जयपुर. आरटीओ कार्यालय में तैनात एसआई आलम खां के लिए निजी गार्ड हर रोज औसतन 25 हजार रुपए से अधिक की वसूली करता था। इसके लिए आलम खां ने 30 निजी गार्ड लगा रखे थे, जो बारी-बारी से उसके साथ रहते थे।
गार्ड ने एसीबी के अधिकारियों के सामने शनिवार को खुलासा किया कि आलम खां इसके लिए बाकायदा लिस्ट देता था, जिसके आधार पर वह बजरी, पत्थर और मिट्टी से भरी गाड़ियों से पांच सौ रुपए तथा मार्बल, नमक व अन्य गाड़ियों से हजार रुपए प्रति चक्कर वसूलता था। एसीबी की टीम ने फरार आरटीओ एसआई आलम खां की तलाश में दूसरे दिन भी उसके घर, कार्यालय व संदिग्ध ठिकानों पर छापे मारे, लेकिन पता नहीं चल सका।
उसका मोबाइल भी बंद आ रहा है। उप निरीक्षक के लिए रुपए वसूल रहे गार्ड मोती को पूछताछ के बाद शनिवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। एसीबी जांच में सामने आया कि शुक्रवार तक आरटीओ कार्यालय में तैनात आलम खां को इंस्पेक्टर बता रहे थे, वह सब इंस्पेक्टर है। गौरतलब है कि एसीबी की टीम ने आरटीओ कार्यालय में तैनात एसआई आलम खां के लिए उसके गार्ड मोती को 12 हजार रुपए की रिश्वतत लेते शुक्रवार को गिरफ्तार किया था।
इसके बाद से ही आरोपी आलम खां फरार हो गया था। गार्ड मोती ने एसीबी को बताया कि आलम खां उसे नौ हजार रुपए प्रतिमाह देता था तथा महीने में केवल दस दिन ही वह नौकरी पर आता था। उसने बताया कि 1 से 10 तारीख के बीच वह हर प्रतिदिन 40 हजार रुपए से ज्यादा वसूली कर आलम खां को रुपए देता था। गार्ड ने कुछ ट्रांसपोर्टरों तथा गाड़ी के नंबर भी बताए हैं, जिनसे वह वसूली कर लाता था। एसीबी इनकी जांच कर रही है।
No comments:
Post a Comment