Friday, June 10, 2011

फिर पकड़ा गया बार-बार पुलिस को चकमा देनेवाला रामपाल

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने कस्टडी से बार-बार फरार होने के लिए कुख्यात हो चुके रामपाल को आज गिरफ्तार कर लिया। ये पुलिस कस्टडी से चार बार फरार और दो बार पेरोल से है। पेरोल जंप करने के दौरान इसने फरीदाबाद स्थित लखानी समूह के मालिक से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी।

अपराध शाखा उपायुक्त अशोक चांद के अनुसार, छह जून को तीस हजारी लॉकअप मेंकैदियों के बीच झगड़े में विक्रम रामपाल फरार हो गया था। इसके बाद ये गोविंदपुरी में रह रहा था और मुंबई भागने की फिराक में था।

पुलिस टीम ने यहां घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। साउथ एक्स निवासी विक्रम पब्लिक स्कूलमें पढ़ा है। १९९० में इसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया और उसे उम्रकैद की सजा हुई। इस पर हत्या, एक्सर्टोशन, अपहरण, रॉबरी, चोरी औरपुलिस कस्टडी से फरार होने के करीब १९ मामले दर्ज हैं।

विक्रम की जेल में अनवर ठाकुर और जोगिंद्र सिंह उर्फ जस्सा से मुलाकात हुई। १९९९ में ये पैरोल पर बाहर आया और इन दोनों के साथ इसने लखानी गु्रप के मालिक से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। १९ फरवरी, २००९ में ये पैरोल पर आया और अशोक विहार में एक व्यक्ति से एक लाख रुपये की रंगदारी ली थी।

Gurgaon Police: रात को सड़क पर रहेगी 80 फीसदी पुलिस

गुड़गांव॥ अगर रात के वक्त शहर के चौक चौराहों के अलावा मुख्य स्थानों पर भारी मात्रा में पुलिस बल दिखाए दे तो हैरान होने की जरूरत नहीं है, पुलिस प्रशासन ने गुुरुवार से शहर में 'स्पेशल रोड डोमीनेशन' अभियान शुरू कर दिया है। डीजीपी के आदेश पर इसे चलाने का फैसला किया गया है। अभियान 30 जून तक चलेगा। इसके लिए पुलिस कमिश्नर ने तीनों जोन के डीसीपी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। अभियान का सुपरविजन एसीपी लेवल के अधिकारी करेंगे। समय-समय पर डीसीपी और पुलिस कमिश्नर भी शहर में निकलेंगे।

कहां-कहां तैनात होगी पुलिस
शहर में मुख्य चौक चौराहों पर पुलिस की तैनाती रहेगी। शहर को हाइवे से जोड़ने वाले रास्तों पर नाकेबंदी की जाएगी। इसके अलावा हाइवे पर राजीव चौक, इफ्को चौक, हीरो हांेडा चौक, शंकर चौक, सिरहोल टोल गेट, खेड़कीदौला टोल गेट पर पुलिस तैनात रहेगी। इसके अलावा गुड़गांव को दिल्ली से जोड़ने वाले तीनों बॉर्डर्स पर पुलिस की विशेष नजर रहेगी। कापसहेड़ा बॉर्डर, सिरहोल बॉर्डर और महरौली बॉर्डर पर पुलिस की टीमें तैनात रहेंगी। शहर में सभी 23 पुलिस थानों की 80 फीसदी पुलिस इस अभियान के दौरान रात को रोड पर नजर आएगी।

क्या है अभियान का मकसद
अभियान का मकसद अपराधियों की धरपकड़ के अलावा संदिग्ध लोगों की पहचान करना होगा। इसके अलावा वाहन चोरी के मामलों पर अंकुश लगाना, अवैध शराब करने वालों को पकड़ना भी अभियान का हिस्सा है। अभियान के दौरान मुख्य फोकस दूसरे राज्यों से जुड़ी सीमाओं से होने वाली आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाना भी है। गुड़गांव राजधानी दिल्ली से 3 ओर जुड़ा है। ऐसे में कई बार बदमाश वारदात को अंजाम देकर गुड़गांव में घुस जाते हैं।

बेहतर काम करने वालों को मिलेगा प्राइज
9 जून से 30 जून तक चलने वाले अभियान के दौरान बेहतर काम करने वालों को पुलिस प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा अभियान के दौरान जिस पुलिस कर्मचारी या अधिकारी का प्रदर्शन शून्य रहा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में डीजीपी की ओर से मिले लेटर में स्पष्ट लिखा गया है। पुलिस प्रशासन को दो दिन पहले ही यह लेटर मिला है।

हर रोज भेजनी होगी डीजीपी को अभियान की रिपोर्ट
अभियान के दौरान हर रोज की उपलब्धि डीजीपी को भेजनी होगी। इस बारे में डीजीपी की ओर से मिले लेटर में लिखा गया है कि अभियान की हर रोज की रिपोर्ट अगले दिन सुबह 11 बजे से पहले फैक्स की जाए। रिपोर्ट में अभियान के दौरान एक दिन के प्रदर्शन का लेखाजोखा तैयार होगा।

डीसीपी को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
अभियान को लेकर पुलिस कमिश्नर एस . एस . देसवाल ने गुुरुवार को अपने कार्यालय में तीनों जोन के डीसीपी की मीटिंग कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। अभियान को लेकर पुलिस कमिश्नर ने कहा कि अभियान के दौरान बेहतर प्रदर्शन करें। किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाए गी।

Delhi Police: Baba Randev : रामदेव प्रकरण : दिल्ली पुलिस की मुश्किलें बढ़ीं

योग गुरु बाबा रामदेव प्रकरण पर उच्चतम न्यायालय द्वारा जवाब मांगे जाने से दिल्ली पुलिस की मुश्किलें बढ. गयी लगती हैं.
पुलिस को यह समझ नहीं आ रहा कि उच्चतम न्यायालय से मिले नोटिस के अलावा मानवाधिकार आयोग तथा महिला आयोग के नोटिस का क्या जवाब दिया जाए. इस बारे में बृहस्पतिवार को भी पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के बीच बैठकें होती रहीं. इन बैठकों में गह मंत्रालय के अधिकारियों ने भी भाग लिया.
ज्ञात हो कि विदेशों से काले धन को वापस लाने एवं भ्रष्टाचार मिटाने की मांग को लेकर बाबा रामदेव की अगुआई में हजारों की संख्या में रामलीला मैदान में जुटे आन्दोलनकारियों को खदेड़ने के लिए दिल्ली पुलिस ने 4/5 जून की रात के बाद कथित रू प से बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की थी. उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए केन्द्रीय गृह सचिव और दिल्ली के मुख्य सचिव एवं पुलिस आयुक्त से जवाब तलब किया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विभिन्न चैनलों से प्राप्त फुटेजों का अध्ययन एवं विश्लेषण किया जा रहा है ताकि यह दर्शाया जा सके कि आन्दोलनकारी उग्र हो चुके थे और उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग ही एक मात्र रास्ता रह गया था, लेकिन सूत्रों का कहना है कि अब तक कोई ऐसा फुटेज दिल्ली पुलिस को हासिल नहीं हुआ है जिससे यह स्पष्ट हो सके कि दिल्ली पुलिस ने तब कार्रवाई की थी जब भीड़ ने उस पर हमला किया था.
पुलिस के पास इस बात का भी जवाब नहीं है कि सोती हुई महिलाओं तथा बच्चों पर लाठी चार्ज क्यों किया जबकि उन्हें समझा बुझा कर भी रामलीला मैदान के बाहर किया जा सकता था. पुलिस इस बारे में रामलीला मैदान में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से भी सबूत जुटाने की कोशिश में है. हालांकि पुलिस की यह भी कोशिश है कि अपनी कार्रवाई को जायज ठहराने के लिए गवाहों को सामने लाया जाए.

निगम की अनुमति के बिना रामलीला मैदान की बुकिंग क्यों रद्द की गई
रामलीला मैदान की बुकिंग रद्द करने को लेकर महापौर डॉ. रजनी अब्बी ने दिल्ली पुलिस आयुक्त बीके गुप्ता को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने पूछा है कि निगम को बगैर जानकारी दिए रामलीला मैदान की बुकिंग क्यों रद्द कर दी गयी? जबकि उपरोक्त संपत्ति निगम की है. महापौर ने कहा कि रामलीला मैदान की बुकिंग निगम ने की थी. निगम ने बाबा रामदेव को योगा कैंप के लिए रामलीला मैदान दिया था. उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस की ओर से बुकिंग रद्द करने के बारे में निगम को कोई जानकारी नहीं दी गई.
निगम के मुताबिक 40 दिन के लिए रामलीला मैदान की बुकिंग कराई गई थी. जिसके एवज में निगम को करीब 3.06 लाख रुपए का राजस्व मिला है. निगम के नेताओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने अभी भी रामलीला मैदान में कब्जा जमा रखा है. जिससे निगम को बुकिंग में दिक्कत आ रही है.

CG Police: Naxal & Police : नक्सली हमले में 10 पुलिसकर्मी शहीद

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने बारुदी सुरंग में विस्फोट कर एंटी लैंड माइन विकल को उड़ा दिया, जिससे उसमें सवार 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए तथा चार अन्य घायल हो गए। शहीदों में आठ विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) शामिल हैं।


दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को को बताया कि जिले के कटकल्याण थाना क्षेत्र के अंतर्गत गाटम गांव के करीब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एंटी लैण्ड माइन वाहन विकल को उड़ा दिया तथा जबरदस्त गोलीबारी की। इस घटना में जिला पुलिस बल के दो आरक्षक एंटी लैण्ड माइन वाहन विकल के चालक किशन, आरक्षक उड़िया मुरा और आठ विशेष पुलिस अधिकारी गजेंद्र ठाकुर, इतवारी, योगेश्वर मिड़यामी, सुनील शर्मा, चमन लाल ओयाम, सुखनाथ गावड़े, रतिराम मौर्य और बुकसु राम कुंजाम शहीद हो गए तथा चार अन्य जवान घायल हो गए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीती देर रात दंतेवाड़ा पुलिस मुख्यालय से दो वाहनों में पुलिसकर्मी कटेकल्याण रवाना हुए थे। पुलिस दल जब गाटम गांव के करीब पहुंचा तब नक्सलियों ने एक नहर पर बने छोटे से पुल के करीब बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया।
इस घटना में पुलिस वाहन के पीछे चल रहा एंटी लैण्ड माइन वाहन विकल क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना के दौरान नक्सलियों ने पुलिसकर्मियों पर अंधाधुंध गोलीबारी भी शुरू कर दी। जिसका पुलिस दल ने भी जवाब दिया।

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रायपुर. छत्तीसगढ़ में देर रात नक्सलियों ने पुलिस दल पर जबर्दस्त हमला किया, जिसमें १० पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। घटना स्थल से करीब ८० किलो विस्फोटक बरामद किया गया है। ९ लाशें बरामद कर ली गई हैं। घायलों को जगदलपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना कटे कल्याण क्षेत्र की बताई गई है। इसके पहले नारायणपुर से 25 किमी दूर ओरछा रोड पर झारा घाटी में गुरुवार तड़के सीएएफ कैंप पर माओवादियों के हमले में प्रधान आरक्षक समेत पांच जवान शहीद हो गए। कुल दो घटनाओं में १४ लोगों की मौत हो गई है।

नक्सलियों ने गुरुवार की रात करीब 11.30 बजे नक्सली वारदात को अंजाम दिया। दंतेवाड़ा जिले से 30 किमी दूर कटे कल्याण के पास स्थित गाटम में उन्होंने जवानों की एंटी लैंड माइन व्हीकल को विस्फोट कर उड़ा दिया। घटना में नौ जवानों के शहीद होने की पुष्टि एसपी अंकित गर्ग ने रात करीब तीन बजे की। व्हीकल में १३ जवान सवार थे। चार गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें साढ़े तीन बजे जगदलपुर पहुंचाया गया। नक्सलियों के जनपितुरी पखवाड़े के कारण कटेकल्याण से दो गाडिय़ों में पुलिस पार्टी सर्चिंग के लिए निकली थी। आगे चल रही एक गाड़ी तो सुरक्षित थाने लौट आई, लेकिन पीछे वाली गाड़ी को नक्सलियों ने ब्रिज के पास बारूदी सुरंग विस्फोट कर उड़ा दिया।

नारायणपुर से 25 किमी दूर ओरछा रोड पर झारा घाटी में गुरुवार तड़के सीएएफ कैंप पर माओवादियों के हमले में प्रधान आरक्षक समेत पांच जवान शहीद हो गए।

झारा घाटी में सैकड़ों माओवादियों ने कैंप से बाहर निकले चार जवानों को निशाना बनाया। फिर मोर्चा नंबर 6 पर तैनात संतरी को भी गोली मार दी। इस दौरान उन्होंने कैंप पर हाई एक्सप्लोसिव बम भी फेंके। माओवादियों को पुलिस की मुस्तैदी और जवाबी कार्रवाई के बाद पीछे हटना पड़ा।

धौड़ाई थाना क्षेत्र के झारा घाटी में डेढ़ माह पहले सीएएफ ने कैंप स्थापित किया था। फोर्स की मौजूदगी से माओवादियों की गतिविधियां प्रभावित होने लगी थीं। झारा घाटी से गुजरने वाली सड़क से ही अबूझमाड़ तक वाहनों से सीधी पहुंच संभव है।

Tuesday, June 7, 2011

MP Police: सिमी कार्यकर्ता की गोली से एटीएस जवान शहीद

रतलाम रतलाम/ग्वालियर. रतलाम रेलवे स्टेशन पर जीआरपी थाने के पास शुक्रवार शाम को एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) तथा सिमी कार्यकर्ताओं के बीच मुठभेड़ में एटीएस के एक जवान की मौत हो गई। मूलत: ग्वालियर निवासी शहीद जवान शिवप्रताप सिंह कुशवाह कुछ समय पहले ही एटीएस में तैनात हुए थे।

इस घटना में एटीएस के रतलाम प्रभारी मनीष दुबे सहित दो अन्य घायल हुए हैं। भागते समय सिमी कार्यकर्ता ने अपने ही साथी को गोली मार दी जिससे वह भी गंभीर घायल हो गया। पुलिस ने घायल बदमाश सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

एटीएस इंचार्ज मनीष दुबे को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सिमी के कुछ कार्यकर्ता स्टेशन परिसर में संदिग्ध अवस्था में घूम रहे हैं। वे ट्रेन से इंदौर की ओर भागने की फिराक में हैं। इस पर श्री दुबे ने साथी आरक्षकों के साथ उनका पीछा कर उन्हें पकड़ने की कोशिश की।

इस दौरान उनके बीच झूमा-झटकी हुई। बदमाशों ने बचने के लिए कट्टे से फायर कर दिए। इससे श्री दुबे सहित सभी जवान घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल जवान शिवप्रतापसिंह को इंदौर रैफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

श्री सिंह ग्वालियर की मयूर मार्केट थाटीपुर के निवासी थे। गोली चलाने के बाद आरोपी दिलबहार चौराहा होते हुए अंजुमन मस्जिद के सामने से जा रहे ऑटो की मदद से इंदौर की तरफ भागे। पुलिस ने शाम करीब साढ़े सात बजे शहर के प्रतापनगर क्षेत्र से दो संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है।

Police news: indore : 15 टीआई के तबादले

इंदौर. पुलिस मुख्यालय से बुधवार को प्रदेश के 268 निरीक्षकों के तबादले आदेश जारी किए हैं। राज्य शासन की नई नीति के तहत उन सभी का तबादला किया गया है, जो एक ही जिले में पांच साल व रेंज में दस साल रह चुके हैं। एक साथ जारी हुई इस सूची में इंदौर में लंबे समय से पदस्थ 15 टीआई भी प्रभावित हुए है।

उधर 18 टीआई की इंदौर पदस्थापना भी की गई है। इसी तरह नौ सबइंस्पेक्टरों को इंदौर रेंज से बाहर भेजा गया है। आईजी संजय राणा के अनुसार जिन थाना प्रभारियों की सेवानिवृत्ति में दो साल बाकी हैं, उनको छोड़कर रेंज में दस साल व जिले में पांच साल रहने वाले बाकी टीआई के भी तबादला होंगे।

इंदौर से जाने वाले वर्तमान नई
थाना प्रभारी पदस्थापना पदस्थापना
बीएस परिहार थाना खजराना जिला रतलाम
बी पी एस परिहार थाना बाणगंगा जिला देवास
अशोक रंगशाही सेंट्रल कोतवाली मंदसौर
राकेश व्यास छत्रीपुरा अलीराजपुर
जयगोपाल चौकसे पलासिया अअवि जोन
संजीव मूले सदर बाजार मंदसौर
अजय कैथवास विजयनगर मुरैना
निशा रेड्डी महिला थाना देवास
महेश भार्गव एरोड्रम भिंड
दौलतसिंह गुर्जर महू उज्जैन
आरएस अंब मानपुर शाजापुर
मोरसिंह वर्मा विशा रतलाम
एमएल झारौला विशा झाबुआ
दिनेशसिंह चौहान पीटीएस हरदा
रामनरेश उपाध्याय पीटीएस अअवि
इंदौर आने वाले टीआई कहां से
तरुणोंद्रसिंह बघेल मंडला
घनश्याम बामनिया खंडवा
अजीत कुमार पटेल खंडवा
नागेंद्रसिंह बैस सीहोर
शैलेंद्र श्रीवास्तव दतिया
अनिरुद्ध बाधिया मंदसौर
अतीक अहमद खान भोपाल
कुलवंत सिंह भोपाल
कमल कुमार जैन भोपाल
इंदौर आने वाले टीआई कहां से
पंकज दीक्षित भोपाल
राजीव चतुर्वेदी भोपाल
घनश्याम प्रसाद दुबे भोपाल
अब्दुल हमीद खान शाजापुर
अशोक तिवारी जबलपुर
शैलेंद्रंिसंह बैस अलीराजपुर
गोपाल भंवर पचमढी
सुरेश शेजवाल पुमु भोपाल
रणविजयसिंह भदौरिया श्योपुर

Police News: Indore: सात टीआई का जिले से बाहर तबादला

इंदौर. पांच साल से जमे सात टीआई का जिले से बाहर तबादला कर दिया गया है। इन्हें रेंज में ही पदस्थ किया गया है। अब एक-दो दिन में शहर के कई थानों में नए टीआई होंगे।

आईजी संजय राणा के अनुसार पुलिस मुख्यालय की ट्रांसफर लिस्ट के बाद अब पांच साल से थानों में पदस्थ सात टीआई का ट्रांसफर जिले से बाहर किया गया है।

पुलिस मुख्यालय से जारी सूची में इंदौर पदस्थ किए गए थाना प्रभारी सोमवार को आईजी के सामने पेश हुए। संभवत: एक-दो दिन में शहर में रिक्त हुए थानों पर सभी की पदस्थापना कर दी जाएगी।

इन्हें भेजा बाहर

थाना प्रभारी कहां से कहां
जोरसिंह भदौरिया रावजीबाजार झाबुआ
जयंत राठौर राजेंद्रनगर सिटी सीआईडी
डीके जैन छोटी ग्वालटोली खरगोन
आरएस झाला जूनी इंदौर धार
डीके तिवारी तुकोगंज खरगोन
एसएस यादव क्राइम ब्रांच खंडवा
राजेश बघेल डीआरपी लाइन झाबुआ