Sunday, August 21, 2011

Delhi Police: Anna Hazare: दिल्ली पुलिस नहीं टीम अन्ना के 100 स्वयंसेवक करते है अन्ना की सुरक्षा

प्रभावी लोकपाल के लिए रामलीला मैदान पर अनशन कर रहे अन्ना हजारे की सुरक्षा में जहां दिल्ली पुलिस के सैकड़ों जवान तैनात किए गए हैं, वहीं इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) संस्था के स्वयंसेवक एक घेरा बनाकर उन्हें सुरक्षा प्रदान करते हैं।

सुरक्षा की यह व्यवस्था अन्ना के अतिउत्साही समर्थकों को मंच तक पहुंचने से रोकने के लिए की गई है। कुछ समर्थक पहले भी सुरक्षा घेरा तोड़कर अन्ना से मिलने की कोशिश कर चुके हैं। संस्था की सदस्य स्नेहा कोथावले का कहना है कि हमारे पास 100 स्वयंसेवकों का एक दल है जो अन्ना की सुरक्षा को संभाल रहा है। जबकि 200 स्वयंसेवक भीड़ को नियंत्रित कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्य मंच के इर्द-गिर्द द्विस्तरीय मानव श्रृंखला का घेरा बनाया गया है। काले कुर्ते पहने और आईएसी का बिल्ला लगाए इन स्वयंसेवकों को कड़ी निगरानी करने को कहा गया है।

वाणिज्य के छात्र राघव जतानिया ने कहा कि हमें किसी भी प्रकार का विशेष प्रशिक्षण इसके लिए नहीं दिया गया। हम हमेशा संगठन के सम्पर्क में रहते थे।
आईएसी के एक स्वयंसेवक ने कहा कि समर्थक अपनी जगह सही हो सकते हैं लेकिन हमें अन्ना की सुरक्षा के विषय में सोचना ही पड़ेगा।
हजारे ने गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार से तिहाड़ जेल में अनशन शुरू कर दिया था। उनका अनशन रामलीला मैदान में पांचवें दिन भी जारी है।


ग्राउंड रिपोर्ट: 3 स्‍तरीय सुरक्षा घेरे में रहते हैं अन्ना
नई दि्ल्ली. रामलीला मैदान पर अनशन में डटे गांधीवादी अन्ना हजारे की सुरक्षा का असली जिम्मा उनके गांव रालेगण सिद्दी के युवकों पर है। ये दिन रात अन्ना की देखरेख और सुरक्षा में तैनात हैं। इनमें अन्ना हजारे के दो सगे भतीजे भी शामिल हैं जो अन्ना की पूरी देखरेख भी कर रहे हैं। अन्ना हजारे जब सुबह उठते हैं तो उन्हें स्नान भी वो ही कराते हैं।

अन्ना हजारे तीन स्‍तरीय सुरक्षा के घेरे में हैं। पहले स्तर पर उनके बेहद करीबी रालेगण सिद्दी के लोग हैं जो हर वक्त उनके इर्दगिर्द रहते हैं। अन्ना जब रात को सो जाते हैं तो ये ही उनके विश्राम कक्ष के बाहर डटे होते हैं। दूसरे स्तर पर जयहिंद संगठन के जवान हैं। करीब 50 की संख्या में इस संगठन के जवान हर समय मंच के इर्द गिर्द तैनात रहते हैं। रात को भी ये अन्ना के मंच के पीछे भी सुरक्षा की जिम्मेदारी में लगे रहते हैं। तीसरे स्तर पर पुलिस है। इनके बाद बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्‍ली पुलिस और सीआरपीएफ ने संभाल रखी है। रामलीला मैदान में तैनात सीआरपीएफ के जवानों की संख्‍या भी बढ़ा दी गई है।

अन्ना की सुरक्षा और सेहत का पर नजर रखने के लिए एक डीसीपी को भी तैनात किया गया है। ये 24 घंटे स्थिति पर नजर रख रहे हैं। शुक्रवार सुबह पांच बजे के करीब भी डीसीपी अपने दल बल के साथ अन्ना की सुरक्षा का जायजा लेने पहुंचे थे। रविवार सुबह भी अन्ना जी की सुरक्षा व्यवस्था का डॉग सक्वाय़ड ने जायजा लिया।

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