भोपाल | जेल से फरार कैदी को अगवा कर उसके परिजनों से फिरौती मांगने के आरोप मेंं फंसे डीएसपी मोहिंदर कंवर को सस्पेंड कर दिया गया है। सीआईडी इस मामले में कंवर के खिलाफ कोर्ट मे चालान पेश कर चुकी है।
नाबालिग से दुष्कृत्य के आरोप में गिन्नौरी निवासी उमर को फरवरी 2009 में जेल भेजा गया था। जेल में रहते हुए बीमार बताकर 28 फरवरी 09 को उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस दौरान ही उमर अस्पताल से फरार हो गया था। फरारी के अगले दिन उमर की मां फौजिया ने तत्कालीन भोपाल आईजी शैलेंद्र श्रीवास्तव से शिकायत की कि उसके बेटे का अपहरण कर लिया गया है। अपहरण तत्कालीन सोनकच्छ एसडीओपी मोहिंदर कंवर ने किया है। उन्होंने बताया था कि कंवर ने उनसे 15 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। भोपाल पुलिस ने इस मामले में कंवर के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया था। जांच सीआईडी को सौंपी गई। उधर, उमर को जमानत मिल गई। इसी बीच 18 मई 2011 को गिन्नौरी इलाके में उमर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के मामले की जांच भी सीआईडी को सौंपी गई। सीआईडी एडीजी एमआर कृष्णा का कहना है कि अपहरण के मामले में तो कंवर के खिलाफ चालान पेश किया जा चुका है, लेकिन उमर की हत्या में कंवर के शामिल होने के प्रमाण नहीं मिले।
No comments:
Post a Comment