रश्न- किसी वारदात की जानकारी देनी हो तो कहां पर दें? -धर्मेंद्र चौधरी, झालामंड

-इसके लिए हेल्पलाइन है। जिसका नंबर १क्९क् है। यहां कोई भी जानकारी देने पर नाम और पता गुप्त रखा जाता है।

प्रश्न- जोधपुर पुलिस फिटनेस में फेल और अनुसंधान में कमजोर है। क्या आप भी ऐसा मानते हंै? -आनंद शर्मा, नागौरी गेट

-नहीं, ऐसा नहीं है। यह सही है कि पुलिस के हर जवान का शरीर चुस्त हो लेकिन फिटनेस के अलग-अलग मायने हैं। अनुसंधान में पिछड़ने की बात ठीक नहीं है। हाल ही में लूट, चेन स्नेचिंग, हत्या व वाहनचोर गैंग का पर्दाफाश हुआ है। हमारी टीम लगी हुई है। हर केस में पूरा अनुसंधान किया जाता है।

प्रश्न- स्कूल-कॉलेज में छेड़छाड़ के विरुद्ध चलाया अभियान क्यों रोका? -हंसा गहलोत, चांदपोल

-अब स्कूल व कॉलेज खुले हैं जल्द ही इनके प्रबंधकों के साथ सुरक्षा से संबंधित उपाय पर चर्चा की जाएगी। स्टूडेंट्स हेल्पलाइन नंबर पर भी शिकायतकर सकते हैं।

प्रश्न- घरेलू नौकर और किराएदार रखने से पहले वेरीफिकेशन तो होता ही नहीं है? -मोहम्मद माजिद, सोजती गेट

-इसके लिए कार्य योजना चल रही है। शीघ्र ही इसका खाका तैयार कर काम किया जाएगा।

प्रश्न- आठ बजे के बाद शराब बिकने पर रोक क्यों नहीं लग पा रही है? -राजेश कुमार, सरदारपुरा

-जल्द ही आबकारी विभाग के साथ मिलकर अभियान चलाकर ऐसा करने वालों की धरपकड़ की जाएगी।

HR Police: हरियाणा पुलिस को बेचने पड़े अध्यापक पात्रता परीक्षा के फार्म

पानीपत. हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा के फार्मो को लेने के लिए शनिवार को लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। स्थिति इतनी बिगड़ी कि पुलिस को मोर्चे पर डटना पड़ा। राजकीय मिडिल स्कूल निजामपुर में शनिवार सुबह से पात्रता परीक्षा के फार्मो के लिए भीड़ लगनी शुरू हो गई।

करीब 8 बजे हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड भिवानी के अधीक्षक ब्रह्म सिंह छौक्कर केंद्र पहुंचे और स्थित का मुआयना किया। बढ़ती भीड़ और अव्यवस्था को देखते हुए बोर्ड अधीक्षक ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्था संभाली और महिला-पुरुषों की दो अलग-अलग पंक्तियां बनवाई। इसके बाद ही फार्म बिकने की प्रक्रिया सुचारू रूप से चली। ब्रह्मा सिंह ने बताया कि फार्म बेचने के लिए 24 पुस्तक विक्रेताओं को अनुमति दी गई थी। फार्म की कीमत 600 रुपए रखी गई है। साथ ही उन्होंने कई फार्म विक्रय सेंटरों पर फार्म कीमत बढ़ाकर रुपए वसूली करने की बात कही।

Jharkhand Police: झारखंड पुलिस को मिलेंगे 16200 इंसास

रांची. झारखंड पुलिस को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने का सिलसिला जारी है। इनके माध्यम से झारखंड पुलिस नक्सलियों के विरुद्ध लंबी लड़ाई लड़ रही है। उम्दा किस्म के हथियारों की संख्या में वृद्धि से पुलिस की मारक क्षमता बढ़ेगी।
उग्रवाद प्रभावित झारखंड में नक्सली समस्या पर केंद्र की भी नजर है। केंद्र द्वारा इस समस्या से निबटने में हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। इसी आधार पर आधुनिकीकरण के तहत राज्य में वर्ष 2012-2013 के लिए पुलिस मुख्यालय ने फर्म डिमांड भेज दी है। इसके अनुसार पुलिस को 16200 इंसास रायफल मिलनी है।
पुलिस द्वारा मंगाए जा रहे हथियारों में 8000 एके 47, चार सौ एलएमजी, यूबीजीआई 1600, एमपी (5 ए 4) -3630, एमपी (5 ए 3) 3600, वीआई पिस्टल 1160, स्नीपर रायफल 1360, 5 एमएम मोर्टार विद साइट 1111, नाइन एमएम शौर्य पिस्टल 3130, 84 एमएम रॉकेट लांचर 03 शामिल हैं। इसके अलावा झारखंड पुलिस के पास पूर्व से मौजूद अत्याधुनिक हथियारों के लिए बड़े पैमाने पर कारतूस भी मंगाए जा रहे हैं।
इसके अलावा 51 एमएम मोर्टार बम, 51 एमएम मोर्टार स्मोक बम, 40 एमएम जंप ग्रेनेड, 84 एमएम रॉकेट हिट आदि भी मंगाए जा रहे हैं।