नई दिल्ली. अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का असर लगता है अपराधियों पर भी हुआ है। दिल्ली पुलिस के बड़े अफसर दावा कर रहे हैं कि अन्ना का अनशन शुरू होने के बाद से राजधानी में अपराध एक-तिहाई घट गए हैं। उनके मुताबिक अपराधों में 35 फीसदी कमी आई है।
सूत्रों के मुताबिक सरकार को इंटेलीजेंस ब्यूरो ने इनपुट दिए हैं कि रामलीला मैदान में बड़ी तादाद में असामाजिक तत्व भीड़ का हिस्सा बन गए हैं। इस इनपुट के मुताबिक असामाजिक तत्व रामलीला मैदान के आसपास महिलाओं से छेड़छाड़ कर रहे हैं। वे रैली में जाने के नाम पर बसों में टिकट भी नहीं ले रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि स्वतंत्रता दिवस और फिर अन्ना के आंदोलन के मद्देनजर शहर में पुलिस की भारी तैनाती है। इसका असर अपराध में कमी के रूप में सामने आया है।
अपराध के मामले में दिल्ली का रिकॉर्ड खराब है। यहां रोज कम से कम 7 बड़े अपराध दर्ज किए जाते हैं। लेकिन बीते 6 दिनों में बलात्कार या हत्या का एक भी मामला रजिस्टर्ड नहीं हुआ है।
दिल्ली पुलिस के सूत्र बताते हैं कि शहर में रोज करीब 400 एफआईआर दर्ज होते हैं। 13 से 15 अगस्त के दौरान यह आंकड़ा 300 रहा। और पुलिस 16 से 19 अगस्त के दौरान तो महज 210 एफआईआर दर्ज होने का ही दावा कर रही है।
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