दिल्ली। राजघाट पर अन्ना हजारे ने अचानक ही दौड़ना शुरू कर दिया। उनके साथ में चल रहे पुलिस वाले भी सकते में आ गए कि आखिर हुआ क्या है अन्ना हजारे ने भागना क्यों शुरू कर दिया। अन्ना हजारे ने तो ऐसी स्पीड पकड़ी कि पुलिस वाले उनसे पीछे रह गए। पुलिस वाले हांफते हुए उनके साथ पहुंच पाए। असल में अन्ना हजारे इंद्र देवता की मेहरबानी की वजह से भाग रहे थे। तिहाड़ जेल से निकलकर जब वे राजघाट पहुंचे तो उसी समय बारिश शुरू हो गई। इस बारिश से बचने के लिए अन्ना हजारे भागे थे।
ये दौड़ 74 वर्षीय अन्ना हजारे ने 76 घंटे यानिकि 3 दिनों से भी ज्यादा के अनशन के बाद लगाई थी। इस दौड़ ने सरकार को भी यह संदेश दे दिया होगा कि अनशन के बावजूद पूरी तरह फिट हैं। सरकार शायद यह सोच रही होगी कि बूढ़े हो चुके अन्ना हजारे हफ्ते भर के भीतर ही अनशन तोड़ देंगे। अन्ना हजारे ने सरकार को संदेश दे दिया है कि वे उनसे नहीं बल्कि बारिश से डरते हैं। अन्ना हजारे की इस दौड़ ने उनके लाखों समर्थकों का भी जोश बढ़ा दिया होगा।
अन्ना हजारे के अनशन का यह चौथा दिन है। रामलीला मैदान पर अनशन करने के लिए उन्हें 15 दिन की मोहलत मिली है। अन्ना ने रामलीला मैदान पर पहुंचते ही ऐलान किया था कि जब तक जनलोकपाल बिल पास नहीं हो जाता है तब तक वे रामलीला मैदान नहीं छोड़ेंगे। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि वे 2 सितंबर के बाद भी अपना अनशन जारी रख सकते हैं।
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