पाठकों से रू-ब-रू हुए जोधपुर पुलिस कमिश्नर भूपेंद्र कुमार दक।
प्रश्न- पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज नहीं होती? -गजेंद्र पुरी, कीर्तिनगर भदवासिया
-फरियादी की एफआईआर तो दर्ज होनी ही चाहिए। किसी को लगता है कि उसकी सुनवाई थानों में नहीं हो रही है तो एसीपी और डीसीपी को समस्या बताएं।
प्रश्न- चिटफंड कंपनियां और फाइनेंस कंपनियां पैसे लेकर भाग जाती हैं? ज्यादातर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती? -डॉ. एसके सिंह, रातानाडा
-हमने सभी थानों से संबंधित फाइनेंस कंपनियों का सर्वे करने के लिए कहा है। उनके संचालकों से एड्रेस प्रूफ और कंपनी रजिस्ट्रार से भी जानकारी मांगी है। इससे कई फर्जी कंपनियों का खुलासा होगा।
प्रश्न- साइबर क्राइम बढ़ रहा है, इसे रोकने के लिए पुलिस क्या कर रही है? -केतन सिंह, चौहाबो
-यह गैरजमानती अपराध है। पुलिस ने मामले पकड़े भी हैं। इसके लिए अलग से सेल है।
प्रश्न- किसी वारदात की जानकारी देनी हो तो कहां पर दें? -धर्मेंद्र चौधरी, झालामंड
-इसके लिए हेल्पलाइन है। जिसका नंबर १क्९क् है। यहां कोई भी जानकारी देने पर नाम और पता गुप्त रखा जाता है।
प्रश्न- जोधपुर पुलिस फिटनेस में फेल और अनुसंधान में कमजोर है। क्या आप भी ऐसा मानते हंै? -आनंद शर्मा, नागौरी गेट
-नहीं, ऐसा नहीं है। यह सही है कि पुलिस के हर जवान का शरीर चुस्त हो लेकिन फिटनेस के अलग-अलग मायने हैं। अनुसंधान में पिछड़ने की बात ठीक नहीं है। हाल ही में लूट, चेन स्नेचिंग, हत्या व वाहनचोर गैंग का पर्दाफाश हुआ है। हमारी टीम लगी हुई है। हर केस में पूरा अनुसंधान किया जाता है।
प्रश्न- स्कूल-कॉलेज में छेड़छाड़ के विरुद्ध चलाया अभियान क्यों रोका? -हंसा गहलोत, चांदपोल
-अब स्कूल व कॉलेज खुले हैं जल्द ही इनके प्रबंधकों के साथ सुरक्षा से संबंधित उपाय पर चर्चा की जाएगी। स्टूडेंट्स हेल्पलाइन नंबर पर भी शिकायतकर सकते हैं।
प्रश्न- घरेलू नौकर और किराएदार रखने से पहले वेरीफिकेशन तो होता ही नहीं है? -मोहम्मद माजिद, सोजती गेट
-इसके लिए कार्य योजना चल रही है। शीघ्र ही इसका खाका तैयार कर काम किया जाएगा।
प्रश्न- आठ बजे के बाद शराब बिकने पर रोक क्यों नहीं लग पा रही है? -राजेश कुमार, सरदारपुरा
-जल्द ही आबकारी विभाग के साथ मिलकर अभियान चलाकर ऐसा करने वालों की धरपकड़ की जाएगी।
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