पठानकोट को जिला बने एक माह का समय हो गया है, लेकिन यहां अभी तक जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य कार्यालय स्थापित तक नहीं हो पाए हैं तथा उनके जल्द ही खुलने की अभी कोई संभावना तक नहीं दिख रही। दूसरी ओर इन सभी में अहम व तीव्र गति से अपना सेटअप स्थापित करने में पुलिस प्रशासन ने तीव्रता दिखाई है तथा अपने-अपने कार्यालयों के लिए जगह चयनित कर ली है।
एसएसपी ने जहां एक ओर एसपी कार्यालय को अपना दफ्तर बनाया है, वहीं दूसरी ओर एसपी ने डीएसपी तथा डीएसपी ने थाना डिवीजन नम्बर-1 कार्यालय में अपनी-अपनी कुर्सियां लगा ली हैं। जिला पुलिस ने अब थाना सदर की ही बिल्डिंग में जिला पठानकोट पुलिस लाइन शुरू कर दी है। पुलिस के अधिकारिक सूत्र बताते हैं कि किसी भी पुलिस लाइन के लिए भले ही 10 से लेकर 15 एकड़ भूमि की जरूरत होती है, पर फिलहाल मजबूरीवश पुलिस को कुछ मरला भूमि में ही अपना दफ्तर चलाकर समय निकालना होगा।
यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि ये सभी स्थापित किए गए दफ्तर अस्थायी रूप से हैं तथा निकट भविष्य में इन्हें किन्हीं अन्य स्थान पर स्थानांतरित किए जा सकते हैं। थाना सदर के ही कुछ हिस्से की बिल्डिंग में शुरू की गई जिला पठानकोट पुलिस लाइन में जहां एक ओर पुलिस की ओर से कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है, वहीं दूसरी ओर थाना डिवीजन नम्बर-1 में ओएसआई ब्रांच (जिला की अमला फोर्स का रिकार्ड), हेड क्लर्क ब्रांच (अधिकारिक स्तर पर चिट्ठी पत्र) तथा सिक्योरटी ब्रांच (किस-किस स्थान पर सिक्योरटी स्थापित करना है) ब्रांचें खोली गई हैं।
एसएसपी एसके कालिया ने बताया कि थाना सदर के कुछ हिस्से की बिल्डिंग में जिला पुलिस लाइन स्थापित की गई है। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से आगामी भविष्य में इस बिल्डिंग को किसी अन्य स्थान पर भी भूमि खरीद कर शिफ्ट किया जा सकता है। इस मौके पर इस प्रतिनिधि ने जब जिला बनने के बाद थानों के विस्तार संबंधी प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल इस पर योजना तैयार की जा रही है।
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