चंडीगढ़. पब्लिक का चालान काटने गई चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने खुद सड़क के कायदे तोड़ दिए। मंगलवार को सेक्टर 17 में होटल के सामने पुलिस ने जहां अपनी गाड़ी खड़ी की, वहीं खड़ी लोगों की गाड़ियों के चालान काटे। इसका लोगों ने विरोध किया और कहा कि पुलिस की गाड़ी भी गलत खड़ी है। इस दौरान पुलिस वाले खुद आईएसआई मार्का हेलमेट नहीं पहने थे।
डीआईजी आलोक कुमार की अगुआई में पुलिस चालान काटने पहुंची थी। पुलिस ने दर्जनों चालान काटे। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि पार्किग के पैसे देने के बाद भी उनके चालान क्यों कट रहे हैं। पुलिस ने लोगों को दलील दी कि सड़क पर वाहन पार्क नहीं हो सकते। पब्लिक भड़की और फिर हंगामा शुरू हो गया।
पब्लिक ने एक पुलिस वाले को घेर लिया और उसके सिर से हेलमेट निकालकर कर दिखाया कि उस पर आईएसआई मार्क नहीं है। लोगों ने यह भी कहा कि पुलिस की गाड़ियां भी नो पार्किग में खड़ी हैं। गुस्साए लोगों ने पुलिसवालों को घेर लिया और कहा कि पहले अपनी गाड़ियों के चालान काटो तभी जाने देंगे। माहौल खराब होते देख अफसर तो चुपचाप निकल लिए, लेकिन हवलदार और कांस्टेबल फंस गए।
इन्होंने फिर मौके पर अपने दो ट्रैफिक इंस्पेक्टर बुलाकर मसला निपटाना चाहा। लेकिन पब्लिक न मानी, उन्होंने इन इंस्पेक्टरों को भी रोके रखा। बाद में पुलिस ने कहा कि वह नगर निगम और पार्किग ठेकेदारों पर भी कार्रवाई करेंगे कि उन्होंने सड़क को कैसे पार्किग बना दिया। इसके बाद लोग शांत हुए।
पुलिस भी हैरान निगम ने कैसे बेच दी सड़क
हंगामे के दौरान जब लोगों ने पुलिस को पेड पार्किग की स्लिप दिखाई, तो पुलिस भी एक बार हैरत में पड़ गई। अब पुलिस ने फैसला किया है, कि वह नगर निगम से बात करेगी कि आखिर किस आधार पर अवैध पार्किग पर लोगों से पैसा वसूला जा रहा है।
पब्लिक को कुछ समझाओ, तो उन्हें गलत ही लगता है। हमने नगर निगम को भी चिट्ठी भेजी है कि आखिर सड़क पर पेड पार्किग कैसे बना दी। उनसे पूछा गया है कि ठेकेदार कैसे उगाही कर रहा है और निगम का रुख क्या है।
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