जालंधर. मोगा . एक सब इंस्पेक्टर को वाहन चोर गिरोह का सदस्य निकले पर निलंबित कर आपराधिक मामला दर्ज कर दिया है। इसके बाद मोगा पुलिस ने वाहन चोरी कर उसके जाली कागजात तैयार करने के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तीन जिलों के परिवहन दफ्तरों में छापामारी कर रिकार्ड जब्त किया है।
गिरफ्तार किया गया सब इंस्पेक्टर इससे पहले मोगा पासपोर्ट स्कैंडल का जांच अधिकारी भी रहा। फिलहाल पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी के बाद कई अहम खुलासे होने की संभावना है। इसमें डीटीओ दफ्तर से लेकर पुलिस विभाग के कई अधिकारियों व कर्मियों पर गाज गिर सकती है।
लंबे समय से चल रहा था गोरखधंधा : सीआईए स्टाफ के गुरबाज सिंह ने बताया कि सब इंस्पेक्टर जिला ट्रांसपोर्ट दफ्तरों के साथ मिलीभगत कर जाली दस्तावेज बनाने का काम करता था। इसमें गैंग के खिलाफ सात अगस्त को विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस ने केस दायर किया था।
इसमें सनवीर सिंह के अलावा बलदेव सिंह, बलविंदर सिंह, कुलवंत सिंह, तारा सिंह शामिल था। इसमें पुलिस को जानकारी मिली कि मालवा में फरीदकोट, मोगा के अलावा मुक्तसर के जिला ट्रांसपोर्ट दफ्तरों में जाली दस्तावेज बनाने का काम किया जाता था।
चोर गिरोह, पुलिस विभाग और परिवहन विभाग की मिलीभगत से चल रहे इस धंधे में दर्जनों वाहनों को चोरी कर आगे जाली दस्तावेज के आधार पर बेचने का धंधा लंबे समय से किया जा रहा था। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने वीरवार को फरीदकोट, मोगा और मुक्तसर के जिला परिवहन दफ्तरों के दस्तावेजों की जांच कर रिकार्ड सील किया।
इसमें पुलिस ने अब तक ऐसे 16 वाहनों की पहचान की है, जो गलत दस्तावेजों के आधार पर खरीदे व बेचे गए हैं। इसमें फरीदकोट के एसएसपी सतपाल सिंह संधू भी मामले की जांच कर रहे हैं।
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